16-01-2019, 01:49 PM
अध्याय 3
घर आकर हमने जोरदार सेक्स किया,आज मोना बेहद ही उत्तेजित लग रही थी वही हाल मेरा भी था,मेरे सामने बार बार मोना और उसके चाहने वाले राज का चहरा घूम रहा था,जब राज ने मोना के कमर में हाथ डाला था वो सीन ही मुझे उत्तेजित कर दे रहा था….
“गुड मॉर्निंग बेबी “
सुबह सुबह जब नींद खुली तो ये प्यारी सी आवाज मेरे कानो में आई..मोना का खिला हुआ चहरा मेरे आंखों के सामने था,वो मुझसे लिपट गई उसके बाल भीगे हुए थे और शरीर से हल्के इत्र की खुश्बू आ रही थी ,
“कल जो भी हुआ उसके लिए सॉरी जान ,शायद मैं ज्यादा पी गई थी “उसने मुझसे सटते हुए कहा
“लेकिन बहुत एक्साइटिंग था,कसम से कल का सेक्स मैं कभी नही भूलूंगा “
मैं मोना के कमर को और जोरो से अपने ओर खिंचने लगा,वो मेरे आंखों में देख रही थी ,
“आप ठरकी हो ये तो पता था लेकिन इतने हो ये नही पता था,इन पोर्न वेबसाइट्स और कहानियों ने अपका दिमाग खराब कर रखा है..”वो गुस्से में थी लेकिन होठो में मुस्कान लेकर ..
मैं भी हँस पड़ा ,
“सच में आपको गुस्सा नही आया ??”
“आया ना,लेकिन मजा भी आया ,ये वैसे ही था जैसा तुमने हमारी सुहागरात वाली रात को कहा था,की दर्द तो हुआ लेकिन मजा भी आया,तो बात इसपर डिपेंड है की ज्यादा गुस्सा आया की मजा ”
हम दोनो ही हँसने लगे ..
हमारे बीच ये बात जितनी छिपी हुई थी उतनी ही उजागर भी थी की मुझे उसके किसी और मर्द से संबंध से कोई आपत्ति नही है ,
उसे तैयार होते हुए देखकर ना जाने कितने सवाल मेरे मन में आ रहे थे,मैं यही सोच रहा था की आज वो राज का सामना कैसे करेगी,या राज शायद आज उसपर और भी ज्यादा लाइन मारेगा..
वो रोज से ज्यादा खूबसूरत लग रही थी और जाते हुए उसने मुझे जो शैतानी मुस्कान दी थी उससे लगा था की कुछ तो होने वाला था,
मैं अपने ऑफिस में बैठा था,एक क्राइम एनालिस्ट की जॉब जितनी एक्साइटिंग लगती है उतनी ही बोरिंग भी होती है ,अधिकतर समय मेरे पास कोई काम नही होता था,और जब होता तो क्या दिन और क्या रात…
मैं अपनी फेवरेट वेबसाइट में कुछ स्टोरी पड़ने लगा,मुझे उससे कुछ आइडियाज मिले की कैसे एक पति अपने पत्नी के पास काम के वक्त फोन करता है ,मुझे खुद पर हँसी भी आ रही थी की मैं ये क्या पागलपन करने में लगा हुआ हु…
लेकिन फिर भी मैंने मोना को काल लगाया ..
“हैलो आज इस वक्त सब ठीक तो है ना “मैं उसे ऑफिस टाइम में तब ही फोन करता था जब मेरे पास कोई केस आ जाता था,या मुझे बाहर जाना होता या कोई इम्पार्टेंट काम होता ,
“बस सोच रहा था की आज राज का क्या रिएक्शन रहा होगा..”वो चुप तो थी लेकिन उसकी हल्की हँसी की आवाज मेरे कानों में पड़ रही थी ,
“आप सच में पगला गए हो ,चलो आपको तो कोई काम है नही लेकिन मेरे पास बहुत काम होता है ,”
“अरे मेरी जान कुछ तो बताओ “
“क्या …?क्या बताऊँ बस साला अजीब से घूर रहा था और पास आने की बात करने की कोशिस कर रहा था लेकिन मैंने उसे कोई चांस नही दिया ,अब वो अपना काम कर रहा है और मैं अपना और आप भी अपना काम करो ,जासूस हो लेकिन अब अपनी बीवी की जासूसी करने में मत लग जाओ “वो खिलखिलाई और मैंने भी उसे प्यार से लव यू बोलकर फोन रख दिया,लेकिन जाने अनजाने मोना ने मेरे दिमाग में एक दूसरे आईडिया को जन्म दे दिया था,मोना की जासूसी ….
“अभिषेक सर sp साहब बुला रहे है “एक कांस्टेबल मेरे कमरे में आया
“हा आता हु,”मैंने राहत की सांस ली की चलो मुझे भी कोई काम मिल गया
*********
“यार अभी हाई प्रोफ़ाइल केस है कोई मंत्री भी इन्वाल्व हो सकता है ,मीडिया में बात पहुची तो बात बिगड़ जाएगी ,हमे भी इसे सम्हालना है लेकिन शांति से “मैं अपने जिले के क्राइम sp आर. के. ठाकुर साहब को देखता हुआ गंभीर हुआ जा रहा था ..
“सर लेकिन ये बड़ा मामला लगता है हमारे जिले तक सीमित नही है “
“साले चूतिये इसीलिए तो हमे दिया गया है ,तुम हेडक्वार्टर में बैठते हो इसका मतलब समझते हो ,तुम पूरे राज्य में कही भी इन्वेस्टिगेशन कर सकते हो ,अब फाइल उठाओ और अपनी टीम तैयार करो ,मैं चाहता हु की तुम ही इसे लीड करो और मुझे रिपोर्ट करो ..”
मैं हा बोलकर तो निकल गया लेकिन अपना माथा पकड़कर अपने केबिन में बैठ गया,साल ये क्या झंझट आ गई थी ,जो जांच किसी IAS या IPS की टीम को करना था मुझे पकड़ा दिया था,मैं एक ASP रेंक का अधिकारी था जिसके पास उतनी पॉवर नही होती की किसी मंत्री की जासूसी करे ,लेकिन फिर भी मैंने वो आदिवासी लैंड स्कैम की फाइल खोली और देखने लगा और देखते ही देखते मेरे आंखों की चमक भी बढ़ने लगी ….
घर आकर हमने जोरदार सेक्स किया,आज मोना बेहद ही उत्तेजित लग रही थी वही हाल मेरा भी था,मेरे सामने बार बार मोना और उसके चाहने वाले राज का चहरा घूम रहा था,जब राज ने मोना के कमर में हाथ डाला था वो सीन ही मुझे उत्तेजित कर दे रहा था….
“गुड मॉर्निंग बेबी “
सुबह सुबह जब नींद खुली तो ये प्यारी सी आवाज मेरे कानो में आई..मोना का खिला हुआ चहरा मेरे आंखों के सामने था,वो मुझसे लिपट गई उसके बाल भीगे हुए थे और शरीर से हल्के इत्र की खुश्बू आ रही थी ,
“कल जो भी हुआ उसके लिए सॉरी जान ,शायद मैं ज्यादा पी गई थी “उसने मुझसे सटते हुए कहा
“लेकिन बहुत एक्साइटिंग था,कसम से कल का सेक्स मैं कभी नही भूलूंगा “
मैं मोना के कमर को और जोरो से अपने ओर खिंचने लगा,वो मेरे आंखों में देख रही थी ,
“आप ठरकी हो ये तो पता था लेकिन इतने हो ये नही पता था,इन पोर्न वेबसाइट्स और कहानियों ने अपका दिमाग खराब कर रखा है..”वो गुस्से में थी लेकिन होठो में मुस्कान लेकर ..
मैं भी हँस पड़ा ,
“सच में आपको गुस्सा नही आया ??”
“आया ना,लेकिन मजा भी आया ,ये वैसे ही था जैसा तुमने हमारी सुहागरात वाली रात को कहा था,की दर्द तो हुआ लेकिन मजा भी आया,तो बात इसपर डिपेंड है की ज्यादा गुस्सा आया की मजा ”
हम दोनो ही हँसने लगे ..
हमारे बीच ये बात जितनी छिपी हुई थी उतनी ही उजागर भी थी की मुझे उसके किसी और मर्द से संबंध से कोई आपत्ति नही है ,
उसे तैयार होते हुए देखकर ना जाने कितने सवाल मेरे मन में आ रहे थे,मैं यही सोच रहा था की आज वो राज का सामना कैसे करेगी,या राज शायद आज उसपर और भी ज्यादा लाइन मारेगा..
वो रोज से ज्यादा खूबसूरत लग रही थी और जाते हुए उसने मुझे जो शैतानी मुस्कान दी थी उससे लगा था की कुछ तो होने वाला था,
मैं अपने ऑफिस में बैठा था,एक क्राइम एनालिस्ट की जॉब जितनी एक्साइटिंग लगती है उतनी ही बोरिंग भी होती है ,अधिकतर समय मेरे पास कोई काम नही होता था,और जब होता तो क्या दिन और क्या रात…
मैं अपनी फेवरेट वेबसाइट में कुछ स्टोरी पड़ने लगा,मुझे उससे कुछ आइडियाज मिले की कैसे एक पति अपने पत्नी के पास काम के वक्त फोन करता है ,मुझे खुद पर हँसी भी आ रही थी की मैं ये क्या पागलपन करने में लगा हुआ हु…
लेकिन फिर भी मैंने मोना को काल लगाया ..
“हैलो आज इस वक्त सब ठीक तो है ना “मैं उसे ऑफिस टाइम में तब ही फोन करता था जब मेरे पास कोई केस आ जाता था,या मुझे बाहर जाना होता या कोई इम्पार्टेंट काम होता ,
“बस सोच रहा था की आज राज का क्या रिएक्शन रहा होगा..”वो चुप तो थी लेकिन उसकी हल्की हँसी की आवाज मेरे कानों में पड़ रही थी ,
“आप सच में पगला गए हो ,चलो आपको तो कोई काम है नही लेकिन मेरे पास बहुत काम होता है ,”
“अरे मेरी जान कुछ तो बताओ “
“क्या …?क्या बताऊँ बस साला अजीब से घूर रहा था और पास आने की बात करने की कोशिस कर रहा था लेकिन मैंने उसे कोई चांस नही दिया ,अब वो अपना काम कर रहा है और मैं अपना और आप भी अपना काम करो ,जासूस हो लेकिन अब अपनी बीवी की जासूसी करने में मत लग जाओ “वो खिलखिलाई और मैंने भी उसे प्यार से लव यू बोलकर फोन रख दिया,लेकिन जाने अनजाने मोना ने मेरे दिमाग में एक दूसरे आईडिया को जन्म दे दिया था,मोना की जासूसी ….
“अभिषेक सर sp साहब बुला रहे है “एक कांस्टेबल मेरे कमरे में आया
“हा आता हु,”मैंने राहत की सांस ली की चलो मुझे भी कोई काम मिल गया
*********
“यार अभी हाई प्रोफ़ाइल केस है कोई मंत्री भी इन्वाल्व हो सकता है ,मीडिया में बात पहुची तो बात बिगड़ जाएगी ,हमे भी इसे सम्हालना है लेकिन शांति से “मैं अपने जिले के क्राइम sp आर. के. ठाकुर साहब को देखता हुआ गंभीर हुआ जा रहा था ..
“सर लेकिन ये बड़ा मामला लगता है हमारे जिले तक सीमित नही है “
“साले चूतिये इसीलिए तो हमे दिया गया है ,तुम हेडक्वार्टर में बैठते हो इसका मतलब समझते हो ,तुम पूरे राज्य में कही भी इन्वेस्टिगेशन कर सकते हो ,अब फाइल उठाओ और अपनी टीम तैयार करो ,मैं चाहता हु की तुम ही इसे लीड करो और मुझे रिपोर्ट करो ..”
मैं हा बोलकर तो निकल गया लेकिन अपना माथा पकड़कर अपने केबिन में बैठ गया,साल ये क्या झंझट आ गई थी ,जो जांच किसी IAS या IPS की टीम को करना था मुझे पकड़ा दिया था,मैं एक ASP रेंक का अधिकारी था जिसके पास उतनी पॉवर नही होती की किसी मंत्री की जासूसी करे ,लेकिन फिर भी मैंने वो आदिवासी लैंड स्कैम की फाइल खोली और देखने लगा और देखते ही देखते मेरे आंखों की चमक भी बढ़ने लगी ….
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प्यार या धोखा
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