16-01-2019, 12:00 AM
भाई के द्वारा उसके बह्ते हुए प्रेम द्रव्य को चाट्ने से उत्पन्न कामोन्माद से अस्मा की साँस उखड़्ने की कगार पर पहुँच गई l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
पुरानी हिन्दी की मशहूर कहनियाँ
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