15-01-2019, 11:43 PM
उसके मन मे विषाद की हल्की रेखा ने जन्म लिया यह जानते हुए भी कि आज रात आफ़िस मे देर होगी ही, शायद बकाया काम उसके इस सद्य उठे विषाद से निजात दिलान मे मददगार साबित हो l
निराशा मे सिर हिलाते हुये ,उसने सोचा कि उसके पास अपनी छोटी बहन अस्मा से मिलने का वक्त ही नहीं बचा , जो लगभग एक घन्टे की ड्राइव की दूरी पर रह्ती हैl
सलमा सालगिरह की बधाई के लिए कॉल करने वालों में पहली थी बार अब उसने गले मे एक निर्वात महसूस किया l पत्नी से बात की जो उसके पास से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर है lबातचीत के बीच में सलमा आवाज टूट रअही थी उसे दिलासा दिलाना आसान नहीं था l
संक्षिप्त बातचीत के बाद, समीर अधिक अकेला महसूस कर रहा था और पहले की तुलना में उदास भी l बस , वह बाथरूम में प्रवेश करने जा रहा था कि टेलीफोन एक बार फिर बजा. दूसरे छोर से परिचित आवाज सुन कर अपने को सहज महसूस कियाl
दूसरे छोर पर आवाज. यह Asma थी l
निराशा मे सिर हिलाते हुये ,उसने सोचा कि उसके पास अपनी छोटी बहन अस्मा से मिलने का वक्त ही नहीं बचा , जो लगभग एक घन्टे की ड्राइव की दूरी पर रह्ती हैl
सलमा सालगिरह की बधाई के लिए कॉल करने वालों में पहली थी बार अब उसने गले मे एक निर्वात महसूस किया l पत्नी से बात की जो उसके पास से लगभग एक हजार किलोमीटर दूर है lबातचीत के बीच में सलमा आवाज टूट रअही थी उसे दिलासा दिलाना आसान नहीं था l
संक्षिप्त बातचीत के बाद, समीर अधिक अकेला महसूस कर रहा था और पहले की तुलना में उदास भी l बस , वह बाथरूम में प्रवेश करने जा रहा था कि टेलीफोन एक बार फिर बजा. दूसरे छोर से परिचित आवाज सुन कर अपने को सहज महसूस कियाl
दूसरे छोर पर आवाज. यह Asma थी l
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.