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Misc. Erotica पाँच सहेलियाँ
#1
Lightbulb 
नमस्कार, आप लोगो के बीच मैं पहली बार कहानी लेकर आ रहा हूँ।
आप लोगो को पसंद आये और आपका प्यार मिले। Heart

इस कहानी में कई किरदार है, कई किस्से है। मिलते है पांच मुख्य किरदार से:

1 रानू (Ranu): रंग गोरा, बदन भरा हुुआ, बड़े बड़े बूब्स

आशा (Asha): छोटी हाइट, पतली कमर, मोटी गांड।

3 नेहा (Neha): साँवली काया, लंबे बाल, मस्त चुचीया।

दिया (Diya): मखमली बदन, चिकनी चूत।

5 ईशा (Isha): शर्मीला स्वभाव, अब तक कुंवारी।

गुरुवार की सुबह 4 बजे पाँचों सहेलिया अपनी शिखा मेडम के साथ सेमिनार के लिए निकलती है। 8 बजे तक होटल पहुचती हैै, ब्रेक फ़ास्ट कर सभी तैयार होते हैं। 11बजे सेमिनार शुरू होता है। शाम 7 बजे सेमिनार से फ़्री होकर होटल आते है। होटल में 1 रूम में चार लडकिया है और दूसरे रूम में शिखा मेडम और ईशा। सभी लोग खाना खाकर सोने जाते है। कल सेमिनार सुुुबह 8 बजे। इसलिए सभी जल्दी सो गये।
शाम को 4 बजे सेमिनार से वापस आ कर सभी ने आराम किया।
5.30 बजे शिखा मैडम रूम में आती है और बोलती है एक घंटे बाद हम रूम में पार्टी करेंगे। मेरे वापस वोडका है, कौन कौन पीना चाहता है। ईशा को छोड़कर सब हाँ बोल देती है,
शिखा मेडम ने सभी को कहा, अपने घर पर बात कर लो, पीने के बाद बात नही कर पाओगी। तभी आशा ने दिया को बोला अपने आशिक़ से भी बात कर ले।
दिया गुस्से से आशा को देखने लगी। शिखा मैडम में माहोल को संभाला और कहा मैं ड्रेस चेंज करके आती हूँ। नाईट ड्रेस पहूँगी तुम लोग भी पहन लेना।
शिखा मस्त टाइट से पजामा और शार्ट टीशर्ट पहन कर आती है। सभी लड़कियां उसको देख कर हैरान है। टीशर्ट में से बूब्स की लाइन भी दिख रही थी और टाइट पजामा में चूत भी.. ऐसे क्या देख रहे हो, शिखा ने सबसे पूछा। दिया ने जवाब में कहा- आप मस्त सेक्सी लग रही हो। और मैडम मुस्कुरा दी
ईशा को मेडम अपने साथ लेकर आई थी कि तुम भले पीना मत पर हमारे साथ बैठो तो। वो मैडम को मना नही कर पायी और सभी लोग एक रूम में आ गए।
ये शाम और पार्टी इन लड़कियों की जिंदगी बदलने वाली थी। एक एक पेग पीते हुए सबने सेमिनार की बात की, जब सबके दूसरे पेग बन रहे थे तो मेडम ने कहा अब सेमिनार की कोई बात नही करेगा। और उन्होंने ने दिया कि तरफ देखते हुए कहा.. क्या मैं तुमसे कुछ पूछ सकती हूं, दिया ने कहा- पूछिये
तुम्हारे आशिक़ का नाम क्या है?
जी रितेश, दिया ने कहा
कब से साथ हो? मैडम ने पूछा
जी 5 साल से, दिया बोली
इन पांच सालों में कुछ किया या अभी कुँवारी ही हो..
ये सवाल सुनकर सभी लड़कियां हैरान हो गयी और दिया कि और देखने लगी।
दिया ने एक बड़ा सा घूंट वोडका का पिया और बोली-
मेडम जी 2 साल पहले ही सेक्स कर लिया है।
मेडम ने मुस्कुराते हुए उसको गले लगाया और गाल पर किस कर दिया।
दिया ने एक दम से मेडम से पूछ लिया, आपने पहली बार सेक्स कब किया था। सब जानते थे कि दिया एक दम खुले विचारों वाली लड़की है, पर मैडम से ऐसा पूछेगी, किसी ने सोचा भी नही था। सोचा तो खुद दिया ने भी नही था, पर शायद वोडका का असर था, जो वो पूछ बैठी।
सभी लड़किया हैरानी से मैडम को देखने लगी।
मैडम ने लंबी सांस ली और कहा-
मैंने पहली बार चुदाई का मजा शादी से पहले लिया था अपने मंगेतर के साथ।
चुदाई शब्द सुनते ही लड़कियों को थोड़ा अजीब लगा,
रानू ने मैडम से पूछ लिया, शादी से पहले आपको वो करने में डर नही लगा।
तभी मैडम बोली, रानू तुम भी ना, उसे वो नही, चुदाई कहते है। और ये कहते ही वो हस दी।
शिखा ने अपनी कहानी सुनानी शुरू कर दी।
सगाई होने के कुछ दिन बाद मैं और आदि (शिखा का मंगेतर, जो अब पति है) घूमने गए। सुबह से निकल गए थे और शाम तक वापस आने का प्लान था। क्योंकि घर वाले सब गए हुए थे और घर पर सिर्फ भाभी थी।
हम थोड़ा दूर गए ही थे कि बारिश होना शुरू हो गयी। आदि ने बाइक साइड में लगाई और वहा एक होटल था, उसके रिसेप्शन पर रुक गए। वहा पर एक कपल बैठा हुआ था, उन्हें कही घूमने जाना था, पर बारिश की वजह से वो भी वही रुक गए। आदि और मैं दोनों उस कपल को देख रहे थे, वो आपस में ही बाते कर रहे थे। उन्हें आस पास से कोई मतलब नही था। थोड़ी देर में बारिश रुकी और हम अपनी बाइक से जाने लगे। तभी उस कपल ने हमको आवाज लगाई और पूछा कि यहा पास में अच्छा गार्डन कौन सा है। आदि ने बोल दिया हम वही जा रहे है, आप भी चलो। और वो हमारे पीछे अपनी बाइक से आने लगे। थोड़ी देर में हम गार्डन पहुच गए। उस कपल ने हमे थैंक्स कहा और वो गार्डन के दूसरी तरफ चले गए। दिन का समय था ज्यादा भीड़ भी नही थी। और हम दूसरी तरफ.. घूमते घूमते हम दोनों को किसी कपल के बात करने की आवाज आयी। हमने अपने कदम धीमे धीमे आगे बढ़ाए। ये आवाज एक बहुत बड़े झाड़ियों के झुंड से आ रही थी। दिख कुछ भी नही रहा था। हम वही उनकी बातें सुनने लगे।
लड़का: जानू, प्लीज ना..
लकड़ी: तुम समझते क्यों नही हो
लड़का: तुम नही समझ रही हो
लड़की: मुझे तुमसे बात नही करना, तुम यहाँ से चलो
लड़का: देखो, मैं कही नही जा रहा
थोड़ी देर शांति रही,
तब लड़की की आवाज आयी: तुम्हे जो करना है वो करो, पर बिना कपड़े उतारे।
ये सुनते है हम दोनों एक दूसरे को देखने लगे। मैंने ईशारे से आदि को कहा, चलो यहा से चलते है
तभी लड़की की जोर से आवाज आई..
Aaaaaauchh... इतनी जोर से कौन करता है।
लड़का बोला- मैं जानू
तभी लड़के की आवाज आई.. aaahhhhh
और लड़की बोली अब पता चला दर्द क्या होता है।
और बहुत जोरो से एक दूसरे को चूमने की आवाजें आने लगी।
मैंने गुस्से से आदि को देखा और चलने को कहा। आदि भी समझ गया कि अब चलना पड़ेगा। हम दोनों धीरे से उठ कर जाने ही वाले थे कि उस लड़के ने लड़की से कहा: जानु आज तो गार्डन में नंगे हो कर चुदाई करेंगें।
लड़की बोली: अब तो मुझसे भी रहा नही जा रहा।
 हम दोनों वहा से निकल गए। गार्डन से बाहर आये।
दोनों एक दूसरे से कुछ नही बोल पा रहे थे। हम दोनों के लिए यह पहला मौका था जब किसी कपल को ऐसे बात करते सुना हो।
उस गार्डन के पास में एक रेस्टॉरेंट था। हम वहा चले गए। उस रेस्टॉरेंट के पीछे छोटा सा मंदिर था। मैंने अपने दिमाग से वोह सब बातें निकालने के लिए आदि से कहा चलो जब तक हमारा आर्डर आएगा तब तक दर्शन करके आते है।
मंदिर के दर्शन करके बाहर निकले ही थे कि हम दोनों की नजर पास के एक झोपड़े पर गयी, उसकी खिड़की खुली थी। और हमने देखा कि लड़का लड़की नंगे है और एक दूसरे को किस कर रहे है। मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नही हो रहा था कि मैं ये सब देख रही हूं। हम दोनों की नजर अभी भी उस खुली खिड़की पर ही थी। ये दोनों तो वही थे जो हमे होटल में मिले थे और हमारे साथ यही गार्डन आये थे। मैं आगे बढ़ गयी पर आदि वही था। आदि का हाथ उसकी पैंट की ज़िप पर था,  मैंने आदि का हाथ पकड़ा और उसे लेकर सीधे रेस्टॉरेंट में आ गयी। और बहुत ही गुस्से में उस से बोली तुम्हे शर्म आनी चाहिए 
अपनी होने वाली बीवी के साथ हो, कुछ शर्म हया है कि नही। आदि चुप चाप मेरी बात सुन रहा था। हमारा आर्डर आया, आदि मुझे मनाने की कोशिश कर रहा था, पर में बहुत गुस्से में थी और बोला मैं यहां कोई झगड़ा नही करना चाहती। चुप चाप खाओ और घर चलो। बहुत हो गया घूमना।
मैं 1 बजे घर पहुँची और मूड मेरा ऑफ था ही, भाभी ने मुझे देखा और घबराकर पूछा क्या हुआ। मैंने भाभी को सब बात बताई, भाभी हल्के से मुस्कुराई और कहा मैं  तो तुम्हारी हालात देख कर डर ही गयी थी। भाभी ने कहा, जाओ कपड़े बदल लो, मैं तुम्हारे लिए जूस बना कर लाती हूँ। घर पर कोई नही था तो मैंने शॉर्ट और स्लीवलेस टॉप पहन लिया।
थोड़ी देर में भाभी ने जूस दिया। टेस्ट में थोड़ा अजीब था। 
भाभी ने कहा इसे पिलो तुम्हारी थकान उतर जाएगी।
पर भाभी... मैं कुछ बोलती उस से पहले उन्होंने ग्लास मेरे होंठो के करीब ला दिया और बोली एक घूंट में पी जाओ। मैं भी बिना सोचे समझे वो पी गयी।
और वो मुझे समझाने लगी को आज जो हुआ उसमे तुम्हे ऐसे रियेक्ट नही करना चाहिए था। तुम आदि के साथ नही घुलोगी तो शादी का आनन्द कैसे उठाओगी। भाभी ने मेरे बूब्स पर हाथ रखा और कहा अभी जवानी के मजे ले लो, ससुराल में जाने के बाद तरसोगी।
 मैं कुछ समझी नही.. और भाभी ने तभी आदि को आवाज लगाई और वो रूम में आ गया।
आदि तुम यहां कैसे.. 
भाभी बोली मैंने बुलाया है, तुम आदि को सॉरी बोलो और गुस्सा थूक दो।
मुझे बाजार से कुछ सामान लाना है, तुम दोनों बैठ कर बाते करो। और भाभी ये बोल कर निकल गयी।
मैं बहुत ही छोटे कपड़ो में आदि के सामने पहलीबार आयी थी, मुझे शर्म आ रही थी। मैंने आदि से कहा तुम हाल में बैठो, मैं चेंज कर के आती हूँ।
आदि ने कहा तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो, ऐसे ही रहो। मुझे भी तारीफ सुनकर अच्छा लगा।
आदि मेरी तारीफ के साथ ही अपने कान पकड़ कर माफ़ी मांगने लगा। हम दोनों वही पलंग पर बैठ कर बाते करने लगे। उसकी नजर बार बार मेरे बूब्स पर जा रही थी। मैंने उसे टोकते हुए कहा, ऐसे क्या देख रहे हो। अपनी होने वाली बीवी की खुबसूरती, आदि ने कहा। मेरी नजर आदि की पैंट पर गयी और शर्मा गयी। आदि मेरे पास आया और गाल पर किस किया, मुझे कुछ समझ आता इस से पहले उसने अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिये। जूस में भाभी ने वोडका मिक्स किया था, जिसका सुरूर मुझे होने लगा था। मैं भी स्मूच में अब आदि का साथ देने लगी। 5मिनट तक स्मूच करने के बाद मेरे अंदर अजीब सा अहसास हो रहा था। उसने मुझे पलंग पर लिटाया और मेरे पैरों को किस करने लगा। किस करते करते वो पेट तक आ गया। मुझे अपनी चूत में बहुत अजीब लग रहा था। निप्पल बहुत हार्ड हो गए थे। उसने मेरे बूब्स को हल्का सा दबाया, मैंने कोई विरोध नही किया.. उसने मेरा टॉप निकाल दिया और  मेरी ब्रा को चूमने लगा.. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उसने ब्रा भी उतार दी और अब मेरे बूब्स उसके सामने थे, दोनों हाथों से बूब्स मसलने लगा, चुचियो को चूसने लगा.. हम दोनों कुछ नही बोल रहे थे, वो सिर्फ प्यार कर रहा था.. तभी मैंने आदि को पकड़ा और कहा मुझे आज के लिए माफ कर दो और जोरदार स्मूच कर दिया। अब उसने मेरे शॉर्ट्स भी उतार दिये। मैं सिर्फ पैंटी में थी, वो मेरी पैंटी पर किस करने लगा.. मेरी चूत बहुत गीली हो गयी थी। आदि नीचे गिला है, तुम वहा मत किस करो.. आदि ने बोला.. तुम्हारी चूत की खुशबू बहुत मस्त है, मैं  तुम्हारी चूत देखना चाहता हूँ। मैंने आदि को रोका, आदि शादी से पहले सेक्स नही। आदि ने कहा घबराओ मत जान मैं चुदाई नही करूँगा। बस तुम्हारी चूत को थोड़ा सा प्यार दूंगा। ये बोलते ही उसने मेरी पैंटी भी उतार दी। अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी। आदि मेरी चूत को किस करने लगा.. मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गयी और झड़ गयी। मेरी उत्तेजना देख कर आदि भी पैंट में झड़ गया।
हम दोनों बहुत थक गए थे.. दोनों बिस्तर पर लेटे हुए थे, मैं बिल्कुल नंगी और आदि कपड़ो में। आदि से बाते कर रही थी। थोड़ी देर बाद आदि ने कहा चलो अब तो गार्डन में कपल की बात पूरी सुनोगी ना और झोपड़ी की चुदाई भी देखोगी ना.. सारी बाते दिमाग मे घूमने लगी और वासना का नशा चढ़ने लगा। आदि अभी मेरे बूब्स से खेल रहा था और मुझे अच्छा लग रहा था। तभी आदि ने कहा तुम मेरा लंड देखोगी।
ये बोलते ही उसने लंड बाहर निकाल दिया और बोला इसे एक बार छू कर देखो.. मैंने आदि को कहा नहीं, मुझे नहीं छूना, तभी आदि ने उसका लंड मेरे बूब्स पर टच कर दिया। मैंने अपनी दोनों हथेलियों से उसका लंड छुपा लिया। अब उसके लंड को मैं अपने हाथों में महसूस कर सकती थी। मैंने आँखे बंद की और उसका लंड अपनी मुठी में ले लिया और झट से छोर दिया। अब वो पूरा नंगा होकर मेरे ऊपर लेट गया। उसका लंड मेरी चूत से टकरा रहा था। मैं बस आंखे बंद कर के लेटी रही। वोडका और वासना दोनों का नशा हो गया था। तभी मुझे एहसास हुआ कि मेरी चूत के अंदर कुछ जा रहा है। मैं आदि को रोकती तब तक उसने जोर का झटका मारा और मेरी चीख निकल गयी। आदि इसे बाहर निकालो दर्द हो रहा है.. 
पर आदि ने झटके देना शुरू कर दिए। 4-5 झटको के बाद मुझे जोर का दर्द हुआ और मैंने आदि को जोर से धक्का दिया। मेरी चूत से खून आने लगा। 
आदि ये देख के बहुत घबरा गया। मैं जल्दी से वाशरूम गयी और अपने आप को साफ किया। आदि पर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। मैंने आदि को घर भेज दिया। थोड़ी देर में भाभी आयी और उन्होंने पूछा आदि कहा है, मैंने कहा वो तो गया।
भाभी मेरी चाल देख कर समझ गयी और बोली कैसी रही चुदाई.. और मैं शर्मा के बोली, बहुत दर्द हो रहा है।
ये कहानी सुनते सुनते लड़कियों के 3-3 पेग हो जाते हैं।
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Messages In This Thread
पाँच सहेलियाँ - by Gpoint - 09-03-2021, 10:36 PM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 11-03-2021, 01:24 AM
RE: पाँच सहेलियाँ - by Bhavana_sonii - 12-03-2021, 11:48 PM



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