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Adultery अंकल ने बरसात में मम्मी को चोदा
#1
बरसात में अंकल ओर मम्मी
जैसा पिछली कहानियों में बताया है पापा के करीबी दोस्तो को जब भी मौका मिलता है वो मम्मी को चोद देते है यहाँ तक कि वो मौका मिलने का इंतज़ार नही करते बल्कि मौका बना लेते है
बरसातों के एक दिन मोसम बहुत सुहावना था रात से बरसात हो रही थी, राजू अंकल मम्मी के गदराए नंगे बदन की कल्पना कर उस को अपनी बाहों में में लेने के लिए मचल रहे थे पर पापा के रहते संभव नही था रात अंकल ने मुश्किल से काटी, उन को पता था कि पापा अपने काम के सिलसिले में सुबह 9 बजे तक घर से निकल जाते है और रात को 9 बजे बाद ही आते है, सिर्फ यही एक मौका था उन के पास जिस में वो सारा दिन मम्मी के हुस्न के मजे लूट सकते थे, सुबह 8 बजे ही अंकल अपनी कार में घर से कुछ दूर खड़े हो गए जहाँ से घर का दरवाजा साफ दिखता था, उन से इंतज़ार नही हो रहा था, करीब पौने नो बजे पापा की कार घर से निकली अंकल तो बेसबरे हो रहै थे, तुरंत ही अपनी कार ले कर घर की पार्किंग में घुस गए और बैल दबा दी, मम्मी समझी शायद पापा कुछ भूल गए है और वापस आये है, उन्होंने दरवाजा खोला तो अंकल को देख कर शॉक हो गयी, 
मम्मी- अरे राजू भैया आप सुबह सुबह ? वो तो अभी अभी अपने काम पर निकल गए
अरे मेरी जान तुमहारे पति से कोई काम नहीं इस जालिम बरसात में तुमहरे हुस्न की तलब लग रही थी, रात से ही तुम्हारे नाम की मुठ मार रहा हु, आज दिन भर तुम्हे तुम्हारे ही घर मे चोदूँगा 
मम्मी तो हैरान रह गयी,नही भइया आप जाओ अभी यहाँ से, अंकल ने एक हाथ से मम्मी को धकलते हुए अंदर आ कर दरवाजा बंद कर दिया, मम्मी अभी नहाई भी नही थी, अलसाये हुए चेहरे पर बालो की  लटे माथे को चूम रहो थी,बिंदी ओर सिंदूर हल्के हल्के बिखर गए थे जिस से मम्मी का चेहरा ओर मादक हो गया था, मम्मी की साड़ी अस्त व्यस्त थी जिस का पल्ला उन्होंने कमर में खोंस रखा था, [img][Image: 170828703_img_20201024_094239.jpg][/img]अंकल तो पागल ही हो गए देख कर, रचना मेरी जान इस कातिल जवानी को बरसात में भोगने में आनंद ही जाएगा, कहते हुए अंकल ने मम्मी को अपनी बाहों में कस लिया मम्मी के उभार अंकल के चोडे सीने में धसे जा रहे थे अंकल उन की चिकनी पीठ और मांसल कूल्हों को मसल रहे थे और मम्मी के कंधे ओर गर्दन पर अपने गर्म होठ फिरा रहे थे, मम्मी अब धीरे धीरे मदहोश हो रही थीं उन्होंने अपना शरीर ढीला छोड़ कर अंकल के हवाले कर दिया उन की आंखे मुंदने लगी थी, कुछ देर ऐसे है चूमने के बाद अंकल ने मम्मी को अपनी गोद मे उठा लिया और ड्राइंग रूम में ले जाकर  सोफे पर लिटा दिया और अपनी गोद मे उन का सिर रख लिया, रचना भाभी बहुत सुंदर हो तुम मन करता है जिंदगी भर तुम्हें बाहों में ले कर लेटा रहू
मम्मी - प्लीज् अभी छोड़ दीजिए न नास्ता भी नही किया है नहाना भी बाकी हैं
अंकल - नही मेरी जान तुम्हारा बासी औऱ अलसाया शरीर ज्यादा मादक लग रहा है, नहाने की जरूरत नही है, बस तुमहारी चूत तो फ्रेश है न मेरा मतलब है पतिदेव ने रात को चोदी तो नही है न , अगर चुदाई हुई है तो साफ कर आओ अपनी चूत को
मम्मी - नही जी वो तो काम से ही थक जाते है कभी कभी ही चोदते है
अंकल खुश हो गये,  मेरी जान इसी लिये इतनी टाइट हो, पतिदेव ने तुम को हमारे लिए ही छोड़ रखा है, ओर रही बात नास्ते की तो अभी तुम्हे अपने क्रीमरोल की  मलाई खिलाता हु ,मुह से भी ओर नीचे से भी , दिन भर भूख नही लगेगी मेरी जान, बातें करते हुए अंकल ब्लाऊज़ में कसे उभारो को धीरे धीरे मसल रहे थे और मम्मी के गोरे चिकने पेट को सहला रहे थे
सुनो रचना अच्छा लगता है न मेरा प्यार करना तुम को अंकल बोले
मम्मी - हा जी पर कभी कभी आप भी वहशी हो जाते हो चोदते समय , 2 दिन तक चूत , जांघे और  बूब्स में दर्द होता है
अंकल - क्या करूँ मेरी जान तुम हो ही इतनी खूबसूरत और दोस्त की वीबी चोदने का जो सुख है न उस का कोई जवाब नही बातें करते हुए अंकल ने मम्मी की साड़ी के अंदर हाथ डाल दिया और उन की गुलाबी चूत पेन्टी के अंदर से मसलने लगे, मम्मी आआह कर रही थी अंकल उन के गुलाबी होठो को चूम रहे थे, 15 मिनट बाद उन्होंने मम्मी को उठा लिया , चलो रचना बैडरूम में ओर उन का हाथ पकड़ कर अंदर ले गए अब वो खड़े हो गए और अपने कपड़े उतार कर नंगे हो गए लेकिन मम्मी अभी भी पूरे कपड़े में थी, 
रचना चुसो लन्ड को , मम्मी घुटनो के बल जमीन पर बैठ गयी और एक हाथ से अंकल का लन्ड पकड़ कर अपनी जीभ उस पर फिराने लगी कभी टोपा चाटती कभी गोलियां कभी लन्ड पर ऊपर से नीचे तक अपनी जीभ फिरती, 2 मिनट में ही अंकल का लन्ड फौलाद की तरह तन गया, अब मम्मी ने अपना मुह खोल कर टोपा अपने गुलाबी होठो में दबा लिया और चूसने लगी, आआह मेरी जान मजा आ गया क्या चूसती हो अंकल ने मम्मी के दोनों गाल पकड़ लिए ओर अपना पूरा लंड उन के गले तक उतार दिया और धीरे धीरे मम्मी का मुह चोदने लगे, उन्होंने मम्मी के गाल छोड़ दिये और प्यार से एक हाथ से उन के बाल सहलाने लगे दूसरा हाथ ब्लाऊज़ के ऊपर से उन के उभारो को सहला रहा था ओर मम्मी अंकल की दोनो जांघों को पकड़ कर अपना मुह आगे पीछे कर रही थी ,दोनो की आंखे बंद थी अंकल आआह भर रहे थे रचना मेरी जान आनंद आ गया, 15 मिनट बाद उन का पानी छूटने को हुआ तो अंकल ने मम्मी का सिर  मजबूती से पकड़ कर अपना पूरा लंड उन के मुह में दबा दिया जो मम्मी के हलक तक उतर गया अब अंकल डिस्चार्ज हो गये आआह कि आवाज के साथ उन्होंने मम्मी का मुह कस कर लन्ड पर दबा दिया और आधा मिनट तक उन का गाड़ा वीर्य मम्मी के हलक में उतरता गया, मम्मी छटपटाती रही पर कोई चारा न होने के कारण पूरा पी गयी, अब अंकल ने उन को छोड़ा तो दोनो हांफ रहे थे, अंकल बोले नास्ता तो हो गया तुम्हारा मेरी जान, अब लंच तुम्हारे नीचे ओर पीछे से खिला दूंगा, मम्मी तो शर्मा गई, अंकल अब पलँग पर लेट गए और मम्मी से बोले
अंकल - रचना मेरी जान चलो अब अपने इस खूबसूरत बदन के दीदार करा दो, कपड़े उतारो अपने
मम्मी ने शरमाते हुए अपनी साड़ी उतार दी फिर धीरे धीरे अपने ब्लाऊज के बटन खोल कर उस को अपनी सुडोल गोरी बाहों से उतार कर नीचे फेंक दिया, 
वाह मेरी रानी पेटिकोट भी उतारो, 
मम्मी ने पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और वो सरसराता हुआ उन की गोरी गदराई जांघों से फिसल कर नीचे आ गिरा अब वो सफेद ब्रा ओर पेन्टी में अंकल के सामने  नज़र झुकाये  खड़ी थी
आ जाओ मेरी जान  क्या कयामत लग रही हो कहते हुए अंकल ने मम्मी का हाथ पकड़ कर अपने ऊपर खीच लिया, अंकल पलंग पर नंगे लेटे हुए थे मम्मी को उन्होंने अपने ऊपर लिटा लिया और उन को अपनी बाहों ने कस लिया, मम्मी का मुह उन के चोडें सीने में छुप गया,  उन की टाँगे अंकल की टांगों पर थी , मम्मी की चूत पेन्टी के ऊपर से अंकल के लन्ड को दबा रही थी, ब्रा में कसे उन के सख्त बूब्स भी अंकल के चोडे सीने में दबे हुए थे, अंकल प्यार से मम्मी की चिकनी पीठ को सहला रहे थे , पेन्टी के अंदर हाथ डाल कर कूल्हों को धीरे धीरे मसल रहे थे , मम्मी के मुह से सिसकारी निकल रही थी
अंकल - रचना मेरी जान अच्छा लग रहा है न
मम्मी - हा बहुत अच्छा लग रहा है आप की बाहों में, कस लो न मेरे बदन को, चटका दो एक एक हड्डी अपनी मजबूत बाहों से
अंकल - मेरी जान तुमहारे पति ऐसे प्यार नही करते है क्या 
मम्मी - नही वो तो फटाफट कपडे उतार कर टांगो को उठा कर 15 मिनट में पानी छोड़ देते है मेरी चूत प्यासी रह जाती है
अंकल -  तभी तुम्हारी जवानी एक दम कुवारी है , चूत कसी हुई है, बूब्स भी कड़क है , तुम को शायद मेरे लिए हो छोड़ रखा है तुम्हारे पति ने
मम्मी शरमा गई और अंकल की छाती में मुह छुपा लिया, 
अंकल - शर्मा गई मेरी जान चिंता मत करो तुम्हारी जवानी अब मेरी अमनात है इस को मसल मसल कर तुम्हारी प्यास बुझाता रहूंगा ठीक है ने 
मम्मी - जी आप ही के हवाले है यह जवानी जो चाहो, जब चाहो जैसे चाहो मसलो, कुचलो इस को
दोनो बाते करते हुए उत्तेजित हो रहे थे अंकल नीचे से अपना लंड धीरे धीरे मम्मी की पेन्टी में कसी चूत पर रगड़ रहे थे साथ ही उन के हिप्स दबा रहे थे और मम्मी के बालो को सूँघ रहे थे, मम्मी की चूत पनिया रही थी उन की पेन्टी गीली हो रही थी पर अंकल मम्मी के बोलने का इंतज़ार कर रहे थे, मम्मी नारी सुलभ लज्जा से कुछ बोल नही पा रही थी पर अब उन के कंट्रोल से बाहार हो गया था वो धीरे से बोली
मम्मी - अब डालिये न
अंकल - क्या डालू मेरी जान ,मम्मी बोली अपना हथियार
नही मेरे जान पूरा बोलो न अंकल मुस्कुरा कर बोले
शरमाते हुए मम्मी बोली अपना लन्ड, 
अंकल - अच्छा कहाँ डालू, मम्मी ने अपने नीचे इशारा किया यहाँ, अंकल बोले नही जानू नाम बताना पड़ेगा, मम्मी तो गनगना रही थी, बोली मेरी चूत में
अंकल तो पागल हो गए गये, हाय मेरी जान फिर क्या होगा
मम्मी बोली चुदाई होगी, अंकल को मजा आ रहा था बोले अच्छा जी किस की, अब मम्मी मुह छुपाती हुई बोली मेरी होगी न अब जल्दी कीजिए, अंकल अब पूरी तरह जोष में आ चुके थे उन्होंने मम्मी की पीठ पर हाथ फेरते हुए ब्रा का हुक खोल दिया और दोनो कंन्धो से उतारकर दूर उछाल दी   अब अपने हाथों से मम्मी की पेन्टी आहिस्ता से उन के उन्नत कूल्हों से नीचे सरका दी फिर सपने एक पैर के अगुठे को फ़सा कर उन की टांगों से सरका कर अलग कर दी और मम्मी को बाहों में भर कर पलट गए अब मम्मी क़ा नाजुक शरीर अंकल के बलशाली शरीर के नीचे दबा था, अंकल बोले रचना अपने दोनों हाथ ऊपर कर लो और अपनी जांघों को खोल कर चोडा करो ताकि तुम्हारी मखमली चूत मेरे लन्ड को लेने के लिए तैयार हो जाये, मम्मी ने ऐसा ही किया अब अंकल मम्मी के होटो ओर गालो को बेतहाशा चूमने लगे उन के दूधिया उभारों को मसलने लगे कभी होठ चुसते कभी उभारो के निपल काटते कभी कंन्धो ओर गर्दन को चूमते तो कभी बगलों को चूमते[img][Image: 170826298_oqi4j1r7qn4p.jpg][/img], मम्मी  छटपटा रही थी पर अंकल तो आज जल्दी में नही थे वो आराम से इस मादक हसीना का लुफ्त उठाना चाहते थे पूरा दिन पड़ा था मम्मी को चोदने के लिए , मम्मी तो आज चुदासी हो रही थी, पर अंकल थे कि अपना लंड उन की मखमली चूत के ऊपर रगड़ रहे थे, मम्मी अब कंट्रोल से बाहर हो चुकी थी , प्लीज प्लीज मेरे राजा अब डाल भी दीजिए अपना मूसल आप की प्यारी भाभी ओर दोस्त की पत्नी की चूत में ओर फाड़ दीजिए उस को, चोद चोद कर भोसड़ा बना दीजिये न , उखाड़ लीजिए बूब्स को चाहो तो गाँड़ भी मार लो , अब अंकल ने अपना दमदार लोडा मम्मी की चूत में एक ही झटके में उतार दिया, पुट्ट की आवाज आई और  मम्मी की चूत एक आवाज के साथ पूरी तरह से स्ट्रेस हो कर खुल गई और 10 इंच लंबा 4 इंच मोटा लंड अंदर समा गया, आआह मेरे राजा , तुम पूर्ण पुरुष हो, औरत को कैसे हैंडिल किया जाता है तुम अच्छी तरह से जानते हो  अब चोदो न राजा अपनी भाभी को, अपनी रांड को, अंकल तो ओर जोष में आ गए, लो रचना मेरी जान संभलो, अब अंकल पूरी ताकत से मम्मी की मोटी जांघों पर अपने भारी कूल्हों की थाप मार के पूरे दम से उन्हें चोदने लगे [img][Image: 170825815_48.jpg][/img]उन्होंने दोनो हाथो से कस के मम्मी के स्तन दबोच रखे थे और अपने होठो से मम्मी के नाजुक होठ बन्द कर रखे थे ,मम्मी की घुटी घुटी सी चीखे उन के गले मे ही कैद हो कर रह गयी थी, पूरे कमरे में ठप ठप ठप ठप फुच फुच फुच फुच की आवाज गूंज रही थी साथ ही चूडिओ कि खनक ओर पायल की झंकार माहौल को ओर मादक बना रही थी, अंकल मम्मी के गुदाज शरीर को बुरी तरह से रौंद रहे थे [img][Image: 170826463_oo2gik25wdv5.jpg][/img] , मम्मी की आंखे बंद थी और दोनो हाथो से पलंग की चादर भीच रखी थी अंकल तो वहशी हो चुके थे ले मेरी जान बहुत खुजली हो रही थी तेरी चूत में, आज फाड़ ही न दी तो कहना, एक घंटा हो चुका था, मम्मी 3 बार झड़ चुकी थी पर अंकल रुकने का नाम ही नही ले रहे थे अब उन्होंने मम्मी को पेट के बल उल्टा कर दिया और पीछे से उनकी चुदाई करने लगे ,अंकल ने मम्मी की बगलों में हाथ डाल के उन के दोनों स्तन पकड़ रखे थे और उन की गोरी चिकनी पीठ चूम रहे थे मम्मी की सिसकियां निकल रही थी उन का नाजुक शरीर अंकल के भारी शरीर से कुचला जा रहा था ,अब मम्मी पस्त हो चुकी थी , बोली अब बस भी कीजिए कितना चोदोगे मुझे , रचना मेरी जान अभी तो 2 ही बजे है आधा दिन बाकी है आज तेरी चूत भोसड़ा बन जॉयगी, अभी तो गाँड़ मारनी बाकी है चलो घोडी बनो , मम्मी अपने घुटनों पर उठ गई उन के भारी कुल्हे ऊपर हो गए सिर नीचे बिस्तर पर था, अंकल बोले भाभी थोड़ी टाँग चोडी करो और अपने हाथ से गाँड़ खोलो, मम्मी ने अपने घुटने फैला दिए औऱ दोनो हाथ पीछे कर यथासंभव कसी हुई गाँड़ के छेद को खोल दिया ओर बोली प्लीज भइया धीरे डालिएगा बहुत मोटा है आप का चूत ही मुश्किल से झेल पाती है , अंकल बोले चिंता मत करो मेरा माल है ध्यान रखूँगा , अब उन्होंने थोड़ी क्रीम गाँड़ के छेद पर लगा दी ओर सहलाते हुए अपनी एक उंगली अंदर डाल दी मम्मी चिंहुक पड़ी उइ मा , अंकल तो बहुत खुश हो गए मेरी जान उंगली ही मुश्किल से जा रही है एक दम कसी हुए है मजा आ जाएगा , अब उन्होंने थोड़ी क्रीम अपने लन्ड पर लगा कर टोपा गाँड़ पर रख के जोर लगाया तो खच्च की आवाज के साथ अंदर उतर गया, ऊईई मम्मीIईIईईई मर गई, निकालो फट गई, मम्मी ने उठने की कोशिश की पर अंकल ने उन का सिर बिस्तर पर दबा दिया, मेरी जान अभी तो पूरा बाकी है  फाड़ दूँगा आज तो, चुप चाप पड़ी रह कहते हुए एक ओर शॉट मारा तो पूरा लन्ड मम्मी की गाँड़ में चला गया[img][Image: 170825498_img-20201104-wa0019.jpg][/img] मम्मी सुबक रही थी पर अंकल किसी रहम के मूड में नही थे, वो धीरे धीरे अंदर बाहर करते हुए उन के स्तनों को मसल रहे थे, कुछ ही देर में मम्मी को भी मजा आने लगा क्यो की लन्ड ने अपनी जगह बना ली थी , अब अंकल मम्मी की पतली कमर पकड़ कर शॉट पर शॉट मार रहे थे उन का पूरा लन्ड मम्मी की गाँड़ में अंदर तक जा रहा था और आंड चूत पर टक्कर मार रहे थे अंकल की  जांघों से मम्मी के कूल्हों पर पड़ने वाली थाप पूरे घर मे गूंज रही थी , मम्मी सिर इधर उधर पटक रही थी आआह ओऊऊह ऊऊईईईईईईईईईईई मम्मआआआआआआआ फट गई आज प्लीज अब छोड़ दो , अंकल बोले बहुत खुजली हो रही थी न अभी तो असली क्लाइमेक्स बाकी है मेरी जान , ऐसा कह कर वो खड़े हो गए और मम्मी के नंगे बदन को अपने कंधे पर उठा लिया और कमरे से बाहर जाने लगे, मम्मी वोली कहा ले जा रहे हो मुझे, तो अंकल ने कहा मेरी जान बाहर बरसात हो रही है तुम्हे बाहर घर के बगीचे में ले जा कर चोदूँगा, अरे नही मम्मी घबरा गई कोई देख लेगा, अंकल बोले कोई नही देखेगा रानी और देख भी लिया तो वो भी चोद लेगा, बहुत गर्मी है चूत में थोडी ठंडक पड़ जॉयगी ,मम्मी विरोध करती रही पर अंकल उन को उठा कर बाहर घर के बगीचे में ले गए, बरसात में भीग कर उन का बदन ओर भी मादक हो गया था, अंकल ने मम्मी को  नीचे उतार कर अपना लन्ड उन के मुह में दे दिया, [img][Image: 170826502_screenshot_2020-11-03-07-04-36...player.jpg][/img]रचना चुसो इसे 2 घण्टे हो गये अभी झडा नही हु मुह में डालू या तुम्हारी चूत में, मम्मी तो शर्मा गई बोली नास्ता तो कर ही चुकी हूं आप अब लंच भी करा दीजिए में इसे थोड़ी देर चूस लेती हूं फिर इस का माल मेरी चूत में छोड़ कर कोख हरी कर देना थोड़ी देर चुसवाने के बाद अंकल ने मम्मी को कूल्हों से पकड़ कर उठा लिया और उन की टाँग चोड़ी कर चूत को पानी की धार की नीचे रख कर धोया ओर बोले लो जानू थोड़ी गर्मी शांत हो जॉयगी [img][Image: 170826836_screenshot_2020-11-03-07-08-09...player.jpg][/img]
अब अंकल ने मम्मी को आगे झुका दिया उन का सिर और हाथ जमीन पर झुके थे, अंकल ने उन के कूल्हों को पकड़ कर चोदना शुरू किया, वाह मेरी जान बरसात में चुदाई का आनंद कुछ और ही होता है, तुम इस से पहले चुदी हो कभी, मम्मी हाँफते हुए बोली नही जी, वो तो बिस्तर पर भी ढंग से नही चोदते, अंकल ने मम्मी को बरसात में ही हर आसान से चोदा, गोद मे उठा कर[img][Image: 170827176_screenshot_2020-11-03-07-05-20...player.jpg][/img], दीवार से सटा के एक टांग उठा कर,[img][Image: 170827757_screenshot_2020-11-03-07-05-31...player.jpg][/img] घोडी बना कर, फर्श पर लिटा के टाँगे उठा कर,गोद मे उठा कर,[img][Image: 170828189_screenshot_2020-11-03-07-07-22...player.jpg][/img] श्याम 6 बजे तक मम्मी चुदती रही फिर दोनों अंदर आ गए, अंकल ने अपना बदन पोछ कर कपड़े पहन लिए फिर मम्मी के नंगे बदन को अच्छी तरह से पोछ कर उन को अपनी बाहों में भरा ओर उन की कड़क चुचियाँ दबा के होठो पर किस किया, चूत पर भी किस किया और बोले रचना मेरी जान मजा आ गया आज, पति के दोस्त अगर उस की पत्नी को उसी के घर मे नंगा कर दिन भर चोदे इस का मजा अलग ही है, में फिर आऊंगा जान, 
मम्मी बोली जब आप की मर्जी को आ जाना पर पहले मुझे फोन कर देना, अब दोनो ने एक बार फिर किस किया और अंकल चले गए मम्मी भी कपड़े पहन कर सो गई
समाप्त
[+] 1 user Likes Funeyboy's post
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Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#2
nice start!
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#3
,,.,.,,.
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