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Adultery Isi Ka Naam Zindagi
#22
Update 15

राधिका फिर धीरे से टोमॅटो सॉस की बॉटल खोलती हैं और सबसे पहले उसे राहुल के लिप्स पर गिराना शुरू करती हैं. राहुल को अब समझ में आ जाता हैं कि अब राधिका उसके साथ क्या करने वाली हैं.

राधिका थोड़ा सा सॉस राहुल के होंठ पर गिराने के बाद अपने लबो को राहुल के लबो पर रख देती हैं. फिर बहुत धीरे धीरे उसे अपने जीभ से चाटना शुरू करती हैं. उसके बाद वो उसे अच्छे से चाट कर पूरा अपने मूह में ले लेती हैं. और इस बार वो अपने जीभ पर थोड़ा सा सॉस गिरा देती हैं और राहुल को अपनी जीभ निकालने का इशारा करती है. राहुल भी अपनी जीभ पूरी निकाल देता हैं.

राधिका फिर धीरे से अपना जीभ राहुल के जीभ से सटाती हैं और फिर धीरे धीरे वो टोमॅटो सॉस को उसके मूह में ट्रान्स्फर करती हैं. इस बार राहुल कुछ देर तक उसे अपने मूह में रखता हैं फिर वो भी अपने गले के नीचे उतार देता हैं.

राधिका- कैसा लगा टोमॅटो सॉस का टेस्ट.


राहुल- विश्वास नही होता राधिका कि तुम .........................

राधिका- अभी तुमने राधिका को अच्छे से जाना ही कहाँ हैं. आज मैं तुम्हें दिखाउंगी कि राधिका हैं क्या चीज़.........

फिर राधिका टोमॅटो सॉस को राहुल की गर्दन से गिराते हुए उसके सीना और निपल्स पर गिराती हैं. फिर वो बहुत धीरे धीरे अपने जीभ फिराती हुई उसके गर्दन से होते हुए उसके निपल्स को अच्छे से चाट ती हैं और राहुल की हालत खराब होने लगती हैं.

राहुल- बस करो ना जान . आज मुझे मार डालगी क्या. बस अब सहन नहीं होता......आ.ह..

राधिका- क्या सहन नही होता. बोलो ना...

राहुल भी अब समझ जाता हैं कि राधिका ने उसकी चाल उसी पर चल दी हैं. जो सवाल राहुल अक्सर राधिका से पूछता था आज राधिका वो सवाल उससे पूछ रही है.

राहुल- सच में तुम जितनी खूबसूरत हो उतना ही तुम्हारा दिमाग़ भी तेज़ हैं. मेरी बिल्ली और मेरे से ही मियाऊ........

राधिका- तुमने बताया नही राहुल कि तुम्हें क्या सहन नहीं होता.

राहुल- मुस्कुराते हुए. यार तुमने ऐसे हालत पैदा कर दिए हैं कि अब मेरी भी बोलती बंद हो गयी हैं. सच में अब मुझे भी शरम महसूस हो रही हैं.

राधिका फिर वही सॉस को उसके लंड पर गिराने लगती हैं उर फिर अपनी उंगली से उसका टोपा खोलकर कुछ सॉस वहाँ पर भी गिरा देती हैं. फिर वो अपनी जीभ से धीरे धीरे चाटना शर कर देती हैं. राहुल के ना चाहते हुए भी एक तेज़्ज़ सिसकारी उसके मूह से निकल जाती हैं. .

उसके बाद वो थोड़ा सा सॉस उसके बॉल्स पर भी गिरा देती हैं और एक एक करके उसके दोनो बॉल्स को अपने मूह में लेकर उसे चूसना चालू कर देती हैं. राहुल एक दम बेचैन हो जाता हैं.

राहुल- हां राधिका, ऐसे ही चाटो ना.....बहुत मज़ा आ रहा हैं........आ.......ह..........हह

राधिका- ज़रा खुल कर बोलो ना क्या चाटु.

राहुल- मुस्कुराते हुए..... मेरा लंड.

राधिका- ऐसे नही पूरा खुल कर बोलो. सॉफ सॉफ शब्दों में.........................

राहुल- कसम से मैने आज तक तुम जैसी लड़की नही देखी. अगर तुम किसी की भी बॅंड बजाने की सोच लो तो वो चाहे लाख कोशिश भी क्यों ना कर ले तुम उसका पूरा वॉट लगा ही दोगि.

राधिका- जान बातों में मुझे मत फँसाओ. जितना पूछ रही हूँ उतना बोलो.

राहुल- मेरे लंड को अपने मूह में लेकर उसे प्यार से चूसो.........ना........

राधिका- ये हुई ना बात..........

राधिका अच्छे से राहुल के लंड को पूरा चुस्ती हैं और उसपे लगा सॉस को पूरा चाट ती हैं फिर वो अपने होंठ राहुल के मूह में दे देती हैं. राहुल बुरा सा मूह बनाता हैं मगर कुछ बोल नही पाता.

राधिका कुछ देर तक राहुल के होंठ चुस्ती हैं फिर से वो उसका लंड धीरे धीरे चूसना शुरू कर देती हैं. राहुल की सिसकारी फिर से तेज़ हो जाती हैं.

कुछ देर ऐसे ही चुसाइ के बाद राहुल का शरीर अकड़ने लगता हैं और उसका कम भी निकल जाता हैं लेकिन आज राधिका राहुल के पूरे माल को अपने मूह में ले लेती हैं और धीरे धीरे उसका पूरा कम अपने गले के नीचे उतार देती हैं.

राहुल- कसम से जान वाकई में तुम पूरी नशा हो.

अब राहुल उठकर राधिका को अपने करीब खींच लेता हैं और अपने होंठ फिर से उसके होठ पर रख देता हैं.

राहुल- सच कहाँ तुमने राधिका. मुझे वाकई में ये टोमॅटो सॉस बहुत पसंद आया. अब मैं इसे और खाना चाहता हूँ.

इतना कहकर राहुल टोमॅटो सॉस उठा लेता हैं और फिर राधिका की गर्दन पर गिरा देता हैं. और फिर वो भी धीरे धीरे राधिका की गर्दन को चाटना शुरू कर देता हैं. राधिका की धड़कनें एक दम तेज़ हो जाती हैं. फिर वो नीचे बढ़ते हुए अपने दोनो हाथों से उसके बूब्स को कस कर मसल देता हैं और उसके गुलाबी निपल्स को अपनी उंगलियों से मसलना शुरू कर देता हैं.

राधिका की भी सिसकारी बहुत तेज़ हो जाती हैं. फिर वो राधिका को बिस्तर पर लेटा देता हैं और सॉस की बॉटल को उसके बूब्स पर गिराना शुरू कर देता हैं और धीरे धीरे गिराते हुए उसके पेट से होते हुए उसकी चूत तक पूरा गिरा देता हैं. राधिका के जिस्म पर सॉस एक लाल डोरी जैसी लकीर सॉफ नज़र आती हैं.

राहुल झट से उसके उपर आता हैं और और पहले उसके निपल्स को अपने मूह में लेकर फिर सॉस को चाटना शुरू कर देता हैं. जैसे जैसे वो अपना जीभ फिराने लगता हैं राधिका की बेचैनी बढ़ने लगती हैं.

राधिका- हां राहुल ..........प्लीज़ ऐसे ही मेरे निपल्स को पूरा चूसो और और तब तक चूसो जब तक तुम्हारा मन ना भरे......

राहुल- जान तुम्हारे ये दूध इतने मस्त हैं कि मेरा मन इससे कभी ना भरेगा.

फिर राहुल भी अपने दाँत पर प्रेशर बढ़ाता हैं और राधिका के निपल्स को ज़ोर से अपने दाँतों से कुरेदने लगता है.

राधिका- हां............ऐसे ही...........काटो .........ना...........राहुल.......आ..........हह.आ....आआआआआअहह

फिर वो धीरे धीरे सरकते हुए नीचे की ओर आता हैं और उसके पेट को चाटना सुरू करता हैं. राधिका पर तो मानो कोई नशा सा छा गया था. वो अपनी आँखें बंद कर लेती हैं .

राहुल भी धीरे धीरे नीचे आता हैं और अबकी बार वो अपना होंठ राधिका की चूत पर रख देता हैं. राधिका के सब्र का बाँध टूट जाता हैं और उसके मूह से एक तेज़ सिसकारी निकल पड़ती हैं....

राधिका भी अपनी चूत को उसके सामने पूरा फैला देती हैं और राहुल भी धीरे धीरे उसको चूसना शुरू करता हैं.

राधिका- आज मैं तुम्हें जन्नत दिखाना चाहती हूँ.

राहुल- आश्चर्य से ...........वो कैसे..

राधिका अपने दोनो हाथ ले जाकर अपनी चूत पर रखती हैं और राहुल के सामने उसे धीरे धीरे फैलाने लगती हैं. राहुल को भी उसकी चूत के अंदर गुलाबी रंग सॉफ नज़र आता हैं.

राधिका- राहुल ज़रा मेरी चूत के अंदर भी तो सॉस डालकर उसे चाटो नाअ.....

राहुल भी मुस्कुरा देता हैं और फिर वो टोमॅटो सॉस की बॉटल में से सॉस को राधिका की चूत के अंदर गिराना शुरू कर देता हैं. कुछ देर में वो अपनी एक उंगली से उसके चूत में डालता हैं और फिर अच्छे से सॉस को मिलाना शुरू कर देता हैं. फिर वो झुक कर अपने होंठ उसकी चूत पर रख देता हैं और अपनी जीभ को राधिका की चूत में पूरा डालकर आगे पीछे फिराने लगता हैं और सॉस को भी चाटने लगता हैं.

राधिका भी अब अपना पूरा कंट्रोल खो बैठती हैं और फिर वो भी फारिग हो जाती है. और एक दम से बिस्तर पर पसर जाती हैं. अभी भी उसकी साँसें बहुत तेज़ चल रही थी.

कुछ देर में राहुल फिर उठता है और टोमॅटो सॉस को अपने लंड पर गिराता हैं और फिर वो झट से राधिका की चूत में घुसाना शुरू करता हैं. राधिका के भी मूह से एक तेज़ सिसकारी निकल जाती हैं. और धीरे धीरे वो अपना पूरा लंड राधिका की चूत में डाल देता हैं.

राधिका को शुरू में थोड़ी तकलीफ़ होती हैं मगर कुछ देर में उसको भी मज़ा आना शुरू हो जाता हैं.

राधिका झट से राहुल को पीछे धकेल्ति हैं और वो उठकर बैठ जाती हैं.

राहुल- अब क्या हुआ जान.

राधिका- आज तुम नीचे सोओगे और मैं तुम्हारे उपर चढ़ूंगी.

फिर राधिका उसको अपने नीचे सुला कर झट से उसके उपर चढ़ जाती है और फिर धीरे धीरे अपनी गान्ड आगे पीछे करना शुरू कर देती हैं. कुछ देर तक वो इसी पोज़िशन में राहुल का पूरा लंड अपनी चूत में लेती हैं फिर लगभग 15 मिनिट की ज़बरदस्त चुदाई के बाद राहुल अपना कम राधिका की चूत में ही निकाल देता है. और राधिका भी फिर से फारिग हो जाती हैं.

आज राधिका पहली बार इतने अच्छे से फारिग हुई थी. और वो धम्म से राहुल के उपर पसर जाती हैं और दोनो की साँसें बहुत ज़ोर ज़ोर से चल रही थी. घर की खामोशी में भी उनकी धड़कनों की आवाज़ सॉफ सुनाई दे रही थी..............................

राधिका उठ कर बाथरूम में जाती हैं और कुछ देर में अपने कपड़े पहेन कर वापस आती हैं.राहुल भी अब अपने कपड़े पहन चुका था.

राहुल आब राधिका के पीछे जा कर राधिका से एकदम सटा कर खड़ा हो जाता है. और अपने दोनो हाथ धीरे से बढ़ाते हुए उसके बूब्स को अपने दोनो हाथों में कस कर पकड़ लेता हैं और अपने होंठ राधिका के गर्दन पर रख देता हैं.

राधिका- ये क्या कर रहे हो राहुल. अभी भी तुम्हारा मन नही भरा क्या???

राहुल-सच में जान तुम किसी नशे की तरह हो. जितना किया जाए उतना ही चढ़ता हैं. पता नहीं क्यों तुमसे मेरा जी ही नही भरता. जी करता हैं सुबह शाम बस तुम्हें ऐसे ही प्यार करू.

राधिका- ओ...मिस्टर. आशिक़ . मुझे अब घर भी जाना हैं. अभी इस वक़्त, मैं आपकी बीवी नहीं हूँ. जब आपकी बीवी बन जाउन्गि तो आप अपना पूरा हक़ जताना.

राहुल- अच्छा तो बस एक प्यारा सा लिप किस दे दो. फिर मैं तुम्हें घर छोड़ दूँगा.

राधिका- देख रहीं हूँ राहुल तुम्हारी शैतानी बढ़ती ही जा रही हैं. अब मुझे देर हो रही हैं.

राहुल अपने होंठ धीरे से सरकाते हुए राधिका के कान के नीचे अपनी जीभ फिरा देता हैं और राधिका फिर से मचल जाती हैं.

राधिका- बस राहुल........ मत करो ना...मैं फिर से बहक जाउन्गि....

राहुल- तो बहक जाओ ना..............

राधिका राहुल को अपने से दूर करते हुए- बस करो ना राहुल अगर मैं फिर से गरम हो गयी तो इस बार तुम्हारी खैर नहीं..........

राहुल तुरंत दूर हटते हुए- अरे क्यों डरा रही हो जान. सच में मैने आज तक तुम्हारा ऐसा रूप कभी नहीं देखा था.

राधिका- चलो कम से कम मेरे से कोई पोलिसेवला तो डरता हैं......इतना कहकर राधिका भी मुस्कुरा देती हैं.

राहुल- मत जाओ ना जान. मुझे तुम्हारे बिना एक पल भी अच्छा नहीं लगता.

राधिका- नही राहुल मुझे जाना होगा. मैं तुम्हारे पास हर वक़्त तो नही रह सकती ना. लेकिन तुम तो मेरी साँसों में , मेरी हर धड़कन में बसे हो. क्या तुमसे दूर रहकर मुझे एक पल भी चैन आता हैं .मैं भी हर एक पल तुम्हारे लिए बेचैन रहती हूँ.

राहुल- अपनी आँखें बंद करो ना जान. मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहता हूँ.

राधिका भी धीरे से अपनी आँखें बंद कर लेती हैं.

राहुल उठकर वही ड्रॉयर में से एक पायल की जोड़ी निकालता हैं और फिर जाकर सीडी प्लेयर ऑन कर देता हैं. सीडी प्लेयर में फिर वही गीत बजने लगता हैं..........

चाँद सी महबूबा हो मेरी कब मैने ऐसा सोचा था.............

हां तुम बिल्कुल वैसे हो जैसे मैने सोचा था...........

फिर वो राधिका के एक दम करीब जाता हैं और बड़े प्यार से उसे अपनी बाहों में ले लेता हैं.

राहुल- आँखें खोलो ना जान.

राधिका धीरे से अपनी आँखें खोलती हैं.

राधिका- बोलो ना राहुल क्या दिखाने वाले हो...........

राहुल धीरे से अपना एक उंगली राधिका के लिप्स पर रख देता हैं और चुप रहने का इशारा करता हैं.

राहुल- कुछ मत कहो ना जान..........बस ये गीत सुनो .................. इसमें मैं तुम्हें हर पल पल महसूस किया हैं. राधिका भी उस गाने मे खोने लगती हैं और राहुल भी उसकी आँखों में बड़े प्यार से देखने लगता हैं.

राहुल- जानती हो जान ये गीत सिर्फ़ मेरा फ़ेवरेट गाना ही नही हैं बल्कि इस गाने से मेरी सारी यादें तुमसे जुड़ी हुई हैं. मैने बस हर लम्हे में तुमको पाया हैं , तुमको पूजा हैं. अब तो लगता हैं कि तुम मेरी ज़िंदगी से बढ़कर हो.......अब तो मेरी मौत.......राहुल इससे पहले कुछ कहता राधिका अपना हाथ उसके मूह पर रख देती हैं.

राधिका- आगे कुछ मत कहना राहुल. अगर तुमपर ज़रा भी आँच आए तो उसके पहले राधिका तुम्हारे कदमों में बिछ जाएगी मगर तुम पर कोई आँच नही आने देगी.

राहुल- मेरी किस्मत हैं राधिका कि तुम मेरी ज़िंदगी में हो. सच कहता हूँ कि मैने पछले जनम में कोई अच्छा कर्म ज़रूर किया होगा. इस लिए मुझे इसका फल के रूप में तुम मिली हो.

फिर राहुल धीरे से अपना हाथ बढ़ाकर पायल को राधिका के हाथ में दे देता हैं.

राधिका- ये क्या हैं राहुल. मुझे ये सब नहीं चाहिए. मुझे बस तुमसे प्यार हैं ना कि इन सब चीज़ों से...........

राहुल- मैं जानता हूँ कि मेरी हर चीज़ पर तुम्हारा पूरा हक़ हैं और जो मेरा हैं वो तुम्हारा भी तो हैं. ये तो मैं अपने होने वाली दुल्हन को प्यार के सौगात के रूप में दे रहा हूँ. रख लो ना इसे मुझे अच्छा लगेगा.

राधिका भी बड़े प्यार से राहुल के लब चूम लेती हैं और उसे अपने सीने से लगा लेती हैं. और फिर ना जाने कितने देर तक वो दोनो ऐसे ही एक दूसरे की बाहों में खोए रहते हैं.

थोड़े देर बाद -

राधिका-अब जाने दो ना राहुल मुझे अब देर हो रही हैं. घर पर भैया आए होंगे तो मुझसे कई तरह के सवाल करेंगे. और तुम जानते हो कि मुझसे झूट बोला नही जाता.

राहुल- काश राधिका ये वक़्त यहीं पर थम जाए. इस हसीन पल में मैं अपना सब कुछ भूलकर बस तुम में खोना चाहता हूँ.

राधिका- वक़्त तो राहुल ठहर नहीं सकता मगर मैं तुम्हारे साथ बीते हर पल को, हर एक लम्हे को तुम्हारी यादों को अपने सीने में प्यार से सँजोकर रखा है.

राहुल- आइ लव यू जान................ इतना कहकर राहुल बड़े प्यार से राधिका के लब को चूम लेता हैं और जवाब में राधिका भी उसके लबो को प्यार से चूम लेती हैं.

राधिका- लव यू टू.................राहुल.

राहुल-चलो अब मैं तुम्हें घर तक छोड़ देता हूँ और वही से अपने थाने भी चले जाऊँगा.
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Messages In This Thread
Isi Ka Naam Zindagi - by thepirate18 - 19-09-2019, 08:59 PM
RE: वक़्त के हाथों मजबूर - by thepirate18 - 20-09-2019, 10:23 AM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by thepirate18 - 17-02-2020, 09:45 AM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by Abr Roy - 26-07-2021, 04:42 PM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by koolme98 - 21-09-2022, 06:28 PM



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