29-09-2019, 06:45 PM
उसके दिमाग में बाहर की तस्वीरे नाचने लगी | गाड़ी तो रेडी है लेकिन उसे नहीं पता फैक्टरी का मैंन गेट किस तरफ है और वहां कितने लोग तैनात है | वो लोग खूंखार है या इसी गार्ड की तरह सीधे साधे है | उसका दिमाग सरपट घोड़े दौड़ा रहा था | इस समय उसका दिमाग बहुत सक्रीय था वो यहाँ से निकलने का प्लान बना रही थी | जब उसकी आँख खुली थी तो वो बहुत चिंता तनाव में थी बहुत डरी हुई थी सदमे से उसका दिल बैठा जा रहा था लेकिन गार्ड से बात करके उसके अन्दर हिम्मत आ गयी | उसे गार्ड के कदमो की आवाज सुनाई दी | रीमा जल्दी से उठकर बैठ गयी औए अपनी शर्ट के बटन खोलकर उसे कंधे से नीचे खिसका दिया | उसके दोनों दूध जैसे सफ़ेद गोरे गोरे बड़े बड़े उरोज सामने की तरफ को सीधे तन गए | उनकी छाती की पहाड़ियो की नुकीली चोटियाँ पूरी तरह से तन कर खड़ी थी | उसके उरोजों की उठान उसके सीने में एक गहरी दरार बना रही थी | वापस लौटने के बाद गार्ड कुछ देर तो गेट के बाहर बैठा रहा लेकिन फिर लोहे के गेट में अन्दर झाकने के लिए लगी जाली से रीमा के खुले हाहाकारी स्तनों को देखकर झटपट दरवाजा खोलकर अन्दर आ गया |
गार्ड - क्या बात है मैडम |
रीमा - तुमारे बस का तो कुछ है नहीं, यहाँ गर्मी से बुरा हाल है, कपड़े न उतारू तो क्या करू | रीमा अपने उठे हुए मांसल उरोजो का पसीना पोछते हुए बोली |
रीमा की उठे हुए सुडौल स्तनों को देखकर अब गार्ड के ऊपर भी रीमा का नशा चढ़ने लगा था | उसकी आंखे पलक झपकाना भूल गयी, वो बस रीमा के हाहाकारी तने स्तनों को ही देखे जा रहा था | उसके लंड में हरकत होने लगी और वो रीमा के हुस्न में मदहोश होने लगा | गार्ड भी रीमा के इशारे समझ रहा था लेकिन उसे अपनी नौकरी की ज्यादा चिंता थी | क्योंकि अगर इसकी खबर साहब को हो गयी तो उसकी नौकरी जान तय है लेकिन उसके साथ उसकी जो गांड तोड़ी जाएगी वो अलग | सच तो ये था वो भी रीमा से घुलना मिलाना चाहता था लेकिन उसकी फट रही थी |
गार्ड ने ऊपर रीमा का हुस्न का जादू चलने लगा था | आखिर वो भी एक मर्द ही था वो भी जवान मर्द | गार्ड ने भी रीमा से जरा शरारत करने की सोची - मैडम कौन सी गर्मी की बात कर रही है, बदन की गर्मी की या मौसम की गर्मी की |
रीमा को लगा उसका तीर सही निशाने पर जाकर लगा है - दोनों गर्मी ही मुझे खाए जा रही है, मौसम की गर्मी से ही तो तन बदन में आग लगी है | तुम क्या समझ बैठे थे | रीमा ने उसकी आँखों में झांकते हुए उससे सवाल किया |
वह उसके बड़े बड़े उठे हुए मांसल उरोजो के गुलाबी मांस को देखकर वैसे भी पागल हो चुका था उसकी चूचियों पहाड़ की तरह तनी हुए थी उसकी छातियों की खूबसूरती और उसके पूरे गोर नंगे बदन की गुलाबी रंगत ने पूरी तरह से गार्ड को रीमा का दीवाना बना कर रख दिया था | उसके अंदर रीमा को लेकर के पहले जो सम्मान और इज्जत छाई हुई थी अब उसकी आंखों में उसकी जगह वासना के गहरे डोरे तैर रहे थे | गार्गाड जल्र्डद ही तेजी से बाहर गया और काफी देर बाद एक लौटा | वो एक टेबल फैन लेकर आया उसको लगाकर चला दिया | फिर जी भरकर रीमा के मादक बदन को निहारा............. रीमा के बड़े-बड़े हाहाकारी तने हुए स्तनों को और उसके ऊपर की नुकीली चूचियां को देख कर के गार्ड पागल सा हो गया था इतने सुडौल पुष्ट और मांसल और तने हुए स्तन उसने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखे थे ऊपर से गोरा रंग तो जैसे क़यामत था उसके अंदर का जवान खून उबाल मारने लगा उसकी सांसे तेज होने लगी | पसीना उसके चेहरे पर पसीना साफ झलक रहा था वह खुद को संयमित दिखाने की कोशिश कर रहा था लेकिन सामने जो नजारा था उसे देख करके उसका खुद को काबू में रख पाना बहुत मुश्किल लग रहा था रीमा ने अपने कंधों पर अटकी हुई शर्ट जो है बटन खोल करके उतार दी अब तो उपर से पूरी तरह से नंगी थी | गार्ड जल्दी से बाहर की तरफ चला गया और खुद के चेहरे का पसीना पोछने लगा |
गार्ड को लगा कि अगर वहीं खड़ा रहा तो कहीं न कहीं वह रीमा के हुस्न के तिलिस्म के जाल में फंस कर कुछ जवानी के जोश में आकर उल्टा सीधा न कर जाये और इस तरह से सामने इतनी खूबसूरत नंगी औरत को देखकर उसे उसे खुद के लिए रोक पाना मुश्किल होगा उसे अपने बॉस का अच्छे से पता था वह जानता था कि अगर बॉस को पता चला तो वह सीधे उसकी गर्दन ही काट देंगे इसलिए गार्ड रीमा से निगाहे दूर करके तेजी से गेट की तरफ चला गया और दरवाजा बंद करके वही अपनी कुसी पर जाकर बैठ गया | रीमा गार्ड को रोकना तो रोकना तो चाहती थी लेकिन कोई ऐसी बात नहीं करना चाहते थी जिसे गार्ड को वो रंडी लगने लगे | वो उसे आमंत्रित कर रही थी वह चाहती थी शिकार खुद आ करके उसके जाल में फंसे | रीमा ने उसे जाने दिया आराम से बिस्तर पर लेट गई और अपनी शर्ट उतार दी | रीमा पूरी तरह से नंगी होकर पेट के बल बिस्तर में घुस गयी |
उधर रीमा ने कनखियों से देखा गार्ड दरवाजे में लगे शीशे से झांक कर बार बार अन्दर का जायजा ले रहा था | रीमा ये सोचकर हल्का सा मुस्कुराई की अब बकरा अपने जाल में फंस ही गया है बस समय की बात है कब आकर उसकी झोली में गिरता है
पंखा लगाने के बाद रीमा को गर्मी से काफी राहत मिली .......... नंगे बदन ही बिस्तर के आगोश में समां गयी | पंखे की ठंडी ठंडी हवा में उसको जल्द ही नीद आ गयी | कुछ देर तक गार्उड झांक झांक कर अन्दर का माहौल पता करने की कोशिश करता रहा फिर जब निश्नेचिंत हो गया की रीमा मैडम सो गयी है तो आइस्ते से दरवाजा खोलकर अन्दर आ गया | रीमा ने चद्दर नहीं ओढ़ी थी, सोने से पहले उसने अपनी स्कर्ट भी उतार दी थी | वो उल्टा पेट के बल लेती सो रही थी |
रीमा ने अपने दोनों जांघो को थोड़ी दूरी पर फैला दिया जिससे कि उसकी चूत घाटी का इलाका पूरी तरह से नुमाया हो गया था उसकी चूत के छोटे छोटे गुलाबी होठ एक दुसरे पर पूरी तरह से सटे हुए थे और उसके बीच का दरार नुमा चीरा दूर से ही साफ़ नजर आ रहा था | पंखे की ठंडी हवा लगते ही सुबह से तनाव और डर से पस्त होकर थक चुकी रीमा को नीद आ गयी | गुलाबी रंगत की चमकदार बदन का एक एक कोना नुमाया हो रहा था | ओढ़ने वाली चद्दर कही और ही पड़ी थी | कुछ देर तक रीमा सोने का नाटक करती रही ताकि गार्ड की हरकतों को देख सके | लेकिन इन सब में कब उसकी आंख कब लग गयी उसे भी पता नहीं चला | वो सोने का नाटक करते करते कब सो गयी और कब तक सोती रही पता ही नहीं चला |
उसकी पीठ पूरी तरह से खुली हुई थी | उधर गार्ड रीमा को सोच सोचकर पसीने हुआ पड़ा था | बार बार अपने पेंट के अन्दर के तन रहे लंड को संभालता लेकिन सब कुछ उसके हाथ से जैसे फिसलता जा रहा था | गार्ड ने शीशे से झांक कर देखा उसे लगा रीमा सो गयी है , गार्ड जैसे चुपके से दरवाजा खोलकर अन्दर आया और अपनी वासना का गुलाम बन रीमा के गुलाबी नंगे बदन का नयन सुख करने लगा | वह देखकर हैरान रह गया रीमा लगभग लगभग पूरी तरह से नंगी लेटी हुई थी और उसकी गुलाबी खूबसूरत मखमली चूत के और उसकी जांघों के बीच से साफ-साफ नुमाया हो रहे थे उसकी बड़े-बड़े मांसल गोर गोरे भारी-भरकम चूतड़ साफ-साफ दिख रहे थे गार्ड को समझ में नहीं आया क्या करें | गार्ड के अंदर का खून तेजी से दौड़ने लगा था और वह पसीने पसीने हो गया | इतने करीब से उसने कभी इतनी खूबसूरत औरत नहीं देखि थी जो पूरी तरह से नंगी लेटी हो | सुबह तो साहब लोग बाहर खड़े थे तो बस जल्दी से उसने रीमा को कपड़े पहना दिए थे लेकिन अभी वहां कोई नहीं था, न ही गार्ड को किसी के आने का डर था, वो आराम से रीमा को जी भर के निहार रहा था और अपनी अतृप्त वासनाओं के अरमानो को अपनी आँखों से सेंक रहा था |
के बदन पर अब कपड़े का रेशा तक नहीं था | अंदर आकर उसने जो नजारा देखा उसे देख कर के उसके होश उड़ गए अब तक उसने बस रीमा के जिस्म की झलक ही इधर-उधर से ली थी और उसके चुताड़ो और उरोजो के ही दर्शन किए थे लेकिन यह क्या रीमा तो पूरी की पूरी नंगी बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी उसकी गोरी चिकनी पीठ उसके उठे हुए मांसल बड़े-बड़े भारी चूतड़ और उसकी फैली हुई जांघों के बीच से उसकी गुलाबी सफाचट चूत साफ साफ झलक रही थी उसकी चूत के दोनों ओठ एक दुसरे से कसे हुए एक लंबा सा चीरा बना रहे थे | क्या बदन बदन था रीमा का ...................आआआह्ह्ह्ह गोरी चिकनी पीठ और उसके पीछे ऊपर उठे हुए बड़े-बड़े से गोरे गोरे से मांसल चूतड़ ................................उसके चूतड़ों की तलहटी में उसकी गांड का खूबसूरत गुलाबी छेद | और उससे नीचे उसकी चूत घाटी का गुलाबी मखमली इलाका
...................... क्या बला की खूबसूरत थी रीमा | इतनी गोरी गोरी पीठ ...............नरम नरम बाहें उठे हुए ..................सुराही सी
पतली गर्दन और उसके रेशमी बाल ..............उसकी मांसल गोरी गोरी चिकनी जांघें |
किसी आदमी के साथ ऐसा भी हो सकता है उसे यकीन नहीं हो रहा था | गार्ड के साथ भी यही हुआ धीरे-धीरे वह अपने होश गवाने लगा था | उसे समझ में नहीं आ रहा था वह क्या करें , रीमा के जिस्म के तिलिस्म में फंसाकर आगे बढ़ता तो शायद वो जन्नत की सैर करता लेकिन उसका बॉस ये सब पता चलने पर उसे मौत के घाट उतार देता लेकिन अगर वह आगे नहीं बढ़ता तो उसके लिए खुद को काबू कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा था
गार्ड जितना रीमा को देखता उतना ही उसके अन्दर की वासना हिलोरे मारती | वो समझ नहीं पा रहा था आखिर मैडम ऐसा क्यों कर रही है लेकिन उससे ज्यादा उसके दिमाग मे रीमा के खूबसूरत जिस्म की तस्वीरें तैयार रही थी वो क्या करे क्या ना करे से समझ में नहीं आ रहा था | उसे अपनी नौकरी और बॉस दोनों का डर था लेकिन यहाँ रीमा के नंगे बदन की हवस उसके दिली दिमाग को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले चुकी थी | कुछ देर तक रीमा को घूरता रहा और फिर अपनी पेंट के अन्दर के लंड को सहलाता हुआ तेजी से बाहर की तरफ चला गया |
उसे घड़ी की तरफ देखा, उसकी ड्यूटी चेंज होने में अभी बहुत टाइम था | इसलिए उसने उसने अपनी जेब से मोबाइल निकाला और उसे अंदर कुछ वीडियो क्लिप पड़ी हुई थी जो कि जो की पूरी तरह से नंगी लड़कियों की पोर्न क्लिप थी और उसके दोस्तों ने उसे भेजी थी उनमें से एक को निकाल कर देखने लगा | जिस वीडियो को उसने चलाया था जिसमें एक लड़की थी जो अपने पूरे जिस्म से अपने कपड़े उतारती है और पूरी तरह से नंगी हो जाती है उसके बाद में वह कैमरे के सामने बैठ कर के अपनी चूत को मसलती है उसमें रबर के लंड को डालती है अपनी चूत दाने को रगड़ती है वो इस क्लिप कई बार देख चुका था लेकिन आज उसके लिए यह वीडियो बहुत ही खास हो गई थी क्योंकि इसको देख कर के वह हर पल रीमा की कल्पना कर रहा था |
ऐसे लग रहा था जैसे उसके लिए वह लड़की ही रीमा है और वह बारी-बारी से अपने जिस्म से कपड़े का एक-एक रेशा उतरती
जा रही है और धीरे-धीरे नंगी हो करके अपनी चूत को मसलने लगती हैं | उस वीडियो क्लिप में लड़की के उतारते कपड़ो के साथ गार्ड के दिमाग में रीमा भी नंगी होती जा रही थी | चूँकि रीमा को वो पूरी तरह से नंगी देख चूका था इसलिए उसे दिमाग में रीमा की नंगी तस्वीर बनाना मुश्किल काम नहीं था | जैसे जैसे वो कपड़े उतारने लगी थी उसका गोरा खूबसूरत बदन के बड़े बड़े उरोज और
उसकी नुकीली चूचियां उसकी घुमावदार कटावदार कमर और उसके भरी भरकम चूतड़, मांसल चिकनी गोरी जांघे सब दिखने लगा |
रीमा को इस तरह से कपड़े उतारते सोच गार्ड के सब्र का बांध टूटने लगा | अब तक वो सिर्फ पेंट के ऊपर से अपने लंड पर हाथ फिरा रहा था लेकिन अब उसने पैंट की ज़िप खोलकर अपने तने लंड को बाहर निकाल लिया | अभी उसके दिमाग में बस रीमा ही रीमा छाई हुई थी | लड़की के जिस्म से उतरता रेशा और गार्ड के दिलो दिमाग पर चढ़ता रीमा की हवस का बुखार | रीमा की घुमावदार कमर और उसका वो चमत्कारिक त्रिकोण | पूरी दुनिया का रहस्य समेटे ये त्रिकोण हमेशा से हर मर्द की सबसे बड़ी पहेली रहा है | हर कोई इसे देखने को लालायित रहता है वही त्रिकोण आज उस गार्ड को भी दिख रहा था | लड़की अपनी कमर के नीचे के कपड़े उतार रही थी | ऊपर से वो पूरी की पूरी नंगी हो चुकी थी | गार्ड ने विडिओ पॉज करके देखा, उसका वो तिलस्मी त्रिकोण और जिसमें से झांकती उसकी जादुई गुलाबी चूत की वह हल्की सी दरार का चीरा |
यही चूत का मखमली गुलाबी चीरा है जो हर मर्द को पागल कर देता है | इसे देखते ही मुर्इदों के भी लंड खड़े हो जाते है | इसी चीरे के आगे मर्द मौत से भी नहीं डरता | यही हाल इस समय गार्ड का था | उसे पता था उसका बॉस कितना जालिम है लेकिन फिर भी वो इस हवस की अन्धी सुरंग में कूदने को बेताब था | वैसे भी रीमा के चीरे की झलक जिसको भी मिल गयी वो पागल ही हो गया | आखिर कोई हो भी क्यों न रीमा के बड़े-बड़े चूतड़ों...................... उसकी पतली सी कमर और मांसल चूतड़ देख कर कोई भी पागल हो जाएगा वैसे ही जैसे अभी गार्ड पागल ही हो गया था | उसके एक हाथ में मोबाईल था और एक हाथ में उसका तना हुआ लंड | वो अपने हाथ को तेजी से अ ऊपर नीचे करने लगा | जैसे जैसे वह लड़की कपड़े उतार कर नंगी हो रही थी वैसे-वैसे कार्ड का हाथ तेजी से चल रहा था इधर
लड़की ने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे | उसके बड़े बड़े गुलाबी उरोज, सपाट पेट, गोल गहरी नाभि, चिकना सफाचट चूत त्रिकोण गुलाबी मखमली चूत दरार .....................................उसे लग रहा था जैसे सामने रीमा सारे कपड़े उतारकर नंगी खड़ी हो गयी है |
गार्ड का हाथ अपने लंड पर वैसे ही फिसल रहा था जैसे इंजन के अन्सेदर पिस्टन | सटासट सटासट वो लंड को मसल कर मुठिया रहा था | जैसे उसके शरीर की उत्तेजना बढ़ रही थी उसके दिलो दिमाग में रीमा के जिस्म का जादू भी उसके दिलो-दिमाग पर सर चढ़कर बोल रहा था | उसने सपने में भी नहीं सोचा था की कोई इस तरह की हुस्वन पारी उसकी दुनिया में आएगी | इतनी चिकनी चूत वाली वाली रीमा के बारे में सोचते ही उसके जिस्म में अकड़न और उसके जिस्म में खून का दौरान हो तेज हो जाता है | वह बारी-बारी से विडिओ देखता और रीमा के बारे में ही सोच रहा था और तेजी से अपने हाथ से लंड को मुठिया रहा था |
क्या जिस्म पाया है मैडम ने, क्या बदन है, क्या ठोस मांसल बड़े बड़े दूध है मैडम के | कसम से जो एक बार दबा लेता होगा उसे तो जन्नत नसीब हो जाती होगी | ऊऊफ्फ्फ्फफ्फ्फ़, आआह्गाह्र्डह्ह गार्ड के मुहँ से बुदबुदाते हुए अब बोल फुट रहे थे |
बस एक बार उसको चोदने को मिल जाए तो उसका जन्म सफल हो जाए उसके बाद भले ही उसे जो है | ज्यादा से ज्यादा मालिक नकारी से ही निकाल देगा | गोली मार देगा, ऐसी चूत चोदने के बाद मौत भी नसीब होगी तो कोई गम नहीं कम से कम जन्नत की सैर करके मारूंगा | गार्ड तेजी से लंड मुठिया रहा था लेकिन उसने मोबाइल फोन की क्लिप बंद कर दी और अपने लंड को एक हाथ में थामकर
तेजी से हिलाता हुआ उसने गेट खोला और अंदर आ गया|
रीमा दीं दुनिया से बेखबर गहरी नीद में सो रही थी पंखे की ठंडी हवा और दिनभर की थकान तनाव चिंता और डर से वह बहुत बुरी तरह से पस्त हो गई थी आखिरकार उसे नींद आ गई और वह बहुत गहरी नींद में सो रही थी वो उल्टा पेट के बल लेटी हुई थी | उसके चूतड़ ऊपर की तरफ उठे हुए थे | उसकी गांड का गुलाबी सख्त छेद और चूत की दरार साफ़ दिख रही थी | संगमरमर की तरह चिकनी गोरी मांसल जांघे एक अलग ही रौनक बिखेर रही थी | गार्ड रीमा को इस तरह लेटी देख और उसके उठे चुताड़ो की जादुई रौनक में मदहोश होता चला गया | ऐसा लग रहा था जैसे रीमा ने उसे अपने मादक हुस्न के सैकड़ो जाम पिला दिए हो और वो नशे में डूबकर खुद को भूल गया हो और बस अपने होश खोने के आखिरी पायदान पर खड़ा हो |
उसे डर तो लग रहा था लेकिन उसे पता था अगर अभी हिम्मत नहीं करी तो फिर वह कभी कुछ भी नहीं कर पाएगा | ये गार्यड की गरीब जिंदगी में उसे कुछ भी खास नहीं मिलने वाला है | जिंदगी भर यही करना है | ऐसे मौके बार बार नहीं मिलते | जिंदगी भर पछतायेगा की एक मौका मिला था और उसने मिस कर दिया | आज उसको अपने डर पर काबू पाना ही होगा, नहीं तो जिंदगी भर बस इसी गरीबी और गन्दगी में मर कर रह जायेगा | आज मौका है जब वो अपनी जिंदगी को हमेशा के लिए आम से खास बना सकता अपने सपने को पूरा का सकता है अगर उसे कुछ करना है तो अभी फैसला करना होगा | फिर कभी मौका नहीं मिलेगा |
एक तो रीमा जैसे हुस्न पारी उसके सामने है ऊपर से पूरी तरह से नंगी और गहरी नीद में भी | इससे ज्यादा और क्या लाटरी लगेगी उसकी, रीमा जैसी चूत उसके भाग्य में भगवान् ने भेज दी है ये ही क्या कम चमत्कार है | दिलो दिम्माग पूरी तरह से हवस से बजबजा रहा था लेकिन जिंदगी की हकीकते अपनी जगह थी और हवस का सागर अपनी जगह | नंगी लेटी रीमा के उस जादुई जिस्म के हुस्न को अपने आँखों से अपने दिलो दिमाग में उतार रहा गार्म अपने लंड को हाथो से मसल रहा था लेकिन हकीकत का डर उसे वही जड़ बनाये खड़ा था | अपनी वासना के नशे में वो खुद को बहुत समझाने की कोशिश कर रहा था जो उसे रीमा की तरफ ले जाए लेकिन उसके अंदर का डर अभी भी बरकरार था | उसकी हवस और वासना से ज्यादा उस पर डर हावी हो रहा था
गार्ड - क्या बात है मैडम |
रीमा - तुमारे बस का तो कुछ है नहीं, यहाँ गर्मी से बुरा हाल है, कपड़े न उतारू तो क्या करू | रीमा अपने उठे हुए मांसल उरोजो का पसीना पोछते हुए बोली |
रीमा की उठे हुए सुडौल स्तनों को देखकर अब गार्ड के ऊपर भी रीमा का नशा चढ़ने लगा था | उसकी आंखे पलक झपकाना भूल गयी, वो बस रीमा के हाहाकारी तने स्तनों को ही देखे जा रहा था | उसके लंड में हरकत होने लगी और वो रीमा के हुस्न में मदहोश होने लगा | गार्ड भी रीमा के इशारे समझ रहा था लेकिन उसे अपनी नौकरी की ज्यादा चिंता थी | क्योंकि अगर इसकी खबर साहब को हो गयी तो उसकी नौकरी जान तय है लेकिन उसके साथ उसकी जो गांड तोड़ी जाएगी वो अलग | सच तो ये था वो भी रीमा से घुलना मिलाना चाहता था लेकिन उसकी फट रही थी |
गार्ड ने ऊपर रीमा का हुस्न का जादू चलने लगा था | आखिर वो भी एक मर्द ही था वो भी जवान मर्द | गार्ड ने भी रीमा से जरा शरारत करने की सोची - मैडम कौन सी गर्मी की बात कर रही है, बदन की गर्मी की या मौसम की गर्मी की |
रीमा को लगा उसका तीर सही निशाने पर जाकर लगा है - दोनों गर्मी ही मुझे खाए जा रही है, मौसम की गर्मी से ही तो तन बदन में आग लगी है | तुम क्या समझ बैठे थे | रीमा ने उसकी आँखों में झांकते हुए उससे सवाल किया |
वह उसके बड़े बड़े उठे हुए मांसल उरोजो के गुलाबी मांस को देखकर वैसे भी पागल हो चुका था उसकी चूचियों पहाड़ की तरह तनी हुए थी उसकी छातियों की खूबसूरती और उसके पूरे गोर नंगे बदन की गुलाबी रंगत ने पूरी तरह से गार्ड को रीमा का दीवाना बना कर रख दिया था | उसके अंदर रीमा को लेकर के पहले जो सम्मान और इज्जत छाई हुई थी अब उसकी आंखों में उसकी जगह वासना के गहरे डोरे तैर रहे थे | गार्गाड जल्र्डद ही तेजी से बाहर गया और काफी देर बाद एक लौटा | वो एक टेबल फैन लेकर आया उसको लगाकर चला दिया | फिर जी भरकर रीमा के मादक बदन को निहारा............. रीमा के बड़े-बड़े हाहाकारी तने हुए स्तनों को और उसके ऊपर की नुकीली चूचियां को देख कर के गार्ड पागल सा हो गया था इतने सुडौल पुष्ट और मांसल और तने हुए स्तन उसने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखे थे ऊपर से गोरा रंग तो जैसे क़यामत था उसके अंदर का जवान खून उबाल मारने लगा उसकी सांसे तेज होने लगी | पसीना उसके चेहरे पर पसीना साफ झलक रहा था वह खुद को संयमित दिखाने की कोशिश कर रहा था लेकिन सामने जो नजारा था उसे देख करके उसका खुद को काबू में रख पाना बहुत मुश्किल लग रहा था रीमा ने अपने कंधों पर अटकी हुई शर्ट जो है बटन खोल करके उतार दी अब तो उपर से पूरी तरह से नंगी थी | गार्ड जल्दी से बाहर की तरफ चला गया और खुद के चेहरे का पसीना पोछने लगा |
गार्ड को लगा कि अगर वहीं खड़ा रहा तो कहीं न कहीं वह रीमा के हुस्न के तिलिस्म के जाल में फंस कर कुछ जवानी के जोश में आकर उल्टा सीधा न कर जाये और इस तरह से सामने इतनी खूबसूरत नंगी औरत को देखकर उसे उसे खुद के लिए रोक पाना मुश्किल होगा उसे अपने बॉस का अच्छे से पता था वह जानता था कि अगर बॉस को पता चला तो वह सीधे उसकी गर्दन ही काट देंगे इसलिए गार्ड रीमा से निगाहे दूर करके तेजी से गेट की तरफ चला गया और दरवाजा बंद करके वही अपनी कुसी पर जाकर बैठ गया | रीमा गार्ड को रोकना तो रोकना तो चाहती थी लेकिन कोई ऐसी बात नहीं करना चाहते थी जिसे गार्ड को वो रंडी लगने लगे | वो उसे आमंत्रित कर रही थी वह चाहती थी शिकार खुद आ करके उसके जाल में फंसे | रीमा ने उसे जाने दिया आराम से बिस्तर पर लेट गई और अपनी शर्ट उतार दी | रीमा पूरी तरह से नंगी होकर पेट के बल बिस्तर में घुस गयी |
उधर रीमा ने कनखियों से देखा गार्ड दरवाजे में लगे शीशे से झांक कर बार बार अन्दर का जायजा ले रहा था | रीमा ये सोचकर हल्का सा मुस्कुराई की अब बकरा अपने जाल में फंस ही गया है बस समय की बात है कब आकर उसकी झोली में गिरता है
पंखा लगाने के बाद रीमा को गर्मी से काफी राहत मिली .......... नंगे बदन ही बिस्तर के आगोश में समां गयी | पंखे की ठंडी ठंडी हवा में उसको जल्द ही नीद आ गयी | कुछ देर तक गार्उड झांक झांक कर अन्दर का माहौल पता करने की कोशिश करता रहा फिर जब निश्नेचिंत हो गया की रीमा मैडम सो गयी है तो आइस्ते से दरवाजा खोलकर अन्दर आ गया | रीमा ने चद्दर नहीं ओढ़ी थी, सोने से पहले उसने अपनी स्कर्ट भी उतार दी थी | वो उल्टा पेट के बल लेती सो रही थी |
रीमा ने अपने दोनों जांघो को थोड़ी दूरी पर फैला दिया जिससे कि उसकी चूत घाटी का इलाका पूरी तरह से नुमाया हो गया था उसकी चूत के छोटे छोटे गुलाबी होठ एक दुसरे पर पूरी तरह से सटे हुए थे और उसके बीच का दरार नुमा चीरा दूर से ही साफ़ नजर आ रहा था | पंखे की ठंडी हवा लगते ही सुबह से तनाव और डर से पस्त होकर थक चुकी रीमा को नीद आ गयी | गुलाबी रंगत की चमकदार बदन का एक एक कोना नुमाया हो रहा था | ओढ़ने वाली चद्दर कही और ही पड़ी थी | कुछ देर तक रीमा सोने का नाटक करती रही ताकि गार्ड की हरकतों को देख सके | लेकिन इन सब में कब उसकी आंख कब लग गयी उसे भी पता नहीं चला | वो सोने का नाटक करते करते कब सो गयी और कब तक सोती रही पता ही नहीं चला |
उसकी पीठ पूरी तरह से खुली हुई थी | उधर गार्ड रीमा को सोच सोचकर पसीने हुआ पड़ा था | बार बार अपने पेंट के अन्दर के तन रहे लंड को संभालता लेकिन सब कुछ उसके हाथ से जैसे फिसलता जा रहा था | गार्ड ने शीशे से झांक कर देखा उसे लगा रीमा सो गयी है , गार्ड जैसे चुपके से दरवाजा खोलकर अन्दर आया और अपनी वासना का गुलाम बन रीमा के गुलाबी नंगे बदन का नयन सुख करने लगा | वह देखकर हैरान रह गया रीमा लगभग लगभग पूरी तरह से नंगी लेटी हुई थी और उसकी गुलाबी खूबसूरत मखमली चूत के और उसकी जांघों के बीच से साफ-साफ नुमाया हो रहे थे उसकी बड़े-बड़े मांसल गोर गोरे भारी-भरकम चूतड़ साफ-साफ दिख रहे थे गार्ड को समझ में नहीं आया क्या करें | गार्ड के अंदर का खून तेजी से दौड़ने लगा था और वह पसीने पसीने हो गया | इतने करीब से उसने कभी इतनी खूबसूरत औरत नहीं देखि थी जो पूरी तरह से नंगी लेटी हो | सुबह तो साहब लोग बाहर खड़े थे तो बस जल्दी से उसने रीमा को कपड़े पहना दिए थे लेकिन अभी वहां कोई नहीं था, न ही गार्ड को किसी के आने का डर था, वो आराम से रीमा को जी भर के निहार रहा था और अपनी अतृप्त वासनाओं के अरमानो को अपनी आँखों से सेंक रहा था |
के बदन पर अब कपड़े का रेशा तक नहीं था | अंदर आकर उसने जो नजारा देखा उसे देख कर के उसके होश उड़ गए अब तक उसने बस रीमा के जिस्म की झलक ही इधर-उधर से ली थी और उसके चुताड़ो और उरोजो के ही दर्शन किए थे लेकिन यह क्या रीमा तो पूरी की पूरी नंगी बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी उसकी गोरी चिकनी पीठ उसके उठे हुए मांसल बड़े-बड़े भारी चूतड़ और उसकी फैली हुई जांघों के बीच से उसकी गुलाबी सफाचट चूत साफ साफ झलक रही थी उसकी चूत के दोनों ओठ एक दुसरे से कसे हुए एक लंबा सा चीरा बना रहे थे | क्या बदन बदन था रीमा का ...................आआआह्ह्ह्ह गोरी चिकनी पीठ और उसके पीछे ऊपर उठे हुए बड़े-बड़े से गोरे गोरे से मांसल चूतड़ ................................उसके चूतड़ों की तलहटी में उसकी गांड का खूबसूरत गुलाबी छेद | और उससे नीचे उसकी चूत घाटी का गुलाबी मखमली इलाका
...................... क्या बला की खूबसूरत थी रीमा | इतनी गोरी गोरी पीठ ...............नरम नरम बाहें उठे हुए ..................सुराही सी
पतली गर्दन और उसके रेशमी बाल ..............उसकी मांसल गोरी गोरी चिकनी जांघें |
किसी आदमी के साथ ऐसा भी हो सकता है उसे यकीन नहीं हो रहा था | गार्ड के साथ भी यही हुआ धीरे-धीरे वह अपने होश गवाने लगा था | उसे समझ में नहीं आ रहा था वह क्या करें , रीमा के जिस्म के तिलिस्म में फंसाकर आगे बढ़ता तो शायद वो जन्नत की सैर करता लेकिन उसका बॉस ये सब पता चलने पर उसे मौत के घाट उतार देता लेकिन अगर वह आगे नहीं बढ़ता तो उसके लिए खुद को काबू कर पाना बहुत मुश्किल हो रहा था
गार्ड जितना रीमा को देखता उतना ही उसके अन्दर की वासना हिलोरे मारती | वो समझ नहीं पा रहा था आखिर मैडम ऐसा क्यों कर रही है लेकिन उससे ज्यादा उसके दिमाग मे रीमा के खूबसूरत जिस्म की तस्वीरें तैयार रही थी वो क्या करे क्या ना करे से समझ में नहीं आ रहा था | उसे अपनी नौकरी और बॉस दोनों का डर था लेकिन यहाँ रीमा के नंगे बदन की हवस उसके दिली दिमाग को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले चुकी थी | कुछ देर तक रीमा को घूरता रहा और फिर अपनी पेंट के अन्दर के लंड को सहलाता हुआ तेजी से बाहर की तरफ चला गया |
उसे घड़ी की तरफ देखा, उसकी ड्यूटी चेंज होने में अभी बहुत टाइम था | इसलिए उसने उसने अपनी जेब से मोबाइल निकाला और उसे अंदर कुछ वीडियो क्लिप पड़ी हुई थी जो कि जो की पूरी तरह से नंगी लड़कियों की पोर्न क्लिप थी और उसके दोस्तों ने उसे भेजी थी उनमें से एक को निकाल कर देखने लगा | जिस वीडियो को उसने चलाया था जिसमें एक लड़की थी जो अपने पूरे जिस्म से अपने कपड़े उतारती है और पूरी तरह से नंगी हो जाती है उसके बाद में वह कैमरे के सामने बैठ कर के अपनी चूत को मसलती है उसमें रबर के लंड को डालती है अपनी चूत दाने को रगड़ती है वो इस क्लिप कई बार देख चुका था लेकिन आज उसके लिए यह वीडियो बहुत ही खास हो गई थी क्योंकि इसको देख कर के वह हर पल रीमा की कल्पना कर रहा था |
ऐसे लग रहा था जैसे उसके लिए वह लड़की ही रीमा है और वह बारी-बारी से अपने जिस्म से कपड़े का एक-एक रेशा उतरती
जा रही है और धीरे-धीरे नंगी हो करके अपनी चूत को मसलने लगती हैं | उस वीडियो क्लिप में लड़की के उतारते कपड़ो के साथ गार्ड के दिमाग में रीमा भी नंगी होती जा रही थी | चूँकि रीमा को वो पूरी तरह से नंगी देख चूका था इसलिए उसे दिमाग में रीमा की नंगी तस्वीर बनाना मुश्किल काम नहीं था | जैसे जैसे वो कपड़े उतारने लगी थी उसका गोरा खूबसूरत बदन के बड़े बड़े उरोज और
उसकी नुकीली चूचियां उसकी घुमावदार कटावदार कमर और उसके भरी भरकम चूतड़, मांसल चिकनी गोरी जांघे सब दिखने लगा |
रीमा को इस तरह से कपड़े उतारते सोच गार्ड के सब्र का बांध टूटने लगा | अब तक वो सिर्फ पेंट के ऊपर से अपने लंड पर हाथ फिरा रहा था लेकिन अब उसने पैंट की ज़िप खोलकर अपने तने लंड को बाहर निकाल लिया | अभी उसके दिमाग में बस रीमा ही रीमा छाई हुई थी | लड़की के जिस्म से उतरता रेशा और गार्ड के दिलो दिमाग पर चढ़ता रीमा की हवस का बुखार | रीमा की घुमावदार कमर और उसका वो चमत्कारिक त्रिकोण | पूरी दुनिया का रहस्य समेटे ये त्रिकोण हमेशा से हर मर्द की सबसे बड़ी पहेली रहा है | हर कोई इसे देखने को लालायित रहता है वही त्रिकोण आज उस गार्ड को भी दिख रहा था | लड़की अपनी कमर के नीचे के कपड़े उतार रही थी | ऊपर से वो पूरी की पूरी नंगी हो चुकी थी | गार्ड ने विडिओ पॉज करके देखा, उसका वो तिलस्मी त्रिकोण और जिसमें से झांकती उसकी जादुई गुलाबी चूत की वह हल्की सी दरार का चीरा |
यही चूत का मखमली गुलाबी चीरा है जो हर मर्द को पागल कर देता है | इसे देखते ही मुर्इदों के भी लंड खड़े हो जाते है | इसी चीरे के आगे मर्द मौत से भी नहीं डरता | यही हाल इस समय गार्ड का था | उसे पता था उसका बॉस कितना जालिम है लेकिन फिर भी वो इस हवस की अन्धी सुरंग में कूदने को बेताब था | वैसे भी रीमा के चीरे की झलक जिसको भी मिल गयी वो पागल ही हो गया | आखिर कोई हो भी क्यों न रीमा के बड़े-बड़े चूतड़ों...................... उसकी पतली सी कमर और मांसल चूतड़ देख कर कोई भी पागल हो जाएगा वैसे ही जैसे अभी गार्ड पागल ही हो गया था | उसके एक हाथ में मोबाईल था और एक हाथ में उसका तना हुआ लंड | वो अपने हाथ को तेजी से अ ऊपर नीचे करने लगा | जैसे जैसे वह लड़की कपड़े उतार कर नंगी हो रही थी वैसे-वैसे कार्ड का हाथ तेजी से चल रहा था इधर
लड़की ने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे | उसके बड़े बड़े गुलाबी उरोज, सपाट पेट, गोल गहरी नाभि, चिकना सफाचट चूत त्रिकोण गुलाबी मखमली चूत दरार .....................................उसे लग रहा था जैसे सामने रीमा सारे कपड़े उतारकर नंगी खड़ी हो गयी है |
गार्ड का हाथ अपने लंड पर वैसे ही फिसल रहा था जैसे इंजन के अन्सेदर पिस्टन | सटासट सटासट वो लंड को मसल कर मुठिया रहा था | जैसे उसके शरीर की उत्तेजना बढ़ रही थी उसके दिलो दिमाग में रीमा के जिस्म का जादू भी उसके दिलो-दिमाग पर सर चढ़कर बोल रहा था | उसने सपने में भी नहीं सोचा था की कोई इस तरह की हुस्वन पारी उसकी दुनिया में आएगी | इतनी चिकनी चूत वाली वाली रीमा के बारे में सोचते ही उसके जिस्म में अकड़न और उसके जिस्म में खून का दौरान हो तेज हो जाता है | वह बारी-बारी से विडिओ देखता और रीमा के बारे में ही सोच रहा था और तेजी से अपने हाथ से लंड को मुठिया रहा था |
क्या जिस्म पाया है मैडम ने, क्या बदन है, क्या ठोस मांसल बड़े बड़े दूध है मैडम के | कसम से जो एक बार दबा लेता होगा उसे तो जन्नत नसीब हो जाती होगी | ऊऊफ्फ्फ्फफ्फ्फ़, आआह्गाह्र्डह्ह गार्ड के मुहँ से बुदबुदाते हुए अब बोल फुट रहे थे |
बस एक बार उसको चोदने को मिल जाए तो उसका जन्म सफल हो जाए उसके बाद भले ही उसे जो है | ज्यादा से ज्यादा मालिक नकारी से ही निकाल देगा | गोली मार देगा, ऐसी चूत चोदने के बाद मौत भी नसीब होगी तो कोई गम नहीं कम से कम जन्नत की सैर करके मारूंगा | गार्ड तेजी से लंड मुठिया रहा था लेकिन उसने मोबाइल फोन की क्लिप बंद कर दी और अपने लंड को एक हाथ में थामकर
तेजी से हिलाता हुआ उसने गेट खोला और अंदर आ गया|
रीमा दीं दुनिया से बेखबर गहरी नीद में सो रही थी पंखे की ठंडी हवा और दिनभर की थकान तनाव चिंता और डर से वह बहुत बुरी तरह से पस्त हो गई थी आखिरकार उसे नींद आ गई और वह बहुत गहरी नींद में सो रही थी वो उल्टा पेट के बल लेटी हुई थी | उसके चूतड़ ऊपर की तरफ उठे हुए थे | उसकी गांड का गुलाबी सख्त छेद और चूत की दरार साफ़ दिख रही थी | संगमरमर की तरह चिकनी गोरी मांसल जांघे एक अलग ही रौनक बिखेर रही थी | गार्ड रीमा को इस तरह लेटी देख और उसके उठे चुताड़ो की जादुई रौनक में मदहोश होता चला गया | ऐसा लग रहा था जैसे रीमा ने उसे अपने मादक हुस्न के सैकड़ो जाम पिला दिए हो और वो नशे में डूबकर खुद को भूल गया हो और बस अपने होश खोने के आखिरी पायदान पर खड़ा हो |
उसे डर तो लग रहा था लेकिन उसे पता था अगर अभी हिम्मत नहीं करी तो फिर वह कभी कुछ भी नहीं कर पाएगा | ये गार्यड की गरीब जिंदगी में उसे कुछ भी खास नहीं मिलने वाला है | जिंदगी भर यही करना है | ऐसे मौके बार बार नहीं मिलते | जिंदगी भर पछतायेगा की एक मौका मिला था और उसने मिस कर दिया | आज उसको अपने डर पर काबू पाना ही होगा, नहीं तो जिंदगी भर बस इसी गरीबी और गन्दगी में मर कर रह जायेगा | आज मौका है जब वो अपनी जिंदगी को हमेशा के लिए आम से खास बना सकता अपने सपने को पूरा का सकता है अगर उसे कुछ करना है तो अभी फैसला करना होगा | फिर कभी मौका नहीं मिलेगा |
एक तो रीमा जैसे हुस्न पारी उसके सामने है ऊपर से पूरी तरह से नंगी और गहरी नीद में भी | इससे ज्यादा और क्या लाटरी लगेगी उसकी, रीमा जैसी चूत उसके भाग्य में भगवान् ने भेज दी है ये ही क्या कम चमत्कार है | दिलो दिम्माग पूरी तरह से हवस से बजबजा रहा था लेकिन जिंदगी की हकीकते अपनी जगह थी और हवस का सागर अपनी जगह | नंगी लेटी रीमा के उस जादुई जिस्म के हुस्न को अपने आँखों से अपने दिलो दिमाग में उतार रहा गार्म अपने लंड को हाथो से मसल रहा था लेकिन हकीकत का डर उसे वही जड़ बनाये खड़ा था | अपनी वासना के नशे में वो खुद को बहुत समझाने की कोशिश कर रहा था जो उसे रीमा की तरफ ले जाए लेकिन उसके अंदर का डर अभी भी बरकरार था | उसकी हवस और वासना से ज्यादा उस पर डर हावी हो रहा था