23-09-2019, 09:32 AM
होली , .... होने वाली ,...
नन्दोई और सलहज की
शादी ब्याह में यही फायदा होता है , खुल कर भौजाइयों की छेड़खानी , एकदम खुल्लमखुला , गालियों से भरी गारियाँ , लाज शरम सब खुल जाती है ,... और मर्दों से चिपकने का मौका , ... कितनी कुंवारियों की चिड़िया यहीं उड़नी शुरू करती है , और मेरे नन्दोई ऐसा हो तो कच्ची उमर की सालियों को बिना भोगे ,...
गुड्डो बोली और मेरे कान खुल गए ,
मिली बोली ,
“नयकी भौजी कैसी लगती हैं , चुदवाने के लायक”
... बस नन्दोई जी के धक्के तूफ़ान मेल हो गए , बोले ,
“ स्साली छिनार किसका नाम ले लिया , अब तो तुझे आधे घंटे और चोदना पड़ेगा , उसके बारे में तो सोच के ही टनटना जाता है , एकदम परफेक्ट माल है , क्या चूँची है , एकदम परफेक्ट चूतड़ , और बड़ी बड़ी चूँची ,
भरे भरे चूतड़ के बीच इतनी पतली कमर की मुट्ठी में आ जाय , चेहरा जितना भोला बॉडी उतनी सेक्सी , “
... बस मिली ने उन्हें और छेड़ दिया ,
“जीजू आप सलहज पर नंबर क्यों नहीं लगाते , “
मुझे नन्दोई जी की बातें सुनकर कत्तई बुरा नहीं लग रहा था , बल्कि अच्छा लग रहा था , नन्दोई सलहज के रिश्ते में तो , ... साली से ज्यादा सलहज का हक़ होता है ,
गुड्डो चुप होगयी लेकिन मैंने उसे उकसाया
“बोल न क्या बोले नन्दोई जी।“
" आप बुरा मान जाओगी , ... "
मुँह बना के वो बोली ,
मैंने कस के उस हाई कॉलेज वाली के उभार दबाये , और मसलते हुए बोली ,
" बोल न मैं बुरा नहीं मानने वाली , हाँ नहीं बोलीं न तो अभी तेरी बुर का बुरा हाल करुँगी , दुलारी को भूल जाएगी तू। "
" वो बोले " ... गुड्डो चालू हो गयी ,
" मेरे लंड पर उस का नाम पहले दिन से ही लिख दिया गया है , बस आने दो होली ,...
अबकी होली में सात दिन के लिए आऊंगा और फिर जो पिचकारी तेरे अंदर घुसी है न , बस उसी पिचकारी से सफ़ेद रंग से होली खेलूंगा उससे , ... रोज। "
" मान लीजिये मौका न दे वो तो , फिर कही कमरे में , ... "
मिली बोली पर आपके ननदोई उसकी बार काट कर बोले ,
“नन्दोई सलहज की होली खुले आम होती है , आँगन में ,... और उसी आँगन में पहले तो चोली फाड़कर ,
उस के जान मारु जोबन पे रंग लगाऊंगा ,
फिर प्रेम गली में और सबसे अंत में सफ़ेद रंग की होली ,
और मैं बोलूं , तुम सालियों की तरह वो नखड़ाचोद , छिनार नहीं है , खुल के होली खेलेगी मेरे साथ , “...
मैंने बोला नहीं , पर मन ही मन तय कर लिया ,
आप चोली फाड़ोगे तो आपका पाजामा बचेगा क्या , इसी आँगन में न नंगा किया ,
और पजामे को चिथड़े चीथड़े कर के ,...
आप प्रेमगली में रंग लगाओगे , उसके पहले मैं आपके उस काम दंड पे , ...
मंझली ननद बहुत तारीफ़ करती हैं , मैं भी उस दिन पकड़ के दबा के मसल के देख लूंगी ,
अरे रोज आप के स्साले का घोंटती हूँ , एक दिन स्साले के जिज्जा ही सही , ...
लेकिन गुड्डो से बोली ,
“आगे बोल न।“
गुड्डो हंसने लगी , और बोली ,
" आप के चक्कर में आप की ननद की हालत खराब हो गयी , बेचारी वो , नन्दोई आपके,... बोलते देख ऐसे धक्के मारूंगा , ऐसे हचक हचक के ऐसे पेलूँगा , चोद वो आपकी ननद को रहे थे लेकिन मन में आपके साथ ,
और एकदम कुचल के दबा के , रगड़ रगड़ के ,... "
मैंने मन में सोचा, बेचारी बी ए वाली , सही हुआ उसके साथ , बहुत चूतड़ मटका मटका के चलती थी न ,
लेकिन गुड्डो से पूछा ,
तूने अंत तक देखा ,
नहीं , जीजू ने पोज बदल के उसे दीवाल के सहारे , और उन का चेहरा एकदम खिड़की के सामने , ....
मुझे लगा कहीं मुझे देख न ले , फिर मुझे आये दस पंद्रह मिनट हो गए थे , डर लगा रहा था कही कोई आ न जाए , ...
फिर दुलारी का भी कहीं वो न जग जाये,…
तब तक मैं सीढ़ियों से नीचे आ गयी ,
नन्दोई और सलहज की
शादी ब्याह में यही फायदा होता है , खुल कर भौजाइयों की छेड़खानी , एकदम खुल्लमखुला , गालियों से भरी गारियाँ , लाज शरम सब खुल जाती है ,... और मर्दों से चिपकने का मौका , ... कितनी कुंवारियों की चिड़िया यहीं उड़नी शुरू करती है , और मेरे नन्दोई ऐसा हो तो कच्ची उमर की सालियों को बिना भोगे ,...
गुड्डो बोली और मेरे कान खुल गए ,
मिली बोली ,
“नयकी भौजी कैसी लगती हैं , चुदवाने के लायक”
... बस नन्दोई जी के धक्के तूफ़ान मेल हो गए , बोले ,
“ स्साली छिनार किसका नाम ले लिया , अब तो तुझे आधे घंटे और चोदना पड़ेगा , उसके बारे में तो सोच के ही टनटना जाता है , एकदम परफेक्ट माल है , क्या चूँची है , एकदम परफेक्ट चूतड़ , और बड़ी बड़ी चूँची ,
भरे भरे चूतड़ के बीच इतनी पतली कमर की मुट्ठी में आ जाय , चेहरा जितना भोला बॉडी उतनी सेक्सी , “
... बस मिली ने उन्हें और छेड़ दिया ,
“जीजू आप सलहज पर नंबर क्यों नहीं लगाते , “
मुझे नन्दोई जी की बातें सुनकर कत्तई बुरा नहीं लग रहा था , बल्कि अच्छा लग रहा था , नन्दोई सलहज के रिश्ते में तो , ... साली से ज्यादा सलहज का हक़ होता है ,
गुड्डो चुप होगयी लेकिन मैंने उसे उकसाया
“बोल न क्या बोले नन्दोई जी।“
" आप बुरा मान जाओगी , ... "
मुँह बना के वो बोली ,
मैंने कस के उस हाई कॉलेज वाली के उभार दबाये , और मसलते हुए बोली ,
" बोल न मैं बुरा नहीं मानने वाली , हाँ नहीं बोलीं न तो अभी तेरी बुर का बुरा हाल करुँगी , दुलारी को भूल जाएगी तू। "
" वो बोले " ... गुड्डो चालू हो गयी ,
" मेरे लंड पर उस का नाम पहले दिन से ही लिख दिया गया है , बस आने दो होली ,...
अबकी होली में सात दिन के लिए आऊंगा और फिर जो पिचकारी तेरे अंदर घुसी है न , बस उसी पिचकारी से सफ़ेद रंग से होली खेलूंगा उससे , ... रोज। "
" मान लीजिये मौका न दे वो तो , फिर कही कमरे में , ... "
मिली बोली पर आपके ननदोई उसकी बार काट कर बोले ,
“नन्दोई सलहज की होली खुले आम होती है , आँगन में ,... और उसी आँगन में पहले तो चोली फाड़कर ,
उस के जान मारु जोबन पे रंग लगाऊंगा ,
फिर प्रेम गली में और सबसे अंत में सफ़ेद रंग की होली ,
और मैं बोलूं , तुम सालियों की तरह वो नखड़ाचोद , छिनार नहीं है , खुल के होली खेलेगी मेरे साथ , “...
मैंने बोला नहीं , पर मन ही मन तय कर लिया ,
आप चोली फाड़ोगे तो आपका पाजामा बचेगा क्या , इसी आँगन में न नंगा किया ,
और पजामे को चिथड़े चीथड़े कर के ,...
आप प्रेमगली में रंग लगाओगे , उसके पहले मैं आपके उस काम दंड पे , ...
मंझली ननद बहुत तारीफ़ करती हैं , मैं भी उस दिन पकड़ के दबा के मसल के देख लूंगी ,
अरे रोज आप के स्साले का घोंटती हूँ , एक दिन स्साले के जिज्जा ही सही , ...
लेकिन गुड्डो से बोली ,
“आगे बोल न।“
गुड्डो हंसने लगी , और बोली ,
" आप के चक्कर में आप की ननद की हालत खराब हो गयी , बेचारी वो , नन्दोई आपके,... बोलते देख ऐसे धक्के मारूंगा , ऐसे हचक हचक के ऐसे पेलूँगा , चोद वो आपकी ननद को रहे थे लेकिन मन में आपके साथ ,
और एकदम कुचल के दबा के , रगड़ रगड़ के ,... "
मैंने मन में सोचा, बेचारी बी ए वाली , सही हुआ उसके साथ , बहुत चूतड़ मटका मटका के चलती थी न ,
लेकिन गुड्डो से पूछा ,
तूने अंत तक देखा ,
नहीं , जीजू ने पोज बदल के उसे दीवाल के सहारे , और उन का चेहरा एकदम खिड़की के सामने , ....
मुझे लगा कहीं मुझे देख न ले , फिर मुझे आये दस पंद्रह मिनट हो गए थे , डर लगा रहा था कही कोई आ न जाए , ...
फिर दुलारी का भी कहीं वो न जग जाये,…
तब तक मैं सीढ़ियों से नीचे आ गयी ,