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Adultery लवली फ़ोन सेक्स चैट
#1
Heart 
ये कहानी मेरी लिखी नहीं हुई है, ये कहानी मुझे पसंद है और पुराणी वेबसाइट पर इस कहानी के बहुत से फॉलोवर्स थे!

इसलिए मैं ये कहानी यहाँ शुरू कर रही हूँ! 

उम्मीद है वैसा ही प्यार यहाँ भी मिलेगा!

[Image: a-guy-kissing-a-girl-on-the-roof-847x382.jpg]
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#2
8 महीने पहले मेरे एग्जाम्स चल रहे थे, मेरा पहला एग्जाम आया और चला गये ऐसे ही, दूसरा एग्जाम आया, हम एग्ज़ॅमिनेशन हॉल मैं बैठे थे की थोड़ी देर मैं एक टीचर आई, उसकी ड्यूटी थी, बस उसको देखते ही मेरी नज़र आन्सर शीट से हटकर उसके उपर ही लगी रही, मैं इधर उधर देखने के बहाने उसको देखता रहता था. उसकी हाइट 5’6 इंच, हेल्ती थी, बूब्स मोटे मोटे थे और जब हँसी थी किसी से बात करते हुए तो ऐसा लगता था की बोल रही हो- "प्लीज़ मुझे चोदो ना" वो ना तो बहुत सुंदर थी और ना ही बहुत सेक्सी बस एकदम मस्त माल था. 

उसकी वजह से मेरी एग्जाम मैं लिखने की स्पीड भी स्लो हो गयी. उसे हमारी आन्सर शीट साइन करनी होती थी जब भी हू मेरे साथ वाली बेंच पर झुक कर किसी और की शीट साइन कर रही होती थी तो मैं उसके मोटे मोटे हिप्स को तिरछी निगाहों से देखता रहता था जिससे कोई और ना देख ले ओरजब वो मेरे बेंच पर आती तो मैं उसके बूब्स पर नज़र रखता था, उसकी बूब्स की लाइन सूट मैं से एकदम चूत की लाइन जैसे लगती थी. उसे देखते देखते मेरा 2, 3, 4th एग्जाम भी चले गये. फिफ्थ एग्जाम तक तो मैं उसे एग्जाम रूम मैं बैठे बैठे कई बार सपनों मैं चोद चुका था. 


सबसे ज़्यादा मुझे उसकी चुचियाँ, हिप्स और स्माइल पसंद आई बस मन करता था की उन्ही को देखता रहूं और मौका लगे तो खा जाऊं. खैर हुमारा 5th एग्जाम चल रहा था और सब एग्जाम रूम मैं बैठे अपनी आन्सर शीट्स भर रहे थे और मैं भी, मैं बीच बीच मैं सिर उठा कर उसको देख लेता. वो चेयर पर अपने दोनो हाथ अपने बूब्स के नीचे रख कर बैठी थी जैसे कमर से रस्सी कस लेते हैं जिससे उसके बूब्स उसके हाथों पर आराम से बैठे थे. मैने उसे कई बार देखा, थोड़ी देर बाद मैं सिर उठा कर कहीं और देखने लगा और मैं उसे देखने ही लगा था की मैने उसे देखा वो मुझे देख रही है और हंसते हुए इशारा कर रही है की – “लिख लो”. थोड़ी देर बाद हू सबकी शीट्स साइन करते हुए मेरी पास आई और धीरे से हंसते हुए बोली की - “लिख भी लिया करो कुछ बस इधर उधर ही देखते रहते हो”, मैने तो कुछ एक्सपेक्ट भी नहीं किया था की वो मुझसे कुछ बोलेगी मैं तो बस सांत्वे आसमान पर पहुँच गया जब उसके प्यारे से होंठों को हिलते हुए देखा और वो कातिल स्माइल. अगर वो कुछ और देर बोलती तो उसके होंठ अपने होंठ से पकड़ लेता.


मैं कुछ बोल ही नहीं पाया और वो चली गयी. मैं उस दिन पूरे एग्जाम मैं मुस्कुराता रहा. फिर हमारा लास्ट 6th एग्जाम बचा था, मैं वोही सब दोहराता रहा जो मैं पिछले 5 एग्जाम से कर रहा था. वो मेरी पास वाली रो मैं राउण्ड लगा रही थी आगे - पीछे, मैं निगाहें उँची कर कर के उसको देख रहा, वो घूमी और उसके निगाहें मेरे से टकराई और वो मुस्कुरा दी और मैं भी अंजान बन कर मुस्कुरा दिया. 

मेरा आज मन कर रहा था की इससे बात करूँ और इसका नंबर माँग लूँ अब चाहे जो हो.. लास्ट एग्जाम ही है ज़्यादा से ज़्यादा क्या कर लेगी एग्जाम कॅन्सल कर देगी गुस्से मैं आकर और क्या होगा नेक्स्ट इयर दे दूँगा फिर से एग्जाम एक ही तो है (सच मैं दोस्तों ये ठरक इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देती है). पर सवाल ये था की उसका नंबर कब और कैसे माँगूँ. मैने पहले कभी ऐसा नहीं करा था मैं तो बस शरीफ़ सा सेक्स स्टोरी पड़ने वाला और BF देखने वाला लड़का था जिसने आज तक रियल मैं चूत नहीं देखी थी तो उससे नंबर कैसे माँगता और क्या कह कर माँगता मेरी यही सोच कर फट रही थी, 


तभी मैने सोचा की क्यूँ ना इससे एग्ज़ॅम रूम मैं ही नंबर मांग लेता हूँ शायद ये वहाँ कुछ ना बोले क्यूंकी सब होते हैं तो कम से कम उसके गुस्से से तो बचा रहूँगा और हाँ अगर भड़क गयी तो बस मैं गया पर फिर वोही सवाल की कैसे? थोड़ी देर बाद हू मेरे डेस्क पर आई साइन करने और मुझे बोली – “बस देखते रहते हो लिख भी लिया करो कुछ शैतान” मैं हंस दिया कुछ नहीं बोला और जल्दी से क्वेस्चन पेपर को एक साइड से मोड़ा और उस पर “नंबर” लिख दिया. उसने पहले मुझे 2 सेकेंड देखा की ये मैने क्यूँ लिखा है देन उसने क्वेस्चन पेपर पर जल्दी से अपना नंबर लिख दिया और मेरी आन्सर शीट पर साइन कर के चली गयी. 



उसका नंबर अपने क्वेस्चन पेपर पर देख कर तो मेरे होश ही उड़ गये ऐसा लगा की जैसे बस वो मेरे सामने नंगी पड़ी है और बोल रही की प्लीज़ “विशाल चोदो ना मुझे जान, अपनी वर्जिनिटी मुझे दे दो”. बस उसका नंबर लेते ही मेरे मन मैं ये हुआ की बस जल्दी से एग्ज़ॅम ख़तम हो और मैं उससे फोन पर बात करूँ क्यूंकी वहाँ सबके सामने मैं बात नहीं कर सकता था. उस दिन मै अपने फ्रेंड्स से क्वेस्चन पेपर डिसकस करे बिना ही घर चला गया. और शाम होने का वेट करता रहा क्यूंकी वो दिन मैं कॉलेज मैं ही होती थी वो टीचर जो थी वहाँ. फिर शाम को 7 बजे मैने डरते हुए उसका नंबर डायल किया.
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#3
ye kahani pahle adhuri thi kisi ki likhi hui...................

lekin ise xossip par dobara se shuru karke completed likha tha ashok bhai ne @ashokafun32
wo shayad yahan bhi hain.......................

to ek bar unko bhi soochit karein aur unse anumati lein............. jyada behtar rahega..............
kyonki ye kahani mukhyatah ab unhi ki likhi hui hai
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#4
(28-02-2020, 09:49 PM)kamdev99008 Wrote: ye kahani pahle adhuri thi kisi ki likhi hui...................

lekin ise xossip par dobara se shuru karke completed likha tha ashok bhai ne @ashokafun32
wo shayad yahan bhi hain.......................

to ek bar unko bhi soochit karein aur unse anumati lein............. jyada behtar rahega..............
kyonki ye kahani mukhyatah ab unhi ki likhi hui hai


apke pass unki id hai to... plz btaiye
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#5
टेलिफोनिक कॉन्वर्सेशन:

मैं: हेलो, गुड ईव्निंग मेम
शी: हू इस दिस ?

मैं: मेम आपने नहीं पहचाना?
शी: सॉरी नहीं पहचाना, कैन यू प्लीस टेल में हु आर यु ?

मैं: मेम.... मैं शैतान
शी: (थोडा सोच कर) ओह. हहेहेहहेहेहेहेः. तो तुम हो मिस्टर.

मैं (हंसते हुए): येस मेम... मैं हूँ.
शी: तो मिस्टर, कैसे हुए एग्जाम ? अच्छे तो नहीं हुए होंगे कुछ लिखते ही नहीं तुम बस इधर उधर ही देखते रहते हो हर टाइम.

मैं: नो मेम ऐसी बात नहीं है,लिखता भी हूँ हाँ बस लिखते लिखते बोर हो जाता हूँ तो बीच मैं सबको देख लेता हूँ की सब क्या कर रहे हैं.
शी: ओह, तो मिस्टर. बोर हो जाते हैं एग्जाम करते करते, इन्हे हर वक़्त एंटरटेनमेंट चाहिए, हैं

मैं: येस मेम ..
शी: और तुम्हे नंबर लेने के लिए वोही टाइम और जगह मिली थी?

मैं: सॉरी मेम
शी: अरे बाबा पूछ रही हूँ, गुस्सा नहीं हूँ

मैं: ओक मेम , आक्च्युयली मेम बाद मैं पता नहीं होता आप दिखती नहीं है सो मैने सोचा की रिस्क क्यूँ लूँ
शी: ओह, पर मेरा नंबर तुम्हे किसलिए चाहिए था?

मैं: मेम आपसे बात करने का मा था इसीलिए
शी: मुझसे? क्यूँ भाई मैने क्या करा है?

मैं: मेम , बस मेरा मान करा तो ले लिया, अगर आपको बात नहीं करनी तो इट्स ओक (सेड टोन)
शी: अरे भोंदू मेरे कहने का ये मतलब थोड़ी ना था , बस ऐसे ही पूछ लिया तुम तो बुरा ही मान गये, भोंदू हो एक नंबर के.

मैं (हंसते हुए): ओके मेम थॅंक्स, मेम जस्ट वांटेड टू बी युवर फ्रेंड
शी: ओह, बिलकुल. डियर, यूर नेम इस विशाल ना?

मैं येस मेम , म म मेम मैं आआपका नाम जान सकता हूँ प्लीज़? सिग्नेचर मैं समझ नहीं आया था.
शी: (हंसते हुए) या स्योर, अंशिका गर्ग.

मैं: नाइस नेम अंशिका मेम
आंशिका: थॅंक्स डियर. अछा सुनो ई हॅव तो वर्क नाउ थोड़ी देर बाद बात करते हैं, ओक?

मैं: यॅ शुवर माँ आस योउ से
अंशिका : थॅंक्स डियर

मैं: मेन्षन नोट मेम , वी आर फ्रेंड्स आफ्टर ऑल
अंशिका: या !

मैं: मेम , शुड आई कॉल यूं लेटर ओर ओन्ली टुमॉरो,
अंशिका (सोच कर): म्*म्म्मम चलो मैं मेसेज कर दूँगी तब कॉल कर लेना ओके 

मैं: ओके मेम .
अंशिका : ओके बाइ फॉर नाउ. [b]बाइईई[/b]

मैं: बाइ मेम.

बस उसके फोन रखते ही मेरा मान तो सांत्वे आसमान पर पहुँच गया , लगा की जन्नत मिल गयी मुझे, कभी किसी लड़की को फ्रेंड बना कर इतनी खुशी नहीं हुई जितनी आज उसे बनाकर हुई थी, तभी मुझे महसूस हुआ की कहीं दर्द हो रहा है, नीचे देखा तो मेरी जीन्स मैं लोड़ा एक दम सीधा खड़ा था और जीन्स टाइट होने की वजह से उसके हेड मैं पेन हो रहा था. मैंने जल्दी से कपड़े बदले कंप्यूटर ओन करा और नेट से स्टोरीस और बी ऍफ़ देखने लगा और उस दिन मैने 3 बार लगातार मूठ मारी.
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#6
हां जी करो
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#7
उसने फिर मुझे रात को 9 बजे मेसेज करा – “या आई एम् फ्री नाउ, तुम फोन कर सकते हो.”

मैंने फोन किया.

मे: हेलो मेम
अंशिका : या हेलो डियर !

अंशिका : खाना खा लिया?
मैं: नहीं

अंशिका : क्यूँ? कब खाओगे?
[b]मैं: अभी मन नहीं है, आपने खा लिया?[/b]

आंशिका: हाँ बना भी लिया और खा भी लिया
मैं: ओक, तो आप खाना भी बना लेती हैं.

आंशिका: क्या मतलब?
[b]मैं: मुझे लगा की बस स्टूडेंट्स को डांटना ही आता है.[/b]

आंशिका: नहीं ऐसी बात नहीं है, स्टूडेंट्स को कौन डांटना चाहता है बस कुछ शैतान स्टूडेंट्स होते हैं
[b]मैं: ह्म्*म्म्मममममम, शैतान स्टूडेंट्स को डांट कहाँ पसंद है मेम , हहेहहहे[/b]

आंशिका: हहेहहे, ह्म ये तो है, और ये मेम मेम क्या लगा रखा है कभी तो फ्रेंड बोलते हो और फिर मेम भी बोलते हो, डिसाइड कर लो की स्टूडेंट बनना है या फ्रेंड?
मैं: जो आपको ठीक लगे मेर्को तो बस आपसे बातें करनी है

आंशिका: ओह, मिस्टर. बतुनी, नाओ जस्ट कॉल मे आंशिका, ओक? वी आर जस्ट फ्रेंड्स
मैं (खुश होते हुए): ओके आंशिका

बस फिर हम तू तड़क पर आगये और हमारी दोस्ती ने नया मोड़ लिया

आंशिका: और बता क्या करेगा अब हॉलिडेज़ मैं अब?
मैं: कुछ नहीं यार, देखता हूँ

आंशिका: घूमने वूमने नहीं जा रहा कहीं दोस्तों के साथ?
मैं: हाँ, देखूँगा कोई प्लान बना तो. तुम बताओ, कॉलेज कब तक जाना है?

आंशिका: आई एम् टीचर. स्टूडेंट्स तो हैं नहीं जो की हूमें हॉलिडेज़ मिलेंगी इतनी, हमे तो जाना ही है

मैं: ओके. सो सेड.
आंशिका: डियर इस सेड्नेस की सेलरी मिलती है

मैं: कितनी मिलती है?
आंशिका: आई गेट 22k पर मंथ

मैं: नाइस यार
आंशिका: थॅंक्स

आंशिका: तुम्हारे घर मैं कौन कौन है?
मैं: मैं और मेरी तन्हाई, हहहे

आंशिका: मज़ाक मत करो बताओ
मैं: हहेहहेः, मैं और मेरे मोम डेड , नो सिब्लिंग्स

आंशिका: ओक अलोन चाइल्ड
मैं: और तुम्हारे घर मे?

आंशिका: मैं और मेरी छोटी सिस एंड मोम डेड एंड ग्रॅंडमदर.
मैं: ओक, नाइस

मेरा तो मान खुश हो गया साली की छोटी बहन भी है, अगर इसकी मिल गयी तो शायद उसकी भी मिल जाए,फिर मैने उसकी छोटी सिस के बारे मैं पूछा

मैं: तुम्हारी छोटी सिस क्या करती है,
आंशिका: उसने अभी 12th पास करी है

मैं: ओक, सो तुम्हारी तरह टीचर बनना है उसे भी क्या?
आंशिका: नो , उसे नहीं पसंद टीचिंग जॉब, उसके पास साइन्स साइड है तो उसी मैं कुछ करेगी

मैं: गुड, क्या नाम है आपकी छोटी सिस का
आंशिका: कनिष्का

मैं: आपके मोम डेड की दाद देनी होगी , चुनकर नाम रखे हैं दोनो बेटियों के, आंशिका एंड कनिष्का, उनके दो उनमोल रतन न
आंशिका: हहेहहेहेहेः, थॅंक्स, सो स्वीट ऑफ यू

मैं: मेन्षन नोट
आंशिका: सोते कब हो?

मैं: क्यूँ नींद आ रही है क्या?
आंशिका: नहीं पूछ रही हूँ

[b]मैं: देर से ही सोता हूँ और अब तो एक नया दोस्त मिल गया है तो शायद और देर से सोउन.. [/b]
आंशिका: ह्म्*म्म्मम, क्यूँ सिर्फ़ मैं ही हूँ क्या दोस्त और कोई नहीं है? तुम्हारी गर्ल फ्रेंड तुम्हे फोन नहीं करती

मैं: [b]जी.एफ.? उसके पास मेरा नंबर नहीं है और मेरे पास उसका[/b]
आंशिका: हैं?? ये कैसे जी.एफ.-बी.एफ. हो तुम? बात कैसे करते हो तुम लोग

मैं: अरे है ही नहीं मेरी कोई जीएफ
आंशिका: हे भगवान, तो सीधे सीधे नहीं बोल सकते. वैसे लगता नहीं की तुम्हारी कोई जीएफ ही नहीं है.

मैं: क्यूँ मैं क्या सलमान ख़ान हूँ?
आंशिका: नहीं फिर भी ऐसे ह, चलो तुम कहते हो तो मान लेती हूँ, दोस्त से झूठ थोड़ी ना बोलॉगे, राईट ?

मैं: येस मेम
आंशिका: फिर मेम ? मैं बात नहीं करूँगी अब

मैं: अरे वो वाला मेम नहीं बोला, ये तो ऐसे ही
आंशिका: ओके फिर सही है

मैं: आपका बीएफ आपसे फोन पर बात नहीं करता
आंशिका: नहीं यार, मैं भी तुम्हारी तरह तन्हा हूँ

मैं (फ्लर्ट करते हुए): ह्म तुम भी तन्हा मैं भी तन्हा, चलो अपनी तन्हाइयों को ख़त्म करते हैं और जीएफ बीएफ बन जाते हैं
आंशिका: हाँ क्यूँ नहीं, अपनी मों को तुमहरे यहाँ भेज देती हूँ शादी की बात भी कर लेंगी

मैं: अरे आप अपनी मों को क्यूँ तकलीफ़ दे रही हो मैं अपनी मों को भेज देता हूँ, हेहहेहेहहे
आंशिका: चुप रहो तुम, बहुत उछलते हो तुम, अभी से शादी करने की पड़ी है, क्या करोगे इतनी सी उमर मैं शादी करके हैं?

मैं: क्या करते हैं सब शादी करके? वोही करूँगा और मैने तो बस जीएफ बीएफ की बात करी थी तुमने ही शादी की बात करी सो यू आर डेस्परेट.
आंशिका: हाँ तो, आई एम् 27 इयर ओल्ड और डेस्परेट भी ना हूँ अब, तो कब हूँगी

(चलो साली की एज भी पता चल गयी धीरे धीरे इसकी फिगर, ब्रा साइज़ और पेंटी की साइज़ भी पता लगाने हैं)

मैं: तुम्हे झूठ बोलते हुए शरम नहीं आती?
आंशिका: मैने क्या झूठ बोला?

मैं: यही की यू आर 22 इयर ओल्ड. यू मस्त बी अराउंड 22.
आंशिका: पागल हो क्या, आई एम् 27, अपना बर्थ सर्टिफिकेट दिखाऊ क्या?

मैं: नहीं रहने दो
आंशिका: तुम्हे मैं 22 की क्यूँ लगी?

मैं: बस लगी
आंशिका: नो बताओ, मुझे भी सुन्नी है अपनी तारीफ़

मैं: अरे बाबा अब इसमें क्या बताऊँ , लगी तो लगी
आंशिका: (गुस्से से) ठीक है बाइ, गुड नाइट

मैं: अरे यार ऐसा क्या हो गो गया
आंशिका: कुछ नहीं हुआ, तुम नखरे कर लो

मैं: हे भगवान, आंशिका मेम को इतना गुस्सा आता है मुझे नहीं पता था
आंशिका: हाँ आता है,

मैं: अछा अब तुम ही बताओ कैसे एक्सप्लेन करूँ?
आंशिका: तुम्हे पता होगा, तुम मैं 22 की क्यूँ लगी

मैं सोच ही रहा था बोलने के लिए की क्या बोलूं तभी पीछे से आवाज़ आई. दीदीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई, कब से बोल रही हूँ, बालों मैं आयल कब लगावगी?
आंशिका: आ रही हूँ कन्नू.

आंशिका: सॉरी यार, वो कनिष्का के बालों मैं आयिल लगाना है, तुमसे कल बात करती हूँ ओक, सॉरी हाँ डोंट माइंड
मैं (टूटे दिल से): कोई नहीं, गो. डू आयिलिंग

आंशिका: और हाँ भूल मत जाना कल पूछूंगी यही बात की वाइ आई वाज़ लुकिंग ऑफ 22 टू यू
[b]मैं: ओक डियर.[/b]

आंशिका: ओके गुड नाइट,
मैं: या गुड नाइट फ्रेंड

साली की छोटी सिस ने सारी बात की माँ बहन चोद दी , बालों मैं तेल लगवाना था उसे, मन कर रहा था अपना लेस मल दूं उसके बालों मैं, खैर कोई बात नहीं अभी तो और रातें है बात करने के लिए. अब मेरा मोटिव था की इससे ओपन कैसे हूँ, मैने सोचा क्यूँ ना इसे इसी सवाल का जवाब देने मैं ओपन होने की ट्राइ करूँ, सो मैने सोच लिया की कैसे ट्राइ करूँगा ओपन होने के लिए.
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#8
थोड़ी देर बाद उसका मेसेज आया – “गुड नाइट, सो जाना टाइम से और हाँ भूलना मत बात को कल भी पूछूंगी”

मैने रिप्लाइ करा – ओके डियर, नहीं भूलूंगा चलो गुड नाइट, कल कॉलेज जाना है?

आंशिका रिप्लाइ – हाँ जाना है फ्रॉम 8 ऍम टू 2 पीयेम

मेरा रिप्लाइ – तो बात नहीं हो पाएगी उस बीच?

अंशी”स रिप्लाइ – मुश्किल है, मेसेज से बात करलेंगे ओक

मेरा रिप्लाइ – ओक, गुड नाइट

लोड़ा तो मेरा हमेशा की तरह तना ही हुआ था तो बस खोल ली सेक्स स्टोरीस साइट्स और बीएफ और आंशिका और उसकी छोटी बहन कनिष्का को उन पोर्न स्टार मैं देखता रहा.
नेक्स्ट डे सुबह 8:30 बजे, मैने उसे मेसेज करा

मेरा मेसेज : हाई , गूडमॉर्निंग, वेर आर यू ?
अंश’स रिप्लाइ: गूडमॉर्निंग, गोयिंग कॉलेज ,ऑन दा वे , बड़ी जल्दी उठ गये

मैं हाँ, जल्दी सो गया रात को,
अंश : ओक, मैने तुमसे कल शायद कुछ पूछा था उसका जवाब कब मिलेगा?

मैं हाँ हाँ याद है, आई नो, पर मेसेज पर नहीं दूँगा जवाब, कॉल पर ही दूँगा
अंश: क्यूँ, मेसेज मैं क्या प्राब्लम है?

मैं मुझे भी तो सुनना है तुम्हारा रीएक्शन क्या होगा मेरे आन्सर पर
अंश: ह्म, चलो ठेके है फोन पर ही बता देना

अंश: अछा मैं अब बिज़ी हूँ, बाद मैं बात करते हैं ओक
मैं ह्म, ठीक है बाइ

उस दिन, नून मैं मेरा दोस्त घर आया, बड़ा खुश नज़र आ रहा था, मैने पूछा क्या हुआ भाई इतना खुश क्यूँ है? हू बोला यार बड़े दिनों बाद चूत ली मज़ा आ गया. जब भी कोई मेरा दोस्त मुझे ये बोलता था की उसने लड़की को चोदा है तो मेरी झाँते जल जाती थी क्यूंकी मैं अभी तक वर्जिन था, पर मुझे प्रोस्तितुएस को चोदने का मन भी नहीं था वो सब उन्हे ही चोदते थे ज़्यादातर. मैने उसे पूछा किसे चोद आया? बोला -यार एक हाउसवाइफ थी, बड़ी मस्त उसके यहाँ गये थे मैं और मेरा दोस्त, बड़ी मस्त थी यार. मुझे दूसरों की चुदाई की कहानी सुनने मैं बड़ा आता था तो मैने उसे पूछा बता कैसे चोदा , कैसी थी वो. उसने बताना शुरू किया ----

हम कल रात को 9 बजे उसके घर गये साउथ एक्स मैं, पहले मेरा दोस्त गया उसके साथ रूम मैं उसे चोदने, उसका पति बैठा न्यूज़ देख रहा था और मैं तब तक उनकी 8 साल की बेटी के साथ बाहर खेल रहा था, फिर आधे घंटे बाद मेरा दोस्त बाहर आया और मैं अंदर चला गया. मैने देखा वो बेड पर नंगी पड़ी है और पसीने से तर बतर है, और उसके मोटे मोटे बूब्स उपर नीचे हो रहे हैं, वो ज़ोर ज़ोर के साँस ले रही थी, मैं उसे देख रहा था की उसकी नज़र मेरे उपर पड़ी और बोली – “ साले सिर्फ़ देखेगा क्या? जल्दी से कपड़े उतार और चढ़ जा , बाहर घूमने भी जाना है आज मुझे फॅमिली के साथ जल्दी आ”, तो मैने जल्दी से कपड़े उतरे और उसके पास गया और उसको ज़ोर का किस करा, उसकी साँसे ऑलरेडी गरम थी, 5 मिनट उसको किस करता रहा और उसके बूब्स को दबाता रहा और फिर उसकी नेक को चूमते हुए उसके बूब्स को चूमा और उसके निपल मुँह मैं लेकर काटे, उसने ड्रॉयर मैं से कॉंडम निकल मुझे दिया, मैने कॉंडम चदयया और उसे चोदने लगा, 15 मीं चोदा और मैं झड़ गया.

मैने कहा बस? ये तो यार KLPD है. बस गये और चोद आए. मेरा दोस्त बोला तो क्या पूरी सुहग्रात बनता उसके साथ? मेरी बीवी नहीं है हू. मैने कहा फिर भी यार कुछ मज़े तो करता ये क्या की बस जाओ और झाड़ कर आ जाओ, इससे अछा है की मूठ ही मार लो,
वो बोला सेयेल तूने अभी चूत का सवद चखा नहीं है तो ज़्यादा बकवास मत कर, यह सुनकर मेरी गांड सुलग गयी, पर मैने मन मैं सोचा – “ साले जिस माल को पटाने मैं मैं लगा हूँ अगर वो मान गयी तो मेरी रोज़ दीवाली है और तुम साले प्रोस्तितुएस को ही चोदते रहना ”.

थोड़ी देर बाद मेरा दोस्त चला गया, मैने फिर आंशिका को मेसेज करा – “फ्री हो गयी क्या?” उसने रिप्लाइ करा – “नहीं अभी नहीं, सी यु लेटर, बाइ”.

मैं यही सोच रहा था साली क्या कर रही होगी कॉलेज मैं जो इतनी बिज़ी है, ज़रूर किस स्टूडेंट से चुद रही होगी, और ये सोचकर मैने मूठ मारी उसकी याद मैं.

4 बजे मैने फिर उसको मेसेज करा – “ अब फ्री क्या? या अभी भी बिज़ी?”

5 मीं. बाद उसकी कॉल आई

आंशिका: हेलो, क्या यार पेशियेन्स नहीं है तुम मे? मैने कहा था ना की मेसेज कर दूँगी जब फ्री होंगी.
मैं: ओक सॉरी बाइ

और मैने फोन कट कर दिया, उसने फिर से कॉल करा, मैं कट करता गया. देन उसका मेसेज आया.

अंसिका’स मेसेज – क्या यार तुम तो बुरा मान गये, दोस्त से कुछ बोल भी नहीं सकते अब
मेरा रिप्लाइ [b] नो सॉरी, इट्स ओक यु डू युवर वर्क, मैं तो फ्री हूँ ना तो परेशन ही करूँगा[/b]

आंशिका’स रिप्लाइ [b]– सॉरी यार, लड़की की तरह नखरे कर रहे हो, मैं अब कॉल कर रही हूँ[/b]

अगर नहीं उठाई तो मैं भी बात नहीं करूँगी. देन उसने कॉल करा, मैने रिसीव कर लिया

आंशिका: हेलो, मिस्टर सडू
मे : हाँ भाई हूँ सडू

आंशिका: अरे सॉरी ना बाबा,तुम तो बहुत जल्दी बुरा मान जाते हो
मे : नहीं ऐसी बात नहीं है

आंशिका: अछा, चलो छोड़ो ये बताओ क्या करा पूरे दिन?
मे : कुछ ख़ास नहीं, बोर होता रहा, दिन मैं दोस्त आया था, उससे बातें करी , देन बाहर घूमने गया. तुम्हारा दिन कैसा रहा?

आंशिका: हाँ ठीक ही था, काम था आज भी
मे : हाँ वो तो मैं जानता ही हूँ की आज ज़्यादा काम था

आंशिका: हहेहहे, बस भी कर यार अब क्या मारेगा , ग़लती हो गयी बस
मे : ह्म्*म्म्म, और बताओ अब क्या करोगी?

आंशिका: कुछ नहीं फिलहाल, हाँ तू मेरको बताने वाला था कुछ
मे : (जानभुजकर अंजान बन कर) अछा! क्या बताने वाला था?

आंशिका: (गुस्सा हो कर) कुछ नहीं, मैं भी अब बात नहीं कर रही जा बाइ
मे : हहहे, अरे बाबा मज़ाक कर रहा था, याद है, तुम्हे उस सवाल का जवाब देना है, की मेर्को तुम 22 साल की क्यूँ लगी

आंशिका: हाँ तो बताओ
मे : मैं तो रीज़न तुम्हारी स्माइल, जैसे किसी बच्चे की होती है,

आंशिका: (साली खुश होते हुए ) अछा जी, मुझे तो नहीं पता थॅंक्स, और बोलो
मैं: और क्या बस

आंशिका: तुमसे कुछ पूछना ही बेकार है
मैं: यार तुम भी ना, फेस पर भी इतनी मेचुरिटी नजर नहीं आई, फेस से ही पता चल रहा था की यु आर फन लविंग पर्सन, तभी तो नंबर लिया तुम्हारा वहाँ

आंशिका : हाँ हू तो है, ई आम फन लविंग, थॅंक्स फॉर कॉंप्लिमेंट्स
मे ; अरे क्या कॉंप्लिमेंट्स यार, मैने सच बोला बस

आंशिका: सो स्वीट ऑफ यु , अछा अब मैं बतौन अब तुम्हारे बारे मैं
मे : या वाइ नोट, एस यौर विश

आंशिका: वेल तुम्हारी हरकतों को देख कर ही पता लग रहा था यु आर नोटी बॉय
मे : अछा जी, इधर उधर देखने मैं ही नोटी हो गया

आंशिका: अछा रहने दो, बस इधर उधर, मैं वहाँ ड्यूटी कर रही थी और सब की निगाहों पर नज़र था मेरी.

(मैं तो डर गया कहीं साली ने देख तो नहीं लिया उसके बूब्स को देखते हुए)

मैं (डरते हुए): क्यूँ क्या करा मैने?
आंशिका: बता दूं?

मे (फटी हुई हालत से): हाँ क्यूँ नहीं
आंशिका : तुम्हारे साइड मैं जो लड़की बैठी थी, जो शॉर्ट टॉप्स पहेंकर आती थी उसको ही घूरते रहते थे तुम

मेरी जान मैं जान आई ये सुनकर. नहीं ऐसे ही नज़र पड़ जाती थी उस पर, सबको देखते हुए

आंशिका (मुझे रोकते हुए): और उसी पर अटक जाती थी नज़र है ना?

(मैने सोचा चलो जब खुद ओपन हो रही है तो क्यूँ ना और ओपन होकर बात करूँ, सो मैं भी शुरू हो गया)

मैं: अब क्या करूँ, लड़कियाँ जब वहाँ भी ऐसे कपड़े पहेंकर आएँगी तो नज़र तो जाईगी ही, रोज़ तो शॉर्ट टॉप्स पहेंकर आती थी
आंशिका: ह्म, ये तो है, अब मिस्टर. का दिल भी तो कंट्रोल मैं कैसे रहे

मैं (फ्लर्ट करते हुए): वैसे सिफ उसी को नहीं देखता था मैं एग्ज़ॅम मैं
आंशिका: अछा जी, और कौन थी ऐसी वहाँ, और तो कोई नहीं थी जो शॉर्ट मैं.

मैं: क्यूँ सिर्फ़ शॉर्ट मैं ही लड़कियाँ सेक्सी लगती है
आंशिका: बोयस को तो वोही पसंद है

मैं: नहीं मैं वैसा नहीं हूँ, कपड़ों मैं भी लड़कियाँ सेक्सी लगती है, अपनी अपनी नज़रों का कमाल है
आंशिका: अछा कौन थी फिर हू खुशनस्सेब जिन्हे आपकी आंकों ने निहारा

मैं (हंसते हुए) थी बस एक
आंशिका: अछा जी मुझसे भी छिपाओगे, सही है दोस्त

मे : अरे यार तुम्हारी ही बात कर रहा हूँ
आंशिका (शरमाते हुए): चुप रहो तुम, मैं मोटी तुम्हे सेक्सी लगती हूँ

मैं: अरे किसने कहा मोटी हो, योउ आर हेल्थी , हू कौनसा वर्ड होता है, याद नहीं आ रहा, हाँ वो वोलुपतुयस वुमन
आंशिका (हंसते हुए और खुश होते हुए): हा हा... वोलुपतुयस वुमन , थॅंक्स कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ कर रहो मेरी अब बस भी करो.

मैं: तुम्हारी नहीं करूँ तो किसकी करूँ.

वो कुछ नहीं बोली

मैं: क्या हुआ शर्मा गयी यार तुम तो
आंशिक (विद शाइनेस): नहीं ऐसी बात नहीं

मैं: रहने दो यार, शर्मा गयी तुम तो, यार वांट टू सी यु व्हेन यु आर फीलिंग शाइ, मस्ट बे लुकिंग आसम
आंशिका: अछा.

मैं: और नहीं तो क्या, एक तो वैसे ही किसी यंग लड़की की तरह तुम्हारा फेस है और क्यूट से स्माइल और उपर से ये शाइनेस, यार कहीं प्यार ना हो जाए तुमसे ऐसे तो
आंशिका (शरमाते हुए): डोंट वरी नहीं होने दूँगी

(मैने कौनसा तेरे से प्यार करना है बस चूत चाहिए)

मैं: ह्म, देखते हैं क्या होता है
आंशिका: ओक, अछा सुनो कल रात को बात नहीं हो पाएगी

मैं: क्यूँ?
आंशिका: हू मेरी फ्रेंड है कॉलेज मैं, उसकी कल मॅरेज है, सो वहाँ जाउंगी मैं

मैं: ओक, चलो उसको कोन्ग्रट्स कर देना मेरी तरफ से भी ओक
आंशिका: ओक, और बताओ

मैं: बस कुछ नहीं, तुम बताओ कुछ ,मैने इतना बताया तुम्हारे बारे मैं
आंशिका: ह्म, मैं इतना नहीं जानती तुम्हारी बारे मैं क्यूंकी मैं तुम्हे वहाँ हर वक़्त नहीं निहारती थी, सबको देखना होता था.

मैं: कोई बात नहीं तो अब देख लो
आंशिका: अब देख लूँ कैसे?

मैं: आई मीन तो से की, यार मिलते हैं बाहर कहीं,घूमने चलते हैं या फिर मूवी, घर मैं बोर होता रहता हूँ मैं
आंशिका: हाँ ये तो सही है, बोर तो मैं भी होती हूँ

मैं: तो बोलो कहाँ चलना है?
आंशिका: परसों कहीं चलते हैं, बोलो मूवी देक्कने चलें या सिर्फ़ घूमने?

मैं: कुछ भी चलेगा यार
आंशिका: मूवी चलते हैं, बड़े टाइम से नहीं देखी.

मैं: ओक, तुम मूवी सेलेक्ट करके बता देना और सिनिमा हॉल आंड टाइम भी, वहीं चलेंगे ओक
आंशिका: 6 से 9 का ही देख पाएँगे क्यूंकी उससे पहले कॉलेज यो नो

(मैं भी तो यही चाहता था की स्या तो 9 से 12 या फॉर 6 से 9 लवर्स टाइम, हहेहे)

मैं: नो प्रॉब्लम्स डियर, तुम कहो तो 9 से 12 का भी चल लूँगा
आंशिका: नहीं 9 से 12 नहीं हू तो बहुत लत एहो जाएगो, 6 से 9 ही सही है

मैं: ओक ठीक है, पर लास्ट टाइम पर नो बहाना की नहीं आ सकती या कोई काम है, मैं गुस्सा हो जौंगा फिर से
आंशिका: ओक मिस्टर. सादु, पक्का आउंगी ओक

मैं: ठीक है मैं तुम्हे 5 बजे पिक कर लूँगा कॉलेज से ओक?
आंशिका: नहीं कॉलेज पर मत आना, कॉलेज के पास स्टॅंड है ना. वहाँ आना.

मैं: क्यूँ दर लग रहा है की कॉलेज मैं कोई कुछ और सोचेगा
आंशिका: हाँ यही समझ लो

मैं: ओक, बस स्टॅंड पर आ जाऊँगा ओक
आंशिका: मिस्टर, टाइम देखा है, हमे 2 घंटे हो गये बात करते हुए, इट्स 7 ओ’ क्लॉक नाउ, चलो मैं अब खाना बनाना जेया रही हूँ, ओक बाइ

मैं: ओक बाइ
आंशिका: बाइ एड थॅंक्स

मैं थॅंक्स किसलिए?
आंशिका: मैने अपनी इतनी तारीफ़ कभी नहीं सुनी एक बार मैं.

मैं: नो नीड टू से थॅंक्स योउ वोलुपतुयस वुमन
आंशिका (ज़ोर से हंसते हुए): हेहहहे, चलो बाइ, नॉटी बॉय, टाइम से सो जाना

मेरे तो हर कॉल के बाद मज़े आते जा रहे थे, साली धीरी धीरे ट्रॅक पर आ रही थी, उसको चोदने की चाहत मेरी बेचनी बदती जा रही थी की मैं बात नहीं सकता था, उसकी वजह से मेर्को दिन मैं 3 या 4 बार मूठ मारना पड़ता था, बस यही सोचता रहता था की साली की चूत कब मिलेगी
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#9
उसी दिन रात को दस बजे मेसेज आया

अंशिका का मेसेज - खाना वाना हो गया मिस्टर?
मैं : हाँ हो गया और तुम्हारा भी?

अंशिका'स रिप्लाइ: हाँ खा लिया, क्या कर रहे हो?

(मैं उस वक़्त पॉर्न मूवी देख रहा था)

मैं: डिस्कवरी चॅनेल देख रहा हूँ, तुम क्या कर रही हो?
आंशिका: ओह, कुछ नहीं ऐसी ही बैठी थी.

मेरा रिप्लाइ: क्यूँ आज सिस्टर के बालों मैं आयिल नहीं लगाना
अंश’स रिप्लाइ: बेवकूफ़, रोज़ थोड़ी ना लगते हैं.

मैने उसे कॉल करा

आंशिका (धीमे से बोलते हुए): हेलो
मैं: इतनी धीरे क्यूँ बात कर रही हो

आंशिका: क्यूंकी सिस पढ़ रही आयी, उसके एंट्रेन्स एग्ज़ॅम्स आने वेल हैं और ये सोने का भी वक़्त है सब सो रहे हैं
मैं: ओक, तो तुम सब एक ही जगह सोते हो?

आंशिका: पागल हो क्या? मैं और मेरी सिस एक रूम मैं सोते हैं
मैं कब तक पड़ेगी वो ?

आंशिका: देर तक ही पड़ती है वो, शायद रात के 2 या 3 बजे तक
मैं: अछा जी, बड़ी स्टूडियस गर्ल है

आंशिका: हाँ, वो तो है,आई वांट तू सी हर सक्सेस्फुल इन हर लाइफ

(आंड आई वांट टू सी हर इन माय बेड )

मैं: ओक गुड
आंशिका: तुम कब सोएगे?

मैं: सो जाऊंगा अभी मन नहीं है
आंशिका: पर मेर्को तो अब नींद आ रही है, थकी हुई हूँ

मैं: ओक देन सो जाओ, कल बात करते हैं
आंशिका: थॅंक यु बाइ गुड नाइट

मैं: गुड नाइट,


फिर नेक्स्ट डे मॉर्निंग मैने उसे वोही मेसेज करा की कहाँ हो और वोही सब बातें चोदी जो कल चोदी थी, आज रात उससे बात नहीं हो पाई क्यूंकी उसे मॅरेज मैं जाना था अपनी फ्रेंड की. पर कोई बात नहीं अभी तो और रातें है, आज रात फिर से सेक्स स्टोरीस और बीफ देख कर निकल लेता हूँ.

फिर नेक्स्ट डे जैसे हमने डिसाइड करा था की हम मूवी देखने जाएँगे और हू मुझे बताएगी की कौनसी मूवी और कोनसे सिनिमा हॉल मैं, उसने मुझे मेसेज करके बता दिया और कहा की ठीक 4:30 उसको उसके कॉलेज के बस स्टॅंड पर मिलूं. मैं ठीक टाइम पर वहाँ पहुँच गया और मेडम ठुमकती-[b]ठुमकती 5 बजे आई. उसने लाइट पिंक कलर का सूट पहें रखा था. जिसमें से उसकी ब्रा दिख रही थी और उसे डिज़ाइन्स भी, और उसके आर्मपिट्स गीले थे पसीने से, आई नो की दे आर स्टिंकी बट दे एक्साय्त मी वेरी मच , पता नहीं क्यों. [/b]फिर हमने एक दूसरे को ग्रीट करा और वो मेरी बायक पर बेठी और हम चल पड़े सिनिमा हॉल की तरफ. मैने बायक पर कोई जान बुझकर ब्रेक्स नहीं मारे ना ही उसने मुझे कस कर पकड़े हुए थी, वो थोड़े डिस्टेन्स पर बैठी थी मेरे से पर उसके बूब्स ना के बराबर ही टच हो रहे थे और मेर्को भी थोडा थोडा डर लग रहा थी की मैं फर्स्ट टाइम किसी लड़की के साथ अकेले मूवी देखने जा रहा हूँ, ऐसा लग रा था की अपनी वर्जिनिटी लूस करने जा रहा हूँ. हाँ एक बात तो बताना ही भूल गया मेर्को लगा की शायद आज ही इसे चोद दूँगा तो अपने एक फ्रेंड से मैने कॉंडम ले लिया था, उसने पूछा की क्यूँ ले रहा है मैने झूठ कहा की इसे पहेंकर मूठ मारूँगा बड़ा मज़ा आता है वो हँसने लगा.

हम सिनेमा हॉल पहुँचे अभी फिल्म स्टार्ट होने मैं थोडा टाइम था तो हम कॅफेटीरिया मैं बैठे थे,वो मुझे कल रात की शादी के बारे मैं बता रही थी और मैं कभी उसके बूब्स, कभी आर्मपिट्स और कभी उसके लिप्स को ध्यान से देखता रहता, मेरा डर थोडा खुल सा गया था उसके साथ की हम ओपन तो ही चुके हैं अगर उसने पूछ भी लिया की क्यूँ देख रहे हो तो बता दूँगा पर मेरे ख्याल से उसने नोटिस ही करा ये और ना ही मेरे से पूछा हाँ पर जब मैं और लड़कियों को ध्यान से देखता तो वो ज़रूर पकड़ लेती और मुझे टोकती रहती. वहाँ पर एक लड़की शॉर्ट्स मैं आई, मैं उसकी लेग्स को देख रहता घूर घूर कर, उसने मुझे बोला एकदम से – बस मिस्टर नॉटी बॉय, इतना भी नहीं घूरते अच्छी बात नहीं होती, मैं कुछ नहीं बोला और उसे देख कर मुस्कुराता रहा. हमने कोल्ड कॉफी ऑर्डर करी थी, हम उसे पीने लगे, कोल्ड कॉफी उसके लिप्स पर लग गयी थी, मेरा मान कर रहा था की उसके लिप्स अपनी जीभ से चाट कर सॉफ कर दूँ पर साली की जीभ बाहर आई और सारा माल चाट कर अंदर ले गयी. उसने दूसरी सीप ले, एक ड्रॉप टपक कर उसके बूब्स के उपर सूट पर गिर गयी थी, एक ड्रॉप के वजह से उसे पता नहीं चला वो अपने मज़े से कॉफी पी रही थी पर मेरा मन तो अब पूरी कॉफी से हटकर उसी ड्रॉप के उपर अटक गया था, मुझे तो बस वो ड्रॉप टेस्ट करनी थी पर वो तो इंपॉसिबल थी उस वक़्त.

फिर कॉफी ख़तम करके वो बोली की मैं अभी लू से हो कर आई, मैने सोचा ज़रूर पेड ठीक करने गयी होगी, 10 मिनिट बाद वो बाहर आई, हेअर्स एकदम सेट, सूट भी एक दम सेट, फेस भी वॉश कर के रखा था, साली ये तो मेरा ऐसे ही झाड़वएगी, खैर अब पिक्चर स्टार्ट हो गयी थी हम अंदर गये, अपनी रो मैं गये और बैठे, मैं यही विश कर रहा थी की हुमारे साथ कोई कपल भी हो जो साले वहीं सब कुछ कर रहे हों पर उसकी साइड तो दो लड़कियाँ बैठी थोड़ी छोटी सी और मेरी तरफ साउथ इंडियन कपल था जो अंधेरे मैं बिल्कुल नहि दिख रहे थे. पिक्चर स्टार्ट हुई, मेरा मन पिक्चर देखने का नहीं था अंशिका की बॉडी देखने का था तो मैने अपनी सीट पर पीछे होकर आराम से बैठ आगे और आंशिका के बॉडी को निहारने लगा, वो आराम से मूवी देख रही थी. मैं साइड से उसके बूस की गोलाईओं को देख रहा था. उसके बूब्स अंदर बाहर हो रहे थे, फिर मेरी नज़र उसकी नेक पर गयी , क्या नेक थी यार, बस चाटने और चूमने का मान कर रहा था, उसके सॉफ्ट इयर्स, चीक्स लिप्स, साली क्या चीज़ है.

[b]फिर उसका हाथ एकदम से उसकी साइड मैं आया और उसकी ब्रा को ठीक करने लगा और ठीक करके वापस चला गया, मैने सोचा यार मेरे से बोलती तो मैं ही ठीक कर देता खैर कोई बात नहीं, फिर मेरा मन करा इसकी जांघें देखने का. मैं एक दम आगे हो गया जिससे वो न देख पाए और स्क्रीन की तरफ फेस करके मैने आँखें नीचे कर ली जिससे उसकी थाइस देख पा रहा था मैं. साली की मस्त थाइस थी, एक-दुसरे से चिपकी हुई मोटी मोटी, और उसकी चूत ऐसी उन दोनो थाइस के बीच मैं चुप कर बैठी थी जैसे थाइस उसकी चूत का रक्षा कर रही हो, मन कर रहा था उसकी थाइस पकड़ के सहलौं और दबौं पर कुछ नहीं कर सकता था.[/b]

मैने पिक्चर देखी थोड़ी से तभी कुछ आवाज़ आई, पर समझ मैं नहीं आया की क्या है? मैने आंशिका को देखा वो तो आराम से मूवी देख रही थी, मैने उसके साइड मैं देखता हू लड़कियाँ भी आराम से मूवी देख रही थी. फिर मैने अपनी साइड मैं देखा की वो साउथ इंडियन कपल एक दूसरे को चूम रहे हैं, मेने कहा चलो मेरे तो मज़े आ गये. मैं उन्हे तिरछी निगाहों से देखने लगा, हज़्बेंड मेरी तरफ बैठा था और उसकी वाइफ दूसरी तरफ. सो मैं ढंग से देख नहीं पा रहा था की बेचारी के साथ इस [b]सिनेमा हाल मैं क्या ज़्यादती हो रही है. [/b]उसका हब्बी उसे किस करता और वो उसे हटाने की कोशिश करती और अपनी लॅंग्वेज मैं भी कुछ बोलती जो मुझे समझ मैं नहीं आया, उनका ये प्रोग्राम चल ही रहा था की इंटर्वल ने उनके साथ के एल पी डी कर दिया, सारे हॉल की लाइट जल गयी, मैने अंशिका को देखा और मुस्कुराया और वो भी मुस्कुराई और उसने अंगड़ाई ली लंबी सांस के साथ जिसे उसके बूब्स [b][b]एकदम [/b]बाहर आ गये और कहने लगे – “प्लीज़ हमें दबा दो”. [/b]

वो पूछने लगी कैसी लग रही है मूवी ? मैने देखी ही नहीं ढंग से तो क्या बोलता, मैने कहा सही है अब तक तो. वो बोली स्लो है, मैने मन मैं उन साउथ इंडियन कपल के बारे में सोचते हुए कहा की – हाँ स्लो है, क्या पता इंटर्वल के बाद अच्छी हो , कुछ आचे सीन्स आयें, वो बोली हाँ , लेटस सी. वो साउथ इंडियन बाहर गयी और फिर थोड़ी देर बाद आई.

मैने ध्यान से देखा उसका ब्लाउस ढीला था पहले से मैने सोचा की कहीं साली ब्रा निकल कर तो नहीं आई, क्यूंकी जिन निगहों से [b]वो अब एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे कोई भी जान जाता. [/b]

[b]फिर मूवी फिर स्टार्ट हो गयी, 10 मिनिट बाद वो दोनो फिर स्टार्ट हो गये, वो उसे जम कर किस कर रहा था, पुच-पुच की भी आवाज़ आ रही थी हल्की-हल्की और उसकी पत्नी बच्चो की तरह किलकारियां मार रही थी हर किस के बाद. [/b][b]फिर मैने देखा उसका पति उसकी छाती पर मुँह लगाया बैठा है , मैं समझ गया साला उसकी चुचियाँ चूस रहा है और वो बेचारी डर के मारे मूवी देख रही थी आँखे बंद कर के जिससे किसी को शक़ ना हो पर यहाँ तो मेरी आँखें सब रेकॉर्ड कर रही थी, पर मैं कुछ भी नहीं देख पा रहा था ढंग से. [/b]

10 मीं तक वो उसके बूब्स के साथ ही लगा रहा देन हू सीधा बैठ गया और मूवी देखने लगा, मेर्को लगा की अब ओवर सो मैं भी एक दम पीछे हो गया और फिर से आंशिका के बूब्स देखने लगा, तभी बगल से हिलने की आवाज़ आई, मैने फ़ौरन लेफ्ट मैं देखा की वो लेडी अपने हब्बी का लंड पकड़ कर मूठ मार रही थी, मेरा तो लोड़ा तन गया बुरी तरह , वो हिलाते-हिलाते कभी रुक जाती फिर शुरू हो जाती. 10 मीं बाद उसका पति झड़ गया, मैने देखा की वो दोनों हँसी कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं, पर मेर्को समझ नहीं आया की क्यूँ हंस रहे हैं साले मेरी नज़र आगे वाली सीट पर गयी जिस पर कोई लड़की बैठी थी जिसके बाल उसकी सीट के पीछे लटक रहे थे और उस पर उस आदमी के लेस की ड्रॉप थी, ये देखकर तो मेरी भी हँसी छूट गयी, पर मैने बहुत कंट्रोल करा, क्यूंकी [b]फिर वो कपल समझ जाते की मैं मूवी नहीं उनको देख रहा था.[/b]


मूवी ओवर होने के बाद हम एक रेस्टोरेंट में गये, वहाँ पर वो मूवी की बात कर रही थी और मेरे पास कुछ बोलने को था ही नहीं, वो तभी बोली – “कैसा रहा शो?” मैने कहा सही ही था, पैसा वसूल, वो बोली – अरे मूवी का बात नहीं कर रही डियर तुम्हारे साथ वाली सीट का शो कैसा रहा?

मैं: हंस के बोला – हाँ वो तो एकदम मस्त था, तुमने भी देखा क्या?
आंशिका : हाँ बीच मैं नज़र पढ़ गयी थी

मे : मेरी तो सारा टाइम वहीं पर नज़र थी
आंशिका: क्या कर रहे थे वो लोग?

मैं: जो सब करते हैं
आंशिका: बताओ भी, शर्मा रहे हो तुम तो

मैं: किस कर रहे थे और फोरप्ले कर रहे थे

ये सब सुनकर उसके फेस पर शाइनेस और क्यूरोसिटी साफ़ दिख रही थी, मैने सोचा क्यूँ आन इस शाइनेस को ख़तम करके उसको गरम करा जाए और वैसे भी मुझे ज्यादा मेहनत नहीं करनी पद रही थी हू खुद ही बड़बड़ कर बातें कर रही थी.

आंशिका: बताओ ना क्या कर रहे थे वो दोनो.
मैं: विस्तार से बताऊँ ?

आंशिका (विद [b]क्यूरोसिटी): हाँ, डीटेल्ड[/b]

मैने सोचा चलो अपनी तरफसे कुछ बातें जोड़ के बोल दूँगा, देखता हूँ इसकी चूत मैं कितनी खुजली है.

मैं: पहले तो वो किस कर रहे थे 15 मीं. फिर उसके पति ने उसके पकड़ लिए.
आंशिका: हाथ?

मैं: हाथ भी कोई पकड़ने की चीज़ होती है, (मैने उसके बूब्स की तरफ इशारा करके कहा) ब्रेस्ट्स पकड़ ली उसने अपने हाथों से.

वो शर्मा के मुँह नीचे करके हँसने लगी, मैने कहा अरे भाई इसमें हँसने की क्या बात है? [b]वो बोली – कुछ नहीं ऐसे ही, और बताओ. [/b]मैने कहा और क्या अब तुम अब मेर्को उसकी ब्रेस्ट का साइज़ तो पता नहीं था. तो वो तो नहीं बता सकता ना, वैसे मस्त थी उसकी ब्रेस्ट्स, वो और ज़ोर-ज़ोर के शर्मा-शर्मा के हँसने लगी. मैने कहा अगर उसका हब्बी बीच मैं एक बार चला जाता ना तो एक बार मैं भी पकड़ लेता. 

उसने घुर के पूछा शॉक होते हुए – क्या पकड़ लेते? किसका?

मैने कहा उसकी वाइफ के बूब्स पकड़ लेता मस्त लग रहे थे.

वो बोली – योउ अरे नास्टि गाइ, मैने कहा इसमें नास्टिनेस्स की क्या बात है, सब का मन करता है तो मेरा भी कर रहा था (मैने उसके बूब्स की तरफ देखते हुए बोला). अब और किसी के तो पकड़ नहीं सकता था ना, वो बोली और किसके पकड़ने थे तुम्हे? मैने बिना कुछ सोचे समझे बोल दिया – जो मेरे साथ बैठी थी उसके पकड़ने हैं मुझे. वो झूठा गुस्सा दिखाकर बोली – चुप रहो बहुत बदतमीज़ हो. 

मैने कहा - लो खुद ही पूछती हो और जवाब नहीं दूं तो गुस्सा हो जाती हो और दूं तो भी गुस्सा होती हो, तुम बताओ क्या करूँ मैं?
वो मेरी बात काटते हुए बोली – अछा ठीक है बस.
मैने कहा क्या ठीक है? कुछ ठीक नहीं है, सब मज़े करते हैं मुझे छोड़कर.
वो बोली – अब क्या हुआ?
मैने कहा मुझे भी पकड़ने हैं, प्लीज़ लेट मी.

मुझे टोकते हुए बोली- देखो अगर तुम चुप नहीं हुए तो मैं चली जाउंगी और फिर कभी नहीं मिलूंगी ना ही फोन पर बात करूँगी. ये सुनकर मैं चुप हो गया और चुप-चाप वहाँ बैठ के हम डिन्नर करने लगे. वो बीच-बीच मैं बात भी कर रही थी और मैं ढंग से रिप्लाइ नहीं कर रहा था.
 
वो हंसती तो मैं एक झूठी सी स्माइल पास कर देता उसको जताने के लिए की मैं रूठा हुआ हूँ. पर शायद उसे पता नहीं चला था. देन हम डिन्नर के बाद बाहर गये और आइसक्रीम ली. हम दोनो ने डिफरेंट फ्लेवर लिया, उसने अपनी आइसक्रीम टेस्ट करने के लिए ऑफर दिया और मुझे उस तरफ से देने लगी जहाँ से उसने नहीं खाई थी, मैने कहा मुझे उस तरफ से भी चाहिए (जहाँ से उसने बाइट ली थी). वो कुछ नहीं बोल पाई और मैं उस आइसक्रीम की बाइट मैं उसके लिप्स और टंग का टेस्ट ढूंढने लगा और फिर उसने मेरी आइसक्रीम की [b]बाइट ली, पर दूसरी साइड से. [/b]हम आइसक्रीम खाते खाते पार्किंग मैं गये जहाँ मेरी बायक खड़ी थी. हम दोनो बायक का सहारा लेकर खड़े हो गये और बातें करने लगे, मैने उसे वहाँ भी थोडा कोल्ड रेस्पॉन्स दिया और उसने पूछा –

आंशिका : क्या हुआ? उखड़े उखड़े क्यूँ हो?
मैं: कुछ नहीं, ऐसे ही

आंशिका: अछा झूठ मत बोलो, बता भी ना क्या हुआ? अच्छे नहीं लग रहे ऐसे तुम, प्लीज़ बताओ
मैं: अरे कुछ नहीं बाबा, बस ऐसे ही

उसे शायद पता था की मैं क्यूँ ऐसे मूड मैं हूँ पर हू मेरे मुँह से सुनना चाहती थी

आंशिका: बताओ ना यार
मैं: अरे कुछ नहीं यार

और थोड़ी देर तक वो पूछती रही और मैं ऐसे ही मना करता गया, एंड मैं उसने हार मानकर खुद ही बोल दिया

आंशिका: यार जो तुम करने को कह रहे थे, इट्स नोट गुड यार, प्लीज़ अंडरस्टॅंड.
मे : मैने कुछ कहा क्या?

आंशिका: मुझे पता है, तुम नहीं कह रहे इसका मतलब ये नहीं की मैं जानती नहीं.
मैं: अछा, फिर अब क्या?

आंशिका : यार विशाल, कैसे समझाउं तुम्हे, प्लीज़ यार ट्राइ तो अंडरस्टॅंड
मैं: आई अंडरस्टॅंड, इट्स ओक

आंशिका (साइलेंट और नीचे की तरफ सिर झुकर कड़ी थी): यार थिस इस नोट डन
मैं : आई नो इट वोंट डन
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#10
आंशिका: यार मैने कब कहा की इट वोंट बी डन, बट गिव सम टाइम,
मैं: उससे क्या होगा?

देन हम दोनो चुप छाप रहे 5 मीं. तक, मैं कहीं और देखता रहा और वो कहीं और थोड़ी देर बाद वो बोली, यार विशाल किस तक तो ठीक है बट आई डोंट थिंक सो डूयिंग एनितिंग फर्दर.

मैं: किस तक तो दी नहीं एंड टॉकिंग अबौट फर्दर थिंग्स.
आंशिका: ओक बाबा, गिविंग ना. वाइ गेटिंग अपसेट.

मेरी तो जैसे ज़िंदगी बन गयी और साथ साथ फट भी रही थी क्यूंकी आजतक मैने सपनो के अलावा कभी भी किसी लड़की को रियल मैं किस नहीं करा था और ना ही कुछ और करा था और ना ही मैं किस करना जानता था ढंग से, तो मैने सोचा क्यूँ ना उसी को करने दूं. वो मेरे पास आई और मेरी आँखों मैं देखे लगी और बोलने लगी – इसके बाद नो मूड ऑफ ओक?

मैने कुछ नहीं बोला, उसके कहा – अब बाबा करोगे भी या नहीं, मैं आगे हुआ उसकी तरफ और वो थोड़ी उपर उठकर उसने मेरे चीक्स को किस कर दिया, मैं उसे देखने लगा, वो बोली - डूयिंग ना, होल्ड ओंन. देन उसने मेरे 2न्ड चीक पर किस करा और फिर मैने भी उसके दोनो चीक्स पर किस करा (वो मेरे इतने पास आ चुकी थी की उसकी साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने की वजह से उसके बूब्स मेरे से टकराते और कहते – प्लीज़ हमें दबा दो, पर मैने अपने आप को रोके रखा, फिर उसने मेरे लिप्स को चूमा और मैने भी उसके लिप्स अपने लिप्स से पकड़ लिए और उसने अपनी टंग मेरे मुँह मैं डाल दी. मैं पहले उसकी टंग तो अपनी टंग से चाटने लगा और फिर उसकी टंग को अपने मुँह मैं पकड़ कर आगे पीछे चूसने लगा. ऐसा मैंने एक पोर्न मैं देखा था. 5 मीं करने के बाद हम दोनो अलग हो गये, वो मेरे से नज़रें नहीं मिला रही थी, मैने उसकी चीन को उपर करा और देखा. वो हंस रही थी और शर्मा रही थी, मैने मौके का फ़ायदा उठाया और बोला – जान प्लीज़, वन मोर थिंग, प्लीज़. 

उसने एक दम ना मैं सिर हिला दिया, मैं उसे प्लीज़ प्लीज़ करता रहा और प्लीज़ प्लीज़ करते करते अपने हाथ उसके बूब्स पर ले जाकर रख दिए और वो मना करती रही फिर मैने अपने दूसरे हाथ से भी उसके [b]बूब्स पकड़ लिए और अब मेरे दोनो हाथ उसके बूब्स पर थे और वो बोले जा रही थी – प्लीस विशाल नोट टुडे, नोट टुडे और मैं उसके बूब्स को अपने हाथों मैं भर लिया वो एकद्ूम चुप हो गयी और फिर मैने अपने हाथों को उसकी चेस्ट की तरफ प्रेस करा जिसे उसके बूब्स सूट के उपर से बाहर आने लगे, मैं तो जैसे हवा मैं उड़ रहा था, समझ मैं नहीं आ रहा था की क्या करूँ, वो पीछे हटने लगी , [/b]
मैने उसके बूब्स को पकड़ कर उसे फिर से वापस आगे कर लिए और ज़ोर से उसके दोनो बूब्स दबा दिए फिर उसने अपने हाथ मेरे हाथ पर रखे और मेरी आंकों मैं आँखें डाल कर कहा, विशाल बस प्लीज़ अब तो हो गयी ना दोनो चीजे अब बस करो प्लीज़, मैने उसके बात मान ली और हम दोनो अब बायक पर बैठ गये,
वो पहले की तरह मेरे से दूर बैठी थी जिससे उसकी ब्रेस्ट टच नहीं हो पा रही थी मेरे से, मैने बायक स्टार्ट करी और हम चल पड़े. वो रास्ते मैं बोली – इतनी धीरे क्यूँ चला रहे हो बायक ? कल पहुँचाओगे क्या?
मैने कहा तुम इतनी देर क्यूँ बैठी हो?

वो बोली – मतलब?
मैने कहा _ मतलब यह की मेरे से सट के बैठो तो बायक की स्पीड तेज़ हो सकती है नहीं तो बैठी रहो आराम से बायक भी आराम से चल रही है ,
वो बोली- तुम ना एकद्ूम पागल हो,
मैं बोला – सो तो हूँ. हू मेरे से चिपक गयी और उसका दांया बूब मेरी बेक से लग गया वाव क्या फीलिंग थी, काश मेरे पीछे भी दो हाथ होते, फिर मैंने बायक की स्पीड तेज़ करी और उसको उसके घर के पास वाले बस स्टॉप पर छोड़ दिया जहाँ वो रोज़ बस से उतरती थी. मैं उससे एक गुड नाइट किस माँगी रात को 10 बजे कोई बस स्टॉप पर था भी नहीं,
उसने बोला – अछा जल्दी करो, मैने अपना हेल्मेट उतरा और उसने जल्दी से अपने लिप्स मेरे लिप्स को चूमा और गुड नाइट बोलकर चली गयी. मैं भी खुश होता हुआ घर चला गया.

घर पहुँचकर मैने उसे रात को 11 बजे मेसेज करा.

मैं हाय , थॅंक यु सो मच
आंशिका’स रिप्लाइ : हाय .. थॅंक्स किस लिए?

मैं फॉर गिविंग मी टाइम एंड आ वेरी स्वीट किस आंड उसके लिए …. यु नो
आंशिका: हां , इट्स ओक नो नीड टू थॅंक्स, चलता है, पर आइन्दा से कोई ज़िद नहीं, आज तो मैने मान ली, क्यूंकी तुम्हारा उदास चेहरा नहीं देखा जेया रहा था..

मैं क्या करूँ, मैं बहुत जल्दी उदास हो जाता हूँ, लोल . अभी क्या कर रही हो तुम?
आंशिका”स रिप्लाइ : कुछ नहीं , ऐसे ही टेरेस पर घूम रही हूँ नींद नहीं आ रही.

मैने उसका मेसेज पढ़ कर उसे कॉल करी अब.

मैं हेलो डियर
आंशिका: हाय , इस समय कॉल क्यूँ करी?

मैं ऐसे ही तुम्हे भी नींद नहीं आ रही और मुझे भी.
आंशिका: तुम तो बस रहने दो, सब पता है मुझे

मैं अछा जी क्या पता है ऐसा?
आंशिका: बस पता है, सब बातें नहीं बताई जाती.

कुछ देर कुछ भी नहीं बोला.

आंशिका: क्या हुआ? चुप क्यूँ हो?
मैं ऐसे ही यार, कुछ बोला ही नहीं जा रहा, तब से हवा मैं उड़ रहा हूँ.

आंशिका: ओहो, अब ऐसा भी कुछ नहीं हुआ, इट वाज़ नॉर्मल, तुम तो कई लड़कियों के साथ कर चुके होगे.
मैं पागल हो क्या, मैने पहले कभी किस नहीं करा, और किस तो फिर भी ठीक है बट वो तो मैं कभी सोच भी नहीं सकता था.

आंशिका: क्या वो ?
मैं यार वोही, ज ज ज ज..जो तुम्हारी ब्रेस्ट पर हाथ रखे थे. मैं पागल हो गया था.

आंशिका: उसके बारे मैं तो तुम बात ही नहीं करो तो अछा है, मैं बहुत गुस्सा हूँ.
मैंसॉरी यार, बट मैं क्या करूँ, वो हॉल मैं कपल को देख कर मेरे से रहा नहीं गया.

आंशिका: चलो वो ठीक है, समझ आता है, बट इसका मतलब खुले आम पकड़ लोगे, और दबा दी थी तुमने वहीं पर ज़ोर से, तुम्हे पता है मैं कितना डर गयी थी, वहाँ ओपन मैं तुम्हे ऐसा नहीं करना चाहिए था यार.

(चलो मतलब उसे ब्रेस्ट दबाने से कोई ऐतराज़ नहीं, मेरी तो निकल पड़ी थी) ये सुनकर मैने कहा..

मैं सॉरी यार, कंट्रोल नहीं हुआ मुझसे और मैने वहीं पकड़ लिए पार्किंग मैं. पर मैं क्या करूँ वो भी मुझसे कह रहे थे ऐसा करने को.
आंशिका: वो? कौन वो? और क्या कह रहे थे?

मैं तुम्हारी ब्रेस्ट खुद ही आगे बढ़ बढ़ कर कह रही थी की हूमें पकड़ लो. लोल ...
अंशिका : (हंसने लगी ) तुम ना बिल्कुल पागल हो, कुछ भी बोलते हो.

मैं अरे मेरको जो फील हुआ वो बोल दिया और क्या.
आंशिका: हाँ बहुत फील करते हो तुम, तभी पार्किंग मैं शुरू हो गये.

मैं हहेहहहे, योउ नो योउ अरे वेरी स्वीट.
आंशिका: यआ आई नो.

मैं सच मैं यार उन्हे पकड़ के मज़ा आ गया.
आंशिका: क्यूँ पहले कभी नहीं पकड़े?

मैं ना, नेवेर.
आंशिका: झूठ बोल रहे हो.

मैं अरे सच मैं यार, तुमसे क्या छुपाना.
आंशिका: चलो यकीं कर लेते हैं.

मैं यार वैसे तुम्हारे कितने बड़े हैं
आंशिका: क्या मतलब?

मैं यार दोनो मेरी हथेली मैं नहीं आ रहे थे.
आंशिका: ह्म, आई नो.

मैं मे आई नो यौर साइज़?
आंशिका: क्यूँ करना है?

मैं यार पता तो हो जो चीज़ हाथ मैं ली, वो थी कितनी बड़ी
आंशिका: हहेहेहहे, तुम सच मैं पागल हो बहुत बड़े पागल

मैं बताओ ना प्लीज़.
आंशिका: इट्स 32 dd

मैं डीडी ?
आंशिका: हाँ, नेक्स्ट तो कप डी .

मैं (शॉक होते हुए और हंसते हुए) इतने बड़े, वाउ, सही है यार .
आंशिका: हाँ तो इसमें हैरान होने की क्या बात है, औरों के भी होते हैं आई एम् नोट यूनीक.

मैं मैं औरों को कहाँ जानता हूँ. सिर्फ़ तुम्हे जानता हूँ. यार इतने बड़े कैसे करे.
आंशिका: मैने क्या करा, बस हो गये.

मैं फिर भी, कुछ तो करा होगा
आंशिका: कुछ नहीं, बस ऐसे ही.

मैं अरे बताओ ना यार, कैसे करे?
आंशिका: अरे जैसे तुम बाय्स को बचपन मैं शौक होता है ना की बियर्ड आए, तो तुम एरेसर उसे कर लेते हो, ऐसे ही हम गर्ल्स को शौक होता है की हमारी ब्रेस्ट कैसे जल्द से बड़ी हो, सो कभी कभी मैं आयिल मसाज कर लेती थी बचपन मैं, तो शायद उसी का फल है.

मैं ओक, तो अब नहीं करती मसाज?
आंशिका: अब? अब क्या करना है, ये क्या कम बड़े हैं?

मैं हाँ ये भी है, हर चीज़ हमारे हाथ मैं रहे तो सही है हाथों से बाहर जाते ही कुछ ग़लत हो सकता है. हहेहहहे
आंशिका: (हंसते हुए) तुम तो चुप रहो पागल कहीं के.
मैं यार जब से तुमने साइज़ बताया है मेरा और मन कर रहा है उन्हे पकड़ने का.
आंशिका: इसमें कौनसी नयी बात है, हू तो तुम्हारा मन हमेशा करता है.

मैं अछा तुमने अभी क्या पहना है?
आंशिका: नाइट गाउन.

मैं ब्रा भी पहनी है?
आंशिका: नहीं मैं रात को नहीं पहेनटी.

मैं यार एक बार उनको मेरे लिए बाहर निकल दो.
आंशिका: पागल हो गये हो क्या तुम.

मैं प्लीज़ यार, बस एक बार, अछा सिर्फ़ एक बाहर निकल लो.
आंशिका: मैं इस वक़्त टेरेस पर हूँ, किसी ने देख लिया ना अपनी टेरेस से तो बस हो गे आ काम.

मैं वोही तो, इस वक़्त रात के 11.30 बजे कौन होगा?
आंशिका: क्यूँ जैसे मैं हूँ, और कोई भी हो सकता है.

मैं क्यूँ किसी और का भी 32ड्ड साइज़ है? हहेहेहेः
आंशिका: (हंसते हुए) हाँ, हुआ तो.
मैं प्लीज़ यार, एक बार.
आंशिका: मुझे ना यही नहीं पसंद, यु आर सो इमपेशेंट.

मैं क्या करूँ, आई एम् नोट एक्सपीरियेन्स्ड ना, इसलिए , चलो कोई बात नहीं रहने दो.

(मैं कुछ नहीं बोला 5मीं फिर)

आंशिका: यार, फिर चुप हो गये, मैं क्या करूँ तुम्हारा. रुको मैं टंकी के पीछे जाती हूँ, वहाँ कोई नहीं देख पाएगा
मैं (खुश होते हुए) थॅंक यु .

आंशिका:रहने दो बड़े आए थॅंक यु वाले .
मैं निकाल लिए?

आंशिका: रूको तो सही, पहले चेक कर लूँ की कोई है तो नहीं यहाँ वहाँ.
मैं ओक

आंशिका: हाँ, अब बोलो.
मैं निकाल लिए बाहर.

आंशिका: हाँ बाबा, टंकी के पीछे बैठी हूँ. और दोनो बाहर निकल रखे हैं, अब क्या?
मैं वाउ, तुम्हारे निपल्स का कलर क्या है?

आंशिका: लाइट ब्राउन.
मैं वाउ, नाइस फ्लेवर, लॉल

आंशिका: अब बोलॉगे भी, कर दूं वापिस अन्दर अब?
मैं अरे नहीं अनहीं अभी नहीं, अपनी ब्रेस्ट को उठा कर एक किस करो मेरे तरफ से.

( उसके हिलने की आवाज़ आई और फिर पुच की आवाज़ आई)

आंशिका: कर ली दोनो पर अब.
मैं अपने निपल्स को पकड़ कर मस्लो.

आंशिका: ओक.

मैं कर रही हो?
आंशिका: ( धीमी आवाज़ से) हा..हाँ यार.अया.

तभी पीछे से आवाज़ आई – अनुउऊुुुुुुुउउ, चलो नीचे आओ, बहुत रात हो गयी, कल कॉलेज भी जाना है ना तेर्को.
अंशिका ने बोला: आ रही हूँ मम्मी.

आंशिका: सुनो मेर्को जाना है एब्ब ओक.
मैं ओक, अच्छा सुनो एक बार दोनो को प्रेस कर दो ज़ोर से.

अन्हस्का: लो दबा दिया, अब जा सकती हूँ मैं
मैं अछा ये बताओ फिर कब मूवी देखने जा रहे हैं?

आंशिका: कभी नहीं, क्यूंकी तुम फिर किसी कपल को देख लोगे और फिर मुझे परेशन करोगे.
मैं लॉल, अछा नहीं देखूँगा किसी और को, सिर्फ़ तुमहरे साथ बिज़ी रहूँगा, हहेहहे

आंशिका: बदमाश कहीं के, चलो देखते हैं, इस वीक नहीं हो पाएगा, सॅटर्डे को कॉलेज मैं फेस्ट है और मेरी स्पीच भी है, तो उसकी प्रेपरेशन मैं बिज़ी होंगे सब.
मैं यार थोडा टाइम तो निकाला जा सकताहै ना मिलने के लिए

आंशिका: देखती हूँ, कुछ पक्का नहीं कह सकती.
मैं ओक, चलो ट्राइ करना.

आंशिका: ओक, बाइ गुड नाइट.
मैं ऐसे कैसे, गिव मी किस

आंशिका: बाबा यु आर सो डिमॅंडिंग, लो, मुआः
मैं मुआः, अब नींद अच्छी आएगी, गुड नाइट, स्वीट ड्रीम्स.

आंशिका: गुड नाइट.
नेक्स्ट डे , सुबह 10 बजे मैने उसे मेसेज करा ..

मैं हेलो, जानेमन क्या हाल चल है? कहाँ पर हो क्या कर रही हो?
आंशिका’स रिप्लाइ: हाय , गुड मोर्निंग , कहाँ हूँगी कॉलेज मैं हूँ, वो फेस्ट की प्रेपरेशन चल रही है, मैं तुम से बाद मैं बात करती हूँ, रियली बिज़ी, सॉरी, बाय .

मेरी हॉलिडेज़ थी और कुछ करने को भी नहीं था, मैं बोर हो रहा था, तभी मेरा मन करा की इस बारे मैं अपने किसी एक फ्रेंड को तो कम से कम बताना चाहिए. देन मैं अपने सबसे ट्रस्टवर्ती फ्रेंड के पास गया और मैने उसे बताना शुरू किया पर हाँ मेरा मन फिर भी पूरी बात बताने का नहीं था, कहीं वो किसी और को बता देता या फिर खुद ही कुछ करता, सो इसीलिए मैने उसे टूटी फूटी बातों मैं ही बताया …


मैं यार एक लड़की है, उससे बात कर रहा हूँ आजकल.
फ्रेंड: नेट पर?

मैं ना फोन पर.
फ्रेंड: अछा जी, क्या बात है.कहाँ से मिल गयी? कैसी है ?

मैं हे तो मस्त, आई मीन नेचर अछा है.
फ्रेंड: हाय , क्या नाम है?

मैं (मैने झूठ बोला) अनु नाम है
फ्रेंड: क्या करती है? कहाँ रहती है?

मैं वो यार देल्ही से बाहर की है, हरयाणा साइड की है, वो जॉब करती है एक कंपनी मैं.
फ्रेंड: फिर क्या फ़ायदा, यहाँ की होती तो उसे पटाकर दोनो चोदते .

(ठरकी साला , मैने तभी किसी को नहीं बताया था, क्यूंकी ये आग बड़ी तेज़ी से फैलती है और अभी तक तो मेरे हाथ भी गरम नहीं हुए थे तो औरों के कैसे होने देता)

मैं चल बे, चोदने वोदने का कोई प्लान नहीं है, वी आर जस्ट फ्रेंड्स, ऐसे ही बात हो जाती है.
फ्रेंड: नंबर दे उसका.

मैं हाँ उसकी गांड काटके तेरको ना दे दूं साले ठरकी , हमेशा लंड से ही सोचियो.. तेरे टाइप की नहीं है,
फ्रेंड: अरे तो कर दूँगा उसे मेरी टाइप की, हहेहेहेहहहीः

हम दोनों ऐसे बातें करके हंसते रहे, तभी उसने बताया की उसके किसी ब्रदर की शादी है कुछ दिनों मैं, मैने पूछा भाभी कैसी है? देखी है तूने?

फ्रेंड: हाँ यार मस्त है एकदम , कई बार मिल भी चूका हूँ.
मैं अछा जी, कैसे,

फ्रेंड: यार लव मॅरेज है, सो भेय्या मिलवा चुके हैं कई बार.
मैं सही है यार, कैसी है मस्त है भाभी?

फ्रेंड: साले ब्रेस्ट देखेगा तो पागल हो जाएगा.
मे : (सोचते हुए- अबे मैने पकड़ भी रखी है वो भी 32 डीडी) अछा जी, बड़ी होंगी.

फ्रेंड: अबे यार पूछ मत, वैसे ही भाभी डीप नेक के टॉप्स पहनेती है, यार रहा नहीं जाता, भेय्या के तो मज़े हैं यार
मैं तेरे भेय्या तो कई बार मज़े ले चुके होंगे.
फ्रेंड: कई बार? आब्बी हर दूसरे दिन चोदते थे,
मैं अछा जी, तुझे बेताके चोदते थे क्या?

फ्रेंड: अब्बे यही समझ ले, हर दूसरे दिन मिलने जाते थे, कॉंडम उनके पास वैसे ही रहते थे हमेशा और एक दो बार तो मेरे से भी मँगवाए थे.
मैं मस्त है यार, तेरे भेय्या की तो लाइफ सेट है.

फ्रेंड: यार उनकी तो लाइफ सेट है पर अप्नी तो हालत खराब हो जाती है भाभी के पास जाकर. कहीं जवानी मैं मुँह ना काला कर बैठून. हहेहहे
मैं हहेहेहहहीह. चल अगर मौका मिले तो मुझे भी याद कर लिओ.

फ्रेंड: साले अभी नंबर देते हुए तो तेरी गांड फट रही थी और मेर्को बोल रहा है शेयर करने को.
मैं अब्बे भोसड़ी के बोल तो ऐसे रहा है तू की तेरी भाभी तेरे बेड मैं लेटी हो नंगी इस वक़्त बस तेरा ही इंतेज़ार कर रही है आने का, साले तेरे भाई को पता चल गया ना, गांड तो मरेगा ही और तेरा लंड काट कर तेरे ही रूम की दीवार पर टाँग देगा निहारता रहियो अपने कटे हुए लंड को.

फ्रेंड: अब्बे यार एक बार मौका तो दे दे भाभी, बाद की कोई चिंता नहीं.
मैं सुन .. तू बस रंडियों को चोद , तेरे से वोही पट सकती है बस.

फ्रेंड: अब्बे यार क्या बोल दिया, अब तो जाना ही पड़ेगा एक दो दिन मैं.
मैं साले लंड सड़ जाएगा सड़ी हुई चूतों मैं डालकर,

फ्रेंड: अब्बे पागल है क्या, मैं कोई जी बी रोड थोड़ी ना जाता हूँ, मैं तो हाउसवाइव्स के पास जाता हूँ. लास्ट टाइम एक 16 साल की लड़की को चोदा था, मज़ा आ गया था यार, साली जो आवाज़ें निकल रही थी.
मैं (मेरी तो गांड ही जल गयी ये सुनकर) अछा जी.

फ्रेंड: तेर्को पता है मेरे फ्रेंड के साथ क्या हुआ?
मैं क्या हुआ?

फ्रेंड: अब्बे मेरा फ्रेंड ना एक रंडी को घर लेकर आया, उसके घर मैं उस दिन कोई नहीं था, रात को कर रहे होंगे, वो साली इतनी ज़ोर ज़ोर की आवाज़ें निकल रही जान भुजकर – “हाय बच्चेदानी मैं घुस गया, हाय कितना मोटा है, हाय और कितना छोड़ेगा ” उसके पड़ोस मैं पता चल गया की किसी की चुदाई हो रही है, अगले दिन उसका पड़ोसी पूछता है की रात को कौन आया था, मेरे दोस्त की तो गांड फट गयी वहीं पर, कहने लगा की कोई नहीं वो ब्लू फिल्म चल रही थी. हहेहेहेहेहेहेहेहहे
मैं हहेहेहहेहेहेहीहे.फिर कुछ कहा पड़ोसिओं ने उसके पेरेंट्स को?

फ्रेंड: ना, वो तो अछा थी की लड़के रहते हैं पड़ोस मैं, तो उन्होने कुछ नहीं कहा, अब साले ये दोनो पड़ोसी और मेरा फ्रेंड एक साथ चोदते हैं रंडियों को.
मैं हहेहेहेः, सही है, एक रंडी ने दो पड़ोसिओं को करीब ला दिया.हहेहेहहेहीः.


तभी आंशिका का मेसेज आया की आई विल कॉल यु अराउंड 1 पीयेम, इन लंच टाइम. उस समय 12:30 हो रहे थे, तो मैने अपने दोस्त के पास से खिसकना ही सही समझा और मैं वहाँ से चला गया और अपने गहर आ गया और एक बजे का इंतेज़ार करने लगा.

देन उसका 1:15 पे कॉल आया .,


अंशिका .: हाय .. कैसे हो?
मैं हाय , . आई एम् फायन एंड हाउ आर यु ?


आंशिका: आई एम् ऑल्सो फाइन थॅंक्स. सो क्या चल रहा है मिस्टर.?
मैं कुछ नहीं, ऐसे ही अपने दोस्त से मिलने गया था, उससे थोड़ी बातें करी बस.


आंशिका: ओक, तुम्हारे किसी दोस्त को पता है की यु टॉक विद मी ?
मैं नहीं, किसी को नहीं पता.


आंशिका: क्यूँ?
मैं नोबडी विल अंडरस्टॅंड और रीलेशन ऑफ ट्रू फ्रेंड्स, वॉट यु थिंक सो? तुमने अपने किसी फ्रेंड को बताया?


आंशिका: नहीं, मैने भी नहीं बताया है एस सच, हाँ यहाँ कॉलेज मैं एक मेरी सीनियर टीचर है,काफ़ी अची बनती है उससे, उसे ऐसे ही बताया था की एक नया फ्रेंड बना है हु इस एज ऑफ माय स्टूडेंट.
मैं ओक, कुछ कह रही थी वो ?


आंशिका: कुछ नहीं, कह रही थी की एक छोटी सी लव स्टोरी है क्या?
मैं हहेहहे, देन क्या बोला तुमने.


आंशिका: क्या बोलती? मैंने बोल दिया नहीं बस ऐसे ही बस.
मैंओक, कब बताया था?


आंशिका: परसों.
मैं ओक, सो लंच कर लिया?


आंशिका: हाँ कर लिया और तुमने?
मैं नहीं अभी करूँगा, सो अभी क्या हो रहा है कॉलेज मैं?
आंशिका: कुछ नहीं स्टूडेंट्स प्रॅक्टीस कर रहे हैं इवेंट्स की, और गर्ल्स सेक्सी ड्रेसस पहेंकर कॅट वॉक की प्रॅक्टीस कर रही हैं फॅशन शो के लिए.
मैं अछा जी , सही है


आंशिका:हाय , किसी के कान खड़े हो गये शायद.
मैं सिर्फ़ कान ही नहीं कुछ और भी खड़ा होता है.


आंशिका: चुप बदमाश, एक दम डफर हो तुम, कुछ भी बोलते हो.
मैं यार बस सच बोला.


आंशिका : तुम हमेशा ग़लत जगह ही ग़लत बात क्यूँ करते हो?
मैं तुम कभी सही जगह मिलती ही नहीं.


आंशिका: अरे बाबा, तुमसे तो बहस करना ही बेकार है,
मैं सो तो है, तो बताओ कब सही जाग होगी तुम जिससे सही बात कर सकूँ तब.


आंशिका: शाम को ही टाइम मिलेगा यार.
मैं ओक, मतलब शाम तक ना ही कान खड़े होंगे और ना ही ……..


आंशिका: हहेहेः, ऐसा ही समझो.

मैं अछा सुनो कल रात को मज़ा आ गया यार.


आंशिका: हाँ हाँ सही है मुझे परेशान करते रहो और मज़े लेते रहो.
मैं परेशान ? तुम्हे मज़ा नहीं आया? सच सच बताना.


आंशिका: हाँ आया तो बट स्टील यु नो.
मैं वॉट यु नो, किसी पड़ोसी ने कुछ देखा छत पर? किसी ने कुछ कहा ?


आंशिका: नहीं फिर भी.
मैं फिर भी क्या, मुझे तो बड़ा माज़ा आया.


आंशिका: घर बैठे बैठे ही मज़े ले लिए तुमने?
मैं ऐसे ही हैं हम, दूर से मज़े ले लेते हैं, जब साथ होगी तो और लेंगे.


आंशिका: पूरे हॉर्नी हो तुम.
मैं ( अंजान बनते हुए) अब ये हॉर्नी क्या होता है?


आंशिका: मुझे नहीं पता
मैं देन कहा क्यूँ? बताओ ना, क्या होता है?


आंशिका: नहीं पता, खुद पता लगा लो.
मैं मुझे तो कोई गाली लग रही आयी, यार हिन्दी मैं ही दे दो गाली.


आंशिका:आररीईईई, तुम पागल हो क्या? गाली क्यूँ दूँगी? हॉर्नी मीन्स होता है ठ ...ठ …ठरकी .
मैं ओह, तो ऐसे बोलो ना, अब क्या करूँ हूँ तो हूँ, और इसमें तुम्हारा भी फ़ायदा है, बोलो है की नहीं?


आंशिका: हहेहेहेहेहेहहे, य़ेस सर , अछा मैं फोन रखती हूँ, लंच टाइम ओवर, शाम को बात करती हूँ.
मैं ओक, एक बार प्रेस करो.


आंशिका: क्या?
मैं क्या करोगी?


आंशिका: तुम पागल हो गये हो, मैं कॉलेज मैं हूँ.
मैं तो क्या कॉलेज मैं प्रेस करना माना है?


आंशिका: यार इट्स टू मच, मैं रख रही हूँ फोन अब.


और उसने बिना बाइ बोले फोन रख दिया.


शाम को करीब 7 बजे उसका मेसेज आया –


आंशिका: हे, हाउ आर यु ?
मैं जैसा भी हूँ, तुम्हे उससे क्या?


.: अरे यार सॉरी फॉर नून, वो एक टीचर आ गई थी तो रख दिया था, सॉरी.
मैं हाँ, मुझे वैसे . पता क्या चलेगा की कोई आया था या नहीं?


आंशिका: इतना भी विश्वास नहीं है दोस्त पर?
मैंविश्वास है, इसीलिए अभी तक बात कर रहा हूँ, पर एक मेसेज भी हो सकता था न बाद मैं.


आंशिका: सॉरी आई वाज़ बिज़ी, और तुम भी ऐसी बात करते हो मेर्को भी गुस्सा आ गया था. हमेशा ग़लत जगह ही करते हो बात,
मैं हाँ ग़लत इंसान हूँ, तो ग़लत जगह ही करूँगा. तुम ही बता दिया करो ना की कौनसी सही जगह है वहीं करूँगा देन.


आंशिका: यार तुम तो बहुत जल्दी बुरा मान जाते हो, सही जगह अभी थोड़ी देर मैं होगी, अभी मैं खाना बना रही हूँ देन डिन्नर करके तुमसे फोन पर बात करूँगी, तब मैं अपने रूम मैं होंगी, तब कुछ भी बोलना ओक.
मैं ह्म, देखते हैं.


आंशिका: अब तो स्माइल पास कर दो, अछा एक किस करो जल्दी से, फिर स्माइल आएगी तुम्हे,
मैं मुआआह.


आंशिका: गुड बॉय, ऐसे ही रहा करो खुश. अछा चलो मैं तुम्हे थोड़ी देर मैं कॉल करती हूँ तुम भी तब तक डिन्नर कर लो, देन आज बात करेंगे आराम से काफ़ी देर तक, ओक.
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#11
मैं क्या इरादा है आज मेम ?

आंशिका: मेरा तो कोई ख़ास इरादा नहीं है, तुम्ही अपने इरादे बता देना, मेरे शैतान दोस्त.
मैं वो तो मैं हमेशा ही बताता रहता हूँ पर यु ऑल्वेज़ अट रॉंग प्लेस.


आंशिका: ह्म चलो आज राईट प्लेस पर हूँगी, सो बी रेडी विद युवर इरादे. लॉल
मैं ओक, टिल देन बाइ टेक केयर .


मेर्को तो जैसे लगा की वो कह रही हो की आज कॉंडम तय्यार रखना मैं चूत खोले रखूँगी और आ जाना घुसा जाना. 
मेरा लंड फड़फदा रहा था बुरी तरह, उसके फोन रखते ही मूठ मारी एक बार, रहा ही नहीं जा रहा था. दिमाग़ मैं बार बार उसका नंगा शारीर घूम रहा था की – “हाए उसकी चुचियाँ ऐसी होगी, उसकी चूत ऐसी होगी, वो नंगी खड़ी ऐसी होगी, उस पोज़िशन मैं होगी, उसकी चूत चिकनी भी हो सकती है या बालों से भरी हुई भी, गांड तो उसकी चुचियों से भी बड़ी होगी, वो नंगी कैसी दिखती होगी”
बस यही सोच सोच कर मूठ मार लिया .

रात को 9 बजे उसका एक मेसेज आया – अभी करती हूँ 10मीं मैं कॉल ओक, फ्री रहना


बस उसका यही मेसेज पड़कर मेरे दिल की धड़कन और लंड की तड़प बढ़ गयी, मैं अपने रूम मैं गया, लाइट्स ऑफ करी, कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म चलाई, और नंगा बैठ गया की कब उसकी काल आए, तो उससे बात करते करते मैं मूठ मार सकूँ. देन ठीक 10 मीं बाद उसकी कॉल आई…………………


मैं हेलो,
आंशिका: हाय , हाँ जी, एंग्री यंग मेन कैसे हो?


मैं एंग्री नहीं हूँ, डोंट वरी, तुम बताओ
आंशिका: थॅंक गोड , आई एम् ऑल्सो फाइन

मैं कॉलेज मैं दिन कैसा रहा?
आंशिका: सही था, ठक गयी बुरी तरह, स्टूडेंट्स के पीछे पीछे भाग कर.


मैं तुम भागी स्टूडेंट्स के पीछे, मुझे तो लगा स्टूडेंट्स तुम्हारे पीछे भागते होंगे.
आंशिका: नहीं जी हमें ही भागना पड़ता है, वो तो किसी और के पीछे भागते हैं


मैं टेस्ट सही नहीं है तुम्हारे स्टूडेंट्स का,
आंशिका: नहीं ऐसी बात नहीं है, उनका टेस्ट यंग है, सिर्फ़ अपने साथ की लड़कियाँ पसंद आती है उन्हे.


मैं वो तो पता है, बट तुम्हे कैसे छोड़ देते हैं वो .
आंशिका: अब मैं उनकी टीचर हूँ, फ्रेंड तो हूँ नहीं जो मेरे पीछे पड़े रहेंगे .


मैं अछा हुआ मैं तुम्हारा स्टूडेंट नहीं था, वरना हर वक़्त सिर्फ़ तुम्हे देखता ही रह जाता, लॉल
आंशिका: लॉल, योउ आर क्वाइट स्मार्ट मानना पड़ेगा.


मैं ओह, थॅंक यु , पर स्मार्ट किसलिए बोला?
आंशिका: वोही तुम्हारा नो. लेने का स्टाइल, एग्ज़ॅम रूम मैं क्वेस्चन पेपर, तुम्हे डर नहीं लगा था ? की मैं गुस्सा हो ., या कुछ और एक्शन ले लेती.


मैं हमने भी कच्ची गोलियाँ नहीं खेली है, तुम्हारा क्यूट सा फेस देख कर पता चल गया था की तुम औरों की तरह आटिट्यूड वाली नहीं हो, योउ अरे सच आ डार्लिंग.
आंशिका: थॅंक यु सो मच, सो स्वीट ऑफ योउ.


मैं युवर वेलकम, चलो ये तो हुई तुम्हारी तारीफ़, बट ये बताओ, तुमने तो कुछ क्यूँ नहीं कहा, आई मीन तुम शॉक तो हुई होंगी की मैने एक दमसे नो मांग लिया वो भी एग्ज़ॅमिनेशन हॉल मैं.
आंशिका: वेल तुम्हारी हरकतों से पता ही चल गया था की योउ अरे नॉटी, और तुम भी शकल से औरों के तरह नहीं दिखते सो मैने सोचा चलो रिस्क ले लेते हैं.


मैं मेरी कौनसी हरकत?
आंशिका: वो जो तुम्हारी आँखें मुझे घुरती रहती थी.


मैं तुम्हे तो मैने घूरा ही नहीं.
आंशिका: अछा जी, जैसे मेर्को पता ही नहीं.


मैं अरे सच मैं, मैं तो तुम्हारी 32ड्ड साइज़ को घूर रहा था, लॉल
आंशिका: हाँ तो बात तो वोही हुई ना, हे तो मेरा ही ना साइज़.


मैं तुम यार एग्ज़ॅम नहीं करने देती थी, और जब साइन करती थी शीट पर झुक कर मैं पागल हो जाता था और तुम्हारी स्माइल, कातिल यार.
आंशिका: आई नो, कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ हो रही है अब. बस करो.


मैं नहीं सच मैं यार, योउ अरे सो सेक्सी.
आंशिका: मुझे तो लगा जो तुम्हारी साथ वाली सीट पर लड़की बैठ थी थी वो ज़्यादा सेक्सी लगती थी तुम्हे, जो शॉर्ट्स क्लोद्स पहनकर आती थी.


मैं नहीं यार, ये लड़कियाँ तो डाइयेटिंग करती है, शॉर्ट क्लोद्स पहेनटी है, मेकप करती है, आटिट्यूड दिखती है और बेकार के नखरे करती है, फिर भी उतनी सेक्सी नहीं लगती पर तुम तो लाजवाब हो.
आंशिका: मैं मोटी तुमको लाजवाब लगती हूँ?


मैं यार योउ अरे नोट मोटी, पहले भी बोला था
आंशिका: हाँ हाँ ई नो, वलप्चयस वूमन , युवर टाइप.


मैं या डियर. अभी क्या पहना है तुमने?
आंशिका: मे इन नाइट गाउन.


मैं क्यूँ पहना है?
आंशिका: हहहे, अरे तो पहनु नहीं?


मैं कब तक छुपाओगी अपने आप को?
आंशिका: (इतराते हुए) जब तक हो सके.


मैं तुम्हे पता है मैं कितना जिद्दी हूँ.
आंशिका: वो तो है जी.


मैं ब्रा भी पहनी है अंदर?
आंशिका: नो, रात को नो अंडरगार्मेंट्स.

मैं गुड.
आंशिका: (हंसते हुए) वाइ गुड?


मैं ये अंदर का मामला है,हहहे
आंशिका: हहहे, नौटंकी हो तुम.


मैं चलो देन नौटंकी स्टार्ट करते हैं, और यार आज ज़्यादा भाव मत खाना.
आंशिका: मैं तुम्हे ऐसी लगती हूँ भाव खाने वाली? वो तो ग़लत जगह तुमने बोला था करने को इसीलिए मना करा था .


मैं जान, आई नो तुम भाव नहीं खाती, बट स्टिल... मतलब ज़्यादा शरमाने का नाटक मत करना ओक.
आंशिका: (हंसते हुए) ट्राइ करूँगी.




मैं मैं तुम्हे पास नहीं होने दूँगा इसमें.
आंशिका: देखते हैं.




मैने जानभुजकर कंप्यूटर पर चल रही बी ऍफ़ की वॉल्यूम थोड़ी सी बड़ा दी, जिससे उसको सुनाई दे जाए, और हुआ भी यही.


आंशिका: ये क्या आवाज़ है?
मैं अरे वो मूवी देख रहा था.


आंशिका: अछा जी, ऐसा डाइलॉग पहले तो नहीं सुना किसी मूवी मैं.
मैं कोई नहीं अभी सुन लॉगी अपने आप.


आंशिका: तुम पॉर्न देख रहे हो ना?
मैं अब तुमसे क्या छिपाना, य़ेस ..आई एम् वाचिंग.


आंशिका: क्यूँ देख रहे हो? मेरे से बात नहीं करनी?
मैं करनी है.


आंशिका: तो बंद करो उसे.
मैं ओक बाबा, लो कर दी.


मैने आवाज वापस लो कर दी, जिससे उसे सुनाई ना दे, पर मोविए बंद नहीं करी, मेरा मोटो तो उसे सुनाना था जो पूरा हो गया.


मैं पर यार अनु, जो मेरे कान खड़े हुए हैं उनका क्या होगा अब?
(वो समझ गई मेरा मतलब लंड से था)
आंशिका: (शरामते हुए) पता नहीं, बाद मैं देखेंगे .


मैं ओक, ठीक है, अछा अपनी नाइटइ उपर से निकालो प्लीज़, अपनी ब्रेस्ट को फ्री कर दो.
आंशिका: तुम्हे मेरी ब्रेस्ट क्यूँ पसंद है इतनी?


मैं मुझे भी नहीं पता यार, बस खींचा चला आता हूँ उनकी तरफ, अभी तो मैने उनको विदाउट क्लोद्स देखा भी नही है, तब ये हाल है, जब देखूँगा पता नहीं मेरा क्या होगा. वैसे कब दिखा रही हो मुझे विदाउट क्लोद्स.
आंशिका: कुछ कह नहीं सकते अभी.


(अब मैने उससे बात करते हुए मूठ मारना शुरू कर दिया)




मैं अछा फिलहाल अभी अपनी नाइट उपर से उतरो, आई वांट टू फील युवर ब्रेस्ट
आंशिका: ओक, निकाल दी.


मैं गिव दहम किस, लंबी सी.
आंशिका: पुक्क्कककककककककककचह. ओक?


मैं उसकी आवाज़ सुनक्र और उससे ऐसी बातें करके पागल हो रहा था, पहले कभी किसी लड़की से मैने ऐसी बातें नहीं करी थी, मैं जल्दी ही झड़ने वाला था, जब मैं क्लाइमॅक्स पर था तो मैने उसे कह दिया एकद्ूम से –


मैं आंशिका, मैं तुम्हारे साथ सोना चाहता हूँ, तुम्हारे गुदगूदे शरीर से खेलना चाहता हूँ, तुम्हारी ब्रेस्ट को मुँह मैं भरकर चूसना चाहता हूँ, तुम्हारे लिप्स को काटना चाहता हूँ, तुम्हारी थाइस को चूसना चाहता हूँ, आई वांट टू डू सेक्स वित यु .
आंशिका: आई नो.


मैं वॉट यु से? यु ऑल्सो वॉंट?
आंशिका: हाँ, आई न्यू, की हम दोनो एकदुसरे से यही चाहते हैं, एंड आई डोंट हेव द प्रॉब्लम टू... आई ऑल्सो वॉंट टू शो यु हेवेन. यु आर पॅशनेट गाइ विशाल, आई वुड बी हैप्पी टू बी विद यु इन बेड.


( बस मैं झड़ गया, ये सुनते ही, और अपने मोन को रोक नहीं पाया)


मैं ओह, आन आन आन आन आंशिकााआआ, थॅंक यु सो मच
आंशिका: क्या हुआ?


मैं सच बताऊँ ?
आंशिका: हाँ


मैं मैं तुमसे बात करते हुए, मास्टरबेट कर रहा था और जब तुमने ये बात बोली की यु ऑल्सो वांट तो स्लीप विद मी तो मेरे से कंट्रोल नहीं हुआ और मैं झड़ गया.
आंशिका: बट विशाल मैं अभी तक नहीं झड़ी हूँ.


(वाउ, ये सुनते ही मेरी आँखें खुल गयी, लंड फिर से तन गया, चलो अब ये मेरी हुई, इसे जब चाहे, जहाँ चाहे कुछ भी कर सकता हूँ अब से, आज से ये आंशिका मेरी हुई)

मैं ओह जान, मैं हेल्प करूँ?
आंशिका: तुम कैसे करोगे? तुम तो दूर हो.

मैं तुम्हारी वर्जिना पर हयर्स हैं?
आंशिका: हाँ

मैं वाउ, आई लाइक पब्लिक हेयर्स , प्लीज़ काटना मत उन्हे, जब तक मैं उन्हे निहार ना लूँ, उन्हे प्यार ना करलूँ.
आंशिका: ठीक है, जैसा तुम बोलो

मैं आंशिका यु नो आई एम् वर्जिन?
आंशिका: लगता तो नहीं, बहुत क्लेवर हो तुम, आई एम् इंप्रेस्ड. पहले कभी किसी की साथ नहीं करा?

मैं नहीं यार नोथिंग , यु आर द वन. तुम जैसी दोस्त मिली नहीं पहले कभी जो मेरा इतना ध्यान रखती.
आंशिका: चलो अब मैं मिल गयी हूँ, डॉन’त वोरी , आई विल टेक युवर वर्जिनिटी

मैं ओह गोड , आई कांट वेट नाउ
आंशिका: यार तुम्हारे मैं यही प्राब्लम है, बी पेशेंट.

मैं यार तुम क्या जानो, आई एम् वर्जिन. यु ऑल्सो वर्जिन ओर नोट?
आंशिका: सच बताऊँ या झूठ?

मैं आई नो की तुम सच ही बताओगी , तो बताओ सच.
आंशिका: आई एम् नोट वर्जिन.

(ये सुनकर मुझे थोड़ी सी निराशा हुई, बट चूत मिलने की खुशी मैं ये निराशा कुछ नहीं थी.)

मैं ओक, कब लूस करी वर्जिनिटी?
आंशिका: वेन आई वाज़ 23.

मैं ओक, बी ऍफ़ को?
आंशिका: हाँ.

मैं देन अब कहाँ है वो?
आंशिका: पता नहीं, हूमें बस 2 महीने ही हुए थे. ही हेड मी ओन हिस बर्थडे .

मैंओक, कितनी बार कर चुकी हो उसके साथ?
आंशिका: सिर्फ़ एक बार.

(अब थोड़ी जान मैं जान आई चलो सिर्फ़ एक बार ही चुदी है, वो तो ना के बराबर ही है)


मैं सिर्फ़ एक ही बार, ऐसा क्यूँ?
आंशिका: वो उसी वीक अपनी सिटी नागपुर वापस चला गया. उसके बाद हुमारी बात नहीं हुई ज़्यादा.

मैं यु मिस हिम ?
आंशिका: नहीं, बिल्कुल नहीं.

मैं ओक, मतलब प्यार नहीं था तुम दोनो को.
आंशिका: मुझे था पर उसे नहीं था.

मैं उसने बोला था ये तुमको?
आंशिका: नहीं पर जब बर्थडे वाले दिन वो मेरे को बार बार फोर्स कर रहा था सेक्स करने के लिए तो सॉफ पता चल गया था उसकी बातों से उसे मैं नहीं मेरा शरीर चाहिए, उस दिन के बाद ना तो उसने ज़्यादा कॉंटॅक्ट करा और मैने तो करा ही नहीं.

मैं ओक. मैं एक बात पूछूँ बुरा तो नहीं मनोगी?
आंशिका: बिल्कुल नहीं मानूँगी, जो पूछना है पूछो.

मैं तुम फिर अब मेरे साथ करने को कैसे रेडी ओ गयी, जब तुम फर्स्ट टाइम हर्ट हो चुकी हो उस बंदे से?
आंशिका: असल में, तब आई वास नोट एक्सपेक्टिंग देट , और यु नो ई आम 27 नाउ, सो अब मन करता है यार, कॉलेज मैं जब बाकी टीचर्स जब अपनी सेक्स टेल्स सुनती है तो रहा नहीं जाता.

मैं ओक, और तुम मानती हो की, आई एम् वोर्थ फॉर यु .
आंशिका: येस 100%. आई रियली लायिक यु , यु आर माय बेस्ट फ्रेंड . और गाइस की तरह नहीं, जिन्हें ना तो बात करने की तमीज़ ना ही कुछ मैनर्स .आई रियली लायिक यु .

मैं थॅंक यु सो मच , फॉर दिस गिफ्ट.
आंशिका: दिस गिफ्ट इस ऑल युवर्ज़ डियर.

मैं हाय , मुझे ये गिफ्ट कब मिल सकता है?
आंशिका: यार वी हॅव तो वेट फॉर राईट टाइम एंड राईट प्लेस टू, मैं नहीं चाहती की किसी तीसरे को पता चले. तुमने किसी को बताया तो नहीं इस बारे मैं?

मैं अरे नही यार, नहीं बातया किसी को.
आंशिका: गुड, मैने भी नहीं बताया.

मैं अछा अब कुछ वेट हुई वेजाइना?
(मैं अभी भी उससे हिन्दी मैं चूत , लंड बोलने मैं हिचकिचा रहा था सो मैंसे सोचा की अभी अँग्रेज़ी से ही काम चालते हैं)

आंशिका: या, विशाल आई वांट टू कम, प्लीज़ हेल्प मी .
मैं ओक, मैं तुम्हे फोन पर ही प्यार करूँ?

आंशिका: हाँ प्लीज़ करो.

(मैं भी साथ साथ मूठ मरने लग गया और उसे फोन पर प्यार करने लग गया)

मैं ओह आंशिका, तुम्हारे लिप्स कितने सॉफ्ट हैं, मैं इन्हे चूसना चाहत हूँ, गिव देम टू मी , तुम्हारे मोटे मोटे गाल, यउम टेस्टी, तुम्हारी नेक अहह, पूछ पूछ पूछ, आंशिका तुम्हारे मोटे मोटे बूब्स जितना भी ज़ोर से दबाऊ उतना ही कम है, कितने सॉफ्ट हैं, तुम्हारे निपल्स सो हार्ड स्टिफ, तुम्हारे निपल्स का कलर क्या है?

आंशिका: ब्लेक कलर है, तुम्हे पसंद है?
मैं मुझे तुम्हारी हर चीज़ पसंद है.

आंशिका: देन इन्हे चूसो विशाल, किसी ने इन्हे प्यार नहीं दिया, तुम दो इन्हे प्यार, मेक मी फील लाईक वूमन . आह्ह्ह्ह विशाल करते रहो, आई एम् अबौट टू कम.
मैं हाँ जान कर रहा हूँ., तुम्हारे निपल्स को मुँह मैं भर कर चूस रहा हूँ, उन्हे काट रहा हूँ

आंशिका: आह्ह्ह्हहह्ह्ह्ह विशाल, कॅरी ओंन प्लीज़
मैं मेरा लंड तना हुआ है आंशिका, इसे भी प्यार करो.
(मुझे लगा की कहीं हू कुछ बोले ना लंड शब सुनकर पर वो कुछ बोली नहीं)

आंशिका: हाँ, विशाल, आई वांट टू फील इट इनसाइड मी , कितना बड़ा है ये विशाल?
मैं कभी मेसर नहीं करा, बट एतलीस्त 7.5 या 8 होगा.

आंशिका: मुझे वो दोगे ना विशाल?
मैं हाँ अंशिका , ये तुम्हारा ही है, कहो तो तुम्हारा नाम भी लिख दूं इस पर

आंशिका: आहह, ऊऊओ माआअ, सीईईईईईईईईई, आआआआआअह्ह्ह
थोड़ी देर तक वो गहरी साँसे लेती रही और फिर बोली..
ओह विशाल थेंक यु सो मच,इतना मज़ा फिंगरिंग मैं कभी नहीं आया.
मैं रोज़ करती हो?
आंशिका: नहीं कभी कभी, पर जब से तुम्हे मिली हूँ और जो तुम हरकते करते हो, तो रहा नहीं जाता, तो आज कल तो कंटिन्यू है. और तुम?
मैं मैं रोज़ करता हूँ मास्टरबेशन, तुम्हारे बारे में सोचकर फ्रॉम द वेरी फर्स्ट दे.

आंशिका: क्या सोचते हो?
मैं यही की तुम मुझे प्यार कर रही हो, हूमें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है, मैं हर वक़्त हर सेकंड तुमसे ही लिपटा रहता हूँ

आंशिका: मैं तुम्हे इतनी अच्छी लगती हूँ?
मैं तुम्हे नहीं पता कितनी अच्छी लगती हो तुम,

आंशिका: ओह विशाल, गिव मी किस जान, मैं तुम्हे निराश नहीं करूँगी आई प्रॉमिस.
मैं मैं भी तुम्हे हैप्पी रखूँगा, विल मेक यु फील लाईक वूमेन .

आंशिका: थॅंक्स माय डियर फ्रेंड.
मैं हे , दोस्ती मैं कोई थॅंक्स नहीं ओक.

आंशिका: ओक और कोई सॉरी भी नहीं ओक.
मैं ओक. यार अन्नू, मुझे तुमसे मिलना है, अब रुका नहीं जा रहा, प्लीज़ मेक एनी प्लान सून, ई वॉंट तो हॅव यु बॅड्ली.

आंशिका: जितना मन तुम्हारा है उतना ही मेरा भी है, बट वी हेव टू वेट.
मैं कितना वेट यार? मैं तो मर ही जाऊंगा .

आंशिका: मैं नहीं मरने दूँगी, तुम इन 32ड्ड को फील करे बिना नहीं मर सकते
मैं हाँ आई नो, इस वीक पासिबल है?

आंशिका: इस वीक पासिबल नहीं है, योउ नो कॉलेज फेस्ट और मेरी एक फ्रेंड की मॅरेज भी है सो एक रात वहाँ भी वेस्ट होगी उस दिन तो बात भी नहीं कर पाएँगे.
मैं क्या यार, ऐसी बातें मत बोलो.

आंशिका: सॉरी जान, बट क्या करूँ
मैं अछा मॅरेज पर किसके साथ जाओगी?

आंशिका: अकेले ही जाउंगी , फ्रेंड की मॅरेज है ना इसीलिए.
मैं अछा, देन इट्स गुड, डेट और जगह बताओ मैं वहाँ आ जाऊंगा .

आंशिका: नो नो प्लीज़, वहाँ मत आना. कोई देख लेगा.
मैं अरे बाब, सबके सामने नहीं आऊंगा , जब तुम वापिस आ रही होगी तब आ जाऊंगा और वैसे भी रात को तुम्हे कनवेंस नहीं मिलेगा और किसी और ने तुम्हारा फ़ायदा उठा लिया तो, सो मैं आ जाऊंगा .

आंशिका: बड़ा दिमाग़ चल रहा है, क्या बात है.
मैं क्या करूँ, कंट्रोल नहीं होता.

आंशिका: अछा सुनो जान इट्स 11 पीयेम नाउ, मेर्को कल कॉलेज भी जाना है. मैं अब सो जाऊं ?
मैं हाँ सो जाओ, नो प्राब्लम. पर पहले अपनी ब्रेस्ट को किस करो मेरी तरफ से.

आंशिका: ओक, पूच्चsssssss. अब?
मैं अब दोनो निपल्स को किस करो.
आंशिका: ओक, पूच्च पूच्च . अब?

मैं अपनी चूत मैं एक फिंगर डालो और फिर मुझे दो टेस्ट करने के लिए.
आंशिका: तुम्हे कैसे दूं, तुम तो दूर हो, मैं खुद ही टेस्ट करके बता देती हूँ अभी. ओक. आअहह, हां , पूरी गीली है अभी अभी, पूच्च पूच्च पुच्च्च , सर्प सर्प ... कर ली लीक पूरी फिंगर. अब?

मैं अब मुझे किस करो, ज़ोर से.
आंशिका: मुआहहsssssssssss.

मैं मुआहह जान. जाओ अब सो जाओ.
आंशिका: ऐसे कैसे, तुम भी पहले अपनी कॉक को किस करो मेरी तरफ से.

मैं या शुवर, मुआः, कर दी.
आंशिका: गुड. गुड नाइट जान. और अपना और उसका ख़याल रखना.

मैं हाँ, तुम रखोगी हम दोनो का ख़याल.
आंशिका: गुड नाइट. टेक केयर . स्वीट ड्रीम्स.

मैं यु टू जान.
(फोन कट)
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#12
इस बात चीत के दौरान मैं दो बार मूठ मार चूका था और ऐसा मज़ा आजतक नहीं आया था,और लंड अभी भी तना था, ये है जादू मेरी अंशिका का मेरे उपर और मेरे लंड के उपर. अब तो बस उसे मिलकर चोदने की देरी थी, अब मेरा रास्ता क्लियर था.
नेक्स्ट डे , सुबह 10 बजे आंशिका का मेसेज आया….

आंशिका: हाय , गुड मॉर्निंग, क्या हुआ? आज कोई मेसेज नहीं? अभी तक सोए हो क्या?
मैं हाय , गुड मॉर्निंग मेम , हाँ अभी उठा हूँ बस तुम्हारे मेसेज से.

आंशिका: रात को देर से सोए थे क्या?
मैं हाँ 1 बजे, 2 बार फिर से मास्टरबेट करा था तुम्हारे बारे में सोच कर.

आंशिका: हे भगवान, तुम तो सच मैं पागल हो, मेरे लिए भी कुछ छोड़ोगे या ऐसे ही वेस्ट कर दोगे सब कुछ हूँ?
मैं हहेहहे, अरे यार बहुत है, तुम बस हुकम करो.

आंशिका: जनाब हुकुम तो कुछ नहीं है, बस ज़रा लिमिट मैं.
मैं चलो कंट्रोल करने की कोशिश करूँगा. कॉलेज मैं हो? क्या कर रही हो?

आंशिका: हाँ, वहीं हूँ. कुछ नहीं वोही फेस्ट की प्रेपरेशन चल रही है.
मैं ओक, तुम बिज़ी नहीं हो? आई मीन तुम प्रेपरेशन नहीं करवा रही?

आंशिका: अभी तो फिलहाल हॉल मैं बैठी हूँ, स्टूडेंट्स रॅंप वॉक की प्रॅक्टीस कर रहे हैं, तो उन्ही को जज कर रही हूँ और गाइड भी.
मैं ओहो, तुम और फॅशन की इन्स्ट्रक्टर. क्या बात है.

आंशिका: क्यूँ नहीं हो सकती क्या? मिस्टेक तो बता ही सकती हूँ अगर कुछ और बता नहीं सकती.
मैं अरे यार तुम तो सूपर सेक्सी मॉडेल हो.

आंशिका: ओहो जी, बस बस थॅंक योउ, यहाँ पर हॉल मैं मेरे से भी ज़्यादा सेक्सी गर्ल्स हैं, तुम होते तो एकद्ूम किसी और को पसंद करने लगती, मैं नहीं दिखती फिर तुम्हे.
मैं अछा जी, बिन पैंडे का लौटा नहीं हूँ मैं, जो कभी इधर लुड़कुन या कहीं और, जो चीज़ पसंद आ गयी तो बस आ गयी. और वो लड़कियाँ बस शो ही करती है तभी सब उन्हे सेक्सी समझते हैं. कभी अपने स्टूडेंट्स से पूछो तुम कितनी सेक्सी हो.

आंशिका: हाँ ज़रूर, कॉलेज मैं मैं ये सब ही करने जाती हूँ ना. की सब स्टूडेंट से पूछूँ की – एम् आई सेक्सी?
मैं यार वो बिना पूछे ही बता देंगे, उनकी निगाहें बता देंगी.

आंशिका: फिलहाल तो उनकी निगाहें अभी गर्ल की स्कर्ट और मिनिस मैं है , लॉल
मैं हहहे, कोई नहीं उनके जाते ही तुम पर टूट पड़ेंगे, आई एम् शुवर तुम्हारी किसी स्टूडेंट के तुम्हारे जैसा साइज़ तो नहीं होगा.

आंशिका: नहीं एक दो हैं, पता नहीं और भी हो शायद.
मैं अछा जी, अछा देख के बताओ, इस वक़्त हॉल मैं है कोई तुमसे टक्कर लेने वाली?

आंशिका: 2 गर्ल्स हैं, काफ़ी डेवेलप्ड ब्रेस्ट है उनकी भी. बट सिर्फ़ एक ही की शेप मैं लग रही है.
मैं देखा हरेक के बस की बात नहीं तुम जैसी शेप लाना. आज क्या पहना है?

आंशिका: अब वेस्टर्न क्लोथ्स मैं तो तुमने कभी देखा नहीं सो आब्वियस्ली हमेशा की तरह सूट ही पहना है.
मैं हाय , सूट मैं क्या कम सेक्सी लगती हो, तुम्हाए स्टूडेंट्स तुम्हारी ब्रेस्ट को ही ताड़ ते रहते होंगे, आई एम् शुवर.

अंशिका : हाँ हैं कुछ बदमाश तुम्हारे जेसे , क्लास मैं भी नहीं छोड़ते वो तो, चेयर के पास आके खड़े हो जाते हैं और सूट मैं झाँकने की कोशिश करते रहते हैं.
मैं लॉल, बेचारे , किसी को कभी कोई मौका मिल पाया?

आंशिका: कैसा मौका?
मैं तुम्हारी ब्रेस्ट के दर्शन का?

आंशिका: पागल हो गये हो क्या? ये कॉलेज है.
मैं तो क्या कॉलेज मैं ये सब नहीं होता?

आंशिका: आई नो होता है, बट स्टूडेंट्स स्टूडेंट्स मैं ज़्यादा होता है, टीचर स्टूडेंट मैं बहुत रेर्ली.
मे : ओह, स्टूडेंट्स मैं हुआ है कभी?

आंशिका: होता ही रहता है, आए दिन स्टूडेंट्स क्लास मैं मिल जाते हैं अकेले फोरप्ले करते हुए. बाय्स अपने सेल्स गर्ल्स को दे दे देते हैं और हू उसमें पॉर्न देख देख कर चुपकसे हँसती रहती है और ये सब सोचते हैं की हम टीचर्स को कुछ नहीं पता.
मैं हाँ , वो तो है माय डियर फ्रेंड.

आंशिका: अछा अगर तुम्हारी इस फ्रेंड पर कोई स्टूडेंट चान्स मरता है तो तुम्हे कैसा लगेगा?
मैं म्*म्म्मममममम, वेल आई एम् युवर फ्रेंड एंड आई केयर अबौट युवर फीलिंग्स अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं तो मुझे भी नहीं पर हाँ अगर तुम्हे एतराज हुआ तो उस स्टूडेंट का कट करके तुम्हायर क्लास मैं टाँग दूँगा.

आंशिका: हहेहहे, तुम पागल हो एकद्ूम. यु आर सच ऐ नाइस फ्रेंड.
मैं ऑल्वेज़ रेडी टू सर्व यु मेम , यु जस्ट आस्क वन्स.

आंशिका: फिलहाल अभी तो बाइ, क्लास टाइम, बाद मैं बात करती हूँ ओक.
मैं ओक, अछा सुनो अगर कोई स्टूडेंट देखने की कोशिश करे तुम्हारे 32ड्ड तो बेचारे की हेल्प कर देना थोड़ी सी, कहीं इसी चाहत मैं ना मार जाए.

आंशिका: हेहहहे, ओक जैसा आप कहो सर .
मैं और मेर्को मत भूल जाना, मैं वरना ऐसे ही मर जाऊंगा मास्टरबेशन से.

आंशिका: दोस्त मैं हूँ ना, यु डॉन’त वरी, नहीं मरने दूँगी जब तक तुम्हारी वर्जिनिटी ना ले लूँ, बट यु हॅव तो प्रॉमिस मी वन थिंग.
मैं यॅ बोलो क्या प्रॉमिस चाहिए.

आंशिका: पहला तो ये की ये हमारी दोस्ती के सीक्रेट्स सिर्फ़ हम तक और दूसरा ये की तुम अपनी वर्जिनिटी सिर्फ़ मेर्को ही दोगे, अगर किसी और के साथ कुछ करा मेरे से पहले तो आई वोंट टॉक टू यु , मैं नाराज़ हो जाउंगी .
मैं अरे यार यु डोंट वरी, आई एम् नोट लाईक अदर्स की सारी बातें सब मैं गाता फिरू, आई नो हाउ टू कीप सीक्रेट्स. और रही बात वर्जिनिटी की तो अगर तुम कहो तो अपने उस पर तुम्हारा नाम लिख दूं.

आंशिका: हहेहेहेः, तुम मेरे पागल दोस्त हो, आई नो की तुम औरों की तरह नहीं हो, इसीलिए मैने तुम्हे अपने इतने करीब आने दिया,मेरा और कोई फ्रेंड मेरे कभी इतने करीब नहीं आया. आई एम् लकी टू हॅव यु एस आ फ्रेंड. यु आर माय बेस्ट बडी. मुआहह.
मैं आई एम् ऑल्सो लकी बट मैं डबल लकी कब हुंगा, और तुम्हारी किस ने मेरा फिर कड़क कर दिया है, अब फिर मेहनत करो क्या यार, जल्दी कुछ करो ना.

आंशिका: हहेहेः, मैं पागलों की तरह हँसे जा रही हूँ तुम्हारे मेसेज पड़कर, यहाँ सब सोचेंगे की क्या हुआ. चलो मैं अब चलती हूँ, तुम मेहनत करो. मुआः
मैं मुआः ओन युवर लिप्स, ब्रेस्ट एंड पुसी. और किसी स्टूडेंट की हेल्प कर देना. बाइ, टेक केयर .

यारों क्या जादू था आंशिका मैं आप सबको कैसे बताऊँ , इसके दिमाग मैं घुसते ही बस लंड खड़ा हो जाता था और जब तक ये दिमाग़ से बाहर नहीं जाती ये भाई साहब बैठते नहीं थे. आज उससे मेसेज मैं ही बात करके मेरा लंड खड़ा हो गया था तो बस मारना पड़ा मूठ एक बार फिर सुबह सुबह ही, जब दिन की शुरुआत इससे हो तो बस पूरा दिन इसी के बारे मैं सोच कर निकल जाता है.
देन करीब 12 बजे मेरी एक बेस्ट फ्रेंड की कॉल आई, उसका नाम है – पारूल. हम दोनो कॉलेज मैं साथ ही थे, पर कॉलेज के बाद हमारे बीच कनेक्षन कम ही हो गया था, हुमारा 5 फ्रेंड्स का ग्रूप था, अब किसी से इतनी बात नहीं हो पाती थी, वी 5 अरे बेस्ट फ्रेंड्स. पारूल का कॉल आया एकद्ूम से, तो मैने उससे बात करी.

पारूल: हे विशाल , हीईीईईईईईईईईईईईईईईई
मैं हे परूऊऊऊऊओ, हीईीईई

पारूल: कहाँ हो मिस्टर.? ना कोई कॉल ना मेसेज नोथिंग ? भूल गये क्या? या फिर बिज़ी होंगे बहुत, राईट ?
मैं नहीं यार, बस ऐसे ही, ना ही बिज़ी हूँ ना ही भुला हूँ.

पारूल: तो फिर फ्रेंड्स को कभी कॉल या मेसेज भी कर लेते हैं.
मैं सॉरी यार, तू बता हाउ आर यु ?

पारूल: मैं तो एकद्ूम मस्त, तू सुना, कैसा है? कैसा चल रहा है कॉलेज?
मैं हाँ सही चल रहा है, आजकल हॉलिडेज़ हैं तो बोर हो रहा हूँ. और तू सुना. तेरी फॅशन डिज़ाइनिंग कैसी चल रही है?

पारूल: बस सही चल रही है.
मैं और आज कैसे यार करा मेर्को?

पारूल: सिफ तेर्को थोड़ी ना याद करा बेवकूफ़, अपने पूरे ग्रूप को याद कर रही थी, सबको फोन ट्राइ करा, कोई कहीं बिज़ी है, कोई आउट ऑफ स्टेशन है, लकिली तू मिल गया.
मैं ओक.

पारूल: तेरी किसी से बात हुई?
मैं नहीं.

पारूल: और सुना कुछ, क्या कर रहा है हॉलिडेज़ मैं? कोई जी ऍफ़ बनी अब तक या नहीं?
मैं नहीं यार, कोई भी नहीं बनी, तू भी तो हेल्प नहीं करती.

पारूल: यार, यहाँ अपनी नाव डूब गयी तेरी क्या हेल्प करूँगी.
मैं मतलब, क्या हुआ? हाउ इस युवर बी ऍफ़ ?

पारूल: बी ऍफ़ इस पास्ट नाउ, कुछ और बात कर.
मैं अरे बता ना, क्या हुआ? मेरे से क्यूँ छुपा रही है?

पारूल: तेरे से क्यूँ छिपाउंगी यार, ऑल 4 ऑफ यु नो, बट नाउ एवेरितिंग इस ओवर, कपिल एंड मी आर नोट टुगेदर नाउ
( ये बोलते हुए उसकी आवाज बहुत लो हो गयी थी, मुझे पता चल गया था की समथिंग इस राँग )
मैं हाँ वोही तो पूछ रहा हूँ की क्या हुआ? यु गाइस वर ग्रेट कपल, और अब आज अचानक से ये तूने सेड न्यूज़ दी, देयर मस्ट बी आ स्ट्रॉंग रीज़न बिहाइंड दिस , वाइ यु हाइडिंग.. टेल मी .

पारूल: कुछ नहीं यार, लीव इट.

मैं ओक ठीक है मत बता, बाइ.

पारूल: यार विष, समझ ना प्लीज़, आई डोंट वांट टू टॉक अबाउट दिस .
मैं बट मुझे तो बस इसी टॉपिक पर बात करनी हा, युवर चाय्स आई एम् नोट फोर्सिंग.

पारूल: तू हमेशा से ही ज़िद्दी है, सुधार जा.
मैं तो फिर बता क्या हुआ?

पारूल: यार फोन पर नहीं, मिलते हैं कहीं.
मैं ओक, ठीक है 1 घंटे मैं सी पी मैं मिलते हैं, ओक?

पारूल: ठीक है, बाइ
मैं बाइ.

मुझे बहुत बुरा लगा, ये सुनकर, शी वाज़ वेरी हेप्पी विद हर गाइस सिन्स कॉलेज टाइम, और आज ये सेड न्यूज़, आई वांटेड टू नो की एकद्ूम से इतना प्यार एक ही बारी मैं कैसे ओवर हो गया, वॉट इस द रीज़न?
देन हम सी पी मैं मिले, थोड़ी देर इधर उधर की बातें करी और देन लास्ट्ली हम केफे कोफी डे मैं जाकर बैठ गये, केफे ऑर्डर करी और मैने उससे उस बारे मैं बात स्टार्ट करी.

मैं हाँ तो बता क्या हुआ एग्ज़ॅक्ट्ली? वाय यु गाइस नोट टुगेदर नाउ, आई एम् फीलिंग वेरी सेड अबौट दिस .
पारूल: यार, आई डोंट नो की क्या बताऊँ , कहाँ से बताऊँ .

मैं कहीं से भी स्टार्ट कर, बट बता मुझे.
पारूल: यु ऑल नो की वी वर टुगेदर सिन्स कॉलेज टाइम, वी लव्ड ईच अदर वेरी मच. वी वर हॅपी, पता नहीं यार किसकी नज़र लग गयी एकद्ूम से

मैं हुआ क्या यार, ये बता, आई एम् स्टिल शॉक्ड, ऐसा लग रहा है की तु मज़ाक कर रही है मेरे से, कुछ भी नहीं हुआ.
पारूल: काश यार ये मज़ाक ही होता, बट दिस इस ट्रुथ .
मैं अब बताओ भी पारूल हुआ क्या हम तुम दोनो के साथ.
पारूल: यार विष, आई कॉट हिम विद समवन .

मैं (शॉक्ड) वॉट??????? डेट पर थे वो या कहीं और?
पारूल: या , वो डटे पर थे एंड ये .न्ड एंड ही वाज़ लिटरली किस्सिंग हर .

(मुझे ये सुनकर बहुत गुस्सा आया की मेरी स्वीट सी फ्रेंड के साथ वो हरामी ऐसा कैसा कर सकता था, वी ऑल फ्रेंड्स न्यू की पारूल एंड हर गाइ हेड डन सेक्स मेनी टाइम्स, इनफॅक्ट उन्होने ही कई बार बताया था)

मैं देन, यु सेड एनितिंग तो हिम देयर ?

पारूल: नहीं, वहाँ कुछ नहीं कहा रेस्टोरेंट मैं और उसने मुझे नहीं देखा था, ही वाज़ बिज़ी इन किस्सिंग देट बिच.
(और वो ये बोलकर रो पड़ी)

मैं मन तो कर रहा है उसकी गांड मार दूं साले की, सॉरी फॉर माय लॅंग्वेज पारूल बट हाउ कॅन ही डू एनितिंग लाईक दिस विद ए पर्सन लाईक यु, यु लव्ड हिम लाईक ए मेड .आई एम कन्फुसड .

पारूल: यही मुझे समझ मैं नहीं आ रहा, की मुझसे ग़लती क्या हुई, मैने कब उसका दिल तोड़ा, एस यु नो मैने कभी उसे किसी चीज़ के लिए मना नहीं करा. यु नो एवेरितिंग वेरी वेल, जब उसने मुझसे पूछा था ही वांटेड टू हॅव मी, ईवन देन मैने बिना कुछ बोले या कहे उसकी विश को पूरा करा और वो भी कई बार, बट सी टुडे वेर आई एम् .

मैं यार ही इस आ बअस्टर्ड, मैंने सोचा भी नहीं था की ऐसा होगा तुम्हारे साथ, बट बेटर फर्गेट हिम .
पारूल: यॅ आई एम् ट्राईंग.

पारूल को रोता हुआ मुझसे रहा नहीं जा रहा था, बिकॉज़ शी इस वेरी स्वीट पर्सन हमेशा मस्ती मैं रहने वाली और उसका किसी ने मिसयूज़ करा मेरे अंदर आग लगी हुई थी.

वो रोटी रही और मैं उसे चुप करता रहा और समझता रहा, देन थोड़ी देर हम कुछ नहीं बोले, फिर वो मुझसे बोलती है……

पारूल: योउ नो आफ्टर दिस आई रियलाइज़्ड देट लव इस नोथिंग , मुझे पता चल गया ही डिड्न’त लव मी , देट बस्टर्ड जस्ट वांटेड टू हेव माय बॉडी डेट्स इट नाउ फीडिंग ऑन अनदर वन. यार जब तुम्हे सेक्स इतना ही पसंद है तो मुँह पर क्यूँ नहीं बोलते? क्यूँ छिपते हो? क्यूँ प्यार का नाटक करते हो? एतलीस्ट किसी का दिल तो मत दुखाओ, अगर मुझे पता होता पहले से की ही जस्ट वांटेड तो हेव मी सो शुवर्ली मैं उसे वो देती और मुँह पर एक थप्पड़ भी मारकर आती देट आई लव्ड ए बास्टर्ड लाईक हिम .

मैं चुप चाप सुन रहा था और उसकी ये बात सुनकर मुझे एक बात की खुशी थी की चलो मेरे और अंशिका के बीच मैं ऐसा कोई फेक रीलेशन नहीं था, बोथ आफ अस आर वेरी गुड फ्रेंड्स आंड वी न्यू ईच अदर नीड्स एंड वांटेड टू फुलफिल ईच अदर’स नीड्स.

एंड द थिंग विच ऑल्वेज़ पुट मी इन शॉक देट – वी नेवेर सेड - आई लव यु , इतने करीब होते हुए भी, दिस इस वॉट वी कॉल ट्रू फ्रेंडशिप, बोथ वन जो मेरी आंशिका के साथ थी और जो मेरी पारूल के साथ थी.

देन हम दोनो थोड़ी देर इधर उधर और अपने बाकी कॉलेज फ्रेंड की बात करने लग गये, तभी आंशिका का मेसेज आया –

आंशिका: हाय मिस्टर, अभी भी मेहनत कर रहे हो?

उसका ये मेसेज पारुल ने भी पढ़ लिया और उसने मेरे से सवाल करे….

पारूल: ये आंशिका कौन है विष?????/
मैं ऐसी ही एक फ्रेंड है तुम्हारी तरह. स्वीट वन

पारूल: ओह हो, स्वीट वन, फ्रेंड है या जी ऍफ़ है?
मैं अरे पागल हो क्या? शी इस 27, शी इस ए टीचर इन कॉलेज.

पारूल: क्वाइट मेच्यूर.
मैं हाँ , अंडरस्टॅंडिंग टू

पारूल: ये मेसेज क्या था? वॉट मेहनत हाँ?
मे( मैं डर गया, मैने बात को चेंज करते हुए बोला) अरे कुछ नहीं, वो बोर हो रहा था घर मैं तो अपने आपको एंटरटेन करने के लिए मेहनत कर रहा था तो वोही पूछ रही थी.

पारूल; काफ़ी अच्छी केमिस्ट्री बन गयी है तुम्हारी बीच शायद.
मैं या , वी आर गुड फ्रेंड्स लाईक यु एंड मी .

पारूल: सही है यार, दोस्त ही बनाओ, जी ऍफ़ या बी ऍफ़ ना बनाओ नोट स्पेशली वेन यु जस्ट वॉंट टू डू सेक्स.
मैं आई नो डियर, तभी मैं सिर्फ़ दोस्त बनाता हूँ (लॉल)

पारूल: मुझे भी बात करनी है आंशिका मेम से.

मैने कहा लो आज तो उसने पूछा था की किसी को बताया तो नहीं और आज ही यह बोल रही है की मुझे उससे बात करनी है अगर उससे बात करा दी अभी तो कहीं वो गुस्सा ना हो जाए और वैसे भी गर्ल्स का कुछ पता नहीं चलता, कहीं मेरा वर्जिनिटी धरी की धरी ना रह जाए और टाइम तक, बड़ी मुश्किल से तो ऐसे दोस्त मिलते हैं, इसीलिए मैने उस वक़्त पारूल को तरका दिया बात करवाने से ये कहते हुए…

मैं यार पारूल वो बिज़ी है अभी कॉलेज मैं, उनके कॉलेज मैं कोई फेस्ट है और उसी की तय्यारी कर रही है . सो अभी नहीं हो सकती फिर कभी करवा दूँगा मैं ही नहीं कर परा बात.

थोड़ी देर और बात करके हम अपने अपने घर आ गये इस बीच मैं मैं आंशिका को मेसेज का रिप्लाइ नहीं कर पाया, घर जाके देखा तो उसकी 2 मिस कॉल और 2 और नये मेसेज आए हुए थे जिनमें ये लिखा था….

आंशिका: कहाँ हो????? मेसेज का रिप्लाइ नहीं देना होता क्या???????

आंशिका: हाय , इतनी देर हो गयी? प्लीज़ रिप्लाइ सून

देन मैने जल्दी सी उसे रिप्लाइ करा…….
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#13
Yaar update de do ab .
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#14
मैं: सॉरी दोस्त, वो मैं: बाहर गया था अपनी एक कॉलेज फ्रेंड से मिलने तो उसी के साथ बिज़ी था, इसीलिए रिप्लाइ नहीं कर पाया.

बस ये मेसेज पड़ते ही आंशिका की कॉल आ गयी.

आंशिका: हाय
मैं: हाय

आंशिका: कहाँ गये थे और कौन थी वो ?
मैं: मेरी कॉलेज फ्रेंड थी पारुल , उसको मिलने गया था बाहर, क्यूँ क्या हुआ?
आंशिका मुझे लेकर थोड़ी पोज़ेसिव हो गयी थी एंड गाइस दिस इस द ग्रेअटेसत फीलिंग फॉर आ मेन वेन ए वोमेन गेट पोज़ेसिव फॉर हिम एंड शो हिम हर पोसेसिव्नेस . तो मैने भी सोचा क्यूँ ना थोड़े मज़े लूँ.

आंशिका: हाँ तो किसलिय मिलने गये थे एकद्ूम से पहले तो कभी नहीं बताया तुमने .
मैं: अरे बाबा ध्यान नहीं रहा होगा, उसका भी अचानक से मन हो गया था मिलने का.

आंशिका: हाँ बट क्या हुआ अचानक से? और कौन था तुम्हारे साथ?
मैं: मैं: और बस वो.

आंशिका: क्यूँ बाकी कॉलेज फ्रेंड्स कहाँ थे?
मैं: कुछ बिज़ी थे और एक दो आउट ऑफ स्टेशन सो वो नहीं आ पाए.

आंशिका: तुम झूठ बोल रहे हो ना? प्लीज़, डॉन’त हाइड फ्रॉम मी
मैं: अरे पागल हो क्या तुमसे क्या झूठ बोलूँगा. हम दोनो ही थे बस.

आंशिका: कहाँ पर थे? क्या कर रहे थे.
मैं: हम सेंट्रल पार्क मैं: थे(झूठ) और बातें कर रहे थे औरों की तरह

अब उसकी आवाज़ मैं: जेलसी और गुस्सा सॉफ फील हो रहा था.

आंशिका: और क्या कर रहे थे उसके साथ?
मैं: और क्या कुछ नहीं.

आंशिका: तुम उसको प्यार कर रहे थे ना? सच सच बताना.
मिस्टर: अरे पागल हो क्या? वी अरे जस्ट फ्रेंड

आंशिका: तुम हम भी तो फ्रेंड हैं, मेरे साथ भी तो करते हो तुम, उसके साथ भी ज़रूर कर रहे होंगे, कहाँ कहाँ किस करी उसे बताओ? ब्रेस्ट पकड़ी थी उसकी?

मैने सोचा क्यूँ ना मज़े लूँ इस तड़पति मछली से, सो मैने मज़े लेने स्टार्ट करे….

मैं: ज़्यादा कुछ नहीं बस लिप्स पर किस करी थी और उसकी ब्रेस्ट पर, यार उसने ही कहा था, शी वांटेड तो फील सो आई जस्ट हेल्प्ड हर , ज़्यादा कुछ नहीं.
आंशिका: ( गुस्से से) तो ठीक है , जाओ उसी के साथ प्यार करो, उसे ही अपनी वर्जिनिटी दे देना, मेरे पास आने की कोई ज़रूरत नहीं है और ना ही अब से कोई मेसेज या कॉल करने की ज़रूरत नहीं है यु ब्रोक प्रॉमिस, आज सुबह ही तुमने प्रॉमिस करा था और आज ही तोड़ दिया, यु हर्ट मी वैरी बेडली...बाय.

मैं: अरे अनु जान, मैं: मज़ाक कर रहा हूँ,हहेहेहेहेहीः कुछ नहीं करा, हम तो ऐसे ही मिले थे बाबा, काफ़ी टाइम से नहीं मिले थे. एंड वी आर गुड फ्रेंड्स हम वो सब नहीं करते आई एम् ओपन ओन्ली टू यू . कसम से कुछ नहीं करा.
आंशिका: मेरी कसम खाओ.

मैं: अछा लो तुम्हारी कसम.
आंशिका: (खुश होते हुए) तो फिर झूठ क्यूँ बोल रहे थे?

मैं: देख रहा था की मेरी जान को कितना बुरा लगता है
आंशिका: मुझे जला के मिल गयी खुशी? वैसे मैं: आज एक स्टूडेंट के साथ उसके घर जा रही हूँ.

मैं: हहेहेहहहे, सही है चिड़ा लो, बोल लो झूठ.
आंशिका: तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं अगर मैं: जाऊ ?

मैं: दोस्त अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं तो मुझे भी नहीं हाँ थोडा बुरा लगेगा की अगर सिर्फ़ प्रॉमिस मेरी तरफ से ही है.
आंशिका: यार ऐसे मत करा करो, आइन्दा से मत करना, आई एम् नोट सेयिंग की तुम किसी और के साथ कभी कुछ मत करना बट मेरे लिए रुक जाओ प्लीज़, आई वांट टू हेव यु फर्स्ट, ओके ?

मैं: (खुश होते हुए) या शुवर डियर, आई एम् ऑल युवर्ज़. यु कॅन हेव मी एनिटाइम, आख़िर तुम्हारा दोस्त जो हूँ.
आंशिका: हाँ गुड बॉय. डेट्स लाईक माय फ्रेंड.

आंशिका: वैसे तुम्हारी वो फ्रेंड मेरे से भी ज़्यादा सेक्सी है?
मैं: अरे पागल हो क्या? आई नेवेर थॉट अबौट हर लाईक दिस , ऐसी कोई बात नहीं है.

आंशिका: आई एम् जस्ट आस्किंग ना, बुरा क्यूँ मान रहे हो?
मैं: नहीं तुमसे ज़्यादा सेक्सी नहीं है, उसकी ब्रेस्ट भी स्माल है तुम्हारे मुक़ाबले, बस उसकी लेग्स बहुत सेक्सी है डेट्स इट. यु आर पर्फेक्ट फॉर मी... नोट शी.

आंशिका: थॅंक यु .आई एम् हेप्पी नाउ.
मैं: तो अब शक ख़तम?

आंशिका: नहीं शक नहीं था, बस आई वास वाज़ स्केर्ड.
मैं: स्केर्ड किसलिए?

आंशिका: आई वांट टू टेक युवर वर्जिनिटी ना.
मैं: क्यूँ वर्जिनिटी मैं: ऐसा क्या है?

आंशिका: आई ऑल्सो डोंट नो.
मैं: देन क्यूँ इतना शोर वर्जिनिटी के लिए?

आंशिका: वेन माय बी ऍफ़ वास टेकिंग माय वर्जिनिटी ही सेड – डूयिंग सेक्स विद ए वर्जिन इस आसम फीलिंग, तो इसीलिए आई ऑल्सो वॉंट तो फील देट फीलिंग.

उसकी इस बात मुझे इतने हँसी आई और जब वो कह रही थी मुझे फोन पर इतनी क्यूट लग रह थी की मैं: आप सब को बता नहीं सकता, मैने उसे कहा………….

मैं: यार अनु, योउ अरे सो क्यूटईईईईईईईईईईईईईईई. तुम्हारे लिए मैं: बार बार वर्जिन होने के लिए भी तय्यार हूँ
आंशिका: सो स्वीट ऑफ यु . काश मैं भी वर्जिन होती तो तुम्हे भी हू मज़ा दे पाती.

मैं: क्यूँ अब नहीं दे सकती?
आंशिका: नहीं दे तो सकती हूँ, बट मैने सुना है की यु बाय्स लाईक टीअरिंग सील तो तुम्हे और अच्छा लगता , सॉरी फ्रेंड.

मैं: अरे पागल हो क्या, तुमने बस एक ही बार सेक्स करा है जो की वर्जिन के बराबर ही है मेरे लिए, आई एम् वेरी हॅपी
आंशिका: सच मैं:?

मैं: हाँ सच मैं:, तुम्हारी चूत की कसम.
आंशिका: हहेहेहहे. चलो पागल कहीं के.

मैंने आगे उससे पूछा

मैं: अच्छा सुनो , मैं: ये हिन्दी मैं: वर्ड्स बोलता हूँ ., गांड , लंड तुम्हे बुरे तो नहीं लगते?

आंशिका: नो, बिल्कुल नहीं, और अगर लगते भी तो इट्स ओके , आई नो गाइस लाईक सेयिंग दीज़ वर्ड्स विद गर्ल उन्हे और मज़ा आता है, सो तुम मुझे कह सकते हो, बट मुझे कोई गंदी गाली मत देना ओके .

मैं: या शुवर, थॅंक यु सो मच फ्रेंड.
आंशिका: मेन्षन नोट.

आंशिका: अछा सुनो, मैं: जा रही हूँ. लंच टाइम ओवर.
मैं: यार तुम हमेशा लंड खड़ा करवा के भाग जाती हो.

आंशिका: यार ग़लती मेरी नहीं तुम्हारी है, हर वक़्त खड़ा रहता है तुम्हारा.
मैं: तुम हर वक़्त दिमाग़ मैं: रहोगी तो खड़ा ही रहेगा.

आंशिका: सॉरी, चलो देन मेहनत करलो , बट कंट्रोल मैं:, ज़्यादा नहीं.
मैं: हाँ वोही करनी पड़ेगी.

अँहसिका: अछा बाय बाय नाउ. और उसे किस कर देना मेरी तरफ से.
मैं: हाँ ज़रूर और तुम भी अपनी चुचियाँ और चूत को प्रेस कर देना मेरी तरफ से.

आंशिका: मौका मिलेगा तो ज़रूर करूँगी.
मैं: हाँ गुड, मुआहह.

आशिका: मुआहह
(फोन कट)

अब सबको तो पता ही है की मेरा लंड फिर से खड़ा है अब उससे बात करके, तो मूठ ही मारूँगा. पर अब इससे हिन्दी के वर्ड्स – लंड, चूत बोलकर और बात करने मै मज़ा आ रहा था.

उसी दिन शाम को ...

हमेशा की तरह आज भी उसका 7 बजे मेसेज आया …….

आंशिका: हाय , कहाँ हो?
मैं: मैं: तो घर पर हूँ और तुम कॉलेज से आ गयी घर?

आंशिका: हाँ कॉलेज से तो आ गयी अभी मार्केट मैं: हूँ
मैं: शॉपिंग?

आंशिका: नहीं वो टेलर के पास आई थी, साडी पीको के लिए दी थी और ब्लाउस सिलवाने के लिए. कल फ्रेंड की मॅरेज मैं: जाना है, तुम्हे बताया था ना?

मैं: ओके , तो साडी पहनकर जाओगी. यार फिर तो बहुत सेक्सी लगोगी. तुम्हारी फ्रेंड(ब्राइड) को छोड़कर सब तुम्हे ही देखेंगे.

आंशिका: देखने से क्या होता है, और देखेंगे तो अच्छी ही बात है, हम गर्ल्स को पसंद है वेन वी गेट अटेन्षन चाहे हमें कितनी ही शरम आ रही हो.

मैं: ओहो, ऐसी बात है तो मिनि मैं: चली जाओ शादी में .

आंशिका: हाँ तुम्हारा बस चले तो मुझे बस अन्डरगारमेंट में ही जाने को कह दो.

मैं: हहेहेहेहहे, नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, अन्डरगारमेंट मैं: तुम सिर्फ़ मेरे सामने ही आना, किसी और के सामने नहीं.

आंशिका: हाँ हाँ क्यूँ नहीं, यार ये टेलर पका रहा है.
मैं: क्यूँ क्या हुआ?

आंशिका: एक हफ़्ता पहले दिया था ये काम, अभी तक नहीं करा.
मैं: क्या रह गया? ब्लाउस मैं: बटन लगाना भूल गया क्या? हहेहेः

आंशिका: वेरी फन्नी, ब्लाउस टाइट सील दिया फिर से खोलकर लूस कर रहा है.
मैं: यार अब वो भी क्या करे उसे क्या पता की तुम्हारी ब्रेस्ट हर थोड़े टाइम मैं: बदती रहती है.

आंशिका: तुम तो चुप ही रहो, और बताओ क्या कर रहे हो.
मैं: कुछ नहीं, अपनी जान से बात कर रहा हूँ. कॉल कब करोगी?

आंशिका: अभी घर तो जाने दो, तब करूँगी.
मैं: यार बहुत तडपाती हो तुम.

आंशिका: मैं: नहीं तडपाती , तुम ही बेचैन आत्मा हो. ज़रूर उसे खड़ा कर रखा होगा इस वक़्त भी.
मैं: वो तो हमेशा ही होता है.

आंशिका: दिन मैं: कितनी बार मास्तेर्बेत कर लेते हो?
मैं: डिपेंड्स तुमसे कितनी बार बात होती है.

आंशिका: यु आर टोटली मेड , सुधर जाओ.
मैं: तुम ही सुधार सकती हो बस.

आंशिका: हाँ डोंट वरी, एक बार मैं: ही सुधार दूँगी.
मैं: पर कब, आई एम् डाईंग

आंशिका: तो मर जाओ फिर, इतनी बार बोल चुकी हूँ बी पेशेंट बी पेशेंट और तुम हो की बस
मैं: अरे सॉरी ना बाबा, मेरी . . . ..

आंशिका: . तो . . हो जैसे सोर्फ तुम्हारा ही मन करता है, मेरा तो मन ही नहीं है.
मैं: मैने ऐसे कब कहा, बस मेरा मन बहुत ज़्यादा है.

आंशिका: पूरे हॉर्नी हो तुम, ठरकीईईई विशाल
मैं: और तुम भी कम ठरकी नहीं हो. तुम कितनी बार फिंगरिंग करती हो?

अँहसिका: मैं: तुम्हारी तरह पागल नहीं हूँ, मैं: वीक मैं: 2 या 3 बार बस.
मैं: ये भी कुछ कम नहीं है, ठरकी अन्नू.

आंशिका: हाँ हू तो, तुम्हे क्या उससे.
मैं: हाँ तो बस ऐसे ही मैं: हूँ.

आंशिका: मैं: घर पहुँचकर तुमसे बात करती हूँ, बाइ
मैं: ओक बाइ. अछा सुनो ब्लाउस को तोड़ा टाइट ही रहने देना, क्लीवेज तो दिखे ढंग से कम से कम.

आंशिका: आई नो, इतना फॅशन तो आता ही है मुझे, पर टेलर ने इतना टाइट कर दिया था की साँस भी नहीं ली जा रही थी इसमें से , तभी तोड़ा सा लूस करवाया है. और कोई सजेशन भी है तो वो भी बोल दो.

मैं: साडी किस कलर की पहन के जा रही हो?

आंशिका: पिंक विद मॅचिंग बॅंगल्स, बिंदी एंड ए सिल्वर चैन, लाइट वन. आंड या मॅचिंग सेंडलस टू.

मैं: तुम्हारे ना इरादे मुझे अच्छे नहीं लग रहे, पता नहीं कहीं वहीं तुम्हे कोई पसंद ना कर ले, मेरा क्या होगा फिर.

आंशिका: डोंट वरी, कोई नहीं करेगा और अगर किसी ने कर भी लिया तो आई विल आस्क हिम टू वेट जब तक तुम्हे खुश नहीं कर देती एक बार.

मैं: बस एक बार ही?

आंशिका: बार बार, ओक?

मैं: हाँ कई बार.


आंशिका: अब जाओ मुझे क्लोथ्स भी ट्राइ करने है, बाइ.

मैं: बाइ.


देन उसने रात को 9:30 पर कॉल करा………….

आंशिका: हाय ..
मैं: हाय , सील गया ब्लाउस सही?

आंशिका: हाँ सील ही गया अट्लस्ट, साले ने एक दिन पहले दिया है शादी से.
मैं: दे तो दिया ना, तो बस छोड़ो.

आंशिका: हाँ ये भी है, और बताओ, क्या कर रहे हो? खाना खा लिया या नहीं?
मैं: हाँ खाना वाना 9 बजे से पहले ही खा लेता हूँ,

आंशिका: क्यूँ?
मैं: क्यूंकी यु ऑल्वेज़ कॉल अराउंड 9 एंड आफ्टर 9, सो बिना डिस्टर्ब हुए तुमसे बात करने के लिए.

आंशिका: ओहो, सो स्वीट ऑफ यु , इतनी पसंद हूँ मैं:.
मैं: अब देख लो. अपने रूम मैं: हो ?

आंशिका: हाँ वो जो क्लोद्स लाई हूँ वो ट्राइ कर रही हूँ.

मैं: वाउ, काश मैं: भी वहीं होता. सो कैसी लग रही है मेरी जान, पिंक साडी मैं:.?

आंशिका: अब अपनी तारीफ़ कैसे करूँ. सही लग रही हूँ.

मैं: यार तुम पागल हो, एकद्ूम माल लग रही होगी तुम आई नो.

आंशिका: पर ये ब्लाउस अभी भी थोडा टाइट है यार.

मैं: तो क्या हुआ, तुम कोई 40 45 साल की औरत तो हो नहीं जो ढीले ब्लाउस पहनोगी, तुम्हारे बूब्स भी ढीले नहीं है, एकद्ूम टाइट है, तो टाइट ब्लोसे ही अछा लगेगा.

आंशिका: आई नो, बट फिर भी यार टाइट है, . . . . . . . ..
मैं: : तो तुम्हे उपर हाथ क्यूँ उठाना है? अछा एक काम कारू ब्रा उतरो और फिर ब्लाउस पहनो.

आंशिका: ओक, रूको ट्राइ करती हूँ.
मैं: ओक.

5 मीं बाद

आंशिका: हाँ पहन लिया ब्लाउस विदाउट ब्रा.

मैं: अब भी टाइट है?

आंशिका: थोड़ी कम हुई टाइटनेस.
मैं:देन ऐसे ही जाना शादी मैं:.

आंशिका: तुम पागल हो या, मेरे निपल्स सॉफ दिख रहे हैं, और अगर ग़लती से कुछ भी गीला गिर गया ना मेरे ब्लाउस पर तो पूरी ब्रेस्ट क्लियर दिखेगीं, ये ब्लाउस स्ट्रेच्ड है, कसे होने की वजह से.
मैं: यार तुम पूरी इस वक़्त सेक्स गॉडेस लग रही होगी, आई एम् शुवर.

आंशिका: हहहे, साले कामदेव चुप रह.
मैं: अछा अब एक काम और करो, पेंटी और पेटिकोट भी निकल दो और सिर्फ़ साडी पहने रहो.

आंशिका: बाद मैं: ये मत बोल्*िओ की ऐसे ही जाना शादी मैं:.
मैं: : अरे पहले जो कहा है वो करो.

आंशिका; ओक वेट... करती हूँ..

थोड़ी देर बाद वो बोली,

आंशिका: ओये, यार नीचे ठंड लग रही है, लॉल, ऐसा लग रहा है कुछ भी नहीं पहना है. फीलिंग आई एम् नेक्ड ईवन आफ्टर वेरिंग दिस साडी

मैं: यही तो फ्रीडम का मज़ा है डियर. तुम्हारे पल्लू से दोनो बूब्स कवर हो गये?

आंशिका: तुम्हे लगता है की हो गये होंगे?
मैं: आई एम् शुवर की पूरे नहीं हुए होंगे कवर, कितने हुए हैं बताओ.

आंशिका: लेफ्ट वाली तो ऑलमोस्ट कवर हो गयी है, रायट वाली काफ़ी एक्सपोज़्ड है, बस दोनो के निपल्स ही कवर्ड हुए हैं ढंग से.

मैं: यार तुम मुझे ये सब सुना सुना कर ही मार डालगी. रूको मैं: लंड बाहर निकल लूँ.

आंशिका: बाबा, कितना खड़ा होता है वो
मैं: कौन वो ?

आंशिका: तुम्हारा पेनिस और कौन.
मैं: हिन्दी मैं: बोलो.

आंशिका: चुप रहो, मैं: नहीं बोलूँगी तुम बोल लो तुम्हे कोई मना नहीं है, पर मैं: नहीं बोलूँगी, आई फील शाइ.

मैं: अभी भी शरमाती हो मुझसे क्या यार, फील फ्री. अगर तुम मेरी वर्जिनिटी लेना चाहती हो तो डोंट फील शाइ. बोलो अब
हिन्दी मै और सिर्फ़ हिन्दी मै ही बोलना अब से.

आंशिका: तुम ब्लॅकमेल अछा कर लेते हो, लो सुनो, तुम्हारा लंड हुमेशा खड़ा रहता है.

(ये सुनकर तो बस मज़ा ही आगेया)
मैं: तुम्हारी चूत भी तो हमेशा गीली रहती है.

आंशिका: अछा तुम्हे कैसे पता?

मैं: आई केन स्मेल दी फ्रेग्रेन्स यहाँ से भी.

आंशिका: केसी लगी मेरी चूत की स्मेल

मैं: बहुत अच्छी , सीम्स यु आर रेडी टू गेट फक्ड. नंगी हो जा जल्दी से और शीशे के सामने बैठ जा.


आंशिका: ओक
मैं: बैठ गयी मिरर के सामने?

आंशिका: हाँ.
मैं: किस पर बैठी हो?


आंशिका: चेयर पर.

मैं: गुड, अब थोड़ी सी आगे हो जाओ और अपनी लेग्स थोड़ी स्प्रेड करके थोड़ी उठा लो अपने कंधों की तरफ जिससे तुम्हारी चूत सॉफ दिखे मिरर मैं:.

आंशिका: क्या करवाना चाहते हो?

मैं: तुम करो तो सही

आंशिका: हाँ कर लिया, अब बोलो
मैं: अब अपना एक हाथ अपनी झांटो मैं: फिराओ और बताओ कैसा लग रहा है.

आंशिका: म्*म्म्मम, मज़ा आ रहा है. मेरी चूत गीली हो गयी है पूरी अब.

मैं: गुड, अपनी झाटों को हल्के हल्के खीँचों भी.

आंशिका: तुमने कभी सेक्स तो करा नहीं, फिर तुम ये सब कैसे करते हो?

मैं: बस ये मेरे डिज़ाइर्स हैं जो तुम्हारी साथ पूरे करूँगा.

आंशिका: आई एम् शुवर तुम्हारे साथ सेक्स करके मुझे बहुत मज़ा आने वाला है, तुम फोन पर ही ये हालत कर देते हो.
मैं: देखा हो गयी ना मेरी दीवानी, अछा अभी ये बातें छोड़ो अपनी झांतों को सहलाओ

आंशिका: कर रही हूँ जान बस तुम बोलते रहो, आह
मैं: अपनी चूत की लाइन पर फिंगर को लाओ और अंदर मत डालना फिंगर.

आंशिका: आहह, जैसा तुम कहो, अब?
मैं: अपनी फिंगर को चूत की लाइन पर उपर से नीचे घूमाओ, फिर अपनी पाँचों फिंगर्स को चूत के फेस पर रखो और उसे धीरे धीरे प्रेस करो.

आंशिका: आ, बहुत मज़ा आ रहा है, फर्स्ट टाइम फिंगरिंग मैं: इतना माज़ा आ रहा है.
मैं: करती रहो बस,

आंशिका: म्*म्म्मममम, सीईइ, आग लगी हुई चूत मैं:, पता नहीं कब बुझ पाएगी, तुम्हारे लंड के भी ऐसे हाल होंगे.
मैं: हाँ तड़प्ता रहता है वो भी, अछा अब अपने हाथ को चूत के फेस पर ही रहने दो और धीरे से अपनी रिंग फिंगर को छूट के अंदर डालो.

आंशिका: मिड्ल फिंगर नहीं?
मैं: जो कहा है वो करो, कुछ पूछो मत वरना लंड बैठ जाएगा.

आंशिका: सॉरी सॉरी, कर रही हूँ अन्दर , मेरी पूरी चूत गीली है आज बुरी तरह, तुम्हारी वजह से.
मैं: गुड, मैं: तुम्हारी चूत को को कभी सूखने नहीं दूँगा. अब अपनी रिंग फिंगर को चूत के अंदर बाहर करते हुए अपने थंब को झाटों मैं: फिराओ और वहाँ प्रेस करो आराम से.

आंशिका: विशाल, आई एम् कमिंग, तुम मुझे पागल कर रहे हो, इट्स बर्निंग डाउन देयर . अहहह्ह्ह्हह्ह

मैं: अपनी मिड्ल फिंगर भी अब चूत मैं: डालो और धीरे धीर अंदर बाहर करो और फिर स्पीड से करना.

( आंशिका ने शायद फोन साइड मैं: रख दिया था क्यूंकी उसकी आवाज़ अब कम आ रही थी)

आंशिका: आह, इट्स सो हॉट, अहहह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ मम्म

मैं: क्या हुआ झड़ गयी मेरी जान?

वो 5 मीं तक चुप रही.

आंशिका: (हाफ्ते हुए) मज़ा आ गया यार, कहाँ से सीखा तुमने ये सब.?
मैं: बस कुछ मेरे दिमाग़ की उपज और कुछ ब्लू फिल्म्स से.

आंशिका: तुम कमाल हो यार, इतना मज़ा कभी नहीं आया. थेंक यु सो मच. तुम झड़ गये क्या?
मैं: हाँ मैं: पहले ही झड़ गया था, जब तुम कपड़े ट्राइ कर रही थी.

आंशिका: ओक
मैं: यार तुम्हारी चूत लेने का बहुत मन कर रहा है अभी, अभी मिल सकते हैं क्या हम?

आंशिका: नो यार, इट्स 10:30 नोट पासिबल, मैं: ना ही बाहर जा सकती हूँ और ना ही तुम्हे यहाँ बुला सकती हूँ
मैं: यार मेरी हालत खराब हो चुकी है तुम्हे सपनों मैं: चोद चोद कर.

अंशिका : ओह विशाल, आई नो, बट हम क्या कर सकते हैं तुम्ही बताओ.
मैं: या आई नो, हे क्या हम कल मिल सकते हैं?

आंशिका: कल कैसे मिलोगे? दिन मैं: 4 बजे तक कॉलेज मैं: होंगी, देन वहाँ से जल्दी आकर, पार्लर जाना है और फिर तय्यार होकर शादी मैं: जाना है. नोट पासिबल.
मैं: शादी मैं: किसके साथ जा रही हो?

आंशिका: ऑफीस कोलीग, उसकी कार मैं:, बताया था ना वो एक मेरी सीनियर है वो भी आएँगी शादी मैं:, तो वोही मुझे पिक उप करेंगी और ड्रॉप भी अपनी कार से.
मैं: यार जाने का तो सही है, बट क्या तुम आते वक़्त मेरे साथ नहीं आ सकती?

आंशिका: अगर मैं: आ भी जाऊ तुम्हारे साथ, पर तुम्हे कल चूत नहीं दे सकती, क्यूंकी रात को ऑलरेडी इतनी लेट हो जाएगा और फिर तुम्हारे साथ कही और नहीं जा सकती ..घर वाले गुस्सा होंगे यार, और सॉरी मैं: किसी होटेल मैं: नहीं जाउंगी . हूमें टाइम और प्लेस देख कर करना होगा यार.

मैं: आई नो की बहुत लेट हो जाएगा, चूत मत देना कल पर मिल तो सकते हैं,आई मीन तुम्हे ड्रॉप करने के बहाने तो मैं: आ ही सकत हूँ , अपनी कोलीग से कोई झूठ बोल देना की कोई आया है मेरे घर से मुझे लेने सो उसके साथ जा रही हूँ. इस बहाने थोड़ी देर के लिए मिल लेंगे.

आंशिका: ठीक है मैं: उसे बोल दूँगी पर एक शर्त पर आउंगी .
मैं: क्या?

आंशिका: तुम कल कोई ऐसी वैसी ज़िद नहीं करोगे और ना ही मेरे साथ सेक्स करने के लिए ज़िद करोगे कहीं पर भी.
मैं: किस भी नहीं दोगी और तुम्हारे बूब्स भी प्रेस नहीं कर सकता?

आंशिका; नहीं वो कर सकते हो. पर करोगे कहाँ? कोई होटेल मैं: मत लेकर जाना, मेर्को नहीं पसंद, मैं: नहीं जाउंगी .
मैं: अरे नहीं लेकर जाऊंगा बाबा, बट कोई ना कोई रास्ता दूंढ लूँगा तुम्हारे साथ फोरप्ले का, यु डोंट वरी.

आंशिका: अब मैं: तुम्हारे उपर ट्रस्ट करके अपनी कुलीग से बोल दूँगी की यु विल मी , ओके ?
मैं: हाँ, थॅंक यु , वेरी गुड. शादी मैं: कब तक होंगी तुम?

आंशिका: 10 या 10:30 तो बज ही जाएँगे, हम घर से 8 बजे निकलेंगे.
मैं: ओक. तुम मुझे वेन्यू मेसेज कर देना, मै आ जाऊँगा .

आंशिका: अछा सुनो, वहाँ मेरे कॉलेज से कुछ और भी कुलीग होंगे तो ध्यान से हाँ , आई मीन किसी को कुछ पता न चल पाए .

मैं: यु डोंट वरी, कोई मुझे नहीं जानता, तो तुम कुछ भी झूठ बोल सकती हो उन्हे.

आंशिका: ठीक है डन देन. और प्रॉमिस मत तोड़ना मेरा ओके , वरना मुझे बुरा लगेगा बहुत.
मैं: ओक शुवर.

आंशिका: अब मैं: सो जाऊं ? नींद आ रही है मुझे, आज बहुत मज़ा आया फिंगरिंग करके, तुम्हारी वजह से.
मैं: सोच लो अब जब मेरे से चुदोगी तो क्या हालत होगी.

आंशिका: अब कुछ मत बोलो वरना सोच कर फिर गीली हो जाएगी मेरी चूत और फिर फिंगरिंग करनी पड़ेगी.
मैं: तो कर लो फिर से, मैं: फिर हेल्प कर दूँगा.

आंशिका: नहीं अब सोना है , बहुत हो गया आज के लिए. अब नहीं और.
मैं: ओके , सो जाओ फिर और हाँ कल का प्रोग्राम फाइनल है चेंज मत करना, ओक

आंशिका: ओके , नहीं करूँगी और तुम अपना प्रॉमिस भी याद रखना.
मैं: ओक, चलो मैं: एक बार और मूठ मरता हूँ तुम्हारे बारे मैं: सोच कर और तुम जाओ अब सो जाओ.

आंशिका; मत मारा करो इतना मूठ, मेरे लिए भी कुछ छोड़ दो.
मैं: तुम चिंता मत आक्रो, तुम्हारे लिए स्टॉक बहुत है.

आंशिका: हहेहहे, चलो गुड नाइट टेक केयर .
मे गिव मी किस.

आंशिका: मुआहहह्ह्ह्ह तुम्हारे लिप्स पर एंड मुआहह तुम्हारे लंड पर
मैं: मुआहह तुम्हारी पूरी बॉडी पर, मुह्ह्ह्ह तुम्हारे एक एक कर्व पर.

आंशिका : गुड नाइट जान

मैं: गुड नाइट. अछा सुनो अगर फिर फिंगरिंग का मन कर आए सोते हुए तो मुझे कॉल कर लेना.

आंशिका: चुप रहो अब, सोने दो. बाइ
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#15
नेक्स्ट डे सुबह 10 बजे मैने उसे मेसेज करा ………

मैं: हाय , गुड मॉर्निंग मेम , कैसी हो?
आंशिका: हाय , गुड मॉर्निंग, मेम मत बोला करो. अच्छी हूँ कॉलेज मै हूँ, तुम बताओ.

मैं: नहीं मेम बोल कर लंड और टाइट होता है सो बोलूँगा. मैं: भी अछा हूँ, अभी सो कर उठा, बस रत को मिलने के सपने देख रहा हूँ की क्या क्या होगा.

आंशिका: ज़्यादा सपने मत देखा करो, ज़्यादा कुछ नहीं होगा, ना ही मैं: होने दूँगी.

मैं: आई नो यार, अछा कॉलेज से घर कब जाओगी?
आंशिका: 3 बजे निकल जाउंगी , देन अपनी सीनियर के साथ पार्लर होते हुए घर जाउंगी , देन वो शाम को 7 बजे आएगी मुझे पिक करने अपनी कार मैं:.

मैं: ओक और मैं: अपनी जान से कब मिल पाउँगा ?
आंशिका: आफ्टर 10:30, इतना टाइम तो लग जाएगा. तुम घर पर बोल कर क्या आओगे?

मैं: मेरे फ्रेंड का बर्थडे है, तो उसी के यहाँ जा रहा हूँ. हहहे. कैसा है झूठ?
आंशिका: ऐसे कितने फ्रेंड के फेक बर्थडे मनाओगे .

मैं: अभी एक का तो सेलेब्रेट करने दो, बाकिओं का भी देख लेंगे, वैसे तुमने अभी से आगे की सोच रखी है, चूत गीली है क्या?
आंशिका: चुप बदमाश, मैं: तुम्हारी तरह पागल नहीं , जो हर वक़्त सेक्स के बारे में सोचूँ.

मैं: अछा तो अभी किस बारे मैं: सोच रही हो? सच सच बताना.
आंशिका: अब तुम्हारे साथ तो सेक्स के बारे मैं: ही सोचूँगी.

मैं: तो हर वक़्त मेरे से बात करा करो, सिर्फ़ सेक्स के बारे मैं: ही सोचोगी.
आंशिका: नहीं सोचना जा, तुम्हारा तो इस वक़्त भी खड़ा होगा, ज़रूर मेहनत करने की सोच रहे होंगे.

मैं: नहीं यार आज बिल्कुल नहीं छुउंगा लंड को, सिर्फ़ तुम चुवोगी इसे.
आंशिका: मैने तुमसे पहले भी कहा था की मैं: आज सेक्स नहीं कर सकती फिर तुम ये बोल रहे हो.

मैं: अरे उसे छूने से तुम्हारी चूत मैं: थोड़ी नाचला जाएगा? बस छू लेना.
आंशिका: पता नहीं अभी कुछ, देखेंगे, और अगर तुमने कोई ऐसी वैसी बात करनी है तो बता दो मैं: अभी प्रोग्राम केंसल कर दूँगी.

मैं: अरे यार नहीं करनी ऐसी वैसी बात तुम्हारी पर्मिशन के बिना मेम .
आंशिका: डेट्स लाईक माय ओबीडियेंट स्टूडेंट.

मैं: अछा पहेंके क्या जाओगी वहाँ?
आंशिका: कल बताया तो था, पिंक सारी वित मॅचिंग सॅंडल्ज़, पिंक बिंदी, और सिल्वर चैन

मैं: अरे ये तो मुझे पता है, ई आम आस्किंग अबौट इन्नर गारमेंट्स.
आंशिका: इन्नर गारमेंट्स जो पहेनटी हुनवोी तो पहनुँगी, कोई सुहग्रात थोड़ी ना है मेरी की कुछ अलग पहनूं. सेम ओल्ड पनटी आंड ब्रा.

मैं: किस टाइप की ब्रा?
आंशिका: बड़ा इंटेरेस्ट ले रहे हो मेरी ब्रा मैं:.

मैं: तो क्यूँ ना लूँ, जिस चीज़ से तुम्हारे 32ड्ड बचे हुए हैं उसके बारे मैं: जानकारी तो हो.
आंशिका: लॉल, वेल क्लोथ वाली ब्रा पहनुँगी, वो अच्छी लगती है ब्लाउस के नीचे,आयी मीन सही रहती है और वैसे भी ब्लाउस टाइट है.

मैं: यार एक नेट वाली ब्रा भी तो होती है, जिस में पूरी ब्रेस्ट दिखती है.
आंशिका: बड़ी नालेज रखते हो. हाँ वो भी है मेर पास नेट वाली ब्रा.

मैं: यार वोही पहनो ना फिर प्लीज़, मुझे देखनी है कैसी लगती है तुम्हारी ब्रेस्ट पर.
आंशिका: ओक जी, जैसा तुम कहो

मैं: थॅंक्स.
आंशिका: कोई ज़रूरत नहीं थॅंक्स की.

मैं: अभी क्या कर रही हो.
अंशिका : वोही स्टूडेंट्स को वॉच कर रही हूँ. वो प्रॅक्टीस कर रहे हैं.

मैं: मेल स्टूडेंट्स को देख रही हो या फीमेल स्टूडेंट्स को?
आंशिका: दोनो को, मेल को थोडा ज़्यादा हहहे.

मैं: बस देखना की किसी को अपना साइज़ मत बता देना, वर्ना में बुरा मान जाऊंगा .
आंशिका: आई नो, आई प्रोमिसे जब तक तुम्हे खुश नहीं कर देती तब तक नो टू अदर्स, और तुम भी ज़रा कंट्रोल करके, किसी और पारूल से मत मिलना.

मैं: अरे वो तो मेरी फ्रेंड थी यार डेट्स इट.
आंशिका: मुझे क्या पता. मन तो होगा ही तुम्हरा उसकी ब्रेस्ट सक करने का और सब कुछ करने का.

मैं: यार अब किसका नहीं होता मन, बस मन ही था कुछ करा नहीं.
आंशिका: या आई नो, अछा है, और कुछ करना भी नहीं. अछा बाद मैं: बात करती हूँ, क्लास टाइम. बाइ, टेक केयर .

मैं: ओक, बाइ, टेक केयर . और हाँ रात को 10:30 बजे का पक्का है.
आंशिका: हाँ बाबा, अब जाओ, पढ़ने दो मुझे.

कंटिन्यूड

नून मै 3:30 आंशिका ने मेसेज करा.

आंशिका: हाय , आई एम् फ्री नाउ, गोयिंग टू होम .

मैने उसका मेसेज पढ़ कर उसे कॉल करी.

मैं: हाय , हो गयी फ्री मेम ?
आंशिका: हाँ हो गयी, तुमने इस वक़्त कॉल क्यूँ करी?

मैं: क्यूँ नहीं कर सकता क्या?
आंशिका: नहीं कर सकते हो, बस पूछा मैने.
मैं: कहाँ पर हो?
आंशिका: बस स्टॅंड पर हूँ.

मैं: क्यूँ? तुम तो कह रही थी अपनी सीनियर के साथ जाओगी पार्लर उसकी कार मैं:.

आंशिका: हाँ जाने वाले थे, बट उसे अपने हब्बी के पास जाना पढ़ गया, उसके हब्बी की कार खराब हो गयी है और उसे जाना है ज़रूरी, सो वो कह रही थी की वो वहाँ से डोरेक्ट आ जाएगी. तो मैने भी सोचा की घर जाकर आराम से आउंगी .

मैं: ओक. मैं: आ जाऊ ड्रॉप करने?
आंशिका: नो, कोई ज़रूरत नहीं है, ज़्यादा मत उछलो तुम, रात को आ रहे हो ना बस बहुत है.

मैं: कैसी दोस्त हो तुम, मिलने भी नहीं देती.
आंशिका: मिलने के कोई मनाही नहीं, पर आपकी हरकतों पर मनाही है.

मैं: बोल तो ऐसी रही हो जैसे मैं: ये सब सिर्फ़ अपने लिए करता हूँ.
आंशिका: नहीं नहीं, तुम तो सोशियल सर्विस करते हो, सबको खुश करने के लिए रेडी रहते हो.

मैं: हहेहेहेः, वेल सबको नहीं बस तुम्हे.
आंशिका: और क्या कर रहे हो?

मैं: यार मैं: सोच रहता की आज तुमसे मिले बगैर मूठ नहीं मारूँगा, अपना लंड तक नहीं छुउंगा , बट तुम्हारा जादू ऐसा है की रुका नहीं जा रहा. प्लीज़ हेल्प मी नाउ.
आंशिका: मैं: क्या हेल्प करूँ?

मैं: मेरा झड्वाओ ना, जैसे मैने तुम्हारा लास्ट टाइम झडाया था, प्लीज़
आंशिका: फॉर युवर इन्फोर्मेथन मिस्टर, आई एम् ओं बस स्टॅंड वेटिंग फॉर बस, अपने घर या रूम मैं: नहीं हूँ, जो तुम्हारे साथ इस वक़्त ये सब बातें करूँ.

मैं: अरे यार, तुम्हे बस बोलना है, कौनसा मैं: कह रहः हूँ की बस मैं: नंगी होकर अपनी चूत मस्लो.
आंशिका: सेक्स ने तुम्हारे दिमाग़ पर क़ब्ज़ा कर लिया है, इसका कुछ करो.

मैं: फिलहाल तो तुम कुछ करो अभी, प्लीज़
आंशिका: वेट बस आ गयी, बस मैं: चड़ने दो.

आंशिका: हा अब बोलो.
मैं: क्या पहना है तुमने.?

आंशिका: यार इतनी बार समझा लिया है तुमने, तुम भी ना मानते नहीं हो.
मैं: क्यूँ कोई बैठा है साथ वाली सीट पर.

आंशिका: हाँ एक लेडी है, विलेजर
मैं: यार तो उसे कहाँ पता चलेगा हुमारी बातों का. प्लीज़ टेल मी

आंशिका: सूट पहना है.
मैं: एक मिनट मैं: लंड बाहर निकल लूँ.

आंशिका: निकालो जल्दी, और हाँ सब जल्दी जल्दी करना.
मैं: ओक, अच्छा ब्रा पेंटी पहनी है?

आंशिका; तो नहीं पहनुँगी क्या?
मैं: कैसी ब्रा है? और पेंटी का कलर?

आंशिका: ब्रा क्लॉत वाली है और पेंटी ब्लॅक कलर की है.
मैं: नेट वाली ब्रा नहीं पहनी तुमने?

आंशिका: तुमने ही तो कहा की रात को पहन के जाना नेट वाली ब्रा, सो मैने दिन मैं: क्लोथ वाली पहन ली.
मैं: तुम कितनी अच्छी दोस्त हो.

आंशिका: पर तुम नहीं हो, गंदे कहीं के.
मैं: प्लीज़ यार, अंडरस्टॅंड.

आंशिका: समझती हूँ, तभी सब कर रही हूँ.

मैं: अगर मैं: तुम्हारे साथ बस मैं: होता तो तुम्हारे बूब्स वहीं पकड़ लेता और तुम्हारे सूट के अंदर हाथ डाल कर दबाता.

आंशिका: आई नो
मैं: अछा कंडक्टर टिकेट माँगे तो उसका हाथ पकड़ कर अपने बूब्स पर रख देना फिर कभी टिकेट नहीं मानेगा.

आंशिका: तुमने मुझे समझ क्या रखा है?
मैं: मेरी सेक्स गॉडेस.

आंशिका: तुम्हारी हूँ ना, तो औरों को क्यूँ इन्वॉल्व कर रहे हो?

मैं: अब मैं: तो हूँ नहीं तुम्हारे साथ वहाँ अब और क्या करूँ. अछा सोचो की तुम बस मैं: बैठी हो और मैं: साइड से तुम्हारी निपल को बाहर निकाल के चूस रहा हूँ, तुम ज़ोर से मोन करना चाहती हो पर डर के मारे नहीं कर रही हो.

आंशिका: तुमने ना मेरी चूत गीली करवा दी है ये सब बोलकर.
मैं: क्या? ज़ोर से कहो, सुनाई नहीं दे रहा, पीछे से शोर भी आ रहा है.
आंशिका: मैं: कह रही हूँ की तुमने मेरी चूत गीली करवा दी है
मैं: यार कुछ सुनाई नहीं दे रहा.

आंशिका: ओहो , मैं: ज़ोर से नहीं बोल सकती यहाँ.
मैं: एक बार बोलो जल्दी से ज़ोर से.

आंशिका: तुम मरवाओगे. मैं: कह रही हूँ की – यु हॅव मेड मी वेट.
मैं: यार हिन्दी मैं: बोलो प्लीज़.

आंशिका: तुमने मेरी चूत गीली करवा दी है ये सब बोल कर.
मैं: देखा मेरा कमाल. तो फिर चूत मैं: उंगली डाल लो सोच क्या रही हो.

आंशिका: हाँ तुम तो अब ये बोलॉगे की कंडक्टर के साथ सो भी जाऊ .
मैं: नो, अभी नहीं. पहले मेरे साथ फिर किसी और का ध्यान रखना.

आंशिका: तुम ना चुप रहो, बस मैं: हालत मत खराब करो प्लीज़.
मैं: यार बस मैं: सब तुम्हारे बूब्स को ही देख रहे होंगे, सोच रहे होंगे की तुम्हारे मोटे मोटे बूब्स के निपल्स कैसे होंगे, काश की हम छू पाते. बस मैं: इधर उधर देखो, अगर सबके लंड खड़े नहीं हुए तो देख लेना.

आंशिका: तुम ना मेरी पेंटी गीली करवाकर ही मानोगे, और अगर मेरे सूट पर कोई निशान आया गीला तो देख लेना.
मैं: तुम अपनी बॉडी से भी खेलो ना धीरे धीरे, मज़ा आएगा सच मैं:.

आंशिका: क्या कर सकती हूँ मैं: बस मैं:.
मैं: ब्रेस्ट दबा सकती हो?

आंशिका: नो.
मैं: तो किसी से दबवा लो ना.

आंशिका: चुप रहो.
मैं: तुम किस साइड बैठी हो बस मैं:?

आंशिका: लॅडीस साइड.
मैं: आई मीन की बाहर की तरफ या विंडो की तारफ़.

आंशिका: अन्दर , विंडो की तरफ.
मैं: गुड, तुम्हार पास चुन्नी है ना.

आंशिका: हाँ है क्यू?
मैं: उसे अपने बूब्स पर रख लो की कवर हो जायें, आई नो की वो बड़े हैं, पूरे कवर नहीं होंगे अपने बेग से भी छुपा लो और लेफ्ट हेंड से धीरे से दबा लो, किसी को नहीं पता चलेगा.

आंशिका: तौबा तुम्हारा कितना दिमाग़ चलता है,
मैं: करो ना.

आंशिका: पागल हो क्या?
मैं: अरे करो ना यार प्लीज़ एक बार.

आंशिका: हहेहहे, ठरकी विशाल.
मैं: ठरकी आंशिका.

आंशिका: यार डर लग रहा है.
मैं: डर गया मा चुदाने , तुम करो बस.
अंशिका : कर रही हूँ बाबा, गाली मत दो.

मैं: मज़ा आ रहा है.
आंशिका: आई एम् फीलिंग वेरी शाइ यार, मेरे निपल्स टाइट हो गये हैं और सूट के उपर दिख रहे हैं, सब तुम्हारी वजह से, अब मैं: कैसे चलूंगी रोड पर.
ओह्ह्हह्ह अंशिका......काश मै वहां होता, तुम्हारे ये बड़े-२ निप्प्लेस चूसता, तुम्हारे वाईट बूब्स पर अपने दांतों के निशाँ बनाता, उन्हें जीभ से चाटता ...ओह्ह्ह्ह अंशिका....आई एम् कमिंग....अह्ह्ह .

अंशिका : चलो...अब तो झड गए न...मजा आया तुम्हे..पर मेरा क्या, पूरी चूत गीली है, चलूंगी कैसे...?

मैं: अरे अब तो और मज़ा आएगा, पूरी चुड़क्कड़ लगोगी तुम.

आंशिका: हाँ यही तो चाहते हो ना तुम, अब मैं: रख रही हूँ फोन, नेक्स्ट स्टॅंड मेरा है, बाइ.

मैं: ओक बाइ जान. थॅंक्स फॉर हेल्पिंग मी.

शाम को 7 बजे उसका मेसेज आया….

आंशिका: आई एम् रेडी नाउ फॉर गोइंग टू मेरेज , तुम आओगे ना?
मैं: हाँ क्यूँ नहीं आऊंगा , बोलो तो अभी आ जाऊ .

आंशिका: जी नहीं, रात को ही आना बस.
मैं: ओक, कैसी लग रही है मेरी जान .

आंशिका: ठीक ही लग रही हूँ
मैं: पता है मुझे, दुल्हन जैसी लग रही होगी ज़रूर बस दूल्हे का इंतेज़ार है जो रात को आएगा आधी सुहागरात मनाने .

आंशिका: ऐसा ही समझ लो. तुमने घर मैं: बोल दिया?
मैं: हाँ बोल दिया की मेरे फ्रेंड का बर्थडे है, सो वही जाऊंगा .

आंशिका: गुड, मुझे डर लग रहा है थोडा .
मैं: क्यूँ?

आंशिका: पता नहीं, किसी ने देख लिया तो.
मैं: कोई नहीं देखेगा, और अगर पकड़ भी लिया तो देख लेंगे वहीं. तुम्हारी सीनियर नहीं आई तुम्हे पिक करने अभी तक?

आंशिका: आ रही है, ओन द वे ...
मैं: वो क्या पहन कर आ रही है?

आंशिका: साडी और क्या
मैं: किस कलर की?

आंशिका: बड़ा इंटेरेस्ट ले रहे हो उसमें.

मैने अब उसे कॉल करा.

मैं: हाय
आंशिका: हाय , हाँ अब बोलो.

मैं: बताओ ना किस कलर की सारी पहेंकर आने वाली है तुम्हारी सीनियर?
आंशिका: उन्होने तो ब्लॅक बोली थी.

मैं: वाउ, मस्त लगेगी साली. गोरी है?
आंशिका: गोरी तो है पर 38 साल की है.

मैं: तो क्या हुआ?
आंशिका: तुम जाओ उसी के साथ करो जो करना है, बाइ

मैं: अरे क्या हो गया एकद्ूम से?
आंशिका: मुझे नहीं पसंद जब तुम मेरे से किसी और की बात करते हो.

मैं: ओक सॉरी बाबा, नहीं करूँगा. वैसे सेक्सी है?
आंशिका: 2 बचों की मा है,


मैं: ओक, मतलब अच्छी तरह इस्तेमाल हो चुकी है.
आंशिका: जी हाँ, और अब डॉन’त टॉक अबाउट हर ओर एनिवन एल्स, वरना मैं: बुरा मान जाउंगी .

मैं: ओक बाबा.
आंशिका: मेरी सीनियर आ गयी, मैं: जा रही हूँ, बाइ

मैं: मेसेज पर तो बात कर सकते हैं?
आंशिका: हाँ पर कार मैं: नहीं, मॅरेज मैं: पहुँचकर ही सिर्फ़.

2 घंटे बाद 9 बजे उसका मेसेज आया…..

आंशिका: क्या कर रहे हो?
मैं: कुछ नहीं ऐसे ही बाहर घूम रहा हूँ(केमिस्ट के पास गया था कॉंडम लेने)

आंशिका: क्यूँ, अभी क्यूँ घूम रहे हो?
मैं: अब इतना पागल नहीं हूँ की घरवालों को बोलूं की फ्रेंड की बर्थडे पार्टी 11 बजे की है, तो तभी जाऊंगा , इसीलिए अभी से बाहर आ गया हूँ

आंशिका: इतना मन है तुम्हारा मेरे से मिलने का? की 2 घंटे ऐसे ही घूमते रहोगे वेल्ले.
मैं: देख लो अब, तुम्हरा ही जादू है.

आंशिका: हाँ , बस रहने दो मेरा जादू, ज़रूर कोई लड़की ताड़ रहे होंगे बाहर.
मैं: हाँ एक है. गोलगप्पे खा रही है, साली मस्त है, अपनी मा के साथ है.

आंशिका: तुम फिर शुरू हो गये.
मैं: ओहो, ये क्या बात है यार, तुम नहीं देख रही वहाँ और लड़कों को, सच बताना.

मैं: कैसे करूँ, साली की मा साथ मैं: है..

आंशिका: तुम पागल हो गये हो, हम मिल रहे हैं ना थोड़ी देर मैं:, कंट्रोल करो
मैं: आई नो, पर तब तक अपने आपको गरम तो कर लूँ अच्छी तरह.

आंशिका: मैं: तुम्हे 10 – 10:15 के पास कॉल करूँगी बताने के लिए की कब आओ यहाँ ओक?
मैं: ओक, बोलो तो अभी आ जाऊ वहीं पर.

आंशिका: अभी आकर क्या करोगे?
मैं: बेलून बेचुँगा बच्चो को वहाँ बाहर.

आंशिका: गुब्बारे वाले हो क्या
मैं: हाँ यार, जब सेक्सी सेक्सी भाभी पास आएँगी ना तो बस मज़ा ही आ जाएगा.


आंशिका: ठरकी विशाल
मैं: ठरकी आंशिका, साली कुत्ती ..

आंशिका: ओये गाली क्यों दी , मना करा था ना पहले भी
मैं: तडपाती रहती है तू बस, चूत नहीं देती, कमिनी है तू सच मैं:.

आंशिका: साले तू कुत्ता, हरामी, गाली दे रहा है बेकार मैं:.
मैं: आज तू मिल, तेर्को दिखौँगा अपना हरामीपन, साली.

आंशिका: हाँ मैं: भी देख लूँगी, कितना दम है तेरे मैं:.
मैं: साली बोल ऐसे रही है, जैसे चूत दे देगी आज

आंशिका: बेकार के सपने मत देख, जा अब मैं: खाने जा रही हूँ बाइ.
मैं: किसी का लंड मत खा जआइओ ग़लती से.

उसका 10: 20 पर कॉल आया..

आंशिका: हाय ,
मैं: हाय

आंशिका: मैं: यहाँ से 10 मीं मैं: निकलूंगी, तुम आ जाओ
मैं: आ रहा हूँ

आंशिका: क्या हुआ इतने उखड़े उखड़े क्यूँ हो?
मैं: और नहीं तो क्या, 2 घंटे से बेकार घर के बाहर घूम रहा हूँ, की कब फ्री होगी, और तू है की मज़े कर रही है वहाँ.
आंशिका: सो सॉरी यार, मेरी वजह से तुम बोर हुए, अछा गली देने का मान है तो देलो.
मैं: वो तो दे ही रहा हूँ मन मैं:, कुतिया साली.

आंशिका: अछा मेरे नाराज़ कुत्ते, कितनी देर मैं: आ रहा है यहाँ?
मैं:10 मीं मैं:.

आंशिका: ठीक है आजा जल्दी, आई एम् वेटिंग और हाँ सॉरी .
मैं: वहाँ आऊंगा तब बोल्*िओ.

आंशिका: ओक आजा, बाइ

मैने एक कॉंडम का पॅकेट ले लिया था इस उम्मीद मैं: की कहीं ये साली आज चूत दे डाले मुझे , ये गुस्सा तो बस एक बहाना था इसे गाली देने का और बाद मैं: इसका एडवांटेज लेने का. सो मैं: अब वहाँ से चल पड़ा वेन्यू की और. उस दिन बहुत मॅरेजस थी, हर जगह पंडाल, बॅंक्वेट हॉल सजे हुए थे, मतलब की बहुत सारी लड़कियाँ चुदने वाली थी अगले दिन अपनी सुहग्रात मैं:. मैं: स्पीड से बाईक चला रहा था ताकि वहाँ जल्दी पहुँचुन. मैं: वेन्यू पर पहुँच गया वहाँ जाकर देखा तो 4 – 4 पंडाल आमने सामने लगे हैं, मुझे नहीं पता था की हू उनमे से किस में है. मैने उसे फोन करा….

मैं: हेलो,
आंशिका: हाय , कहाँ हो.

मैं: मैं: पहुँच गया पर तुम किस शादी मैं: हो.
आंशिका: किरण वेड्स अनिल वाली मैं: हूँ

मैं: बाहर आओ.
आंशिका: आती हूँ 5 मीं, एक बार अपनी फ्रेंड ब्राइड से मिल आऊ

ओके .
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#16
Mast update... but pls update regularly..

Read my story:
[Image: Actress-Malavika-Mohanan-5.jpg]

Dr. Revati (https://xossipy.com/showthread.php?tid=23352)
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#17
Wow
Awesome
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#18
Heart 
Please update soon
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#19
Bohut hot story hai mujhe bhi bohut pasand aa rahi hai please update
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#20
2 month ho gye last update aye hue
Ab next update ayegi ya nhi ???
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