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Adultery अंकल ने कोरोना मे मम्मी का फायदा उठाया
#1
अंकल ने पापा के कोरोना होने का फायदा उठाया
होली को गए 2 महीने बीत चुक्के थे, अचनाक एक रात पापा की तबीयत खराब हुई उन की बहुत तेज बुखार था, मम्मी घबरा गई और वन्दना भाभी को फोन किया, वन्दना बोली भाभी आप रो मत में अभी राजू को भेजती हु, रात 3 बजे राजू अंकल आये और पापा को हॉस्पिटल ले गए मम्मी भी साथ थी वहां उन का इलाज चालू हुआ और नियम के अनुसार कोरोना टेस्ट भी हुआ जिस की रिपोर्ट दोपहर 2 बजे आनी थी,सभी इंतज़ार कर रहे थे वो पॉजिटिव आ गई मम्मी घबरा गई पर अंकल ने डॉक्टर से बात की ओर पापा को होम क्व लवारन्टीन में लिए मना लिया क्यो के ज्यादा तकलीफ नही थी , 3 बजे उन को ले कर घर आ गये और ऊपर वाले बेडरूम में उन को शिफ्ट कर दिया ( जिस में जन्मदिन वाले दिन मम्मी की चुदाई हुई थी) ,पापा को 14 दिन कमरे से बाहर नही निकलना था अब उन को दवाई दे कर बोले राजू अब में जा रहा हु काम हो तो फोन करवा देना और कमरा बन्द कर दिया, अंकल बोले चलो रचना नीचे औऱ उन्होंने मम्मी की अपने कंधे पर उठा लिया, मम्मी कसमसा कर बोली क्या कर रहे हो छोड़िये न पर अंकल उन को उठा कर सीडी से नीचे उतरने लगे, उल्टे हाथ से मम्मी की  जांघों को जकड़ रखा था, मम्मी के कुल्हे अंकल के कंधे पर थे, उन का मुह ओर हाथ अंकल की पीठ पर लटक रहे थे बूब्स भी पीठ से टकरा रहे थे, अंकल उन के मांसल कूल्हों को एक हाथ से सहला रहे थें, नीचे आ कर उन्होंने मम्मी को फर्श पर उतार दिया और बाहों में भर लिया, मेरी जान आज 2 महीने बाद बाहों में आई हो कसम से बहुत दिन बाद हाथ लगी हो सब कसर निकाल लूंगा, पर मम्मी उदास थी, छोड़िये उन को जूस देना है खाना भी बनाना है सुबह से भूखी हु आप तो घर जा के खा लोगे भाभी ने बना रखा होगा, धन्यवाद आप के मदद का, जरूरत होगी तो में फोन कर दूंगी वन्दना को , अंकल हँसे, मेरी जान तुम जूस निकलो ओर अपने पति को पिलाओ मै अपना जूस तुम्हे पिलाऊंगा खाना बाजार से मंगा लेता हूं और रही बात मदद की तो वो में तुम्हारे गदराए यौवन से वसूल लूंगा में कही नही जा रहा हु अभी, मम्मी जूस बना कर पापा को देने गयी, पापा ने दरवाजा खोल के ले लिया और थकी आवाज में बोले राजू गया क्या, बिचारा रात से जगा था वो मेरा सच्चा दोस्त है, मम्मी दबी आवाज में बोली हाँ गए कल आयंगे आप आराम कीजिये और दरवाजा बन्द कर वापास नीचे आ गयी तब तक खाना भी आ चुका था,मम्मी खाना टेबल पर लगाने लगी अंकल बोले जान एक ही थाली में परोसो,  मम्मी समझी शायद अंकल नही खायंगे, ओर  कुर्सी पर बैठने लगी तभी अंकल ने उन की कमर में हाथ डाल के खीच लिया, रचना मेरी जान मेरी गोदी में बैठो दोनो साथ मे खायंगे, मम्मी शर्मा गई अब अंकल ने प्यार से मम्मी की मांसल जांघों पर हाथ फेरते हुए खाना शुरू किया , मम्मी ने भी शर्माते हुए धीरे धीरे खाना शुरू किया उधर अंकल प्यार से उन के कूल्हों औऱ जांघो को सहला रहे थे साड़ी के ऊपर से ही मम्मी के चूत को अपनी मुट्ठी  में भर लिया मम्मी चीहुक उठी ईईई, क्या कर रहे , कुछ। नही मेरी जान  तुम खाती रहो तब तक मे भी अपनी चिड़िया का मिजाज देख लेता हूं, और हंसते हुए जोर से रगड़ दिया, उइ मेरी माँ खाने तो दो, मम्मी  उठ कर हाथ धोने चली गयी तब तक अंकल ने उसी थाली में खाना शुरू कर दिया था साथ ही अपनी पैंट खोल दी मम्मी आयी और बोली अब में सोने जा रही हु आप खा लो पर अंकल ने उन का हाथ पकड़ के खिंचा ओर बोले मेरी जान कोरोना से बचने के लिए दिन में 3 बार तुम को एनेर्जी ड्रिंक की जरूरत है  कहते हुए मम्मी की गरदन पकड़ कर अपनी गोद मे झुका दिया  [img][Image: 169367423_screenshot_2020-10-24-23-01-24...player.jpg][/img],लो रचना चुसो इसे, मम्मी अनिच्छा से घुटनों के बल बैठ गयी और अंकल ने पूरा लन्ड उन के मुह में डाल दिया, अब वो खाना खा रहे थे और मम्मी का मुह चोद रहे थे,[img][Image: 169367534_screenshot_2020-10-24-23-00-12...player.jpg][/img] मम्मी उन की कमर पकड़ कर अपना मुह आगे पीछे कर रही थी, इधर अंकल का खाना खत्म हुआ उधर वो झड़ने को हुए, दोनो हाथो से मम्मी का मुह पकड़ कर जोर जोर से चोदने लगे और आआह भरते हुए अपनी पूरा लन्ड मम्मी के मुह में दबा दिया जो उनके हलक तक उतर गया और अपना वीर्य उन के हलक में छोड़ने लगे 2 मिनट तक वो स्खलित होते रहे और मम्मी घूट भरती रही फिर अंकल अलग हुए और मम्मी भी उठने लगी तो वो बोले रचना इसे चाट कर साफ करो, मम्मी को करना पड़ा , 4 बज रहे थे मम्मी बहुत थकी थी , राजू अब जाने दो में सोने जा रही हु अंकल ने उन को गोद मे उठा कर पलँग पर लिटा दिया तो सो जाओ मेरी जान जब तक मे तुम्हारी रसीली चूत का रस पी लू, अरे नही मम्मी रुआंसी हो गई , आप रात को चोद लेना प्लीज़ अभी नही, पर अंकल बोले रात को तो चुदना ही है तुम को अभी एक राउंड तो होगा ही  तुम पड़ी रहो, आदमी और औरत में यही तो फर्क है आदमी को तैयार होना पड़ता है पर औरत को तो सिर्फ अपनी टाँग हो खोलनी है चूत हमेशा तैयार रहती है चुदाई के लिए, अब उन्होंने मम्मी की साड़ी खोल दी और सीधा लिटा दिया मम्मी  आंख बंद कर बुदबुदा रही थी आराम तो करने दो न , मेरे घर मे यह सब ठीक नही है, पति बीमार है और आप उन की पत्नी के बदन से उसी के घर मे  उन्ही के बिस्तर पर प्यार कर रहे हो, अंकल बोले रचना मेरी जान, शादीशुदा घरेलू औरत को उसी के घर मे उसी के पति के बिस्तर पर चोदना, यह ख्वाब सब का होता है पर मौका किसी किसी को ही मिलता है, में खुशनसीब हु अब 14 दिन तक तुम्हे ऐसे ही हर आसान में चुदोगी याद है न फर्म हॉउस पर 5 दिन नंगी रही थी अब यहाँ भी रहोगी सिर्फ तुम्हारे पति के पास खाना पानी और जूस देने जाओगी तब गाउन पहन लेना चलो अब मुझे प्यार करने दो, अब अंकल ने मम्मी के ब्लाऊज़ के बटन खोल के धीरे से उन की सुडौल बाहों से उतार दिया, पेटिकोट का नाडा खोल कर उस को मम्मी की गोरी टाँगों से निकाल कर पलँग के नीचे फेंक दिया अब मम्मी ब्रा पैंटी में थी अंकल उन को अपनी बाहों में ले कर लेट गए , मम्मी ने उन के चोडें सीने में अपना मुह छुपा लिया और आंखे बंद कर ली, अंकल प्यार से उन के गाल, माथा ओर आंखे चुम रहे थे उन की गर्दन पर अपने होठ फिरा रहे थे, उन के कन्धों को चूम रहे थे , एक हाथ से उन के उभारो को ब्रा के ऊपर से दबा रहे थे, दूसरा हाथ मम्मी की मांसल, गोरी ओर मोटी मोटी जांघो पर फिरा रहे थे और पेंटी के ऊपर से उन की मखमली चूत मसल रहे थे, कुछ थकान और कुछ अंकल के प्यार से सहलाने की वजह से मम्मी सो गई, अंकल ने धीरे से उन को सीधा कर अपनी बाहों से आजाद कर दिया और खुद खड़े हो कर अपने कपड़े उतारने लगे, वो मम्मी का अप्सरा समान सुंदर बदन ब्रा ओर पेंटी में अंकल के सामने पड़ा था, उभार सांसो के साथ ऊपर नीचे हो रहे थे, उन का मासूम चेहरा अंकल को ओर उत्तेजित कर रहा था, अब अंकल मम्मी के ऊपर आ गए और धीरे से अपने हाथ उन के पीठ पर सरका कर उन के ब्रा का हुक खोल दिया, स्प्रिंग की तरह ब्रा उन की उभारो से उछल गयी और मम्मी के दूधिया उभार कैद से आजाद हो गए, धीरे से अंकल ने ब्रा मम्मी के  कंन्धो से अलग कर नीचे फेंक दी, आआह मेरी जान क्या कड़क मुम्मे है तेरे, अब अंकल नीचे पैरो के तरफ आये और धीरे से चड्डी मम्मी के कूल्हों से सरका कर टांगो में से अलग कर दी [img][Image: 169367699_aw-1.jpg][/img]
अब मम्मी नितांत नंगी उन के सामने पड़ी सो रही थी, अंकल अब उन पर लेट गए और दोनो उभारो को कस लिया [img][Image: 169368280_screenshot_2020-10-18-19-22-36...player.jpg][/img]और उन को प्यार से चूमने लगे, निपल को धीरे धीरे बाईट करते हुए  हाथ की उंगली ओर अंगूठे से मसलने लगे, अपनी विशाल हथेली में दबोच कर उन को दांतों से काटने लगे, नींद में ही मम्मी का शरीर वासनामय हो रहा था और वो धीरे धीरे आहे भर रही थी, अब अंकल ने मम्मी की जांघों को फैला दिया, मम्मी की रसीली चूत थोड़ी खुल गईं अंकल उन की चूत के होठो को उंगली से खोल कर अंदर लाल रंग के छोटे से छेद में अपनी जीभ डाल कर अंदर बाहर करने लगे मम्मी नींद में ही आहे भर रही थी , कुछ देर उन की चूत ओर जांघो को हाथो से मसलते हुए अब अंकल उन पर लेट गए और मम्मी के कान में धीरे से बोले रचना मेरी जान अब में तुम्हे चोदने वाला हु तुम्हारे ही बिस्तर पर, मम्मी नींद में आंख भी नही खोल पा रही थी सिर्फ आहे भर रही थी , अंकल ने अब अपनी लन्ड मम्मी की चोडी टांगों जे बीच लपलपाती चुट पर रगड़ना शुरू कर दिया ,चूत पनीया गई ओर अंकल का लन्ड भी कठोर हो गया, उस का सूपड़ा किसी पेपर वेट की तरह लग रहा था और पूरा लन्ड एक छोटे से बेट की तरह, अंकल ने एक हाथ से मम्मी की चूत के लिप्स खोले ओर दूसरे हाथ से अपना सूपड़ा छेद पर रख कर जोर लगाया पर वो फिसल गया , मुठ्ठी जैसा सूपड़ा छोटी चूत में जा ही नही रह था तब उन्होंने ड्रेसिंग टेबल से क्रीम उठा कर अपने लंड ओर मम्मी की चूत पर लगा दी ओर अब की बार जोर लगाया टिचुक की आवाज के साथ सूपड़ा अंदर चला गया[img][Image: 169368516_screenshot_2020-10-19-17-30-57...player.jpg][/img] मम्मी दर्द से तड़प उठी, उन के नींद खुल गई और अंकल ने उन का मुह अपने हाथों से दबा दिया रचना चिल्लाओ मत अपने ही घर मे हो पति ऊपर सो रहा है, चुप चाप टाँगे फैला कर पड़ी रहो मै प्यार से चोदूगा मम्मी ने अपना शरीर ढीला छोड़ दिया, अंकल ने उन के उभारो को थाम लिया और एक जोर का शॉट मार तो पूरा लन्ड सरसराता हुआ मम्मी की किसी चूत में चला गया , हो गया मेरी जान तुम सो जाओ एक घंटे, में ऐसे ही तुम्हारी चूत चोदता रहूंगा ओर धीरे धीरे  दुधिया उभारो को मसलते हुए उन के नाजुक होठो को चुसते हुए अपना लन्ड गुलाबी चूत में अंदर बाहर करने लगे, मम्मी का नाजुक लेकिन गदराया हुआ बदन अंकल के पहाड़ जैसे बदन के नीचे चुप गया था वो नींद में बड़बड़ा रही थी प्लीज् छोड़ दो न ओर अपना सिर इधर उधर पटक रही थी, उन कर बाल तकीये ओर बिखर गए थे, बिंदी ओर सिंदूर भी फैल गए था मुह थोड़ा खुला था और अधर कांप रहे थे, अंकल उन के मुह में अपनी जीभ डाल कर मम्मी को चूसा रहे थे और उन की जीभ चूस रहे थे, हमममममममममम की आवाज के साथ अंकल का मूसल मम्मी की चूत में तूफान मचा रहा था, चुत का छल्ला एक दम लन्ड पर कस गया था और लन्ड को पूरे जोर से रगड़ रहा था जिस से अंकल को ओर भी आनंद आ रहा था, रचना मेरी जान बहुत टाइट हो लन्ड छिल गया है, उन्हों ने करीब एक घंटा धीरे धीरे चोदने के बाद अंकल ने अब मम्मी को तूफान की गति से चोदना शुरू कर दिया, [img][Image: 169368694_screenshot_2020-10-19-17-28-39...player.jpg][/img]उन्होंने मम्मी के दोनों हाथ की कलाई अपने हाथों मे दबोच रखी थी जिस से चूड़ियाँ टूट रही थी औऱ नकल डालने भारी कूल्हों को मम्मी की जांघ पर पटक रहे थे ठप ठप ठप ठप की आवाज कमरे में गूंज रही थी, अंकल पापा का नाम ले कर बड़बड़ा रहे थे ले साले तेरी लुगाई मेरे सामने नंगी पड़ी है और मेरे लन्ड से चुद रही है, आगे भी चुदने वाली ही, आआह रचना मेरी जान जय हो कोरोना की जो तुम्हारी चुत दिलवा दी मम्मी कसमसा रही थी और अंकल के भारी शरीर के नीचे दबी हुई अपनी टाँगे खोले चुप चाप चुदवा रही थी [img]<a href=[/img][Image: 169368757_screenshot_2020-10-21-21-42-27...player.jpg]" />करीब श्याम 6 बजे तक अंकल उन पर लेटे हुए  भरपूर चुदाई कर रहे थी फिर अपना वीर्य उन के गर्भाशय मे छोड़ कर अलग हट गए, मम्मी उसी तरह  हाथ पैर फैलाये नंगी पलँग पर सो गई कुछ नींद ओर कुछ चुदाई की थकान की वजह से सो गई अंकल ने ब्रा से उन का लन्ड साफ किया और पेन्टी से मम्मी की चूत साफ के फिर बोतल ले के उन्ही के पास कुरसी ओर बेठ गए और पीते हुए मम्मी के दूधिया बदन निहारते रहे 8 बजे उन्होंने शैलेश ओर मनोहर अंकल को फोन किया, आ जाओ यारो रचना के घर आज रात उस की जवानी का रस उसी के घर मे चूस लो, शैलेश बोले क्या बात कर रहे हो भाई मजाक तो नही कर रहे, नहीं यार  अभी यही बैठा हूँ एक बार चोद चुका हूं , मेरे सामने ही पलँग पर नंगी पड़ी है तुम भी चोद लो , खाना लेते आना, भाई अभी आधे घण्टे में पहुच रहे है, मम्मी तो गहरी नींद में थी दोनो अंकल अंदर आये औऱ मम्मी की नंगी जवानी देख कर होठ पर जीभ फिराने लगें, यार होली पर तो 20-20 खेलना पड़ा पर आज टेस्ट मैच खेलेंगे इस कि चिकनी पिच पर ओर तीनो मम्मी के सिहराने बैठ के पीने लगें ओर मम्मी के जागने का इंतजार करने लगें,
बाकी रात की कहानी अगली बार

अंकल ने कोरोना का फायदा उठाया- पार्ट 2

रात को 9 बज रहे थे, मम्मी ने आँखे खोली, तीनो पलँग के पास कुर्सी पर बैठे इसी का इंतज़ार कर रहे थे अब तक वो खाना खा चुके थे फुल नशे में थे, आंख खुली तो मम्मी सकपका गई अरे भइया आप लोग, हां मेरी जान उठो मत यू ही लेटी रहो ओर थोड़ी देर अपनी नंगी जवानी का दीदार करने दो, मम्मी बोली उन को खाना देना है अभी जाने दो न, अच्छा मेरी जान, जाओ पर जल्दी आ जाना तेरे हुस्न का भोग लगाने का सब्र नही हो रहा मेरी जान, मम्मी शर्मा कर भाग गई और गाउन पहन के टेबल पर रखे खाने को पापा को देने चली गई, बेल बजने पर पापा ने खाना ले लिया, कैसे है आप ,मम्मी ने पूछा, में ठीक हो जाऊंगा चिंता मत करो पापा बोले पर तुम  थकी हुई लग रही हो अब कोई काम नही है टेबलेट ले कर सो जाओ, मम्मी मन ही मन सोच रही थी, सोना नसीब में कहां, ओर टेबलेट तो रात भर मुह मै ओर चूत में लेनी है , पापा ने खाना खा लिया तब तक मम्मी वही दरवाजे पर खड़ी रही फिर बरत ले के बोली में जा रही हु आप बन्द कर सो जाओ कोई काम हो तो मोबाइल कर देना और वो नीचे आ गए पापा ने दरवाजा बन्द कर लिया और  अपनी बीबी को दूसरों से चुदने के लिए छोड़ कर सो गए, नीचे तीनो मम्मी का इंतज़ार ही कर रहे थे, आ गई मेरी जान शैलेश बोले ओर मम्मी के होठो को किस करते हुऐ बोले चलो अब नंगी हो जाओ ओर घोड़ी बन जाओ 2 महीने हो गए तुम्हारी रसीली चूत की खुशबू लिए हुए, भइया यहाँ नही ऊपर आवाज जॉयगी बेड रूम में चलो, अच्छा मेरी जान अंकल बोले ओर मम्मी की कमर में हाथ डाल कर एक हाथ से उन के उभारो को मसलते हुए अंदर ले गए तीनो कुर्सी पर बैठ गए और बोले रचना भाभी अपने कपडे उतारो , अब मम्मी ने अपना गाउन उतार दिया ओर चुप चाप अपना सिर झुका कर खड़ी हो गई , आओ मेरो जान चुसो इसे,मम्मी धीरे से आगे बढ़ी ओर उन के सामने घुटनों के बल बेठ गयी,  शैलेश अंकल ने अपना लन्ड उन के मुह में दे दिया और मम्मी उसे कुल्फी के तरह चूसने लगी, शैलेश बोले क्या चुस्ती है मेरी जान मम्मी आंखे बंद कर अपना मुह चुदवा रही थी ओर अंकल उन के उभारो को मसल रहे थे, अब अंकल बोले चल  खड़ी हो कर पलँग पर झुक जा, मम्मी नीचे खड़े हो कर पलँग के किनारे अपना सिर झुका कर खड़ी हो गई , अंकल उन के उन्नत कूल्हों पर हाथ फिरा कर बोले रचना मेरी जान थोड़ी टाँगे फैलाओ अपनी मम्मी ने अंकल की सुविधा के लिए टाँग चौड़ी कर दी और सिर्फ कुल्हे ऊपर कर अपना पेट पलँग से सटा दिया और दोनो हाथ ऊपर कर अपना सिर उस मे छुपा लिया, अंकल ने उन के कूल्हों को सहलाया ओर मम्मी की चूत को अपनी जीभ से चाटने लगे, सीईईईईईईईईईईईईईई, मम्मी गनगना उठी उन की चूत रसीली हो गई अन शैलेश अंकल ने अपना सुपाड़ा उन की चूत ओर रख कर दबाया तो पट्ट की आवाज के साथ चूत के लिप्स फाड़ते हुए अंदर उतर गया, आआह मेरी माँ, धीरे बहुत मोटा है, पर अंकल को सब्र कहाँ, उन्होंने मम्मी के उभारो को थाम कर एक धक्का दिया उन का पूरा लन्ड मम्मी की चूत में फंस गया अंकल के आंड मम्मी के कूल्हों से टकराने लगे, अब अंकल कुछ देर रुके फिर लन्ड लगभग 2 तिहाई बाहर खिंचा ओर फिर धक्का दिया जो सटक की आवाज के साथ मम्मी की टाइट चूत में सरसराता हुआ पूरा घुस गया मम्मी तड़प उठी प्लीज् धीरे करो ने में भागी थोड़ी जा रही हु, अंकल बोले रचना मेरी जान तुम जैसी गदराई जवानी सामने नंगी पड़ी हो तो किस को सब्र होगा चुप चाप टाँगे चौड़ी कर पड़ी रहो और चुदाई का मजा लो अब अंकल ने उन कि दोनों जांघों को पकड़ के तूफानी रफ्तार से मम्मी को चोदना शुरू कर दिया,  हर धक्के पर मम्मी के गदराए उभार आगे पीछे झूल रहे थे वो अपना सर इधर उधर पटक रही थी आआह आआह ओह ओह मर गई, अंकल उन के सिसकीओ से ओर जोश में आ रहे थे , राजू ओर मनोहर अंकल शैलेश द्वारा मम्मी को चुदते हुए देख रहे थे ओर वासना के मारे उन के गधे जैसे लन्ड तन गए थे जिन  को अपने हाथों से हिला रहे थे, मनोहर बोले भाई जल्दी छोड़ छमिया को हम को भी इस कि चूत बजाने दे अभी एक राउंड तो हो जाये फिर आराम से रगड़ेंगे इस कि जवानी को पूरी रात पड़ी है, आधा घंटे की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद शैलेश झड़ने को हुए तो अपनी लण्ड निकाल कर तुरंत मम्मी के मुह में दे दिया और उन के दोनों गालो को पकड़ के गले तक अंदर दबा दिया ओर दो मिनट तक अपना स्पर्म उन के हलक में उतारते रहे, रचना मेरी जान एनर्जी ड्रिंक है पी जाओ मम्मी ने पूरा पी लिया, अब अंकल अलग हो गए तभी मनोहर अंकल ने मम्मी को पलँग पर लिटा दिया और उन के सिरहाने खड़े हो गए  ओर अपना लन्ड मम्मी के उभारो के बीच दबा कर रगड़ने लगे[img][Image: 169432423_screenshot_2020-10-24-22-54-49...player.jpg][/img] बीच बीच मे उन के मुह में भी घुसा देते थे, कुछ देर बाद उन्होंने मम्मी को उल्टा कर दिया अब मम्मी मेंढकी की तरह अपनी गाँड़ ऊपर उठाये ओर अपना सिर बिस्तर में दबाये मनहोर अंकल का इंतज़ार कर रही थी, अंकल ने उन के उभरे चूतड़ों पर हाथ फिराते हुआ कहा रचना में तो पहले तुम्हारी गाँड़ मारूंगा बाद में चूत चोदूगा, राजू अंकल बोले पूछ क्या रहा है रचना से वो तो अपनी गाँड़ खोल कर तेरा इंतज़ार कर रही है मना थोड़ी कर सकती है मार ले, अंकल ने मम्मी को कहा भाभी हाथ से खोलो, मम्मी ने अपने दोनों हाथ पीछे कर गाँड़ के छेद को खोल दिया अब अंकल ने अपना मोटा लन्ड उन की गाँड़ में एक ही झटके में घुसा दिया [img][Image: 169432104_screenshot_2020-10-25-00-29-59...native.jpg][/img]आआह मर गई, फट गई भइया रहम करो, चुप रह चिल्ला मत तेरे तीनो छेद हमारे है जैसे चाहे यूज़ करेंगे  , ओर अंकल ने मम्मी की गाँड़ में अपना मूसल जड़ तक घुसा दिया उन के आंड मम्मी की चूत ओर टक्कर मार रहे थे और अंकल मम्मी की कमर थम कर ताबड़तोड़ धक्के मार रहे थे रात का 1 बजा था तभी मम्मी के मोबाइल की घंटी बजी, पापा का फोन था, अचनाक सन्नाटा पसर गया राजू अंकल ने मोबाइल मम्मी को दिया सब चुप हो गए मम्मी ने फोन उठाया, पापा पानी मांग रहे थे मम्मी बोली अभी लायी जी ,वो बोलते हुए हांफ रही थी क्यो की मनहोर अब भी धीरे धीरे उन की गाँड़ में अपना लन्ड आगे पीछे कल रहा था , पाप बोले हांफ क्यो रही हो, कुछ नहीं बस थकान हो रही है, अभी पानी लाती हु कह कर फोन काट दिए, भइया छोड़ो मुझे पानी दे कर आती हु फिर चोद लेना पर अंकल छोड़ने के मूड में नही थे, मेरी जान लन्ड तो  अब झड़ने के बाद ही बाहर निकलेगा ऐसे ही चलते है और बोले राजू इस को बोतल ला कर दे,  अब उन्होंने मम्मी की जांघों के बीच से हाथ डाल के उन को उठा लिया औऱ पीछे से उन के दोनों उभार थाम लिए , मम्मी के दोनों पैर उन के कंन्धो के पास थे, अंकल का लण्ड उन की गाँड़ में था, राजू ने पानी की बोतल मम्मी कोUथाम दी और मनहोर अंकल ऐसे ही चोदते हुए ऊपर ले गए मम्मी सहमी हुई थी उन्होंने दरवाजा थोड़ा ही खोला अंकल साइड ने खड़े थे मम्मी उन की गोद मे थी, , मम्मी ने एक हाथ से दरवाजे के हैंडिल थम लिया कि कही वो पूरा नही खुल जाए और दरवाजे की झिरी से हाथ डाल कर बोतल पापा को पकड़ा दी, बोले अब सो जाइए में जा रही हु ओर दरवाजा बंद कर दिया और अंकल उन को उसी पोजीशन में ले कर नीचे आ गए औऱ खुद पीठ के बल पलँग पर लेट गए और राजू अंकल से बोले इस कि चूत में डाल दे , अब मम्मी की चूत ओर गाँड़ दोनो में 10 इंच के लन्ड फसे थे[img][Image: 169431794_screenshot_2020-10-24-22-49-16...player.jpg][/img] दोनों मम्मी का नाम लेते हुए उन्हें जम कर चोद रहे थे आआह रचना हमारी रंडी मजा आ रहा है तुझे तेरे ही घर मे चोदते हुए, उधर शैलेष अंकल ने मम्मी के मुह में लन्ड दे दिया, मम्मी तीनो छेद में चुद रही थी , थोड़ी थोड़ी देर में तीनों अपनी जगह आपस मे बदल रहे थे लगभग डेढ घंटे की चुदाई के बाद उन्होंने अपना अपना वीर्य वही छोड़ दिया जहाँ उन के लन्ड घुसे थे, मम्मी अधमरी हालात में पलँग पर उल्टी लेटी थी, सुनो न अब में सो रही हु आप लोग आराम से मुझ पर चढ़ कर चोदते रहो, हा मेरी जान बस एक एक राउंड ओर होगा तुम सो जाओ अपनी टाँग फैला कर हम एक एक बार ओर चोदेगे तुम्हारी चूत फिर उसी में लन्ड डाल कर सो जायँगे, मम्मी सो गई, तीनो अंकल मम्मी को उलट पलट कर बारी बारी रात भर चोदते रहे सुबह के 5 बजे राजू उन की चूत में,  शैलेश मुह में अपना लण्ड डाल कर सो गया मनोहर का सिर उन के एक उभर पर था और दूसरा उन के हाथ मे था इस तरह पूरी रात मम्मी की चुदाई हुए
बाकी अगले अंक में
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#2
wwwwwwwwwwwwoooooooooooooowwwwwwwwwww
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#3
nice story

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