16-01-2019, 12:06 AM
(This post was last modified: 16-01-2019, 12:07 AM by neerathemall.)
समीर ने अपने शरीर को तिरछा कर अपने ब्रीफ़ से छुट्कारा पाया इस बीच उसकी बहन उसके ने उसके मीनार के समान खडे लण्ड का दीदार किया l
उसने पहल करते हुए आलिंगनबद्ध होकर उसके माथे से लेकर उदर तक चुम्बनों की बरसात कर दीl
और धीरे से उसने हाथ नीचे सरकाकर उसके लण्ड पर हल्के -हल्के प्रहार करने आरम्भ कर दिये जिससे प्रतीक्षित चुदाई का शुभारम्भ किया जाएऔर यह जानने के लिये कि उसके भाई को मजा आ रहा है,ऊपर देखाऔर उसके लण्ड पर एक चुम्बन रख दिया ,
अपनी बहन के नाजुक होठों का अह्सास पाकर समीर ने स्वयं को मेघों के मध्य उड़ता हुआ महसूस किया l
उसने अपने भाई के लण्ड पर इस तरह से जिव्हा फ़िराई कि उसका कोई भी हिस्सा न छूटा l
समीर के सिर तुरंत वापस झटका लगा जैसे ही उसने समीर का समूचा लण्ड अपने मुहँ रूपी जादूई गुफ़ा मे घुसा लिया l
उसने पहल करते हुए आलिंगनबद्ध होकर उसके माथे से लेकर उदर तक चुम्बनों की बरसात कर दीl
और धीरे से उसने हाथ नीचे सरकाकर उसके लण्ड पर हल्के -हल्के प्रहार करने आरम्भ कर दिये जिससे प्रतीक्षित चुदाई का शुभारम्भ किया जाएऔर यह जानने के लिये कि उसके भाई को मजा आ रहा है,ऊपर देखाऔर उसके लण्ड पर एक चुम्बन रख दिया ,
अपनी बहन के नाजुक होठों का अह्सास पाकर समीर ने स्वयं को मेघों के मध्य उड़ता हुआ महसूस किया l
उसने अपने भाई के लण्ड पर इस तरह से जिव्हा फ़िराई कि उसका कोई भी हिस्सा न छूटा l
समीर के सिर तुरंत वापस झटका लगा जैसे ही उसने समीर का समूचा लण्ड अपने मुहँ रूपी जादूई गुफ़ा मे घुसा लिया l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
