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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
#86
करुणा जैसे नींद से जाग गई और मेरे साथ चलते हुए अपने कमरे में चली गई। मैं करुणा को उसके कमरे में छोड़कर वापस अपने जाने लगी। मेरी चूत अभी तक शांत नहीं हुई थी और उसमें से पानी की बूंदें निकल रही थी। मैंने अपने कमरे में जाते हुए मोहित के कमरे का दरवाजा चेक किया।

मैं खुशी के मारे उछल पड़ी क्योंकी मोहित के कमरे का दरवाजा अंदर से लाक नहीं था। मेरे हाथ लगाते ही। दरवाजा अपने आप खुल गया। मैंने अंदर पहुँचकर देखा की मोहित गहरी नींद में सीधा लेटा हुआ था और वो सिर्फ एक कच्छा पहने हुए था। अंडरवेर में मोहित का लण्ड बिल्कुल खड़ा था, क्योंकी अंडरवेर के ऊपर बहुत बड़ा उभार बना हुआ था। मैं बेड के ऊपर चढ़कर मोहित के लण्ड को अंडरवेर के ऊपर से हाथ लगाकर सहलाने लगी।

मेरे पूरे शरीर में अजीब किस्म की सिहरन होने लगी, और मैंने टाइम ना गॅवाते हुए मोहित का अंडरवेर नीचे सरका दिया। मोहित का लण्ड अंडरवेर उतारते ही उछलता हुआ मेरे मुँह के करीब आ गया। मोहित का लण्ड नींद में और ज्यादा मोटा हो गया था। मैं मोहित का लण्ड इतने करीब से देखकर अपने आपको रोक नहीं पाई और अपनी जीभ निकालकर उसके लण्ड पर ऊपर से नीचे तक फिराने लगी। मोहित का लण्ड बहुत गरम था। मेरी जीभ का अहसास अपने लण्ड पर होते ही मोहित का लण्ड स्प्रिंग की तरह उछल कूद मचाने लगा।

मैंने अपने एक हाथ से मोहित के लण्ड को पकड़ा और अपना पूरा मुँह खोलकर उसे जितना हो सकता था अपने मुँह में भर लिया। मैं मोहित के लण्ड को कुछ देर तक अपने होंठों से चूसती रही और फिर मैं उसको अपने मुँह से निकालकर अपनी दोनों टाँगें फैलाकर अपनी चूत पर रगड़ने लगी। मेरी चूत मोहित के लण्ड के रगड़ने से और ज्यादा गीली होकर पानी बहाने लगी। मेरे मुँह से आहे निकलने लगी, और मैं मोहित के लण्ड को अपनी चूत के छेद पर रखते हुए उसपर बैठ गई। मोहित का लण्ड मेरी चूत में अपनी जगह बनाता हुआ जड़ तक घुस गया, । मेरे मुँह से उत्तेजना के मारे ‘ऊह्ह...' निकल गया। मोहित के सोने की वजह से उसका लण्ड बहुत मोटा हो गया। और मेरी चूत को पूरा भर दिया था।


मैं मोहित के लण्ड पर अपने चूतड़ ऊपर-नीचे करने लगी। उसका लण्ड मेरी चूत में बहुत जोर की रगड़ खा रहा था, और 5-7 बार ही ऊपर-नीचे होते हुए मेरी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया। मैं झड़ते हुए ‘आहहह..' करते हुए अपने चूतड़ मोहित के लण्ड पर बहुत जोर-जोर से ऊपर-नीचे करने लगी और मेरी चूत को मोहित के लण्ड पर सिकोड़ने लगी।

मोहित भी उठ चुका था, वो हैरत से मेरी तरफ देखते हुए मेरी चूचियों को दबाने लगा। मैं झड़ने के बाद निढाल होकर मोहित के सीने पर लेट गई, मोहित ने मुझे अपने ऊपर से उठाते हुए उल्टा लेटा दिया। मोहित ने पीछे से अपने लण्ड को मेरी चूत में डाल दिया, और बहुत जोर के धक्के मारने लगा। मोहित ने मेरी चूत में धक्के मारते हुए अपने एक उंगली को मेरी गाण्ड में डाल दिया।

मैं मोहित की उंगली अपनी गाण्ड में घुसते ही ‘ओईए...' करके उछल पड़ी। मोहित मेरी गाण्ड में अपनी उंगली को बहुत जोर से अंदर-बाहर कर रहा था। मैं अपने दोनों छेदों में लण्ड और उंगली की मिली हुई रगड़ से सिहर उठी और अपने मुँह से ‘आअहहह... आहहह...' करते हुए अपने चूतड़ मोहित के लण्ड पर उछालने लगी। मोहित ने अचानक अपनी उंगली मेरी गाण्ड से निकली और मेरी चूत से अपने लण्ड को निकालकर मेरी गाण्ड में घुसा दिया।

मैं इस हमले के लिए तैयार नहीं थी। इसीलिए मेरे मुँह से एक चीख निकल गई- “ओई माँ मर गई, मेरी गाण्ड फट गई...”

मोहित मेरे चीखने की परवाह ना करते हुए मेरी गाण्ड में जोर-जोर से धक्के मारते हुए मेरी चूत को सहलाने लगा। कुछ ही देर में मेरी गाण्ड का दर्द गायब हो गया और मैं मोहित के लण्ड पर अपने चूतड़ उछालने लगी। मोहित का पूरा जिश्म झटके खाने लगा और वो अपना वीर्य मेरी गाण्ड में भरने लगा। उसके गरम वीर्य को अपनी गाण्ड में महसूस करते ही मेरी चूत भी पानी छोड़ने लगी। मेरी आँखें मजे से बंद हो गई और मैं ‘आअह्ह्ह...' करते हुए झड़ने लगी।
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 17-01-2019, 08:13 PM



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