Thread Rating:
  • 7 Vote(s) - 2.43 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery धन्नो द हाट गर्ल
#67
मोहित अपने गीले हाथ को अपनी नाक तक ले गया और उसे पूँघने लगा। मोहित को मेरी चूत की महक पागल बना रही थी। वो अपनी आँखें बंद करते हुए अपनी साँसों को पीछे खींचने लगा। मोहित को यह सब करते हुए देखकर मैं हैरान हो गई और जल्दी से जाकर दरवाजा लाक कर दिया। मैंने वापस आकर देखा तो मोहित अपनी जीभ निकालकर हाथ को चाट रहा था।
मैं यह सब देखकर गरम होने लगी। मैंने अपनी स्कर्ट उतारी और मोहित को बेड पर धक्का देकर गिरा दिया। मैं उसके ऊपर चढ़ गई और अपनी गीली कच्छी को उसके मुँह के पास रख दिया।
मोहित अचानक हुए इस हमले से बौखला गया और उठने की कोशिश करने लगा।
मैंने उससे कहा- “घबराओ मत, तुम पूरा मजा लो...”
मोहित मेरी बात सुनकर शांत हो गया और मेरी गीली कच्छी को देखने लगा। मोहित को मेरी कच्छी की महक पागल बना रही थी। वो मेरी कच्छी पे अपनी नाक रखकर जोर से अपनी साँसे ऊपर करने लगा। मोहित कुछ देर तक मेरी कच्छी को सँघने के बाद अपनी जीभ निकालकर मेरी कच्छी पर फिराने लगा। मोहित की जीभ मेरी कच्छी गीली होने के कारण मेरी चूत पर महसूस होने लगी, मेरे मुँह से 'आअह्ह्ह' निकल गई। मोहित अब मेरी चूत को कच्छी के ऊपर से ही पूरा अपने मुँह में डाले हुए चाट रहा था। मैंने अपनी चूत चटवाते हुए अपने टाप को उतार दिया।
रोहन मेरा टाप उतरते ही ब्रा में कैद मेरी गोरी आधी नंगी चूचियों को देखकर पगला गया और मुझे धक्का देकर नीचे गिराते हुए मेरे ऊपर आ गया। रोहन ब्रा के ऊपर से ही मेरी चूचियों को अपने हाथों में लेकर जोर से दबाने लगा। मोहित के सख़्त हाथ मेरी नरम चूचियों पर पड़ते ही मेरे मुँह से ‘ओहह' निकल गया। मोहित अपने हाथों से मेरी चूचियों को जोर से दबाते हुए मेरे गोरे पेट पे अपना मुँह रखकर उसे चूमने लगा।
मोहित इतनी जोर से मेरी चूचियां दबा रहा था की- “ओईए... जरा आराम से दबाओ..” मेरे मुँह से निकल गया।
मोहित मेरे पेट को चूमते हुए मेरी चूचियों तक आ गया और ब्रा के ऊपर से ही मेरी आधी बाहर निकली चूचियों को चूमने लगा। मैंने अपना हाथ बढ़ाकर मोहित की शर्ट को उतार दिया। उसका बालों से भरा गठीला बदन देखकर मेरे सारे जिम में उत्तेजना के मारे गुदगुदी होने लगी। मैंने मोहित को सिर से पकड़ते हुए ऊपर करते हुए उसके होंठ अपने तपते गुलाबी होंठों पर रख दिए।
मोहित मेरे नरम होंठों का स्पर्श पाते ही सिहर उठा और मेरे होंठों को बेतहाशा चूमने लगा। मैंने मोहित का नीचे वाला होंठ अपने मुँह में ले लिया और उसे हल्का-हल्का काटने लगी।
मोहित मेरी इस हरकत से पूरा काँपने लगा और मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे कंधे पे आ गया और उसे चूमने । लगा। मैं बहुत उत्तेजित हो चुकी थी, मगर मैं मोहित को तड़पाना चाहती थी। मोहित ने जैसे ही अपना हाथ मेरी चूचियों पर रखना चाहा, मैंने उसका हाथ पकड़कर उसे बेड पर लेटा दिया और खुद उसके ऊपर चढ़कर बैठ गई। मैंने अपनी ब्रा के हुक खोल दिए और नीचे होते हुए मोहित के मुँह में अपनी जीभ डाल दी।
 horseride  Cheeta    
[+] 1 user Likes sarit11's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 17-01-2019, 07:54 PM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)