17-10-2019, 03:19 PM
आपकी कहानी पढ़ते हुए लगता है कि सब आंखों के सामने जीवन्त चल रहा है। बहुत सुन्दर प्रस्तुति की है आपने।
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
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