17-01-2019, 08:17 PM
सोनू के मेरी चूचियों को काटने से मेरे मुँह से- “ओईई... ऊह्ह..” निकल रहा था।
सोनू मेरी चूचियों को जी भरकर चाटने के बाद नीचे होते हुए मेरे गोरे पेट पर अपनी जीभ फिराते हुए उसे चूमने लगा। सोनू और नीचे होते हुए मेरी सलवार तक पहुँच गया, और सलवार के ऊपर से ही एक चुंबन मेरी चूत पर दे दिया। सोनू का मुँह अपनी चूत पर महसूस करते ही मेरे पूरे शरीर में अजीब किस्म की गुदगुदी होने लगी। सोनू ने मेरी सलवार का नाड़ा खोलते हुए उसे नीचे उतार दिया, अब मैं सिर्फ एक ब्लैक कच्छी में सोनू के सामने थी।
सोनू ने अपनी जीभ निकाली और मेरी कच्छी के साइड वाली टाँगों की मोटी रानों को चाटने लगा। मेरे मुँह से। उत्तेजना के मारे बहुत जोर की आहे निकल रही थी। सोनू अपनी जीभ को नीचे लेजाकर मेरी गोरी टांगों को। चाटते हुए मेरे पैर तक पहुँच गया। उसने मेरे पैर के अंगूठे को अपने मुँह में ले लिया और उसे चाटने लगा। मेरे पूरे शरीर में गुदगुदी हो रही थी। सोनू ने मेरा अंगूठा अपने मुँह से निकाला और मेरे पैर की सारी उंगलियों के बीच एक-एक करके अपनी जीभ फिराने लगा।
मेरी हालत खराब हो रही थी, मेरी चूत में चींटियां रेंग रही थी। सोनू अब मेरे पैर को छोड़कर ऊपर होने लगा, और अपने दोनों हाथों से मेरी कच्छी को उतार दिया। मेरी कच्छी उतरते ही मेरी हल्के बालों वाली गुलाबी चूत को देखकर सोनू पागल हो गया।
मेरी चूत के होंठों में से सफेद-सफेद पानी की बूंदें निकल रही थीं। सोनू ने अपना मुँह नीचे लेजाकर मेरी चूत की महक को सँघा। मेरी चूत की महक से उसकी आँखें बंद हो गई और वो अपनी नाक को मेरी चूत के होंठों के पास रखकर अपनी साँसें लेने लगा। सोनू कुछ देर तक मेरी चूत की महक को सँघता रहा और फिर अपनी जीभ निकालकर मेरी चूत से निकलता हुआ पानी पी लिया।
आअह्ह्ह...” सोनू की जीभ को अपनी चूत पर महसूस करते ही मेरे मुँह से निकल गया।
सोनू ने अपनी जीभ मेरी चूत से हटाते हुए मेरी तरफ देखते हुए बड़ी बेशर्मी से बोला- “मेमसाहब आपकी चूत का टेस्ट तो बिल्कुल नमकीन है...” ।
मैं उस वक़्त बिल्कुल होश में नहीं थी। मेरे पूरे शरीर में हवस की आग दौड़ रही थी। मैंने अपने चूतड़ों को उछालते हुए सोनू के मुँह के पास ले जाते हुए कहा- “हाँ सोनू मेरी चूत का टेस्ट नमकीन है, तुम उसे चूसो और उसका सारा पानी पी जाओ...”
सोनू मेरे मुँह से ऐसी गंदी बात सुनकर बहुत उत्तेजित हो गया और मेरी चूत को ऊपर से नीचे तक चाटने लगा। सोनू ने मेरी चूत को चाटते हुए अपने दोनों हाथ से मेरी चूत के होंठों को आपस में से अलग करते हुए उसके गुलाबी छेद में अपनी जीभ घुसा दी।
ओह्ह...” सोनू की जीभ अपनी चूत में घुसते ही मजे से मेरे मुँह से निकल गया। सोनू ने मेरी चूत में अपनी जीभ को अंदर-बाहर करते हुए अपनी एक उंगली से मेरी गाण्ड को कुरेदने लगा।
सोनू की उंगली अपनी गाण्ड पर महसूस करते ही मेरा पूरा शरीर अकड़ते हुए काँपने लगा और मेरे चूतड़ सोनू की जीभ पर उछलने लगे। सोनू मुझे कांपता हुआ देखकर अपनी जीभ को बहुत जोर से अंदर-बाहर करने लगा।
मेरा बदन झटके खाने लगा और मेरी आँखें बंद हो गई, और मैं- “आअह्ह्ह... ऊओह...” करते हुए सोनू के चहरे को भिगोने लगी।
सोनू मेरी चूचियों को जी भरकर चाटने के बाद नीचे होते हुए मेरे गोरे पेट पर अपनी जीभ फिराते हुए उसे चूमने लगा। सोनू और नीचे होते हुए मेरी सलवार तक पहुँच गया, और सलवार के ऊपर से ही एक चुंबन मेरी चूत पर दे दिया। सोनू का मुँह अपनी चूत पर महसूस करते ही मेरे पूरे शरीर में अजीब किस्म की गुदगुदी होने लगी। सोनू ने मेरी सलवार का नाड़ा खोलते हुए उसे नीचे उतार दिया, अब मैं सिर्फ एक ब्लैक कच्छी में सोनू के सामने थी।
सोनू ने अपनी जीभ निकाली और मेरी कच्छी के साइड वाली टाँगों की मोटी रानों को चाटने लगा। मेरे मुँह से। उत्तेजना के मारे बहुत जोर की आहे निकल रही थी। सोनू अपनी जीभ को नीचे लेजाकर मेरी गोरी टांगों को। चाटते हुए मेरे पैर तक पहुँच गया। उसने मेरे पैर के अंगूठे को अपने मुँह में ले लिया और उसे चाटने लगा। मेरे पूरे शरीर में गुदगुदी हो रही थी। सोनू ने मेरा अंगूठा अपने मुँह से निकाला और मेरे पैर की सारी उंगलियों के बीच एक-एक करके अपनी जीभ फिराने लगा।
मेरी हालत खराब हो रही थी, मेरी चूत में चींटियां रेंग रही थी। सोनू अब मेरे पैर को छोड़कर ऊपर होने लगा, और अपने दोनों हाथों से मेरी कच्छी को उतार दिया। मेरी कच्छी उतरते ही मेरी हल्के बालों वाली गुलाबी चूत को देखकर सोनू पागल हो गया।
मेरी चूत के होंठों में से सफेद-सफेद पानी की बूंदें निकल रही थीं। सोनू ने अपना मुँह नीचे लेजाकर मेरी चूत की महक को सँघा। मेरी चूत की महक से उसकी आँखें बंद हो गई और वो अपनी नाक को मेरी चूत के होंठों के पास रखकर अपनी साँसें लेने लगा। सोनू कुछ देर तक मेरी चूत की महक को सँघता रहा और फिर अपनी जीभ निकालकर मेरी चूत से निकलता हुआ पानी पी लिया।
आअह्ह्ह...” सोनू की जीभ को अपनी चूत पर महसूस करते ही मेरे मुँह से निकल गया।
सोनू ने अपनी जीभ मेरी चूत से हटाते हुए मेरी तरफ देखते हुए बड़ी बेशर्मी से बोला- “मेमसाहब आपकी चूत का टेस्ट तो बिल्कुल नमकीन है...” ।
मैं उस वक़्त बिल्कुल होश में नहीं थी। मेरे पूरे शरीर में हवस की आग दौड़ रही थी। मैंने अपने चूतड़ों को उछालते हुए सोनू के मुँह के पास ले जाते हुए कहा- “हाँ सोनू मेरी चूत का टेस्ट नमकीन है, तुम उसे चूसो और उसका सारा पानी पी जाओ...”
सोनू मेरे मुँह से ऐसी गंदी बात सुनकर बहुत उत्तेजित हो गया और मेरी चूत को ऊपर से नीचे तक चाटने लगा। सोनू ने मेरी चूत को चाटते हुए अपने दोनों हाथ से मेरी चूत के होंठों को आपस में से अलग करते हुए उसके गुलाबी छेद में अपनी जीभ घुसा दी।
ओह्ह...” सोनू की जीभ अपनी चूत में घुसते ही मजे से मेरे मुँह से निकल गया। सोनू ने मेरी चूत में अपनी जीभ को अंदर-बाहर करते हुए अपनी एक उंगली से मेरी गाण्ड को कुरेदने लगा।
सोनू की उंगली अपनी गाण्ड पर महसूस करते ही मेरा पूरा शरीर अकड़ते हुए काँपने लगा और मेरे चूतड़ सोनू की जीभ पर उछलने लगे। सोनू मुझे कांपता हुआ देखकर अपनी जीभ को बहुत जोर से अंदर-बाहर करने लगा।
मेरा बदन झटके खाने लगा और मेरी आँखें बंद हो गई, और मैं- “आअह्ह्ह... ऊओह...” करते हुए सोनू के चहरे को भिगोने लगी।