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Adultery बीवी के आशिक
#9
अध्याय 2
“ये साली मोना तो साड़ी में और भी कमाल लगती है ..पिछवाड़ा तो देख इसका ”
एक अजनबी आवाज को सुनकर मैं अचानक ही रुक गया,ये मोना की ऑफिस पार्टी थी और मैं उसके लिए ड्रिंक लेने गया हुआ था,
मैंने उन लड़को को घूरा जो मीना की ऐसी तारीफ कर रहे थे,कुछ लड़को का ग्रुप था जिनमे एक लड़का बहुत ही हैंडसम टाइप था,डोले शोले और अच्छी हाइट ने उसे और भी आकर्षक बना रखा था,लेकिन उसकी नजर अभी मोना के उन्नत पिछवाड़े पर ही टिकी थी साथ ही बाकी लोग भी उसे खा जाने वाली निगाह से देख रहे थे,मोना अभी अपने बॉस शर्मा जी से हँस हँस कर बाते कर रही थी इन सबसे अनजान की उसके ही ऑफिस के लड़के उसे ऐसी नजरो से घूर रहे है…….
लेकिन मेरे अंदर भी कुछ बदल रहा था,उन लोगो की बात का मुझपर दोहरा असर हो रहा था,एक तरफ ऐसा लगा की सालो के दांत तोड़ दु तो दूसरी तरफ मुझे एक उत्तेजना सी महसूस हुई ,मेरे साथ यही होता रहा है,जब भी मैं किसी को मोना को घूरते हुए देखता तो एक अजीब सी जलन और मजा मेरे अंदर घर कर जाता था,मुझे पहले पहल तो लगा की ये कोई रोग है लेकिन जब मैं इसके बारे में पता किया तो पता चला की ये एक कामन सी चीज है जो हर मर्द में होती है,ज्यादा या कम मात्रा में,ये असल में जलन का ही एक रूप है जब आपकी कोई इन्फिरियरटी के कारण आप खुद को दुसरो से कम समझते है ,और जब कोई आपकी प्रोपर्टी की तरफ देखता है तो कुछ नही कर पाने का दुख उमड़ता है,लेकिन मन धीरे धीरे इसमें मजे लेने लगता है,मर्दानगी का ईगो आपमे जलन पैदा करता है और साथ ही अवचेतन में छुपी हुई कुछ कुंठाये आपके भीतर एक उत्तेजना का संचार भी करती है,ये जितना नार्मल है उतना ही एबनार्मल भी है……
मैं इन सब से सालो से जूझता रहा और मुझे एक ही रास्ता दिखा की मैं मोना को ही ये फैसला करने दु की उसे क्या चाहिए,मैं किसी भी तरह से उसके ऊपर कोई भी फैसला थोपना नही चाहता था,अगर मैं ऐसा करता तो मेरे मन में ही अंतर्द्वंद की स्तिथि उमड़ जाती ……
मैं अपने ख्यालों से सम्हलता की वही हट्टा कट्टा लड़का बोल उठा,
“शर्मा इसकी लेता है क्या कैसे हँस हँस कर बात कर रही है..”
सभी लड़के मुस्कुरा उठे,
“नही यार साला बुड्डा ठरकी तो है लेकिन इसे नही पटा पाया,साली बड़ी नखरे वाली और तेज है लड़को को घुमा कर छोड़ दे “
उस लड़के की आंखों में एक अजीब सा नशा चढ़ गया
“तब तो ये मेरे लायक है ..”
वो बड़े ही शान से बोला ..
मैं चलता हुआ मोना तक पहुच मुझे देखकर शर्मा जो की जोरो से हँस रहा था,उसकी हँसी थोड़ी कम हो गई जैसे झेंप गया हो या मेरा आना उसे पसंद नही आया हो …
“कैसे हो अभी..”
“अच्छा हु सर ,नाइस पार्टी भाभी जी नही दिख रही “
मेरी बात सुनकर उसका चहरा पूरी तरह से उतर गया..
“होंगी यही ओके तुम दोनो एन्जॉय करो मैं बाकी के गेस्ट से मिलता हु ..”
उसके जाने के बाद मोना ने और मैंने एक दूसरे को घूरा और हँस पड़े ,
“साला ठरकी ,अच्छा हुआ की तुम जल्दी आ गए नही तो इसे सम्हालना बहुत मुश्किल हो जाता है ,साला चिपके ही जाता है “
मोना की चंचल हँसी को मैं बस देखता ही रह गया…
वो सच में कमाल की लग रही थी ,मादकता उसके जिस के हर हिस्से से फूटे जा रही थी ,1 साल हो चुके थे हमारी शादी को लेकिन जब भी उसे देखता था पता नही साला मेरा बाबूराव ऐसे क्यो अकड़ जाता था,मेरी हवस भरी निगाहों को वो आसानी से पहचान गई ..
“यंहा तो सब्र करो,अपनी भी बीवी को ऐसे घूर रहे हो..”
उसके आवाज में थोड़ी मस्ती थी ,
“तुम हो ही ऐसी ,सोचो मेरा ये हाल हो रहा है तो दुसरो का क्या हो रहा होगा,उस बेचारे शर्मा का क्या दोष और उन लड़को का जो तुम्हे देखकर आहे भर रहे है ..”
उसने अपनी आंखे बड़ी कर ली 
“कौन लड़के ??”
मैंने हल्के आंखों से उन लोगो की तरफ इशारा किया,वो भी बहाने से पलटी ..और फिर मेरी तरफ देखने लगी ,
“ये साले ऑफिस के ठरकी लोग है ,इनका काम ही यही है,हा लेकिन वो नया लड़का थोड़ा अलग है ,उसमे एक बात है..हैंडसम भी है ..”
उसने थोड़ी शरारत फिर से दिखाई,उसे भी मुझे थोड़ा जलाने में मजा आता था,मैंने आंखों में ही पूछ लिया की वो किसकी बात कर रही है,
“चलो मिलावाती हु ..”
वो मुड़ी और थोड़े ही देर में हम उन्ही लड़को के पास थे..
“हाय कैसी चल रही है तुम लोगो की पार्टी..शर्मा कभी कभी तो मेहरबान होता है,फोकट की दारू ज्यादा मत पी लेना ..”
मोना का अंदाज बहुत ही फ्रेंडली था,मैं भी थोड़े आश्चर्य में था की ये वही लड़के है जिन्हें ये अभी गालियां दे रही थी ..
“ओह इनसे मिलो मेरे पतिदेव अभिषेक ..”
मोना ने मेरा सभी से परिचय करवाया और सभी ने बड़े ही अच्छे ढंग से मुझसे हाथ मिलाया ,लेकिन आखिर में ..
“और ये है हमारे ऑफिस के नए मेंबर राज ,अभी अभी आया है..”
ये वही लड़का था जिसके बारे में मोना ने मुझसे कहा था,और साथ ही वो जो मोना को पटाने की बात कर रहा था,साला था तो दिखने में बेहद से हैंडसम ,लेकिन उसकी बात सच हो पाएगी या नही ये मैं नही कह सकता क्योकि मैं मोना को जानते हुए भी नही जानता था,उसका अंदाज जितना बिंदास था ,अदाएं उतनी ही कातिलाना लेकिन दिमाग उससे भी ज्यादा तेज ,किसी लड़के की वो फेंटेसी हो सकती थी लेकिन उसे पाना कोई आसान काम तो नही लगता….
पार्टी अपने सबाब पर पहुच चुकी थी और मोना के साथ साथ मैं भी कुछ ड्रिंक्स अंदर कर चुके थे,मोना पीने के बाद और भी मतवाली हो जाती है,वो दुनिया की फिक्र भूल कर मेरे साथ डांस करने लगी,लगभग सभी डांस फ्लोर में आ चुके थे…..
मैंने मोना को कस रखा था और कभी कभी उसके जिस्म को मसल भी देता था,उसकी आंखों में भी वासना की लहरे नाचने लगी थी,लेकिन अभी हम इसे कम नही करना चाहते थे,आज तो बिस्तर में भूचाल आना तय था लेकिन अभी उसे आग और भड़काने का दिल था……..
“मुझे एक और ड्रिंक चाहिए “मोना मेरे कानो में चिल्लाई 
“कितना पीयेगी बेवड़ी “
मैं उसके कानो में चिल्लाया और वो खिलखिला के हँस पड़ी ..
“प्लीज़ जान “वो फिर से चिल्लाई और मैं मुस्कुराते हुए उसके लिए ड्रिंक लाने चला गया,डांस फ्लोर में अंधेरा था लेकिन डांस लाइट के कारण उजाला और अंधेरा बार बार हो रहा था,कभी जैसे आधे सेकंड के लिए रोशनी हो जाती फिर से आधे सेकंड का अंधेरा ..
मैं बार में खड़ा हुआ अपने पैक का इंतजार कर रहा था,और मेरी निगाहे अभी भी मोना पर थी जो अभी भी मस्त हुई नाच रही थी ,तभी किसी ने उसे पीछे से जकड़ लिया,वो कोई नही राज था,उसने मोना के कानो में कुछ कहा वो पलटी और उसे देखकर हँसने लगी,दोनो साथ डांस कर रहे थे …….
लेकिन अभी तक कुछ भी गलत नही लगा लेकिन राज ने अपने हाथ आगे बढ़ाये और मोना की कमर को सहलाने लगा,मोना नशे में थी या शायद उसे उसके ऐसा करने में कोई आपत्ति नही थी ,उसकी कोई प्रतिक्रिया नही आयी और राज ने उसे थोड़ा और अपने पास खिंचा,मेरी मतवाली और मदहोश बीवी के साथ उस खूबसूरत मर्द को देखकर एक अजीब सा अहसास मेरे अंदर आ गया,मैं कोई प्रतिक्रिया नही कर रहा था लेकिन एक उत्तेजना मेरे अंदर बढ़ रही थी,मेरा लिंग अकड़न खा रहा था,तभी राज ने मोना को और जोरो से अपने करीब खिंच लिया ,और उसके कानो में कुछ कहने लगा,मोना हंसते हुए उसके सीने में एक मुक्का मार गई ,दोनो के चहरे बेहद करीब थे ,राज का हाथ मोना के कमर को जकड़े था जो उसकी साड़ी के कारण खुला हुआ था,सीधे चमड़ी का स्पर्श राज के अंदर क्या भावना जगा रहा होगा ये तो मुझे नही पता लेकिन मेरी हालत खराब थी ,मैं बेहद ही उत्तेजित महसूस कर रहा था,मैंने अपनी बीवी को किसी मर्द के इतने पास कभी नही देखा था…
मेरी ड्रिंक्स आ चुकी थी और मैं उसे लेकर फिर से मोना की तरफ बढ़ा,राज में मुझे आते देख लिया और वो मोना से थोड़ा दूर हो गया,मैंने मोना को उसकी ड्रिंक दी और राज को एक हल्की स्माइल वो झेंपा लेकिन मुस्कुराता हुआ हमसे अलग हो गया…
ड्रिंक खत्म होने के बाद मैं मोना से चीपक चुका था,मोना मेरे सीने में अपना सर रखे हुए थी और मैं उसे अपनी बांहो में भरा हुआ था,गाना भी रोमांटिक चल रहा था और मोना भी नशे में चूर हो चुकी थी……
“क्या हो रहा था उसके साथ “
मैंने हल्के से उसके कानो में कहा,वो मुझसे थोड़ी और चीपक गई 
“बस थोड़ी मस्ती ,आपको कोई ऐतराज तो नही …”
मैं उसका चहरा देखने उससे थोड़ा अलग हुआ ,उसके होठो में एक नशीली सी मुस्कान थी जैसे कह रही हो की देखो मैं कितनी कमीनी हु…
“फिलहाल तो घर चलो तुम्हारी पूरी मस्ती निकलता हु “वो खिलखिलाई और हम दोनो के होठ मिल गए ….
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Messages In This Thread
बीवी के आशिक - by Chutiyadr - 15-01-2019, 02:29 PM
RE: बीवी के आशिक - by bhavna - 15-01-2019, 05:32 PM
RE: बीवी के आशिक - by Chutiyadr - 15-01-2019, 05:52 PM
RE: बीवी के आशिक - by Bregs - 15-01-2019, 06:08 PM
RE: बीवी के आशिक - by Logan - 16-01-2019, 02:09 PM
RE: बीवी के आशिक - by redarc - 02-02-2019, 11:33 AM
RE: बीवी के आशिक - by Sagar s - 11-12-2019, 10:01 PM
RE: बीवी के आशिक - by bhavna - 17-12-2019, 12:23 AM
RE: बीवी के आशिक - by Sagar s - 17-12-2019, 09:16 AM
RE: बीवी के आशिक - by Sanjey - 07-06-2020, 01:58 AM
RE: बीवी के आशिक - by Neo_ - 20-12-2019, 09:35 PM
RE: बीवी के आशिक - by Antar - 06-06-2020, 10:53 PM



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