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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
#83
मैंने करुणा को अपनी बाहों में जकड़ लिया और अपनी चूत को उसकी चूत पर रगड़ने लगी। करुणा फिर से गरम होने लगी, उसने मेरी जीभ को चाटते हुए अपनी जीभ को मेरे मुँह में डाल दिया जिसे मैं बड़े प्यार से चाटने लगी। करुणा मेरे मुँह से अपनी जीभ निकालते हुए नीचे होने लगी। और मेरी एक चूची को अपने कोमल हाथ से सहलाते हुए मेरी दूसरी चूची को अपने मुँह में ले लिया। करुणा मेरी चूची को बहुत जोर से चूस रही थी, जैसे मेरी चूची में से दूध निकल रहा हो उसके मुँह में जा रहा हो।

मेरे पूरे शरीर में एक अजीब किस्म की सिहरन दौड़ रही थी। करुणा ने मेरी चूची को जी भरकर चूसने के बाद मेरी दूसरी चूची को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसते हुए मेरी पहले वाली चूची को अपने हाथ से सहलाने लगी। मेरा पूरा शरीर मजे से झटपटा रहा था, मेरी चूत में आग लग चुकी थी और उसमें से पानी की बूंदें निकलकर बेड पर गिर रही थी। मैंने करुणा के सिर को पकड़कर अपनी चूची से अलग किया। उसे नीचे करते हुए उसका मुँह अपनी चूत पर रख दिया। करुणा अपना मुँह मेरी चूत पर रखकर उसे चूमने लगी। मैंने अपनी टाँगों को जितना हो सकता था फैला दिया।

मैंने सिसकते हुए करुणा से कहा- “आअह्ह्ह... अपनी उंगलियां मेरी चूत में डालो और अपनी जीभ निकालकर मेरी चूत को चूसो..”
करुणा ने अपनी एक उंगली मेरी चूत में डालते हुए अपनी जीभ से मेरी चूत के दाने को चाटने लगी।

मेरे मुँह से उत्तेजना के मारे 'आह' की सिसकियां निकल रही थीं। मैंने करुणा को कहा- “उल्टी हो जाओ और अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दो..."

करुणा ने उठकर अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी और नीचे झुकते हुए मेरी चूत में अपनी उंगली डाल दी। मैं अपनी जीभ निकालकर करुणा की चूत के गुलाबी छेद पर फिराते हुए उसे गाण्ड तक चाटने लगी। करुणा मेरी जीभ को अपनी गाण्ड पर महसूस करते ही छटपटाने लगी और अपनी उंगली को मेरी चूत में जोर से अंदर-बाहर करते हुए अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटने लगी। मैं झड़ने के बिल्कुल करीब थी, मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं आअहहह... करते हुए झड़ने लगी। मैंने झड़ते हुए अपनी जीभ को करुणा की चूत के छेद पर जोर से दबा दिया, करुणा मेरी जीभ का दबाव बर्दाश्त ना कर सकी और वो भी मेरे मुँह में पानी भरने लगी।

करुणा ने झड़ते हुए अपनी उंगली मेरी चूत से निकालकर उसे चाटने लगी और फिर से मेरी चूत में उंगली डाल दी। करुणा अपनी जीभ से मेरी चूत से निकलता हुआ पानी चाटने लगी, कुछ देर हम एक दूसरे को चाटते रहे, और फिर हम निढाल होकर एक दूसरे की बाहों में लेट गये। कुछ देर वैसे ही पड़े रहने के बाद मैंने करुणा से कहा- “तुमने कभी किसी लड़के लड़की को चुदाई करते देखा है."

करुणा ने कहा- “नहीं...”

मैंने कहा- “चलो उठो, मैं तुझे आज लाइव चुदाई दिखाती हूँ...” मैंने करुणा को अपने साथ ले जाते हुए उसे बिंदिया के कमरे की खिड़की के पास खड़ा कर दिया।

करुणा अंदर का नजारा देखकर हैरत से अपने मुँह पर हाथ रखते हुए कहा- “धन्नो, यह दीदी और रोहन क्या कर रहे हैं?”

मैं करुणा के पीछे खड़ी थी, मैंने उसे अपनी बाहों में भरते हुए कहा- “तुम चुप होकर मजा देखो...”

करुणा मेरी बात सुनकर चुप हो गई और अंदर का नजारा देखने लगी।

बिंदिया रोहन के लण्ड को अपने मुँह में लिए चूस रही थी। रोहन का लण्ड अभी तक खड़ा नहीं हुआ था। मैं । समझ गई की यह उन दोनों का तीसरा राउंड है, क्योंकी मैं करुणा के कमरे में भी एक घंटा थी। बिंदिया रोहन का सिकुड़ा हुआ आधा लण्ड अपने मुँह में लेकर चूस रही थी और रोहन बेड पर सीधा लेट हुआ सिसक रहा था। बिंदिया के थोड़ी देर चूसने से ही रोहन का लण्ड खड़ा होने लगा और बिंदिया के मुँह को पूरा भर दिया। बिंदिया का मुँह दुखने लगा था, इसीलिए उसने रोहन का लण्ड अपने मुँह से बाहर निकाल दिया, और अपनी जीभ निकालकर रोहन के लण्ड पर फिराते हुए उसके टोपे के छेद में घुसाने लगी।
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 17-01-2019, 08:11 PM



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