23-09-2019, 09:05 AM
मिली
सीढी से उतरते हुए गुड्डो ने एक और राज की बात बताई ,
सुबह छह बजे वो अनुज के पास से जब वो लौट रही थी , तो उसने एक कमरे से सिसकने की आवाज सुनी ,
मिली थी, वही बीए फर्स्ट इयर वाली मेरी मौसेरी ननद
" और साथ में कौन ,... "
मैं रोक नहीं पायी अपने को
" और कौन आपके ननदोई "
हँसते हुए वो बोली ,
फिर जोड़ा गुड्डो को साढ़े सात बजे मंजन कर रही थी तभी मिली , ... टाँगे छितरायी हुयी , गालों पर दांत निशान , लग रहा था जैसे,.. "
" चुदवा के आ रही हो , यही कहना चाहती हो न तुम "
हँसते हुए मैं बोली।
"अभी तूने पूरी बात नहीं बताई ," ...
मैंने गुड्डो को रोक लिया , अभी भी हम लोग सीढ़ी से पूरी तरह नीचे नहीं उतरे थे ,
गुड्डो रुक गयी और मुस्कराने लगी , ... उसके चेहरे पर एक शरारत थी ,
" देख , मुझसे मत छुपाना कुछ भी , ... तूने लौट कर देखा भी था न , मिली को नन्दोई जी से ,... "
और हलके से एक हाथ गुड्डो रानी के चूतड़ पर जड़ दिया।
वो बन के चीखी और बोली ,
आप को तो सिक्युरिटी में दरोगा होना चाहिए था और फिर पूरी बात बताई।
गुड्डो मेरे देवर के साथ दो राउंड के बाद दबे पॉंव , एक बार फिर कमरे में आ गयी थी ,
हाँ रास्ते में उसने एक कमरे से मिली की भी आवाज सुनी , और साफ़ था की मिली की भी ली जा रही है।
कमरे में सब लोग गाढ़ी नींद में सो रहे थे तो वो भी अपनी रजाई में दुलारी के बगल में घुस के , ...
लेकिन उसे जोर जोर से चींटिया काट रही थीं ,
मिली की कैसे , किस तरह ,...
उससे रहा नहीं जा रहा था , और पांच मिनट बाद ही उठी और उस कमरे के पास ,
आवाज साफ़ साफ आ रही थी , लेकिन देखने का कोई जुगाड़ नहीं लग रहा था ,
तभी गुड्डो ने देखा एक खिड़की का एक पल्ला थोड़ा सा खुला था ,
बस वो दीवाल से चिपक कर , खिड़की से आँखे गड़ाकर , ,,,
" जानती हैं , सेकेण्ड राउंड की तैयारी थी , और जीजू ने ( बाकी लड़कियों की तरह गुड्डो भी नन्दोई जी की जीजू ही कहती थी ) अपनी मलाई सीधे मिली के चेहरे पर , ... पूरा चेहरा थक्केदार मलाई से पटा पड़ा था। "
मान गयी मैं नन्दोई को , सुबह सुबह साली को फेसियल करा दिया ,
लेकिन मैंने गुड्डो से पूछा ,
" तुझे कैसे मालुम सेकेण्ड राउंड , ... "
" सिम्पल , फर्स्ट राउंड की मलाई तो मिली रानी के चेहरे पर लीपी पोती थी , और जीजू ने अपनी ऊँगली से अच्छी तरह उसके गाल पर उसे फैला दिया था , फिर वो बोले
" चल चूस के खड़ा कर , अभी तेरी एक बार और अच्छे से लेनी है , "
और जबतक मिली सम्हले सम्हले , उसका मुंह खोलके अपना लंड उन्होंने उसके मुंह में पेल दिया ,
वो गों गों कर रही थी , सर हिला रही थी , लेकिन हाथ से वो कस के उसके सर को पकडे थे ,
और जब उसने थोड़ा ज्यादा ना नुकुर की , तो बस दूसरे हाथ से पहले तो गाल पे एक जोरदार चांटा रसीद किया ,
फिर उसके नथुने कस के दबा दिए , बोले ,
अगर साँस लेना है तो घोंट चुपचाप, ज्यादा रंडीपना मत कर , ..
और फिर पूरी ताकत से ठेलते रहे , ... "
गुड्डो ने आँखों देखा हाल बयान किया।
मान गयी मैं अपने नन्दोई को , एकदम सही किया , घोंटाने के समय मेरी ननद स्सालियों से जबरदस्ती के बिना , ...
लेकिन मैंने पूछ लिया ,
" क्या पूरा घोंट पायी वो , ... "
" नहीं पूरा तो नहीं लेकिन आधे से ज्यादा , पर उसी में उसकी हालत खराब हो रही थी , गाल फूले , आँखे बाहर निकली पड़ रही थी , चेहरा एकदम लाल , ... पर जीजू ने बाहर नहीं निकाला , पेले ही रहे
और मिली ने कस कस के चूसना शुरू कर दिया ,...
थोड़ी देर में जैसे कोई बुर चोदे , जीजू उसका मुंह चोद रहे , थोड़ा सा बाहर निकाल कर , फिर पूरी ताकत से अंदर पेल देते , ...
यही नहीं उन्होंने मिली की ही मोबाइल से मिली के मुंह में घुसे अपने लंड की दो चार सेल्फी भी खींच दी , मिली के चेहरे पर लगी मलाई भी उसमें जरूर आयी होगी। "
गुड्डो सुनाते हुए भी गरम हो रही थी।
और मैं सुनते हुए , मेरे मन में नन्दोई जी के लिए तारीफ़ भर गयी , ..
एकदम यही इलाज , उस दर्जा आठ वाली का करना पड़ेगा ,
जो अभी अपने भइया के खूंटे पर बैठी है।
गुड्डो ने फिर आगे की कहानी सुनाई ,
नन्दोई जी ने वहीँ मिली को निहुराया , और उसके चूतड़ पर दो हाथ जोर जोर से लगाए , ...
बिना कहे मिली ने अपनी जाँघे फैला दी ,मिली के जीजू ने एक धक्के में सुपाड़ा अंदर पेल दिया और कस के उसकी छोटी छोटी चूँची दबाते पूछा ,
" बोल स्साली , मजा आ रहा है , ... "
हाँ बहोत जीजू ,... "
मिली बोली ,
एक चांटा चूतड़ पर और पड़ा ,
" किस चीज में मजा आ रहा है "
" चुदवाने में , ... जीजू आप से चुदवाने में , ... " मस्ती से मिली बोली।
शादी ब्याह में यही फायदा होता है , खुल कर भौजाइयों की छेड़खानी , एकदम खुल्लमखुला , गालियों से भरी गारियाँ , लाज शरम सब खुल जाती है ,... और मर्दों से चिपकने का मौका , ...
कितनी कुंवारियों की चिड़िया यहीं उड़नी शुरू करती है ,
और मेरे नन्दोई ऐसा हो तो कच्ची उमर की सालियों को बिना भोगे ,...
गुड्डो बोली और मेरे कान खुल गए ,
सीढी से उतरते हुए गुड्डो ने एक और राज की बात बताई ,
सुबह छह बजे वो अनुज के पास से जब वो लौट रही थी , तो उसने एक कमरे से सिसकने की आवाज सुनी ,
मिली थी, वही बीए फर्स्ट इयर वाली मेरी मौसेरी ननद
" और साथ में कौन ,... "
मैं रोक नहीं पायी अपने को
" और कौन आपके ननदोई "
हँसते हुए वो बोली ,
फिर जोड़ा गुड्डो को साढ़े सात बजे मंजन कर रही थी तभी मिली , ... टाँगे छितरायी हुयी , गालों पर दांत निशान , लग रहा था जैसे,.. "
" चुदवा के आ रही हो , यही कहना चाहती हो न तुम "
हँसते हुए मैं बोली।
"अभी तूने पूरी बात नहीं बताई ," ...
मैंने गुड्डो को रोक लिया , अभी भी हम लोग सीढ़ी से पूरी तरह नीचे नहीं उतरे थे ,
गुड्डो रुक गयी और मुस्कराने लगी , ... उसके चेहरे पर एक शरारत थी ,
" देख , मुझसे मत छुपाना कुछ भी , ... तूने लौट कर देखा भी था न , मिली को नन्दोई जी से ,... "
और हलके से एक हाथ गुड्डो रानी के चूतड़ पर जड़ दिया।
वो बन के चीखी और बोली ,
आप को तो सिक्युरिटी में दरोगा होना चाहिए था और फिर पूरी बात बताई।
गुड्डो मेरे देवर के साथ दो राउंड के बाद दबे पॉंव , एक बार फिर कमरे में आ गयी थी ,
हाँ रास्ते में उसने एक कमरे से मिली की भी आवाज सुनी , और साफ़ था की मिली की भी ली जा रही है।
कमरे में सब लोग गाढ़ी नींद में सो रहे थे तो वो भी अपनी रजाई में दुलारी के बगल में घुस के , ...
लेकिन उसे जोर जोर से चींटिया काट रही थीं ,
मिली की कैसे , किस तरह ,...
उससे रहा नहीं जा रहा था , और पांच मिनट बाद ही उठी और उस कमरे के पास ,
आवाज साफ़ साफ आ रही थी , लेकिन देखने का कोई जुगाड़ नहीं लग रहा था ,
तभी गुड्डो ने देखा एक खिड़की का एक पल्ला थोड़ा सा खुला था ,
बस वो दीवाल से चिपक कर , खिड़की से आँखे गड़ाकर , ,,,
" जानती हैं , सेकेण्ड राउंड की तैयारी थी , और जीजू ने ( बाकी लड़कियों की तरह गुड्डो भी नन्दोई जी की जीजू ही कहती थी ) अपनी मलाई सीधे मिली के चेहरे पर , ... पूरा चेहरा थक्केदार मलाई से पटा पड़ा था। "
मान गयी मैं नन्दोई को , सुबह सुबह साली को फेसियल करा दिया ,
लेकिन मैंने गुड्डो से पूछा ,
" तुझे कैसे मालुम सेकेण्ड राउंड , ... "
" सिम्पल , फर्स्ट राउंड की मलाई तो मिली रानी के चेहरे पर लीपी पोती थी , और जीजू ने अपनी ऊँगली से अच्छी तरह उसके गाल पर उसे फैला दिया था , फिर वो बोले
" चल चूस के खड़ा कर , अभी तेरी एक बार और अच्छे से लेनी है , "
और जबतक मिली सम्हले सम्हले , उसका मुंह खोलके अपना लंड उन्होंने उसके मुंह में पेल दिया ,
वो गों गों कर रही थी , सर हिला रही थी , लेकिन हाथ से वो कस के उसके सर को पकडे थे ,
और जब उसने थोड़ा ज्यादा ना नुकुर की , तो बस दूसरे हाथ से पहले तो गाल पे एक जोरदार चांटा रसीद किया ,
फिर उसके नथुने कस के दबा दिए , बोले ,
अगर साँस लेना है तो घोंट चुपचाप, ज्यादा रंडीपना मत कर , ..
और फिर पूरी ताकत से ठेलते रहे , ... "
गुड्डो ने आँखों देखा हाल बयान किया।
मान गयी मैं अपने नन्दोई को , एकदम सही किया , घोंटाने के समय मेरी ननद स्सालियों से जबरदस्ती के बिना , ...
लेकिन मैंने पूछ लिया ,
" क्या पूरा घोंट पायी वो , ... "
" नहीं पूरा तो नहीं लेकिन आधे से ज्यादा , पर उसी में उसकी हालत खराब हो रही थी , गाल फूले , आँखे बाहर निकली पड़ रही थी , चेहरा एकदम लाल , ... पर जीजू ने बाहर नहीं निकाला , पेले ही रहे
और मिली ने कस कस के चूसना शुरू कर दिया ,...
थोड़ी देर में जैसे कोई बुर चोदे , जीजू उसका मुंह चोद रहे , थोड़ा सा बाहर निकाल कर , फिर पूरी ताकत से अंदर पेल देते , ...
यही नहीं उन्होंने मिली की ही मोबाइल से मिली के मुंह में घुसे अपने लंड की दो चार सेल्फी भी खींच दी , मिली के चेहरे पर लगी मलाई भी उसमें जरूर आयी होगी। "
गुड्डो सुनाते हुए भी गरम हो रही थी।
और मैं सुनते हुए , मेरे मन में नन्दोई जी के लिए तारीफ़ भर गयी , ..
एकदम यही इलाज , उस दर्जा आठ वाली का करना पड़ेगा ,
जो अभी अपने भइया के खूंटे पर बैठी है।
गुड्डो ने फिर आगे की कहानी सुनाई ,
नन्दोई जी ने वहीँ मिली को निहुराया , और उसके चूतड़ पर दो हाथ जोर जोर से लगाए , ...
बिना कहे मिली ने अपनी जाँघे फैला दी ,मिली के जीजू ने एक धक्के में सुपाड़ा अंदर पेल दिया और कस के उसकी छोटी छोटी चूँची दबाते पूछा ,
" बोल स्साली , मजा आ रहा है , ... "
हाँ बहोत जीजू ,... "
मिली बोली ,
एक चांटा चूतड़ पर और पड़ा ,
" किस चीज में मजा आ रहा है "
" चुदवाने में , ... जीजू आप से चुदवाने में , ... " मस्ती से मिली बोली।
शादी ब्याह में यही फायदा होता है , खुल कर भौजाइयों की छेड़खानी , एकदम खुल्लमखुला , गालियों से भरी गारियाँ , लाज शरम सब खुल जाती है ,... और मर्दों से चिपकने का मौका , ...
कितनी कुंवारियों की चिड़िया यहीं उड़नी शुरू करती है ,
और मेरे नन्दोई ऐसा हो तो कच्ची उमर की सालियों को बिना भोगे ,...
गुड्डो बोली और मेरे कान खुल गए ,