15-01-2019, 11:58 PM
आप ऐसा सामान्य रूप सलमा से करते हैं?" उसने जिस अन्दाज में बात की, उसने कमोत्तेजना के आन्नद को भंग कर दिया
संतोषजनक चूषण सत्रावसान के बाद समीर ने बेचैन हो ब्रा हुक को जल्द बाजीमें नोच डाला
वह उसकी आँखों में चमकदार उम्मीदों की किरणों को देख सकता था जब वह उसके
नग्न स्तनों पर झुक रहा था. उसके हाथ उसके शरीर के बीच से फ़र्श पर उसके नितम्बों को जकड़ रहे थे
जबकि उसका मुंह उसके बाएं स्तन पर आ चुका था. वह जानबूझकर अपने नाखूनों से उसके नरम मुलायम नितम्बो पर निशान बना रहा था
जबकि उसकी उभरे हुए स्तन उसके मुंह की गिरफ्त में थे
. वह जल्दी से कभी
बाएँ स्तन को तो कभी दायें स्तन को चूस रहा था वापस आ गया है और कभी कभी धीरे से उसकी निपल्स काट भी ले रहा था
. वह हर बार जब वह सिसकारी भरती तो क्षण भर के लिये ठहर जाता मानो कि उसे भी तक्लीफ़ हो रही है और पुनः गोलार्द्धों पर जिव्हा की चोटों की बौछार कर देता
समीर अब और अधिक सक्रिय लग रहा था उसने अस्मा के बाकी कपड़े भी पैरों से निकाल दिये और उसकी पैन्टी निकालने में भी देरी नहीं की उसके भग प्रदेश में थोड़े से बाल थे जो योनि को आच्छादित करने में असमर्थ थे l
संतोषजनक चूषण सत्रावसान के बाद समीर ने बेचैन हो ब्रा हुक को जल्द बाजीमें नोच डाला
वह उसकी आँखों में चमकदार उम्मीदों की किरणों को देख सकता था जब वह उसके
नग्न स्तनों पर झुक रहा था. उसके हाथ उसके शरीर के बीच से फ़र्श पर उसके नितम्बों को जकड़ रहे थे
जबकि उसका मुंह उसके बाएं स्तन पर आ चुका था. वह जानबूझकर अपने नाखूनों से उसके नरम मुलायम नितम्बो पर निशान बना रहा था
जबकि उसकी उभरे हुए स्तन उसके मुंह की गिरफ्त में थे
. वह जल्दी से कभी
बाएँ स्तन को तो कभी दायें स्तन को चूस रहा था वापस आ गया है और कभी कभी धीरे से उसकी निपल्स काट भी ले रहा था
. वह हर बार जब वह सिसकारी भरती तो क्षण भर के लिये ठहर जाता मानो कि उसे भी तक्लीफ़ हो रही है और पुनः गोलार्द्धों पर जिव्हा की चोटों की बौछार कर देता
समीर अब और अधिक सक्रिय लग रहा था उसने अस्मा के बाकी कपड़े भी पैरों से निकाल दिये और उसकी पैन्टी निकालने में भी देरी नहीं की उसके भग प्रदेश में थोड़े से बाल थे जो योनि को आच्छादित करने में असमर्थ थे l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
