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Fantasy चुदाई की दास्तान
#1
चुदाई की दास्तान (Chapter -01)

(01)

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम आरव है और मेरी उम्र 25 साल है और आज में आपके सामने एक कहानी प्रस्तुत कर रहा हूं जो एक काल्पनिक सच्चाई पर आधारित हैं.

यह एक काल्पनिक सच्चाई पर आधारित कहानी हैं जो सच्चाई ख्वाब से लिखी गई है. 


चुदाई की दास्तान के इस चेप्टर पर हम बात करेंगे दो दोस्त के वाइफ की अदला-बदली की कहानी जिसमें हम दोनों दोस्त एक दुसरे के  बिवी साथ सेक्स का मजा लेते हैं और इसके लिए हम दोनों की बिवी भी तैयार थी.

इस चुदाई की दास्तान में घमासान चुदाई होने वाली है हम दोनों दोस्त एक दुसरे की बिवी की जबरदस्त ठुकाई करेगें. दो औरते खुलकर अपने पति के सामने दुसरे मदॅ से चुदेगी. हम दोनों को तो चुत पेलने का मौका मिलेगा. 

  कहानी के किरदारों का परिचय :

में : मेरा नाम आरव है और मेरी उम्र 25 साल है और में दिखने हेन्डसम और बहुत ही स्टाइलिश हु.
रिया : मेरी खुबसुरत सेक्सी स्टाइलिश मोडॅन बिवी है और रिया की उम्र 25 साल है.

अमरिंदर सिंह : अमरिंदर की उम्र 25 साल है और वो दिखने में अच्छा है उनकी बिवी का नाम मनप्रित है.
मनप्रित : अमरिंदर की खुबसुरत और स्टाइलिश बिवी है और मनप्रित की उम्र 23 साल है. मनप्रित दिखने में एकदम मेरी बिवी की तरह हिरोईन जेसी है.

आज से 1.5 साल पहले हम दोनों ने लव मेरिज किया है और हम अभी मुंबई में रहते हैं और मुंबई में  बिजनेस करता हु. मेने और रिया ए शादी से पहले भी सेक्स का मजा लिया था और शादी के बाद भी सेक्स का बहुत मजा किया है और हर बार कुछ ना कुछ नया करने के बारे में सोच रहे थे.

में पहले सिर्फ जोब करता था और रिया के डेड बिजनेस मेन थे तो उन्होंने हम दोनों शादी का मना कर दिया तो हम दोनों ने भागकर शादी कर लीं और आज मुंबई में खुशहाल जिंदगी जिते है.

लोकडाउन के समय सोशियल मिडीया के जरिए अमरिंदर से मेरी मुलाकात हुई और वो दिल्ली में अपनी बिवी के साथ अकेला रहता है. हम दोनों के बिच नोमॅल बातचीत शुरू हुई और फिर मुझे पता चला कि उन दोनों ए हम दोनों की तरह लव मेरिज किया है तो हम दोनों की बातचीत आगे बढ़ी.

धीमे-धीमे करके हम दोनों दोस्त बनने लगे लेकिन यह बात हमारी बिवी को नहीं पता थी. पहले हम नोमॅल बातें करते थे लेकिन दोस्ती होने के बाद हम दोनों खुलकर बात करते तो बाद में हम दोनों अपनी एक दुसरे की बिवी के बारे में कभी रोमांटिक कॉमेंट मारते तो कभी हम दोनों अपनी चुदाई की दास्तान सुनाते.

जुलाई महिने के शुरुआत में हम दोनों की बातचीत शुरू हुई फिर दोस्ती हुई. हम दोनों की दोस्ती इतनी गहरी हो गई थी कि कभी-कभी बातों में हम लिमिट क्रोश कर देते हैं.

यह 25 जुलाई की बात है शाम के समय हम दोनों हेंगआउट पर मेसेज के जरिए बात कर रहे थे और फिर बातचीत में एक हम दोनों की अंदर की इच्छाओं बाहर आई.

हम दोनों के शादी हुई उनको एक साल से ज्यादा समय हो चुका था. हम दोनों की बिवी किचन में खाना बना रही थी और हम दोनों मेसेज के जरिए बात कर रहे थे. 

अमरिंदर : आरव एक बात बोलु. 
में : हा. 
अमरिंदर : अब हम दोनों अच्छे दोस्त बन चुके हैं और हम दोनों एक-दूसरे के बारें में बहुत जानते हैं. दो दिन से मेरे दिमाग में एक बात चल रही है लेकिन कही मेरी बात से तुम्हें बुरा ना लग जाए. 

में : अब दोस्तों में क्या बुरा लगाना. 
अमरिंदर : तुमारी तरह में भी सेक्स लाइफ में कुछ नया करना चाहता हूं हम दोनों अच्छे दोस्त भी अब बन चुके हैं तो क्यु ना हम दोनों वाइफ स्वेपिंग करे. 

अमरिंदर ए तो मेरी दिल की बात बता दि बल्कि में भी दो-तीन दिन से इसी बारें में सोच रहा था में भी मनप्रित की चुत चोदना चाहता था बल्कि कल रात मनप्रित को याद करके ही अपनी बिवी की जबरदस्त ठुकाई की थी. 

में : तुमने तो मेरे दिल की बात बता दि में भी इसी बारे में सोच रहा था. 
अमरिंदर : सच में. 
में : हा. 
अमरिंदर : चलो अच्छा हुआ हम दोनों की सोच भी मिलती है. 
में : हम दोनों तो सहमत हैं लेकिन अभी हमे हमारी बिवी को मनाना जरूरी है. 
अमरिंदर : हम तैयार है तो हम अपनी बिवी को भी मना लेगे. 
में : जरुर. 
अमरिंदर : अपनी बिवी को इसके लिए राजी करना बहुत मुश्किल होगा.
में : अब मजा करना है तो रिस्क तो उठाना पडेगा. 
अमरिंदर : तुमारे पास कोई आइडिया. 
में : मेरे पास कोई आइडिया तो नहीं है लेकिन हमें एक ही बात पर चलना होगा. 
अमरिंदर : कोनसी बात. 
में : अपनी बिवी को स्वेपिंग की तलब लगानी उसके दिमाग में स्वेपिंग का ख्याल ऊपजाना होगा और यह रोमांस करते हुए या सेक्स करते हुए करना होगा क्योंकि यह तब आसान होगा. 
अमरिंदर : देखते हैं किस्मत में क्या लिखा है.
में : जो भी करना सोच-समझकर करना और धीमे से वर्ना सारा खेल बिगंड सकता है ऊपर से हमारी लाइफ में भी असर हो सकती है. 
अमरिंदर : ठीक हैं चलो डिनर का टाइम हो गया है. 
में : डिनर तो भाभी के गुलाबी होठों को चुमकर करुँगा. 
अमरिंदर : अच्छा में भी भाभी के होठों को चुमने के लिए एक्साइटेड हु. 

फिर हम दोनों हमारी बात इधर रोक देते हैं और डिनर शुरू करते हैं. उस रात हम दोनों ज्यादा ही सोच में डुब जाते हैं जिसका परिणाम हमारी बिवी को भोगतना पडता है. मतलब मनप्रित के बारे में सोचकर रात को रिया को मस्त चुदाई करता हु और सुबह अमरिंदर ने बताया कि उसने भी रात को मनप्रित की अच्छी चुदाई की थी. 

हम दोनों की इस वाइफ स्वेपिंग फेनेटसी से मेरी विचलित होने लगती है और में मन ही मन में मनप्रित की चुदाई का ख्वाब देखने लगता हु और साथ में यही भी सोच रहा था कि रिया मेरे सामने अमरिंदर से चुदेगी और मनप्रित अपने पति के सामने मुझसे चुदेगी. 

मतलब दो खुबसुरत होट औरते अपने पति के सामने किसी ओर मदॅ से चुदेगी या यु कहु हमारे सामने हमारी बिवी की दुसरा मदॅ ठुकाई कर रहा होगा. 

 हम दोनों अपनी बिवी को एक-दूसरे से चुदवाना चाहते हैं जिसमें हम दोनों की इच्छाओं पुरी होगी और बाद में हमारी बिवी को भी मजा आएगा उसको भी सेक्स लाइफ में कुछ अलग करने का मौका मिलेगा. 

हम दोनों अपने मिशन पर लग जाते हैं मतलब अदला-बदली के लिए अपनी बिवी को राजी करने में लग जाते हैं. हम दोनों की तरह हमारी बिवी भी मोडॅन ख्यालत वाली है लेकिन उन दोनों को इसके लिए मनाना मुश्किल होने वाला है लेकिन हम किसी भी तरह से अपनी बिवी को जरूर राजी करेंगे. 

हम अपनी बिवी को केसे राजी करे उसके बारे में सोचने लगते हैं और फिर धीमे-धीमे काम शुरू कर देते हैं. सबसे पहले हम दोनों अपनी बिवी के दिमाग में कुछ नया करने का ख्याल पैदा करते हैं फिर सेक्स करते हुए रोल प्ले करते हैं अपनी बिवी से रोमाटिंक अंदाज में स्वेपिंग के बारे में बताते हैं. उनको भी सेक्स लाइफ में कुछ नया रोमांचक करने के बारे में सोचने पर मजबूर करते हैं. 

तीन-चार दिन बाद में हम अपनी बिवी को अपनी दिल की बात बोलते हैं लेकिन पहले इन-डायरेक्टली बोलते हैं ताकि वो गुस्सा ना करें और फिर उसी बात पर हम चर्चा करते हैं और फिर कुछ दिनों के बाद जब हमें आसार दिखते हैं हम खुलकर अपनी बिवी से बात करते हैं लेकिन हम जानते हैं औरते इतनी आसानी से मानती नहीं है और वो दोनों हमसे थोड़ा गुस्सा हो जाती है. 

अब हम इमोशनल आइडिया का इस्तेमाल करते हैं वो भी एकदम रोमाटिंक अंदाज में सेक्स करते हुए जब वो सबसे ज्यादा गर्म होती है और फिर वो दोनों को भी हमारे इरादे पता चल जाता है कि हम स्वेपिंग करना चाहते हैं वो भी रियल में लेकिन हमारी बिवी को नामंजूर था तो हम हर एक कोशिश करते हैं कई दिनों तक ओर आखिर हमारी बिवी भी स्वेपिंग के बारे में सोचने पर मजबूर हो जाती है. 

हम फिर अपना आखिरी दाव चलते हैं और वो इस बार वो थोड़ी सहज लग रही थी और फिर हम प्यार से अपनी बिवी को भरोसा दिलाते हैं उनको कहते हैं कि यहीं सही मोका है कुछ नया करने का और इसमें मजा आएगा. 

कोई भी औरत अपने पति के अलावा किसी ओर के साथ सेक्स करने के लिए इतनी आसानी से तैयार नहीं होती लेकिन जब गर्म लोहे पर बार-बार हथोड़ा मारने से हम लोहे को अपना रुप दे सकते हैं वेसे हम अपनी बिवी को पर आखिरी आइडिया इस्तेमाल करते हैं. 

में अपनी बिवी से यह कहता हूं कि एक दिल्ली का कपल है जो हमारी तरह लव मेरिज किया है वो दोनों अच्छे लोग हैं और वो दोनों इसके लिए तैयार है बस तुमारी हा करने की देर है अगर तुम्हें मेरा दोस्त पसंद ना आए तो मना कर देना लेकिन एक बार बात तो कर लो और यही बात अमरिंदर अपनी बिवी मनप्रित से करता है. 

में अपनी बिवी से यह कहता हूं कि वो दोनों स्वेपिंग के लिए तैयार है और अमरिंदर मनप्रित से यह कहता है कि हम दोनों स्वेपिंग के लिए तैयार हैं जिस वजह से हम दोनों की बिवी बात करने के लिए मान जाती है. 

सबसे पहले हम दोनों अपनी बिवी को एक दूसरे के बारे में थोड़ा परिचय करवाते हैं उनको फोटोस दिखाते हैं और फिर उनको भरोसा दिलाकर हम लेपटोप पर विडीयो कोल करके एक-दूसरे परिचय करवाते हैं और फिर थोड़ी नोमॅल बात करने के बाद हम अपनी बिवी की राय लेते हैं और आखिर वो राजी हो जाती है जिससे हम बहुत खुश होते हैं. 

अभी अगस्त महिना चल रहा था तो लोकडाउन में छुट मिल गई थी तो हमने एक हफ्ते बाद यानी 20 अगस्त को मिलने का तय किया. अमरिंदर और मनप्रित एक हफ्ते बाद मुंबई हमारे घर आने वाले हैं तीन दिनों के लिए. मतलब तीन दिन तक हम भरपूर चुदाई का मजा ले पाएगें. 

अब हम चारों एक-दूसरे को जानते हैं हम दोनों की तरह वो दोनों भी एक-दूसरे से बात करने लगती है. एक हफ्ते बाद हम मिलने वाले थे तो हम दोनों ने तय किया था कि हम एक हफ्ते तक सेक्स नहीं करेंगे ताकि जब हम मिले तब सेक्स का भरपूर मजा ले सके. 

एक हफ्ते तक बिना सेक्स के बाद जेसे अमरिंदर रिया को चोदेगा वेसे एक हफ्ते के बाद में मनप्रित की ताबड़तोड़ चुदाई करुँगा. 

मेने रिया के साथ बहुत सेक्स के मजे किए हैं बस हम पाटॅनर पहली बार बदल रहे हैं बल्कि मेने रिया की चुत ओर गांड दोनों फेला दि लेकिन अबतक अमरिंदर ए कभी मनप्रित की गांड नहीं मारी जो मेरे लिए अच्छा मोका है. 

अमरिंदर ए कई बार मनप्रित की गांड मारने के लिए मनप्रीत को मनाया लेकिन मनप्रित मना कर देती है. अब में अक्सर रिया की गांड मारता हु तो अमरिंदर की यह इच्छा भी पुरी हो जाएगी और में भी किसी भी तरह से मनप्रित को मना लुंगा और फिर मनप्रित की गांड का उद्घाटन में करुँगा. 

अब बस जल्दी से 20 अगस्त जल्दी से आ जाए में मनप्रित को चोदने के तडप रहा हूं और ऊपर अभी हम दोनों सेक्स के बिना रहना पड रहा है ताकि बाद में सेक्स का भरपूर मजा कर सके. 

जेसे तेसे करके हम एक हफ्ता निकाल देते हैं और फिर वो दिन आ जाता है जिसका हम बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. वो दोनों तीन दिनों के लिए हमारे यहा रुकने वालें थे तो मेने पहले से दुसरे बन्दोबस्त कर लिए थे फिर चाहें वो शराब हो या प्रोटेक्शन हो. अब तो हम दोनों की तरह हमारी बिवीआ भी दोस्त बन चुकी थी. 

20 अगस्त को शाम सात बजे रिया किचन में थी में लिंवीग रुम सोफे पर बेठकर टिवी देख रहा था तभी डोरबेल बजती है और अचानक से मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है क्योंकि मेरी होने वाली जानेमन मनप्रित आ चुकी है जिसकी आज रात चुत पेलने वाला हु. 

में खड़ा होकर दरवाजा ओपन करता हु वो दोनों सामने खड़े थे और हम स्माइल करते हैं. फिर में दोनों से हाथ मिलाते हुए अंदर आने को कहता हूं और वो दोनों अंदर आते हैं और फिर दरवाज़ा बंद कर देता हूं. 

इस समय मनप्रित के होटनेस अंदाज़ को देखकर मेरे अंदर की हवस जाग जाती है. मन करता है कि अभी मनप्रीत को कमरे में ले जाकर चोद डालु. 

तभी रिया भी किचन से बाहर आती है और दोनों से हाथ मिलाती है उसके बाद में उन दोनों का सामान दुसरे कमरें में रखता हूं. 

वो दोनों किचन में जाती है और हम दोनों सोफे पर बेठकर टिवी देखने लगते हैं. इस समय हम दोनों के अंदर एक-दूसरे की बिवी के प्रत्ये हवस साफ दिख रही थी. 

वेसे तो हम दोनों की बिवी सेक्स की आदी थी लेकिन आज की रात उनके लिए अजीब होगी और हमारे लिए बहुत ज्यादा आंनदमय होने वाली है. 

में : आने में कोई दिक्कत तो नहीं हुआ ना. 
अमरिंदर : (स्माइल करके) दिक्कत थोड़ी हो सकती है. 
में : अच्छा. 
अमरिंदर : हमने जो ख्वाब देखा था वो दिन आ गया. 
में : सही कहा पिछला हफ्ता निकालना बहुत मुश्किल हुआ. 
अमरिंदर : मेरा भी ऐसा हाल था. 
में : वेसे एक हफ्ते मनप्रित की चुदाई तो नहीं की ने. 
अमरिंदर : नहीं भाई तुमारे लिए एक हफ्ते से चुत को प्यासी रखी है लेकिन कही तुमने... 
में : डोन्ट वरी मेने भी कुछ नहीं किया. 
अमरिंदर : सच में आज हम दोनों एक-दूसरे की बिवी के साथ मजा करेगें. 

में : हम. वेसे में क्या कहता हूं आज हम चारों एक ही कमरे में मजा करते हैं ताकि ज्यादा मजा आए. 
अमरिंदर : जेसा तुम कहो बाकी का सारा बन्दोबस्त तो कर लिया ने. 
में : सारा बन्दोबस्त कर लिया है तीन दिन जिंदगी के सबसे यादगार दिन होने वाले हैं. 
अमरिंदर : यह तीन बहुत यादगार रहने वाले हैं. 

में : पिछले एक हफ्ते से मनप्रित की चुत पेलने के लिए तडप रहा हूं. 
अमरिंदर : में भी रिया की चुत चोदने के लिए बेकरार हु. 

हम दोनों टीवी देखते हुए ऐसे इधर-उधर की बातें कर रहे थे और फिर डिनर तैयार हो जाता है तो वो दोनों डाइनिंग टेबल पर डिनर लगाती है और उसके बाद हम चारों साथ में बेठकर खाना खाते हैं. 

खाना खाते हुए में तिरछी नजर से मनप्रित के मखमल जेसे मदमस्त फिंगर को निहार रहा था तो मनप्रित मेरी बिवी के सेक्सी फिंगर को निहार रहा था. 

डिनर करते हुए हम थोड़ी बातचीत भी करते हैं लेकिन हम आज पहली बार स्वेपिंग करने वाले थे तो चारों के लिए अजीब है वेसे हम दोनों मदॅ इसके लिए ज्यादा उत्तेजित थे तो हमारी सेक्सी बिवी थोडी असहज दिख रही थी. 

अभी कहानी जारी है जिसमें घमासान चुदाई होना तय है जिसमें दो चुत लाल होगी जिसमें हम अपने ही दोस्त के बिवी की चुत की धज्जियाँ उठाएंगे हम अपने ही दोस्त की बिवी की ठुकाई करेगें. पुरे कमरें में फच फच फच की आवाज़ और हमार बिवी के चुदतेे हुए  मादक आवाजें गूंजेगी. 

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