27-10-2020, 04:31 AM
(This post was last modified: 27-10-2020, 07:20 AM by Funeyboy. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
पापा मम्मी ओर कोविड - day 2
सुबह सब अंकल सो कर उठ गए और मम्मी अभी भी सो रही थी [img][/img]क्योंकि 24 घंटे से आराम नही मिला था, शैलेश ओर मनोहर अंकल राजू से बोले यार अब हम चलते है दिन भर काम करके रात में आएंगे, ठीक है रचना उठ जाए तो में भी चलता हु ,दोनो चले गए और राजू अंकल मम्मी के गालो को थपथपा कर बोले उठो जानू अब में जाता हूं तुम फ्रेश हो लो दोपहर को आऊंगा, कोई काम ही तो फोन कर देना ओर उन को चूम कर बोले जानू नाहा लो लेकिन बिल्कुल मेकअप मत करना बस नहा के ऐसी ही रहना ओर वो चले गए, मम्मी भी अब सब से पहले पापा के पास गई उन को दूध और नास्ता दिया, नीचे आ कर फ्रेश हो कर नहाने चली गई बाथ टब में गर्म पानी भर के शरीर की थकान उतारी ओर फिटकरी के पानी से अपनी चूत 10 मिनट तक डुबो कर बैठी रही क्यो की उन का पता था अंकल को टाइट चूत ही पसंद है, अब मम्मी को भी कही न कही अच्छा अहसाह होता था जब अंकल उन को चोदते हुए उन की टाइट चूत ओर कड़क उभारो की तारीफ करते थे, नहाने के बाद उन्हों ने नई ब्रा पेन्टी पहन के सलवार सूट पहन लिया, जैसा कि अंकल ने बोला था कोई मेकअप नहो किया बालो को भी खुला छोड़ दिया वे जल्दी से खाना बनाने मे जुट गई, उन की पता था कि राजू अंकल आ गए तो समय नही देंगे, करीब 11.30 बजे उन्होंने पापा को खाना दे दिया पापा पूछ रहे थे राजू आया क्या, मम्मी बोली नही शायद ही आयंगे जरूरत होगी तो फोन कर बुला लुंगी आप खाना और दवाई खा कर सो जाओ, ओर दरवाजा बंद कर नीचे आ गई, मम्मी ने मेकअप नही किया था पर बालो की ढीली चोटी बना ली थी, उन्हों बिंदी भी नही लगाई थी ओर मांग भी नही भारी थी सिर्फ हाथ पैरो पर क्रीम लगा कर चिकने किये थे, लग रहा थे वो भी राजू अंकल के आने का इंतज़ार कर रही थी शायद वो भी अंकल के मोटे हथियार और उन के संभोग के तरीके को पसंद करने लगी थी, सब काम जल्दी निबटा लिया था और बेचैन हो कर बार बार दरवाजे की ओर देख रही थी, करीब एक बजे अंकल आये मम्मी रोष में उन को देख रही थी, अंकल मुस्कुराए ओर बोले वाह मेरी जान कुवारी कन्या लग रही हो और उन को कस कर बाहों में भर लिया 10 मिनट तक दोनों ऐसे ही खड़े रहे मम्मी उन के सीने में अपना मुह छुपाए आँखे बंद कर चुप चाप अंकल के मजबूत बाहो में सिमटी रही अंकल सलवार में कसे उन के उन्नत कूल्हों पर हाथ फेरते रहे, फिर बोले खाना खा लिया क्या, नही मम्मी बोली आप का इंतज़ार कर रही थी, फिर दोनों टेबल पे आ गए, खाते हुए भी अंकल मम्मी की गदराई जांघों को सहला रहे थे मम्मी चुप चाप खा रही थी, फिर वो बर्तन उठा कर किचन में साफ करने लगी, सलवार कुरते में उनके उन्नत उभार गजब के टाइट लग रहे थे, मम्मी सिंक में बर्तन साफ कर रही थी अंकल मम्मी के पीछे खड़े हो गए ओर उन की बगलों में से हाथ डाल के कुर्ते के ऊपर से ही थाम लिया ओर मसले लगे उन का लन्ड मम्मी के हिप्स पर रगड़ खा रहा था मम्मी थोड़ा कसमसाई फिर चुप चाप अपना काम करती रही और अंकल भी उन का बदन सहलाते रहे उन की गर्दन चूमते रहे, मम्मी का काम खत्म हुआ तब अंकल ने उन को गोद मे उठा लिया और ड्राइंग रुम में ले जा के सोफे पर बैठ गए, मम्मी का सिर अंकल की गोद मे था बाकी शरीर सोफे पर था अब अंकल ने कुरते पर से है उन के उभार थाम लिए ओर अपना मुह मम्मी के मुह पर झुका दिया, मम्मी की आंखे बंद थी उन के गर्म सांसो के साथ उन के उभार ऊपर नीचे हो रहे थे जिन्हें अंकल ने कब्जा रखा था वो प्यार से मम्मी के होंठ चूस रहे थे, [img][/img]आआह मेरी जान इस सलवार कुरते में बिना मेकअप के तुमहारा गदराया बदन कयामत बरपा रहा है, अच्छा लग रहा है न रचना मेरी जान, मम्मी ने धीरे से सिर हिला के हामी भरी,आप की बाहों में अच्छा लगता है आप प्यार से चोदते हो मुझे बाकी सभी तो बलात्कार करते है, आप उन को क्यो बुलाते हो, अंकल बोले मेरी जान वो भी तुम्हारे पति के दोस्त है में मना नही कर सकता पर आज नही बुलाऊंगा कोई बहाना बना दूंगा, आज तुम सिर्फ मेरी हो,इतने प्यार से तुम्हे चोदूंगा की तुम्हारे पति ने भी नही चोदा होगा, मम्मी शर्मा गई, बोली औरत को चुदने के लिए ही बनाया है भगवान ने पर कोई प्यार से औऱ इज्जत दे कर चोदे तो अच्छा लगता है, अंकल खुश हो गए, मेरी जान आज तो तुम जान ही ले लोगी मेरी,मम्मी बोली नही आप ऐसा मत बोलिए में आप को पूरी तरह समर्पित हु जैसा चाहो मुझ से खेलो जब तक चाहो जितनी तरह से चाहो चोद लो, मेरी चूत आप की है, अंकल ने कसमसा कर मम्मी का मुह दोनो हाथो में ले कर उन का माथा चुम लिया, मम्मी ने अपना शरीर ढीला छोड़ के आँखे बंद कर ली और अपने को पूरी तरह अंकल के हवाले कर दिया, अंकल कुरते के ऊपर से है मम्मी के दोनों उभारो को प्यार से दबा रहे थे, मसल रहे थे [img][/img]और उन के होठों को अपने होठो से चुम रहे थे, 10 मिनट तक वो ऐसे ही मम्मी को प्यार करते रहे फिर बोले रचना मेरी जान दूध पिलाओ न अपने थनों से, मम्मी धीरे से बोली आप के हाथ मे ही तो है निचोड़ लीजिए न, अब अंकल ने धीरे से मम्मी का कुर्ता उतारना शुरू किया मम्मी ने अपने दोनों हाथों को उठा के अंकल के लिए सुविधा कर दी, कुर्ता उतरते ही नई ब्रा में कसे उभार जैसे खुली हवा में सांस लेने लगे, अरे वाह मेरी जान नयी ब्रा, मम्मी शर्मा गयी हॉ आप के लिए ही पहनी है आप उतार दीजिए न, ठहरो मेरी जान अपनी सलवार तो उतारने दो कहते हुए अंकल ने सलवार का नाड़ा खोल दिया और प्यार से मम्मी की मोटी मोटी जांघों से नीचे सरकने लगे फिर टांगों से अलग कर दी अब अंकल मम्मी का सर गोदी से उठा कर खड़े हो गया और अपने कपड़े भी उतार दिए फिर मम्मी की चड्डी खीच कर उतार दी और ब्रा भी उतार दी अब मम्मी नंगी अंकल के सामने सोफे पर लेटी थी और अंकल भी नंगे अपना 10 फुट का लण्ड हाथ मे ले कर खड़े थे, वो फिर मम्मी का सर अपनी गोद रख कर बैठ गए अब अपना मुह उन के एक उभार पर रख कर दोनो हाथो से दबा के निपल चूसने लगें मम्मी आहे भर रही थी और अंकल बारी बारी से उन के दोनों उभारो को निचोड़ रहे थे, एक से दूध पीते तो दूसरे को मसलते, उभार लाल हो गए थे निपल कड़क हो गए थे,करीब 15 मिनट बाद अंकल ने उभारो को पूरा निचोड़ कर रख दिया, आआह रचना मजा आ गया, कल सुबह की चाय इसी थन के दूध की पी कर जाऊंगा, मम्मी मुस्कुराई आप थन काढ़ लेना में बना दूंगी, अब अंकल मम्मी की गोरी गदराई मोटी मोटी U पर हाथ फिराने लगे, आआह मेरी जान कितनी चिकनी है केले के तने जैसी, इन पर कूदने में डनलप के गद्दे का अहसास होता है, मम्मी बोली तो आप कूद लो न, कुचल दो अपनी मजबूत जांघो से , आआह रचना आज कितनी प्यारी बातें कर रही हो, चोदने सर पहले तुमहरे गदराए बदन से खेलने में ओर नशा आ रहा है, अब चूत का हाल चाल भी पूछ लू, मम्मी ने अपनी जांघ थोड़ी चौडी कर दी उन का सिर अब भी पापा की गोद मे था और पैर सोफे पर सीधे पड़े थे, लो मेरे सनम, पुचकार लो मेरी सौतन को इसी की वजह से तुम पांचो मुझे घोड़ी बना के सवारी करते रहते हो, चुदती यह है और मेरा कचुम्बर निकल जाता है, अंकल मम्मी की बातों से उत्तेजित हो रहे थे, रचना मुह खोलो अपना, मम्मी ने रसीले अधर खोल दिये और अंकल ने अपनी जीभ उन के मुह में डाल दी और उन की जीभ चुसते हुए एक हाथ से स्तन मसलते हुए दूसरे हाथ की उँगली मम्मी की चूत के होठो के बीच मसलने लगे आआह मेरी जान क्या मस्त माल है कहते हुए अपनी उंगली अंदर घुसा दी, आआह मम्मी सिसकने लगी, उंगली भी फंस कर जा रही थी,[img][/img] अंकल बोले जान मेरी चूत कितनी चुदती है फिर भी टाइट है, मम्मी धीरे से बोली आज खास आप के लिए फिटकरी ट्रीटमेंट लिया है आप को कसी हुई पसन्द है न, वाह मेरी जान कितना ख्याल रखती हो मेरी पसंद का एंकल बोले, चिंता मत करो में सुबह तक चोद चोद कर फिर ढीली कर दूंगा बस तुम साथ देती रहना, मम्मी बोली में कहा जा रही हु, यही आप की टांगो के नीचे दबी पड़ी रहूंगी, कर लेना जो करना हो, इतनी देर में चूत गीली हो गई थी अंकल ने उंगली बाहर निकाल कर गाँड़ में डाल दी और अंगूठा चूत में डाल दिया, मम्मी चिंहुक पड़ीं धीरे, गाँड़ को आदत नही है केवल 2 बार मारी है मनहोर भइया ने, राजू अंकल मम्मी के रसीले होठों को चूम के एक हाथ से उन कद उभार सहलाते हुए एक हाथ की उंगली ओर अंगूठे को चुत ओर गाँड़ मद सके साथ अंदर डाल कर चुटकी से मसल रहे थे अंगूठा चूत में उंगली गाँड़ में डाल कर दबा रहे थे और अंदर ही दोनो को आपस मे मिलने की कोशिश कर रहे थे, मम्मी बार बार अपने कुल्हे उछाल रही थीं[img][/img] तभी अचनाक से अंकल के मोबाइल की घर घर सुनाई दी वो वाइब्रेशन मोड़ पर था, अंकल नर देखा तो पापा का फोन था, उन्होंने मम्मी को इशारा किया और फोन उठा लिया, हा भाई कैसा है, में ठीक हो रहा हु धीरे धीरे, समय लगेगा यार तू अभी कहाँ है, कभी कभी घर आ कर तेरी भाभी का ध्यान भी रख लिया के बेचारी अकेली है, अंकल बोले यार में तो फैक्ट्री ओर हु जैसे समय मिलेगा सके चक्कर लगा लूंगा, भाभी को बोलो फोन कर लेंगी कोई काम ही तो, पापा ने अंकल को थैंक्स बोला और फोन रख दीया, उन को क्या पता राजू अंकल नीचे ही बैठे है और मम्मी सोफे पर उन की गोद मे सिर रख कर नंगी लेटी है और अपनी चूत मसलवा रही है औऱ रात भर उन के तगड़े लन्ड से चुदवाएंगी, 2 घण्टे हो गए थे अंकल को मम्मी से फोरप्ले करते अब उन्हों ने मम्मी को गोद मे उठा लिया और बेडरूम में ले गये ओर मम्मी को पलँग पर उलटा लिटा दिए,[img][/img] ओर उन के पीछे आ कर मोटी गाँड़ सहला कर बोले रचना मेरी जान अब लन्ड डालूंगा, पहले चोदू या गाँड़ मारू, मम्मी बोली आप ही कि दासी हु आप ही के सामने नंगी घोडी बनी हुई हु, गाँड़ मारो या चोदो पर प्यार से, अंकल ने धीरे से अपना 10 इंच का लन्ड मम्मी की चूत में डाल दिया और उन के झूलते उभारो को कस कर अपना लन्ड चुत मे जड़ तक घुसा कर चोदना शुरू किया, रचना अभी चोद लेता हु, रात को गाँड़ मे दूंगा, जैसी आप की मर्जी , चोद लो अभी और अपना शरीर ढीला छोड़ दिया अंकल हुमच हुमच कर मम्मी को चोद रहे , पूरे कमरे में आआह ओऊह उईईईईईईईईईई ठप ठप सलोप सलोप की आवाज के साथ ही मम्मी की सिसकिया भी गूंज रही थी, अंकल का मोटा लन्ड सटासट चूत चौड़ी करते हुए उन के गर्भाशय पर टक्कर मार रहा था, मम्मी अपना सर पलँग पर इधर उधर पटक रही थी, ओर जोर से मेरे राजा, फाड़ दो मेरी चूत, उखाड़ लो मेरे थान, मसल डालो मेरी जवानी, आप की रंडी आप के सामने है, जो चाहे करो, अंकल उन को चोदते हुए बड़बड़ा रहे थे
तू माल है किसी औऱ का तुझे चोदता कोई और है,
कुछ देर बाद अंकल ने अपना लंड निकाल लिया, चलो मेरी जान सीधी हो जाओ, मम्मी सीधी हो गई अब अंकल ने उन को करवट से लेटा दिया खुद मम्मी के पीछे लेट गए औऱ उन की एक टांग अपने हाथों से उठा ली और पीछे से अपना लंड उन की कसी चुत में डाल दिया,[img][/img] चूत पहले ही पनीय चुकी थी इस लिए पूरा लन्ड एक ही बार मे गच्च की आवाज के साथ अंदर चला गया, आआह मेरे राजा जोर से चोदो अपनी रानी को, मजा आ रहा है, आप पूर्ण पुरुष है आप को पता है औरत को कैसे इज्जत के साथ चोदा जाता है कि वो मर्द के सामने नंगी हो कर भी गर्व महसूस करती है , अंकल अब सटासट उन को पीछे से चोद रहे थे, अचनाक अंकल रुक गए ओर लन्ड बहार निकाल लिया, मम्मी ने हैरानी से उन है देखा रुक क्यो गए राजा चोदो न, अंकल उठ कर ड्रेसिंग टेबल पर गए और सिंदूर ला कर मम्मी की मांग भर दी और माथे पर बिंदी लगा दी, मेरी जान मेरे बच्चे की माँ बनोगी, मम्मी ने तो शर्मा कर मुह छुपा लिया अंकल ने अब उन की सीधा लिटा दिया, रचना अपने पैर उठाओ मुझे अपना वीर्य सीधे बच्चेदानी के मुह पर ही छोड़ना है, मम्मी ने अपने पैर उठा के चोडें कर दिए और फैला कर अपनी जांघे अपने नाजुक हाथो से पकड़ ली ओर बोली लो मेरे राजा आप का माल तैयार हो कहा जाओ इस को,फाड़ दो,[img][/img] अंकल बोले नही मेरी जान फडूंगा नही प्यार से चोदूंगा, जीवन भर चोदना है इस को , मम्मी टाँगे उठाये आंखे बंद कर पलँग पर पड़ी थी, उन के बाल तकीये पर बिखरे हुए थे, अंकल अब उन के ऊपर आ गए, रचना एक बार मे डाल दु, दर्द तो होगा, चिल्लाओगी तब मम्मी बोली आप की ही अमनात हु अब यह चूत आप के लिए है जैसा चाहो आप उपयोग करो, अंकल ने अपना लन्ड चूत पर रख के जोर लगाया तो पट्ट की आवाज के साथ सुपाड़ा चूत के रसीले होठो को चीरता हुआ अंदर चला गया[img][/img] ,उइ माँ मर गयीं, मम्मी तड़प उठी पे अंकल रुके नही ओर पूरा लन्ड चुट में पेल दिया उन के आंड मम्मी की गाँड़ पर दस्तक दे रहे थे लो जान पुरा चला गया तैयार हो न, मम्मी आँखे बंद कर बोली हा राजा चोदो अपनी बीबी को दे तो एक बच्चा , अंकल ने उन के दोनों उभारो को मसलते हुए [img][/img]उन के होठो को चूमते हुए जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया, फच फच फच फच, ठप ठप ठप ठप, आआआआय्य्य्य्य्यीई मेरी माँ की मादक आवाज माहौल को ओर मादक बना रही थी मम्मी की चूड़ियां ओर पाजेब चोदने की रफ्तार से खनक रही थी, अंकल के भारी शरीर न उन का नाजुक शरीर दबोच रखा था और उसे रबर की गुड़िया की तरह रौंद रहे थे मम्मी की चूत का रस निकल के चादर गीली कर रहा था, धक्कों से उन की जांघे लाल हो गई थीं और उन्नत उभार एक दम कड़क हो चुके थे और मसलने रगड़ने की वजह से फूल कर ओर भी बड़े हो गए थे, क्या नजारा था पापा ऊपर सो रहे थे और उन की प्यारी पत्नी उन्ही के पलँग पर किसी ओर की हो चुकी थी और अपनी नंगी जवानी को किसी ओर के हवाले कर चुकी थी, में जा रहा हु मैरी जान मेरा वीर्य अपनी बच्चेदानी पर सक करो , है मेरे राजा छोड़ो मेरे अंदर, मम्मी बोली , अंकल ने 15 - 20 ताबड़तोड़ धक्कों के बाद अपना गर्म गर्म वीर्य मम्मी के चूत में सीधे उन की बच्चेदानी के मुह पर छोड़ दिया, 2 मिनट तक दोनों डिस्चार्ज होते रहे और कस कर एक दूसरे को पकड़े रहे, अपनी चूत कस कर सिकोड़ते हुए मम्मी एक एक बूंद निचोड़ रही था, फिर दिनों निढाल हो कर पड़ गए, श्याम के 7 बज रहे थे अंकल बोले एक घंटा सो जाते है मेरी जान फिर रात भर तुम्हारी जवानी को रगडना है और, उन का लन्ड मम्मी की चूत में ही था ओर वो मम्मी पर लेटे थे मम्मी ने अपनी बाहै अंकल की पीठ पर कस ली और दोनों ऐसे ही सो गए
रात की बात बाद में अभी इतना ही
सुबह सब अंकल सो कर उठ गए और मम्मी अभी भी सो रही थी [img][/img]क्योंकि 24 घंटे से आराम नही मिला था, शैलेश ओर मनोहर अंकल राजू से बोले यार अब हम चलते है दिन भर काम करके रात में आएंगे, ठीक है रचना उठ जाए तो में भी चलता हु ,दोनो चले गए और राजू अंकल मम्मी के गालो को थपथपा कर बोले उठो जानू अब में जाता हूं तुम फ्रेश हो लो दोपहर को आऊंगा, कोई काम ही तो फोन कर देना ओर उन को चूम कर बोले जानू नाहा लो लेकिन बिल्कुल मेकअप मत करना बस नहा के ऐसी ही रहना ओर वो चले गए, मम्मी भी अब सब से पहले पापा के पास गई उन को दूध और नास्ता दिया, नीचे आ कर फ्रेश हो कर नहाने चली गई बाथ टब में गर्म पानी भर के शरीर की थकान उतारी ओर फिटकरी के पानी से अपनी चूत 10 मिनट तक डुबो कर बैठी रही क्यो की उन का पता था अंकल को टाइट चूत ही पसंद है, अब मम्मी को भी कही न कही अच्छा अहसाह होता था जब अंकल उन को चोदते हुए उन की टाइट चूत ओर कड़क उभारो की तारीफ करते थे, नहाने के बाद उन्हों ने नई ब्रा पेन्टी पहन के सलवार सूट पहन लिया, जैसा कि अंकल ने बोला था कोई मेकअप नहो किया बालो को भी खुला छोड़ दिया वे जल्दी से खाना बनाने मे जुट गई, उन की पता था कि राजू अंकल आ गए तो समय नही देंगे, करीब 11.30 बजे उन्होंने पापा को खाना दे दिया पापा पूछ रहे थे राजू आया क्या, मम्मी बोली नही शायद ही आयंगे जरूरत होगी तो फोन कर बुला लुंगी आप खाना और दवाई खा कर सो जाओ, ओर दरवाजा बंद कर नीचे आ गई, मम्मी ने मेकअप नही किया था पर बालो की ढीली चोटी बना ली थी, उन्हों बिंदी भी नही लगाई थी ओर मांग भी नही भारी थी सिर्फ हाथ पैरो पर क्रीम लगा कर चिकने किये थे, लग रहा थे वो भी राजू अंकल के आने का इंतज़ार कर रही थी शायद वो भी अंकल के मोटे हथियार और उन के संभोग के तरीके को पसंद करने लगी थी, सब काम जल्दी निबटा लिया था और बेचैन हो कर बार बार दरवाजे की ओर देख रही थी, करीब एक बजे अंकल आये मम्मी रोष में उन को देख रही थी, अंकल मुस्कुराए ओर बोले वाह मेरी जान कुवारी कन्या लग रही हो और उन को कस कर बाहों में भर लिया 10 मिनट तक दोनों ऐसे ही खड़े रहे मम्मी उन के सीने में अपना मुह छुपाए आँखे बंद कर चुप चाप अंकल के मजबूत बाहो में सिमटी रही अंकल सलवार में कसे उन के उन्नत कूल्हों पर हाथ फेरते रहे, फिर बोले खाना खा लिया क्या, नही मम्मी बोली आप का इंतज़ार कर रही थी, फिर दोनों टेबल पे आ गए, खाते हुए भी अंकल मम्मी की गदराई जांघों को सहला रहे थे मम्मी चुप चाप खा रही थी, फिर वो बर्तन उठा कर किचन में साफ करने लगी, सलवार कुरते में उनके उन्नत उभार गजब के टाइट लग रहे थे, मम्मी सिंक में बर्तन साफ कर रही थी अंकल मम्मी के पीछे खड़े हो गए ओर उन की बगलों में से हाथ डाल के कुर्ते के ऊपर से ही थाम लिया ओर मसले लगे उन का लन्ड मम्मी के हिप्स पर रगड़ खा रहा था मम्मी थोड़ा कसमसाई फिर चुप चाप अपना काम करती रही और अंकल भी उन का बदन सहलाते रहे उन की गर्दन चूमते रहे, मम्मी का काम खत्म हुआ तब अंकल ने उन को गोद मे उठा लिया और ड्राइंग रुम में ले जा के सोफे पर बैठ गए, मम्मी का सिर अंकल की गोद मे था बाकी शरीर सोफे पर था अब अंकल ने कुरते पर से है उन के उभार थाम लिए ओर अपना मुह मम्मी के मुह पर झुका दिया, मम्मी की आंखे बंद थी उन के गर्म सांसो के साथ उन के उभार ऊपर नीचे हो रहे थे जिन्हें अंकल ने कब्जा रखा था वो प्यार से मम्मी के होंठ चूस रहे थे, [img][/img]आआह मेरी जान इस सलवार कुरते में बिना मेकअप के तुमहारा गदराया बदन कयामत बरपा रहा है, अच्छा लग रहा है न रचना मेरी जान, मम्मी ने धीरे से सिर हिला के हामी भरी,आप की बाहों में अच्छा लगता है आप प्यार से चोदते हो मुझे बाकी सभी तो बलात्कार करते है, आप उन को क्यो बुलाते हो, अंकल बोले मेरी जान वो भी तुम्हारे पति के दोस्त है में मना नही कर सकता पर आज नही बुलाऊंगा कोई बहाना बना दूंगा, आज तुम सिर्फ मेरी हो,इतने प्यार से तुम्हे चोदूंगा की तुम्हारे पति ने भी नही चोदा होगा, मम्मी शर्मा गई, बोली औरत को चुदने के लिए ही बनाया है भगवान ने पर कोई प्यार से औऱ इज्जत दे कर चोदे तो अच्छा लगता है, अंकल खुश हो गए, मेरी जान आज तो तुम जान ही ले लोगी मेरी,मम्मी बोली नही आप ऐसा मत बोलिए में आप को पूरी तरह समर्पित हु जैसा चाहो मुझ से खेलो जब तक चाहो जितनी तरह से चाहो चोद लो, मेरी चूत आप की है, अंकल ने कसमसा कर मम्मी का मुह दोनो हाथो में ले कर उन का माथा चुम लिया, मम्मी ने अपना शरीर ढीला छोड़ के आँखे बंद कर ली और अपने को पूरी तरह अंकल के हवाले कर दिया, अंकल कुरते के ऊपर से है मम्मी के दोनों उभारो को प्यार से दबा रहे थे, मसल रहे थे [img][/img]और उन के होठों को अपने होठो से चुम रहे थे, 10 मिनट तक वो ऐसे ही मम्मी को प्यार करते रहे फिर बोले रचना मेरी जान दूध पिलाओ न अपने थनों से, मम्मी धीरे से बोली आप के हाथ मे ही तो है निचोड़ लीजिए न, अब अंकल ने धीरे से मम्मी का कुर्ता उतारना शुरू किया मम्मी ने अपने दोनों हाथों को उठा के अंकल के लिए सुविधा कर दी, कुर्ता उतरते ही नई ब्रा में कसे उभार जैसे खुली हवा में सांस लेने लगे, अरे वाह मेरी जान नयी ब्रा, मम्मी शर्मा गयी हॉ आप के लिए ही पहनी है आप उतार दीजिए न, ठहरो मेरी जान अपनी सलवार तो उतारने दो कहते हुए अंकल ने सलवार का नाड़ा खोल दिया और प्यार से मम्मी की मोटी मोटी जांघों से नीचे सरकने लगे फिर टांगों से अलग कर दी अब अंकल मम्मी का सर गोदी से उठा कर खड़े हो गया और अपने कपड़े भी उतार दिए फिर मम्मी की चड्डी खीच कर उतार दी और ब्रा भी उतार दी अब मम्मी नंगी अंकल के सामने सोफे पर लेटी थी और अंकल भी नंगे अपना 10 फुट का लण्ड हाथ मे ले कर खड़े थे, वो फिर मम्मी का सर अपनी गोद रख कर बैठ गए अब अपना मुह उन के एक उभार पर रख कर दोनो हाथो से दबा के निपल चूसने लगें मम्मी आहे भर रही थी और अंकल बारी बारी से उन के दोनों उभारो को निचोड़ रहे थे, एक से दूध पीते तो दूसरे को मसलते, उभार लाल हो गए थे निपल कड़क हो गए थे,करीब 15 मिनट बाद अंकल ने उभारो को पूरा निचोड़ कर रख दिया, आआह रचना मजा आ गया, कल सुबह की चाय इसी थन के दूध की पी कर जाऊंगा, मम्मी मुस्कुराई आप थन काढ़ लेना में बना दूंगी, अब अंकल मम्मी की गोरी गदराई मोटी मोटी U पर हाथ फिराने लगे, आआह मेरी जान कितनी चिकनी है केले के तने जैसी, इन पर कूदने में डनलप के गद्दे का अहसास होता है, मम्मी बोली तो आप कूद लो न, कुचल दो अपनी मजबूत जांघो से , आआह रचना आज कितनी प्यारी बातें कर रही हो, चोदने सर पहले तुमहरे गदराए बदन से खेलने में ओर नशा आ रहा है, अब चूत का हाल चाल भी पूछ लू, मम्मी ने अपनी जांघ थोड़ी चौडी कर दी उन का सिर अब भी पापा की गोद मे था और पैर सोफे पर सीधे पड़े थे, लो मेरे सनम, पुचकार लो मेरी सौतन को इसी की वजह से तुम पांचो मुझे घोड़ी बना के सवारी करते रहते हो, चुदती यह है और मेरा कचुम्बर निकल जाता है, अंकल मम्मी की बातों से उत्तेजित हो रहे थे, रचना मुह खोलो अपना, मम्मी ने रसीले अधर खोल दिये और अंकल ने अपनी जीभ उन के मुह में डाल दी और उन की जीभ चुसते हुए एक हाथ से स्तन मसलते हुए दूसरे हाथ की उँगली मम्मी की चूत के होठो के बीच मसलने लगे आआह मेरी जान क्या मस्त माल है कहते हुए अपनी उंगली अंदर घुसा दी, आआह मम्मी सिसकने लगी, उंगली भी फंस कर जा रही थी,[img][/img] अंकल बोले जान मेरी चूत कितनी चुदती है फिर भी टाइट है, मम्मी धीरे से बोली आज खास आप के लिए फिटकरी ट्रीटमेंट लिया है आप को कसी हुई पसन्द है न, वाह मेरी जान कितना ख्याल रखती हो मेरी पसंद का एंकल बोले, चिंता मत करो में सुबह तक चोद चोद कर फिर ढीली कर दूंगा बस तुम साथ देती रहना, मम्मी बोली में कहा जा रही हु, यही आप की टांगो के नीचे दबी पड़ी रहूंगी, कर लेना जो करना हो, इतनी देर में चूत गीली हो गई थी अंकल ने उंगली बाहर निकाल कर गाँड़ में डाल दी और अंगूठा चूत में डाल दिया, मम्मी चिंहुक पड़ीं धीरे, गाँड़ को आदत नही है केवल 2 बार मारी है मनहोर भइया ने, राजू अंकल मम्मी के रसीले होठों को चूम के एक हाथ से उन कद उभार सहलाते हुए एक हाथ की उंगली ओर अंगूठे को चुत ओर गाँड़ मद सके साथ अंदर डाल कर चुटकी से मसल रहे थे अंगूठा चूत में उंगली गाँड़ में डाल कर दबा रहे थे और अंदर ही दोनो को आपस मे मिलने की कोशिश कर रहे थे, मम्मी बार बार अपने कुल्हे उछाल रही थीं[img][/img] तभी अचनाक से अंकल के मोबाइल की घर घर सुनाई दी वो वाइब्रेशन मोड़ पर था, अंकल नर देखा तो पापा का फोन था, उन्होंने मम्मी को इशारा किया और फोन उठा लिया, हा भाई कैसा है, में ठीक हो रहा हु धीरे धीरे, समय लगेगा यार तू अभी कहाँ है, कभी कभी घर आ कर तेरी भाभी का ध्यान भी रख लिया के बेचारी अकेली है, अंकल बोले यार में तो फैक्ट्री ओर हु जैसे समय मिलेगा सके चक्कर लगा लूंगा, भाभी को बोलो फोन कर लेंगी कोई काम ही तो, पापा ने अंकल को थैंक्स बोला और फोन रख दीया, उन को क्या पता राजू अंकल नीचे ही बैठे है और मम्मी सोफे पर उन की गोद मे सिर रख कर नंगी लेटी है और अपनी चूत मसलवा रही है औऱ रात भर उन के तगड़े लन्ड से चुदवाएंगी, 2 घण्टे हो गए थे अंकल को मम्मी से फोरप्ले करते अब उन्हों ने मम्मी को गोद मे उठा लिया और बेडरूम में ले गये ओर मम्मी को पलँग पर उलटा लिटा दिए,[img][/img] ओर उन के पीछे आ कर मोटी गाँड़ सहला कर बोले रचना मेरी जान अब लन्ड डालूंगा, पहले चोदू या गाँड़ मारू, मम्मी बोली आप ही कि दासी हु आप ही के सामने नंगी घोडी बनी हुई हु, गाँड़ मारो या चोदो पर प्यार से, अंकल ने धीरे से अपना 10 इंच का लन्ड मम्मी की चूत में डाल दिया और उन के झूलते उभारो को कस कर अपना लन्ड चुत मे जड़ तक घुसा कर चोदना शुरू किया, रचना अभी चोद लेता हु, रात को गाँड़ मे दूंगा, जैसी आप की मर्जी , चोद लो अभी और अपना शरीर ढीला छोड़ दिया अंकल हुमच हुमच कर मम्मी को चोद रहे , पूरे कमरे में आआह ओऊह उईईईईईईईईईई ठप ठप सलोप सलोप की आवाज के साथ ही मम्मी की सिसकिया भी गूंज रही थी, अंकल का मोटा लन्ड सटासट चूत चौड़ी करते हुए उन के गर्भाशय पर टक्कर मार रहा था, मम्मी अपना सर पलँग पर इधर उधर पटक रही थी, ओर जोर से मेरे राजा, फाड़ दो मेरी चूत, उखाड़ लो मेरे थान, मसल डालो मेरी जवानी, आप की रंडी आप के सामने है, जो चाहे करो, अंकल उन को चोदते हुए बड़बड़ा रहे थे
तू माल है किसी औऱ का तुझे चोदता कोई और है,
कुछ देर बाद अंकल ने अपना लंड निकाल लिया, चलो मेरी जान सीधी हो जाओ, मम्मी सीधी हो गई अब अंकल ने उन को करवट से लेटा दिया खुद मम्मी के पीछे लेट गए औऱ उन की एक टांग अपने हाथों से उठा ली और पीछे से अपना लंड उन की कसी चुत में डाल दिया,[img][/img] चूत पहले ही पनीय चुकी थी इस लिए पूरा लन्ड एक ही बार मे गच्च की आवाज के साथ अंदर चला गया, आआह मेरे राजा जोर से चोदो अपनी रानी को, मजा आ रहा है, आप पूर्ण पुरुष है आप को पता है औरत को कैसे इज्जत के साथ चोदा जाता है कि वो मर्द के सामने नंगी हो कर भी गर्व महसूस करती है , अंकल अब सटासट उन को पीछे से चोद रहे थे, अचनाक अंकल रुक गए ओर लन्ड बहार निकाल लिया, मम्मी ने हैरानी से उन है देखा रुक क्यो गए राजा चोदो न, अंकल उठ कर ड्रेसिंग टेबल पर गए और सिंदूर ला कर मम्मी की मांग भर दी और माथे पर बिंदी लगा दी, मेरी जान मेरे बच्चे की माँ बनोगी, मम्मी ने तो शर्मा कर मुह छुपा लिया अंकल ने अब उन की सीधा लिटा दिया, रचना अपने पैर उठाओ मुझे अपना वीर्य सीधे बच्चेदानी के मुह पर ही छोड़ना है, मम्मी ने अपने पैर उठा के चोडें कर दिए और फैला कर अपनी जांघे अपने नाजुक हाथो से पकड़ ली ओर बोली लो मेरे राजा आप का माल तैयार हो कहा जाओ इस को,फाड़ दो,[img][/img] अंकल बोले नही मेरी जान फडूंगा नही प्यार से चोदूंगा, जीवन भर चोदना है इस को , मम्मी टाँगे उठाये आंखे बंद कर पलँग पर पड़ी थी, उन के बाल तकीये पर बिखरे हुए थे, अंकल अब उन के ऊपर आ गए, रचना एक बार मे डाल दु, दर्द तो होगा, चिल्लाओगी तब मम्मी बोली आप की ही अमनात हु अब यह चूत आप के लिए है जैसा चाहो आप उपयोग करो, अंकल ने अपना लन्ड चूत पर रख के जोर लगाया तो पट्ट की आवाज के साथ सुपाड़ा चूत के रसीले होठो को चीरता हुआ अंदर चला गया[img][/img] ,उइ माँ मर गयीं, मम्मी तड़प उठी पे अंकल रुके नही ओर पूरा लन्ड चुट में पेल दिया उन के आंड मम्मी की गाँड़ पर दस्तक दे रहे थे लो जान पुरा चला गया तैयार हो न, मम्मी आँखे बंद कर बोली हा राजा चोदो अपनी बीबी को दे तो एक बच्चा , अंकल ने उन के दोनों उभारो को मसलते हुए [img][/img]उन के होठो को चूमते हुए जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया, फच फच फच फच, ठप ठप ठप ठप, आआआआय्य्य्य्य्यीई मेरी माँ की मादक आवाज माहौल को ओर मादक बना रही थी मम्मी की चूड़ियां ओर पाजेब चोदने की रफ्तार से खनक रही थी, अंकल के भारी शरीर न उन का नाजुक शरीर दबोच रखा था और उसे रबर की गुड़िया की तरह रौंद रहे थे मम्मी की चूत का रस निकल के चादर गीली कर रहा था, धक्कों से उन की जांघे लाल हो गई थीं और उन्नत उभार एक दम कड़क हो चुके थे और मसलने रगड़ने की वजह से फूल कर ओर भी बड़े हो गए थे, क्या नजारा था पापा ऊपर सो रहे थे और उन की प्यारी पत्नी उन्ही के पलँग पर किसी ओर की हो चुकी थी और अपनी नंगी जवानी को किसी ओर के हवाले कर चुकी थी, में जा रहा हु मैरी जान मेरा वीर्य अपनी बच्चेदानी पर सक करो , है मेरे राजा छोड़ो मेरे अंदर, मम्मी बोली , अंकल ने 15 - 20 ताबड़तोड़ धक्कों के बाद अपना गर्म गर्म वीर्य मम्मी के चूत में सीधे उन की बच्चेदानी के मुह पर छोड़ दिया, 2 मिनट तक दोनों डिस्चार्ज होते रहे और कस कर एक दूसरे को पकड़े रहे, अपनी चूत कस कर सिकोड़ते हुए मम्मी एक एक बूंद निचोड़ रही था, फिर दिनों निढाल हो कर पड़ गए, श्याम के 7 बज रहे थे अंकल बोले एक घंटा सो जाते है मेरी जान फिर रात भर तुम्हारी जवानी को रगडना है और, उन का लन्ड मम्मी की चूत में ही था ओर वो मम्मी पर लेटे थे मम्मी ने अपनी बाहै अंकल की पीठ पर कस ली और दोनों ऐसे ही सो गए
रात की बात बाद में अभी इतना ही