15-01-2019, 07:36 PM
मज़ा झूले का , भाभी के गाँव में
भाभी ने चमेली भाभी से कहा-
![[Image: Geeta-23f90b11b3abbff94e5dea3dc757c8aa.jpg]](https://i.ibb.co/YZpwvK8/Geeta-23f90b11b3abbff94e5dea3dc757c8aa.jpg)
“अरे जरा मेरी ननद को कसके पकड़े …रहिएगा ”
और चमेली भाभी ने टाप के ऊपर से मेरे उभारों को कस के पकड़ लिया। भाभी ने और सबने जोर से गाना शुरू कर दिया-
कैसे खेलन जैयो कजरिया, सावन में, बदरिया घिर आयी ननदी,
गुंडा घेर लेहिंयें तोर डगरिया, सावन में बदरिया घिर आयी ननदी,
चोली खोलिहें, जोबना दबइहें, मजा लुटिहें तोर संग, बदरिया घिर आयी ननदी
कैसे खेलन जैयो कजरिया, सावन में, बदरिया घिर आयी ननदी
तब तक चमेली भाभी का हाथ अच्छी तरह मेरे टाप में घुस गया था,
![[Image: bra-teen-il-570x-N-880880692-7jib.jpg]](https://i.ibb.co/pvJvLhR/bra-teen-il-570x-N-880880692-7jib.jpg)
पहले तो कुछ देर तक वह टीन ब्रा के ऊपर से ही मेरे उभारों की नाप जोख करती रहीं, फिर उन्होंने हुक खोल दिया और मेरे जोबन सहलाने मसलने लगीं।
झूले की पेंग इत्ती तेज चल रही थी कि मेरे लिये कुछ रेजिस्ट करना मुश्किल था। और जिस तरह की आवाजें निकल रहीं थी कि मैं समझ गयी कि मैं सिर्फ अकेली नहीं हूँ जिसके साथ ये हो रहा है।
कुछ देर में बिन्द्रा भाभी और चन्दा की छोटी बहन कजली पेंग मारने के काम में लगा गयीं, पर उन्होंने स्पीड और बढ़ा दी।
इधर चमेली भाभी के हाथ, अब मेरे जोबन खूब खुलकर मसल, रगड़ रहे थे और आगे से चन्दा ने भी मुझे दबा रखा था। मैं भी अब खुलकर मस्ती ले रही थी।
![[Image: boobs-massage-G.gif]](https://i.ibb.co/N65vnG8/boobs-massage-G.gif)
अचानक बादल एकदम काले हो गये और कुछ भी दिखना बंद हो गया। हवा भी खूब ठंडी और तेज चलने लगी। चम्पा भाभी ने छेड़ा-
अरे रामा, आयी सावन की बाहर
लागल मेलवा बजार,
ननदी छिनार, चलें जोबना उभार,
लागें छैला हजार, रस लूटें, बार-बार,
अरे रामा, मजा लूटें उनके यार, आयी सावन की बाहर
मेरी स्कर्ट तो झूले पर बैठने के साथ ही अच्छी तरह फैलकर खुल गयी थी। तभी एक उंगली मेरी पैंटी के अंदर घुसकर मेरी चूत के होंठों के किनारे सहलाने लगी।
![[Image: rain-bansvadi.gif]](https://i.ibb.co/28kypQR/rain-bansvadi.gif)
घना अंधेरा, हवा का शोर, जोर-जोर से कजरी के गाने की आवाज। अब कजरी भी उसी तरह “खुल” कर होने लगी थी।
रिमझिम बरसे सवनवां, सजन संग मजा लूटब हो ननदी,
चोलिया खोलिहें, जोबना दबईहें, अरे रात भर चुदवाईब हो ननदी।
तोहार बीरन रात भर सोवें ना दें, कस-कस के चोदें हो ननदी।
अरे नवां महीने होरिल जब होइंहें, तोहे अपने भैया से चुदवाइब हो ननदी।
जब उंगली मेरे निचले होंठों के अंदर घुसी तो मेरी तो सिसकी निकल गयी।
![[Image: pussy-fingering-tumblr-n1ciai-Jq-DH1rw5um0o1-r1-400.gif]](https://i.ibb.co/ccHdMCC/pussy-fingering-tumblr-n1ciai-Jq-DH1rw5um0o1-r1-400.gif)
अब धीरे-धीरे सावन की बूंदे भी पड़ने लगी थीं और उसके साथ उंगली का टिप भी अब तेजी से मेरी योनी में अंदर-बाहर हो रहा था। ऊपर से चमेली भाभी ने अब मेरे टाप को पूरी तरह खोल दिया था और ब्रा ने तो कब का साथ छोड़ दिया था।
किसी ने कहा कि अब घर चलते हैं पर मेरी भाभी ने हँसकर कहा कि अब कोई फायदा नहीं, रास्ते में अच्छी तरह भीग जययेंगे, यहीं सावन का मजा लेते हैं।
तेज होती बरसात के साथ, मेरी चूत में उंगली भी तेजी से चल रही थी।
कपड़े सारे भीग गये और बदन पर पूरी तरह चिपक गये थे। चूत में उंगली के साथ अब क्लिट की भी अंगूठे से रगड़ाई शुरू हो गयी और थोड़ी देर में ही मैं झड़ गयी और उसी के साथ बरसात भी रुक गयी।
लौटते समय भाभी, चमेली भाभी के घर चली गयी और मैं चम्पा के साथ लौट रही थी कि रास्ते में अजय और सुनील मिले। भीगे कपड़ों में मेरा पूरा बदन लगभग दिख रहा था, ब्रा हटने से मेरे उभार, सिंथेटिक टाप से चिपक गये थे और मेरी स्कर्ट भी जांघों के बीच चिपकी थी।
![[Image: wet-122.jpg]](https://i.ibb.co/42MDwfp/wet-122.jpg)
चन्दा जानबूझ कर रुक कर उनसे बात करने लगी और वो दोनों बेशर्मी से मेरे उभारों को घूर रहे थे।
मैंने चन्दा से कहा- “हे चलो, मैं गीली हो रही हूं…”
चन्दा ने हँसकर कहा- “अरे, बिन्नो देखकर ही गीली हो रही हो तो अगर ये कहीं पकड़ा-पकड़ी करेंगे तो, तुम तो तुरंत ही चिपट जाओगी…”
सुनील और अजय दोनों ने कहा- “कब मिलोगी…”
मैं कुछ नहीं बोली।
चन्दा बोली- “अरे, तुमसे ही कह रहे हैं…”
हँसकर मैंने कहा- “मिलूंगी…” और चन्दा का हाथ पकड़कर चल दी।
पीछे से सुनील की आवाज सुनाई पड़ी- “अरे, हँसी तो फँसी…”
भाभी ने चमेली भाभी से कहा-
![[Image: Geeta-23f90b11b3abbff94e5dea3dc757c8aa.jpg]](https://i.ibb.co/YZpwvK8/Geeta-23f90b11b3abbff94e5dea3dc757c8aa.jpg)
“अरे जरा मेरी ननद को कसके पकड़े …रहिएगा ”
और चमेली भाभी ने टाप के ऊपर से मेरे उभारों को कस के पकड़ लिया। भाभी ने और सबने जोर से गाना शुरू कर दिया-
कैसे खेलन जैयो कजरिया, सावन में, बदरिया घिर आयी ननदी,
गुंडा घेर लेहिंयें तोर डगरिया, सावन में बदरिया घिर आयी ननदी,
चोली खोलिहें, जोबना दबइहें, मजा लुटिहें तोर संग, बदरिया घिर आयी ननदी
कैसे खेलन जैयो कजरिया, सावन में, बदरिया घिर आयी ननदी
तब तक चमेली भाभी का हाथ अच्छी तरह मेरे टाप में घुस गया था,
![[Image: bra-teen-il-570x-N-880880692-7jib.jpg]](https://i.ibb.co/pvJvLhR/bra-teen-il-570x-N-880880692-7jib.jpg)
पहले तो कुछ देर तक वह टीन ब्रा के ऊपर से ही मेरे उभारों की नाप जोख करती रहीं, फिर उन्होंने हुक खोल दिया और मेरे जोबन सहलाने मसलने लगीं।
झूले की पेंग इत्ती तेज चल रही थी कि मेरे लिये कुछ रेजिस्ट करना मुश्किल था। और जिस तरह की आवाजें निकल रहीं थी कि मैं समझ गयी कि मैं सिर्फ अकेली नहीं हूँ जिसके साथ ये हो रहा है।
कुछ देर में बिन्द्रा भाभी और चन्दा की छोटी बहन कजली पेंग मारने के काम में लगा गयीं, पर उन्होंने स्पीड और बढ़ा दी।
इधर चमेली भाभी के हाथ, अब मेरे जोबन खूब खुलकर मसल, रगड़ रहे थे और आगे से चन्दा ने भी मुझे दबा रखा था। मैं भी अब खुलकर मस्ती ले रही थी।
![[Image: boobs-massage-G.gif]](https://i.ibb.co/N65vnG8/boobs-massage-G.gif)
अचानक बादल एकदम काले हो गये और कुछ भी दिखना बंद हो गया। हवा भी खूब ठंडी और तेज चलने लगी। चम्पा भाभी ने छेड़ा-
अरे रामा, आयी सावन की बाहर
लागल मेलवा बजार,
ननदी छिनार, चलें जोबना उभार,
लागें छैला हजार, रस लूटें, बार-बार,
अरे रामा, मजा लूटें उनके यार, आयी सावन की बाहर
मेरी स्कर्ट तो झूले पर बैठने के साथ ही अच्छी तरह फैलकर खुल गयी थी। तभी एक उंगली मेरी पैंटी के अंदर घुसकर मेरी चूत के होंठों के किनारे सहलाने लगी।
![[Image: rain-bansvadi.gif]](https://i.ibb.co/28kypQR/rain-bansvadi.gif)
घना अंधेरा, हवा का शोर, जोर-जोर से कजरी के गाने की आवाज। अब कजरी भी उसी तरह “खुल” कर होने लगी थी।
रिमझिम बरसे सवनवां, सजन संग मजा लूटब हो ननदी,
चोलिया खोलिहें, जोबना दबईहें, अरे रात भर चुदवाईब हो ननदी।
तोहार बीरन रात भर सोवें ना दें, कस-कस के चोदें हो ननदी।
अरे नवां महीने होरिल जब होइंहें, तोहे अपने भैया से चुदवाइब हो ननदी।
जब उंगली मेरे निचले होंठों के अंदर घुसी तो मेरी तो सिसकी निकल गयी।
![[Image: pussy-fingering-tumblr-n1ciai-Jq-DH1rw5um0o1-r1-400.gif]](https://i.ibb.co/ccHdMCC/pussy-fingering-tumblr-n1ciai-Jq-DH1rw5um0o1-r1-400.gif)
अब धीरे-धीरे सावन की बूंदे भी पड़ने लगी थीं और उसके साथ उंगली का टिप भी अब तेजी से मेरी योनी में अंदर-बाहर हो रहा था। ऊपर से चमेली भाभी ने अब मेरे टाप को पूरी तरह खोल दिया था और ब्रा ने तो कब का साथ छोड़ दिया था।
किसी ने कहा कि अब घर चलते हैं पर मेरी भाभी ने हँसकर कहा कि अब कोई फायदा नहीं, रास्ते में अच्छी तरह भीग जययेंगे, यहीं सावन का मजा लेते हैं।
तेज होती बरसात के साथ, मेरी चूत में उंगली भी तेजी से चल रही थी।
कपड़े सारे भीग गये और बदन पर पूरी तरह चिपक गये थे। चूत में उंगली के साथ अब क्लिट की भी अंगूठे से रगड़ाई शुरू हो गयी और थोड़ी देर में ही मैं झड़ गयी और उसी के साथ बरसात भी रुक गयी।
लौटते समय भाभी, चमेली भाभी के घर चली गयी और मैं चम्पा के साथ लौट रही थी कि रास्ते में अजय और सुनील मिले। भीगे कपड़ों में मेरा पूरा बदन लगभग दिख रहा था, ब्रा हटने से मेरे उभार, सिंथेटिक टाप से चिपक गये थे और मेरी स्कर्ट भी जांघों के बीच चिपकी थी।
![[Image: wet-122.jpg]](https://i.ibb.co/42MDwfp/wet-122.jpg)
चन्दा जानबूझ कर रुक कर उनसे बात करने लगी और वो दोनों बेशर्मी से मेरे उभारों को घूर रहे थे।
मैंने चन्दा से कहा- “हे चलो, मैं गीली हो रही हूं…”
चन्दा ने हँसकर कहा- “अरे, बिन्नो देखकर ही गीली हो रही हो तो अगर ये कहीं पकड़ा-पकड़ी करेंगे तो, तुम तो तुरंत ही चिपट जाओगी…”
सुनील और अजय दोनों ने कहा- “कब मिलोगी…”
मैं कुछ नहीं बोली।
चन्दा बोली- “अरे, तुमसे ही कह रहे हैं…”
हँसकर मैंने कहा- “मिलूंगी…” और चन्दा का हाथ पकड़कर चल दी।
पीछे से सुनील की आवाज सुनाई पड़ी- “अरे, हँसी तो फँसी…”