16-01-2019, 12:43 AM
वह मेरे पूरे चेहरे को चूम रहा था, मेरी गर्दन और मेरे स्तनों के थोड़ा ऊपर. उसका हाथ मेरे nightieके ऊपर से ही मेरे स्तनों का मर्दन कर रहे थे और मेरे हाथ उसकी पीठ भर थे, उसकी पीठ के निचले हिस्से पर और मैं उसे अपने ऊपर रखने की कोशिश कर रही थी . मैं बुरी तरह से अपने नंगे स्तनों पर उसके मुंह महसूस करना चाहती थी लेकिन जब मैंने महसूस किया कि वह किसी तरह से भी मेरी नाइटी खींच कर नीचे नहीं कर रहा है,
.तो मैंने एक हाथ से उसके सिर को पकड़ा और दूसरे हाथ से मैंने अपनी nightie नीचे खींच एक स्तन पूरी तरह से बेनकाब किया और अपने नग्न स्तन की ओर उसके मुँह को रास्ता दिखाया. lवह मेरे स्तनों पर जंगली की तरह टूट पड़ा अब वह मेरे निपल्स चाट रहा था, चूस रहा था, उसके जीभ चलाने और फिर निपल्स चूसने्से मैंने कराहना शुरू कर दिया और मैं अपने पैरों के बीच में उसके शरीर को लाने में कामयाब रही और मैंने उसकी पीठ पर अपने पैर लपेट लिये .मैं उसकी teeshirt खींच रही थी और उसकी टी शर्ट को हटाने में कामयाब रही. lअब, मैं अपने नंगे स्तनों पर उसके नंगे शरीर को महसूस कर रही थी और मैंने अपने दूसरे स्तन को भी nightie नीचे खींच कर बेनकाब करने में सफ़लता हासिल कर ली l ओफ़्फ़ मेरीnightie की पट्टियाँ मेरे कंधों पर आ फ़सीं थी, फ़िर भी मेरे दोनों स्तन अब खुल गए थ lे वह मेरे स्तनों को चाट रहा थाऔर मेरे स्तनों खाने लगा और मैं उसके सिर को अपनी ओर खींच रही थीl
.तो मैंने एक हाथ से उसके सिर को पकड़ा और दूसरे हाथ से मैंने अपनी nightie नीचे खींच एक स्तन पूरी तरह से बेनकाब किया और अपने नग्न स्तन की ओर उसके मुँह को रास्ता दिखाया. lवह मेरे स्तनों पर जंगली की तरह टूट पड़ा अब वह मेरे निपल्स चाट रहा था, चूस रहा था, उसके जीभ चलाने और फिर निपल्स चूसने्से मैंने कराहना शुरू कर दिया और मैं अपने पैरों के बीच में उसके शरीर को लाने में कामयाब रही और मैंने उसकी पीठ पर अपने पैर लपेट लिये .मैं उसकी teeshirt खींच रही थी और उसकी टी शर्ट को हटाने में कामयाब रही. lअब, मैं अपने नंगे स्तनों पर उसके नंगे शरीर को महसूस कर रही थी और मैंने अपने दूसरे स्तन को भी nightie नीचे खींच कर बेनकाब करने में सफ़लता हासिल कर ली l ओफ़्फ़ मेरीnightie की पट्टियाँ मेरे कंधों पर आ फ़सीं थी, फ़िर भी मेरे दोनों स्तन अब खुल गए थ lे वह मेरे स्तनों को चाट रहा थाऔर मेरे स्तनों खाने लगा और मैं उसके सिर को अपनी ओर खींच रही थीl
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.