17-01-2019, 08:10 PM
बिंदिया की जीभ रोहन अपने लण्ड पर महसूस करते ही सिहर उठा और उसके मुँह से आह्ह्ह... निकल गई। बिंदिया को रोहन के लण्ड से अजीब सी गंध आ रही थी, जिसे महसूस करते ही उसपर ज्यादा नशा चढ़ने लगा था। बिंदिया ने अचानक अपना मुँह खोला और रोहन का टोपा अपने मुँह में भर लिया और उसके लण्ड को । अपने होंठों से चूसते हुए अपने हाथों से उसे नीचे से पकड़कर बहुत जोर से आगे-पीछे करने लगी। रोहन के मुँह से मजे से ओह्ह... निकल गया। बिंदिया बहुत जोर से अपने हाथों से उसे आगे-पीछे कर रही थी।
तभी रोहन ने बिंदिया से कहा- “मेरा निकालने वाला है.”
बिंदिया रोहन की बात को अनसुना करते हुए उसने अपने हाथों से रोहन के लण्ड को आगे-पीछे करते हुए उसे अपने मुँह में ही डाले रही। रोहन के लण्ड से अचानक वीर्य की बारिश होने लगी और रोहन ‘अह' करते हुए बिंदिया के मुँह में पिचकारियां छोड़ने लगा। बिंदिया ने जितना हो सकता था रोहन के वीर्य को गटक लिया और बाकी वीर्य बिंदिया के होंठों से बहकर नीचे गिरने लगा।
रोहन के पूरा झड़ने के बाद बिंदिया ने उसके लण्ड को अपने मुँह से निकाला और उसके टोपे पर अपनी जीभ फिराने लगी। बिंदिया को रोहन के लण्ड का स्वाद बहुत बढ़िया लग रहा था। रोहन ने फिर से अपनी आँखें बंद कर ली और अपना हाथ बढ़ाकर बिंदिया की 38" इंच साइज की चूचियों को पकड़ लिया। बिंदिया रोहन के लण्ड को चाटते हुए अपनी जीभ नीचे ले जाते हुए उसकी गोटियों पर फिराने लगी। रोहन मजे से सिसक रहा था। रोहन ने अचानक बिंदिया को बेड पर सीधा लेटा दिया, और खुद उसके ऊपर चढ़ गया। रोहन ने बिंदिया की चूचियों को अपने दोनों हाथों से पकड़ते हुए अपना लण्ड उनके बीच डाल दिया, और बिंदिया की चूचियों को अपने लण्ड पर दबाते हुए धक्के लगाने लगा।
अपनी चूचियों पर रोहन का लण्ड महसूस करते ही बिंदिया के मुँह से आह्ह्ह... निकल गई। रोहन का लण्ड बिंदिया की चूचियों से होता हुआ उसके गुलाबी होंठों तक पहुँच रहा था। रोहन का लण्ड जैसे ही बिंदिया के होंठों तक पहुँचता, बिंदिया अपना मुँह खोलकर जीभ से उसे चाट लेती। रोहन का लण्ड अब तक पूरी तरह तन चुका था, वो बिंदिया के गुलाबी होंठों को अपने दाँतों से काटते हुए नीचे होने लगा।
रोहन ने नीचे होता हुआ बिंदिया की टाँगों को घुटनों तक मोड़ दिया, और उन्हें बिंदिया की चूचियों से थोड़ा नीचे रख दिया। रोहन ने एक तकिया उठाकर बिंदिया के चूतड़ों के नीचे रख दिया। इस पोजीशन में बिंदिया की गोरी चूत का गुलाबी छेद बिल्कुल खुलकर रोहन के सामने आ गया। बिंदिया की चूत के गुलाबी छेद से सफेद-सफेद पानी की बूंदें निकल रही थी। रोहन ने अपनी जीभ निकालकर बिंदिया के पानी को चाट लिया। रोहन की जीभ अपनी चूत पर महसूस करते ही बिंदिया के मुँह से मजे के मारे आह्ह... निकल गई। रोहन अपनी जीभ से बिंदिया की चूत के दाने से खेलने लगा।
बिंदिया के मुँह से कामुक सिसकियां निकलने लगी। बिंदिया का पूरा जिश्म तप कर अंगारे छोड़ रहा था। रोहन ने अपनी एक उंगली बिंदिया की चूत में डाल दी। बिंदिया के मुँह से ओईई निकल गया। रोहन की उंगली बिंदिया की चूत में घुसते ही उसे अहसास हो गया की बिंदिया की इतनी बड़ी दिखने वाली चूत कितनी टाइट और गरम । है। रोहन अपनी उंगली बहुत जोर से बिंदिया की चूत में अंदर-बाहर करने लगा। बिंदिया के मुँह से बहुत जोर की सिसकियां निकल रही थी। रोहन ने बिंदिया को गरम देखकर अपने लण्ड पर ढेर सारा थूक लगाया और उसे बिंदिया की चूत पर रखकर रगड़ने लगा।
बिंदिया उत्तेजना के मारे अपने चूतड़ रोहन के लण्ड पर रगड़ने लगी। रोहन बिंदिया की आँखों में देखने लगा जैसे उससे आगे बढ़ने की इजाजत माँग रहा हो। बिंदिया ने आँखों से ही रोहन को आगे बढ़ने की इजाजत दे दी।
रोहन ने बिंदिया से कहा- “पहली बार में दर्द होगा बर्दाश्त कर लेना...”
बिंदिया ने एक तकिया उठाकर अपने मुँह पर रख लिया। रोहन ने अपना पूरा दबाव डालते हुए अपने लण्ड को बिंदिया की चूत में डालने की कोशिश करने लगा। रोहन के लण्ड को टोपा मोटा होने के कारण बिंदिया की चूत से फिसल रहा था। रोहन ने अपने हाथों से बिंदिया की चूत के होंठों को अलग करते हुए अपना लण्ड वहां पर सेट किया और एक बहुत जोर का धक्का मार दिया। रोहन का लण्ड बिंदिया की झिल्ली को तोड़ता हुआ आधा उसकी चूत में घुस गया। बिंदिया के मुँह से एक चीख निकालकर तकिये में दब गई और उसकी आँखों से आँसू बहने लगे। रोहन का आधा लण्ड बिंदिया की चूत में घुस चुका था।
रोहन ने नीचे झुकते हुए बिंदिया की चूचियों को अपने हाथों से सहलाते हुए कहा- “बिंदिया बस हो गया, अब दर्द की जगह तुम्हें मजा आएगा...”
बिंदिया की चूत का दर्द अब कम हो गया था, और वो अपने चूतड़ों को हिलाने लगी। रोहन बिंदिया के चूतड़ों को अपने लण्ड पर हिलता हुआ महसूस करके सीधा हो गया, और अपने लण्ड से बिंदिया की चूत में हल्के-हल्के धक्के लगाने लगा। बिंदिया रोहन के लण्ड को अपनी चूत में रगड़ता हुआ महसूस करके मजे से सिसकने लगी, उसने ख्वाब में भी नहीं सोचा था की इस काम में इतना मजा मिलता है।
रोहन अब जोर-जोर से धक्के लगाते हुए बिंदिया को चोद रहा था। बिंदिया का पूरा शरीर अकड़ने लगा और वो अपने चूतड़ों को रोहन के लण्ड पर जोर से उछालते आह्ह्ह... आहहह... करते हुए झड़ने लगी और अपनी आँखें बंद कर ली। बिंदिया के झड़ने से रोहन के लण्ड पर उसकी चूत का कसाव कम हो गया और उसका लण्ड आराम से अंदर-बाहर होने लगा। रोहन ने मौका देखते हुए अपने लण्ड को पूरा बाहर निकालकर पूरे जोर से अंदर घुसाने लगा। चूत के गीले होने के कारण रोहन का लण्ड बिंदिया की चूत में पूरा जड़ तक घुस गया। रोहन अपने लण्ड को बहुत जोर से बिंदिया की चूत में अंदर-बाहर करने लगा।
बिंदिया के मुँह से आह्ह्ह... की सिसकारियां निकलने लगी।
मैं (धन्नो) भी अपनी दो उंगलियां अपनी चूत में डालकर अंदर-बाहर कर रही थी।
रोहन पूरे जोर के साथ बिंदिया को चोद रहा था। रोहन के हर धक्के के साथ बिंदिया का पूरा शरीर हिल रहा था। बिंदिया का शरीर हिलने से उसकी चूचियां भी उछल रही थी। रोहन ने अपने हाथों से बिंदिया की भारी-भारी चूचियों को पकड़ते हुए नीचे से धक्के लगाने लगा। रोहन का लण्ड जैसे ही बिंदिया की चूत से बाहर निकलता, बिंदिया अपने चूतड़ उछालकर उसे अपनी चूत में भर लेती। बिंदिया की चूत गीली होने के कारण पूरे कमरे में पच-पच की आवाज गूँज रही थी।
तभी रोहन ने बिंदिया से कहा- “मेरा निकालने वाला है.”
बिंदिया रोहन की बात को अनसुना करते हुए उसने अपने हाथों से रोहन के लण्ड को आगे-पीछे करते हुए उसे अपने मुँह में ही डाले रही। रोहन के लण्ड से अचानक वीर्य की बारिश होने लगी और रोहन ‘अह' करते हुए बिंदिया के मुँह में पिचकारियां छोड़ने लगा। बिंदिया ने जितना हो सकता था रोहन के वीर्य को गटक लिया और बाकी वीर्य बिंदिया के होंठों से बहकर नीचे गिरने लगा।
रोहन के पूरा झड़ने के बाद बिंदिया ने उसके लण्ड को अपने मुँह से निकाला और उसके टोपे पर अपनी जीभ फिराने लगी। बिंदिया को रोहन के लण्ड का स्वाद बहुत बढ़िया लग रहा था। रोहन ने फिर से अपनी आँखें बंद कर ली और अपना हाथ बढ़ाकर बिंदिया की 38" इंच साइज की चूचियों को पकड़ लिया। बिंदिया रोहन के लण्ड को चाटते हुए अपनी जीभ नीचे ले जाते हुए उसकी गोटियों पर फिराने लगी। रोहन मजे से सिसक रहा था। रोहन ने अचानक बिंदिया को बेड पर सीधा लेटा दिया, और खुद उसके ऊपर चढ़ गया। रोहन ने बिंदिया की चूचियों को अपने दोनों हाथों से पकड़ते हुए अपना लण्ड उनके बीच डाल दिया, और बिंदिया की चूचियों को अपने लण्ड पर दबाते हुए धक्के लगाने लगा।
अपनी चूचियों पर रोहन का लण्ड महसूस करते ही बिंदिया के मुँह से आह्ह्ह... निकल गई। रोहन का लण्ड बिंदिया की चूचियों से होता हुआ उसके गुलाबी होंठों तक पहुँच रहा था। रोहन का लण्ड जैसे ही बिंदिया के होंठों तक पहुँचता, बिंदिया अपना मुँह खोलकर जीभ से उसे चाट लेती। रोहन का लण्ड अब तक पूरी तरह तन चुका था, वो बिंदिया के गुलाबी होंठों को अपने दाँतों से काटते हुए नीचे होने लगा।
रोहन ने नीचे होता हुआ बिंदिया की टाँगों को घुटनों तक मोड़ दिया, और उन्हें बिंदिया की चूचियों से थोड़ा नीचे रख दिया। रोहन ने एक तकिया उठाकर बिंदिया के चूतड़ों के नीचे रख दिया। इस पोजीशन में बिंदिया की गोरी चूत का गुलाबी छेद बिल्कुल खुलकर रोहन के सामने आ गया। बिंदिया की चूत के गुलाबी छेद से सफेद-सफेद पानी की बूंदें निकल रही थी। रोहन ने अपनी जीभ निकालकर बिंदिया के पानी को चाट लिया। रोहन की जीभ अपनी चूत पर महसूस करते ही बिंदिया के मुँह से मजे के मारे आह्ह... निकल गई। रोहन अपनी जीभ से बिंदिया की चूत के दाने से खेलने लगा।
बिंदिया के मुँह से कामुक सिसकियां निकलने लगी। बिंदिया का पूरा जिश्म तप कर अंगारे छोड़ रहा था। रोहन ने अपनी एक उंगली बिंदिया की चूत में डाल दी। बिंदिया के मुँह से ओईई निकल गया। रोहन की उंगली बिंदिया की चूत में घुसते ही उसे अहसास हो गया की बिंदिया की इतनी बड़ी दिखने वाली चूत कितनी टाइट और गरम । है। रोहन अपनी उंगली बहुत जोर से बिंदिया की चूत में अंदर-बाहर करने लगा। बिंदिया के मुँह से बहुत जोर की सिसकियां निकल रही थी। रोहन ने बिंदिया को गरम देखकर अपने लण्ड पर ढेर सारा थूक लगाया और उसे बिंदिया की चूत पर रखकर रगड़ने लगा।
बिंदिया उत्तेजना के मारे अपने चूतड़ रोहन के लण्ड पर रगड़ने लगी। रोहन बिंदिया की आँखों में देखने लगा जैसे उससे आगे बढ़ने की इजाजत माँग रहा हो। बिंदिया ने आँखों से ही रोहन को आगे बढ़ने की इजाजत दे दी।
रोहन ने बिंदिया से कहा- “पहली बार में दर्द होगा बर्दाश्त कर लेना...”
बिंदिया ने एक तकिया उठाकर अपने मुँह पर रख लिया। रोहन ने अपना पूरा दबाव डालते हुए अपने लण्ड को बिंदिया की चूत में डालने की कोशिश करने लगा। रोहन के लण्ड को टोपा मोटा होने के कारण बिंदिया की चूत से फिसल रहा था। रोहन ने अपने हाथों से बिंदिया की चूत के होंठों को अलग करते हुए अपना लण्ड वहां पर सेट किया और एक बहुत जोर का धक्का मार दिया। रोहन का लण्ड बिंदिया की झिल्ली को तोड़ता हुआ आधा उसकी चूत में घुस गया। बिंदिया के मुँह से एक चीख निकालकर तकिये में दब गई और उसकी आँखों से आँसू बहने लगे। रोहन का आधा लण्ड बिंदिया की चूत में घुस चुका था।
रोहन ने नीचे झुकते हुए बिंदिया की चूचियों को अपने हाथों से सहलाते हुए कहा- “बिंदिया बस हो गया, अब दर्द की जगह तुम्हें मजा आएगा...”
बिंदिया की चूत का दर्द अब कम हो गया था, और वो अपने चूतड़ों को हिलाने लगी। रोहन बिंदिया के चूतड़ों को अपने लण्ड पर हिलता हुआ महसूस करके सीधा हो गया, और अपने लण्ड से बिंदिया की चूत में हल्के-हल्के धक्के लगाने लगा। बिंदिया रोहन के लण्ड को अपनी चूत में रगड़ता हुआ महसूस करके मजे से सिसकने लगी, उसने ख्वाब में भी नहीं सोचा था की इस काम में इतना मजा मिलता है।
रोहन अब जोर-जोर से धक्के लगाते हुए बिंदिया को चोद रहा था। बिंदिया का पूरा शरीर अकड़ने लगा और वो अपने चूतड़ों को रोहन के लण्ड पर जोर से उछालते आह्ह्ह... आहहह... करते हुए झड़ने लगी और अपनी आँखें बंद कर ली। बिंदिया के झड़ने से रोहन के लण्ड पर उसकी चूत का कसाव कम हो गया और उसका लण्ड आराम से अंदर-बाहर होने लगा। रोहन ने मौका देखते हुए अपने लण्ड को पूरा बाहर निकालकर पूरे जोर से अंदर घुसाने लगा। चूत के गीले होने के कारण रोहन का लण्ड बिंदिया की चूत में पूरा जड़ तक घुस गया। रोहन अपने लण्ड को बहुत जोर से बिंदिया की चूत में अंदर-बाहर करने लगा।
बिंदिया के मुँह से आह्ह्ह... की सिसकारियां निकलने लगी।
मैं (धन्नो) भी अपनी दो उंगलियां अपनी चूत में डालकर अंदर-बाहर कर रही थी।
रोहन पूरे जोर के साथ बिंदिया को चोद रहा था। रोहन के हर धक्के के साथ बिंदिया का पूरा शरीर हिल रहा था। बिंदिया का शरीर हिलने से उसकी चूचियां भी उछल रही थी। रोहन ने अपने हाथों से बिंदिया की भारी-भारी चूचियों को पकड़ते हुए नीचे से धक्के लगाने लगा। रोहन का लण्ड जैसे ही बिंदिया की चूत से बाहर निकलता, बिंदिया अपने चूतड़ उछालकर उसे अपनी चूत में भर लेती। बिंदिया की चूत गीली होने के कारण पूरे कमरे में पच-पच की आवाज गूँज रही थी।