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Adultery रीमा की दबी वासना
वह अपने आप को यह समझाने की कोशिश कर रहा था कि सिर्फ उसी का मन में इच्छा नहीं हो रही थी मैडम भी साथ सोना चाहती हैं और इसीलिए तो ऐसे नंगी होकर लेटी थी लेकिन नहीं फट्टू था जो पहले वो  बाहर चला गया था वह अपने हाथ से लंड को मुठियाते मुठियाते रीमा के बिस्तर पर आ गया और कांपते हाथो और धड़कते दिल से रीमा के चूतड़ पर हाथ रख दिया | रीमा की तरफ से कोई हरकत नहीं हुई दूसरे हाथ से वह अपने लंड को मुठीयाने लगा |  उसने अपने हाथ को तीन चार बार  रीमा के चूतड़ पर फेरा |


उसे डर तो बराबर लग रहा था लेकिन साथ ही में उसके अंदर की वासना भी पूरी तरह से उस पर हावी थे जैसे ही उसने अपने हाथों से 
रीमा के बड़े बड़े उठे हुए मांसल चूतड़ों को स्पर्श किया उसके अंदर एक करेंट सा दौड़ गया क्या नर्म गरम नाजुक बदन है | गार्ड की हिम्मत बढ़ गयी थी | उसका हाथ रीमा के पीठ पर से फिसलते फिसलते  रीमा की  पीठ पर चला गया और उसके बाद में उल्टा वापस आते हुए उसके चूतड़ों को फिर से सहलाने लगा |  उसका दूसरा हाथ रीमा उसके लंड को तेजी से मुठिया रहा था | रीमा के गोरे जिस्म को देखते देखते  धीरे-धीरे उसकी नजर रीमा की गुलाबी चूत पर पड़ गई और उसका हाथ अनजाने में ही रीमा की गांड का छेद सहलाते हुए रीमा की मखमली चूत घाटी में उतर गया | उसकी सख्त उंगलियों में रीमा की चूत के गुलाबी ओंठो का नरम लेकिन गरम स्पर्श लगते  ही जैसे गार्ड के लंड में झटका लगा हो | उसकी इक्षा हो रही थी वो रीमा को चोद दे, उसकी मखमली चूत में अपना फनफनाता लंड पेल दे लेकिन रीमा की चूत की खूबसूरती और कोमलता देखकर उसका मन बस उसे जीभर घूरते रहने में ही अटक गया | कैसे बेरहमी से चोद दे इस मक्खन जैसी कोमल गुलाबी चूत को | वो अपना हाथ रीमा की चूत पर फेर रहा था तभी रीमा के बदन में हरकत हुई | गार्ड ने धीरे से अपना हाथ खीच लिया | उसे लगा रीमा जाग गयी ............उसकी हालत ख़राब हो गयी, वासना में तैरता उसका मन दहसत से भर गया |  सतर्क आँखों से वो रीमा को देखने लगा | कुछ देर की निश्चिन्ता के बाद उसने झट से अपने लंड की पिचकारी छोड़कर वहां से निकलने में ही भलाई समझी | उसे वहां से चले जाना चाहिए था लेकिन हाय री वासना, बड़े बड़े विद्वानों की बुद्धि फेर देती है ये फिर भी बुद्धिहीन इन्सान था | गार्ड अपने लंड को मुथियाता हुआ फिर से रीमा के करीब गया और अपनी सिर्फ एक उंगली रीमा की चूत की दरार पर लगायी | फिर ऊपर की तरफ आते हुए उसके गांड के कसे छेद पर उंगली घुमाने लगा | जीतनी खूबसूरत गुलाबी चूत उतना ही कसा हुआ सख्त रीमा की गांड का गुलाबी छेद | सफाचट चिकना मखमली इलाका और मांसल गद्देदार चुताड़ो की वो घाटी ऊऊ फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ ऊपर वाले ने कितनी फुर्सत से बनाया होगा |  उसका हाथ तेजी से रीमा की पिछली गुलाबी सुरंग के मुहाने पर घूम रहा था | उसके बाद गार्वाड की उंगलियाँ नीचे की तरफ चल दी और रीमा की चूत पर जाकर अटक गयी | जैसे ही गार्ड की उंगली ने रीमा की चूत की दरार को छुआ, वो चौक गया | ये गीलापन, रीमा की चूत रिस रही थी | गार्ड के तो होश उड़ गए, मतलब रीमा मैडम जाग रही है और मै जो भी कर रहा हूँ वो सब जान रही है | अब तो मेरी मौत निश्चित है .............अगले ही पल रुको रुको मतलब रीमा मैडम अगर जाग रही है तो मुझे रोका क्यों नहीं ..........................इसका मतलब रीमा मैडम चुदासी है | किसी औरत की चूत तभी पानी छोड़ती है जब वो चुदासी हो | गार्ड का एक पल का डर फुर्र हो गया और वो दोगुने जोश से अपने लंड को मसलने ;लगा | 
उसने अपने हाथ की बीच की उंगली फिर से रीमा की चूत की दरार पर फिराई | उसने रीमा को हलके से आवाज दी - रीमा मैडम आप जाग रही है | 
रीमा की तरफ से कोई आवाज नहीं आई | गार्ड कंफ्यूज हो गया | अगर रीमा मैडम जाग रही है तो बोल क्यों नहीं रही | अगर जाग नहीं रही है तो उनकी चूत गीली कैसे हो गयी | उसका दिमाग कही और था और उसकी उंगलियाँ कही और | उसके हाथ अपने आप ही खुद बखुद चल रहे थे |  उसने दो उंगलियों से रीमा की चूत के गुलाबी फलक खोल दिए और उसके अंदर की गुलाबी 
सुरंग का गुलाबी इलाका दिखने लगा | रीमा की गुलाबी सुरंग की झलक पाकर गार्ड बावला हो गया | गार्ड  की हिम्मत बढ़ती ही जा रही थी और दूसरी तरफ रीमा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आ रही थी इसलिए गार्ड के अंदर का जोश भी बढ़ गया था | 

[Image: Rilee-Marks-Strips-Nude-08.jpg]


गार्ड तेजी से अपना लंड हिलाने लगा था | उसने रीमा की चूत के फलक अपनी उंगलियों से खोल दिए थे | रीमा की चूत पूरी तरह से कसी हुई बंद और पूरी तरह से टाइट थी |  लेकिन उसकी गुलाबी रंगत देख कर के किसी भी मुर्दे का लंड खड़ा हो सकता था | गार्ड तो बस पागल हुए जा रहा था बहुत तेजी से अपनी लंड को मुठिया आ रहा था और अब वह धीरे-धीरे अपने अपनी उत्तेजना के चरम पर पहुंचने लगा था 
उसका मन कर रहा था कि वह जाकर की रीमा मैडम के दोनों मांसल ठोस उरोंजो  को कस कर मसल दे लेकिन रीमा उल्टा लेती थी इसलिए  यह संभव नहीं था | या तो वो नंगी सोती रीमा को सीधा करें और फिर उनके उरोंजो  को मसले या फिर वह रीमा की चूत में को ही मसल कर ही काम चला दे | 
उसने अपने हाथ से रीमा के रुई की तरह नरम गद्चूदेदार चुतड़ों को सहलाने शुरू किया और दबाना शुरू किया | 
इतने नरम नरम गद्देदार चूतड़ है रीमा  मैडम की, तो चूत कितनी मखमली होगी | काश मै रीमा मैडम की चूत मारता तो कितना मजा आता |  काश मै रीमा मैडम को पीछे से चोदता और उनके इन्ही मांसल बड़े बड़े गद्देदार चुताड़ो पर थपाथप थपाथप ठोकर पर ठोकर मार कर रीमा मैडम की चूत और चुताड़ो दोनों की पुंगी बजा देता |  जो भी  मैडम की चूत में पीछे से लंड घुसेड़कर मैडम को पीछे से चोदता होगा उसको तो सीधे जन्नत का सुख मिलाता होगा | गार्ड ने रीमा के चुताड़ो की पहली बार मुठ्ठी में भरकर मसला | 
कितने रूईदार गद्देदार गोरे गोरे मांसल चूतड़ है रीमा मैडम के , इनको हाथ से मसलने में और छूने में इनको इतना मजा आ रहा है तो  सोचो चोदने वाले को कितना मजा आता होगा | धीरे-धीरे उसने रीमा के चुताड़ो को मसलते मसलते मसलते रीमा की 
चूत पर फिर से उंगली फिर आनी शुरू कर दी थी वह यह देखकर हैरान रह गया कि सोती हुई रीमा मैडम की चूत बुरी तरह से रस छोड़ रही थी  | गार्ड ने मन ही मन में सोचा पता नहीं मैडम जाग रही है या नहीं .................ऐसा लगता है सो रही है लेकिन अगर सो रही है तो क्यों सो रही है सो रही है | इन चूतों की माया तो उपरवाला ही जाने , लेकिन मै अगर नहीं झड़ा तो मैं मर जाऊंगा | अब बस निकलने वाला है एक बार चूत में घुसेड़ लू रीमा मैडम की , क्या पता चलेगा उन्कहें अगर सो रही है तो |  
अपने लंड को तेजी से मुठियाते हुए खुद ही बुदबुदाया - अगर  कोई प्रॉब्लम होती तो अब तक मना कर देती | अब चाहे जाग रही हो या सो रही हो, क्या फर्क पड़ता है | एक बार तो मै जन्नत की मखमली सुरंग में घुसकर देखूँगा ही | 
उसने अपनी बीच वाली उंगली रीमा की चूत की गुलाबी दरार पर फिर से घुमानी शुरू कर  दी थी और उसके उसकी चूत पर आए हुए चूत रस को  उसी के चूत के दरार पर रगड़ने लगा था | बार बार मन होता रीमा की चूत में लंड पेल दे लेकिन हिम्मत नहीं थी | बड़ी हिम्मत करके उसने रीमा की चूत के सुरंग के मुहाने पर उंगली टिकाई और जोर लगाकर डरते डरते उसे अन्दर घुसाने लगा | 
रीमा की चूत पूरी तरह से पनियाई हुई थी गीली थी, गार्ड के उंगली आसानी से रीमा की चूत की सुरंग में फिसल गयी | उंगली पर मखमली जकड़न के गरम अहसास ने गार्ड की उत्तेजना में चार चाँद लगा दिए, उसका लंड बुरी तरह से अकड़ा हुआ था और तेजी से मुठीयाने के कारन गार्ड भी तेजी से हांफ रहा था | उसका बदन पसीने पसीने था उर उसकी शर्ट पेंट पसीने से नहा चुकी थी | उसने जोश जोश में अपनी पूरी उंगली रीमा की चूत में घुसा दी |  
 रीमा की चूत के फलक फैल गई और गार्ड की  उंगली को पूरी तरह से  अपने अंदर समेट लिया |  रीमा की गुलाबी चूत की मखमली दीवारों की गरम जकड़न का अहसास ...............उसे  ऐसा लगा जैसे उसे वह पूरी तरह से स्वर्ग में पहुंच गया हो .....वो  पूरी तरह से 
उत्तेजना में था और जैसे ही उसने अपनी उंगली को रीमा की चूत से बाहर खीचा वह  खुद अपनी उत्तेजना को संभाल नहीं पाया | उसकी उत्तेजना का चरम बिखर गया और उसकी वासना का बांध टूट गया |  उसके
 लंड से पिचकारी छूटने लगी थी ऐसा लग रहा था जैसे वह खुद ही रीमा को चोद रहा हो और उसका तेजी से चलता हुआ हाथ
 एकदम से झटके खाने लगा और उसके लंड से निकला हुआ सफेद गाढ़ा गरम लावा  रीमा के चुताड़ो पर बिखरने लगा | गार्ड के हाथ तब तक नहीं रुके जब तक उसके लंड से पिचकारियाँ छूटनी बंद नहीं हो गयी | 

रीमा आधी नीद में थी लेकिन जैसे ही उसके चुताड़ो पर कुछ गरम गरम का अहसास हुआ, रीमा की नीद टूट गयी | वैसे भी इतने खतरे के बीच ज्यादा देर तक गहरी नीद में सो पाना मुश्किल था | उसके सोते हुए अचेतन मन को तभी किसी की होने का अहसास हो गया था जब पहली बार गार्ड ने उसे छुआ था लेकिन वो नीद में थी और सोती रही | अचेतन मन गार्ड की हरकतों पर प्रतिक्रियां देता रहा | जब गार्ड ने उंगली घुसाई तब जाकर रीमा की नीद का सिलसिला टूटना शुरू हुआ लेकिन इतनी गहरी नीद से बाहर आने में कुछ समय तो लगता है | जब तक रीमा का मन उसे सचेत करके नीद से बाहर निकालता गार्ड की पिचकारियाँ छूटनी शुरू हो गयी थी | रीमा की नीद में दुबी लाल लाल आंखे खुल गयी | वो हालत समझने के लिए उसी तरह से लेती रही | गार्ड अपने लंड से आखिरी बूंद निचोड़ने तक लंड हिलाता रहा | उसके अन्दर की हवस की आग से बनी गरम लावे की आखिरी बूंद जब तक निचुड़ कर बाहर नहीं आ गयी, गार्ड का वासना का नशा नहीं उतरा | उसके बाद वो रीमा के नंगे जिस्म को  देखता रहा लेकिन अचानक से उसे होश आया 
और वह फिर से अपनी असली दुनिया में लौटा |

[Image: tumblr_mbuojfn7lU1riaezao1_1280.jpg]


ये उसने सब क्या कर दिया, मैडम के ऊपर ही, अगर मैडम की आँख खुल गयी तो   आफत हो जाएगी | उसने जल्दी से अपने मुरझाते  हुए लंड को तेजी से अपनी पैंट के अंदर किया | और तेजी से बाहर की तरह जाने लगा |
रीमा को जब इसका अहसास हुआ तो नीच के बोझ से उंघती भारी आवाज से बोली - बस उतर गया नशा, बड़ी जल्दी और ये तुमारी पिचकारी पोछेगा कौन ?
गार्ड के तो जैसे पैरो के नीचे से जमीन खिसक गयी |  गार्ड की फट के हाथ में आ गई थी | उसे पता था कि अगर मैडम को जरा से भी भनक लगी और उन्होंने सबके सामने मुंह खोल दिया तो साहब उसे  चीर के रख देंगे | लेकिन यहाँ तो मैडम ने रंगे हाथो ही पकड लिया |
गार्ड के सामने अब कोई नहीं रास्ता शिवाय रीमा के चरणों में गिरने के | वो तेजी से लौटा और जमींन पर बैठ कर रीमा के पैर हाथ से थाम लिए |
गार्ड - मैडम गलती हो गयी |
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RE: रीमा की दबी वासना - by vijayveg - 29-09-2019, 06:48 PM



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