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Adultery Isi Ka Naam Zindagi
#7
Update 2


जग्गा- अबे कौन बोल रहा है बे. किस साले की मौत आई है जो जग्गा से पंगा ले रहा है.

उधर से आवाज़ आती है - तो आप ही जग्गा है. अरे भाई क्यों आप उन दोनो लड़कियों को बेवज़ह परेशन कर रहे हैं.आपकी भलाई इसी में है कि आप चुप चाप वहाँ से चले जाइए वरना अंजाम बुरा होगा.इतना सुनते ही जग्गा के सर पर खून सवार हो जाता है और वो ज़ोर से चिल्ला कर बोलता है

जग्गा- अगर सच्चा मर्द है तो फोन पर क्या बात कर रहा है .दम है तो सामने आ कर जग्गा का सामना कर. तुझे यही पर ज़िंदा ज़मीन में दफ़न कर दूँगा.उधर से आवाज़ आती है- देखिए भाई साहब ज़रा तमीज़ से बात कीजिए मैं आपसे आराम से बात कर रहा हूँ इसका मतलब आप कुछ भी बोल देंगे. आप की भलाई..................

बात पूरी होने से पहले जग्गा बोल पड़ता है- अगर
अपनी माँ का दूध पिया है तो आ जा सामने तुझे
अभी पता लग जाएगा की जग्गा क्या चीज़ है.
उधेर से फिर - आप वही पर रुकिये हम अभी आते हैं. ज़रा बताइए इस वक़्त आप कहाँ पर हैं. हम अभी पहुँचते हैं.
जग्गा- चल आ जा मैं इस वक़्त आइआईएमटी कॉलेज के मेन गेट पर हूँ देखता हूँ तू मेरा क्या बिगाड़ लेता है. इतना कहकर जग्गा फोन काट देता है और ज़ोर से हंसता है.

जग्गा- लगता है हिजरों की फ़ौज़ आ रही है मुझको
मारने के लिए. जग्गा घूर कर राधिका को देखता है और धीरे से कहता है- वैसे एक बात बोलू मेरी रानी अगर तू मेरे साथ चले तो मैं तुझे माफ़ कर सकता हूँ. अगर तू मेरे नीचे एक बार आ जा फिर तू देख माँ कसम तेरी दिल नही करेगा मुझे छोड़ कर जाने को. जानती हैं मेरा केला बहुत बड़ा और मोटा है. पूरे 9' इंच का है. तुझे बहुत मज़ा दूँगा.

इतना सुनते ही राधिका का पारा एकदम हाइ हो जाता है

राधिका- अब तक मैं तेरी हर बात को मज़ाक में टाल रही थी अब तुझे बताती हूँ कि मैं क्या चीज़ हूँ. इतना कहकर राधिका ज़ोर से चिल्ला
कर भीड़ इकट्ठा करती है
राधिका- भाइयों और बहनों ज़रा प्लीज़ मेरी
बात सुनिए . वहाँ खड़ी भीड़ राधिका की आवाज़
सुनकर सब लोग इकट्ठा होने लगते हैं.
राधिका- ये भाई साहब आप लोगों से कुछ कहना
चाहते हैं. इतना सुनते ही जग्गा के चेहरे का रंग
उड़ जाता है और वो एक दम से घबरा जाता है.
जग्गा- धीरे से ये क्या तमाशा कर रही है तू. चल इन लोगों को यहाँ से दूर भगा.
राधिका- देखिए भाई लोगों ये जग्गा आप सब से
अपनी कुछ पर्सनल बात बताना चाहते हैं. ज़रा
आप सब इन्ही से पूछ लीजिए.
जग्गा को तो जैसे साप सूंघ जाता है और वह चाह
कर भी एक शब्द नही बोल पाता है.
तभी भीड़ में से एक आवाज़ आती है - अरे भाई
क्या पर्सनल बात बताने वाले हो ज़रा हम भी तो सुने. जग्गा- वो..........मैं...... कुछ............नही..........कोई .....बात..........नही...... बस.........आप..........सब .....चले ...जाइए....
राधिका- क्या जग्गा जी ज़रा इनको भी तो बताइए आप तो मुझे जबर्जस्ति बात बता रहे थे. आप बताएँगे कि मैं बोल दूं..............
जग्गा- देखिए........... वो....... कोई .........बात......ना...ना....नही.................. इतने में फिर एक आवाज़ आती है- अरे भाई ऐसी कौन सी पर्सनल बात है जो तू इनको कह सकता है और हूमें नही . बता ना.
राधिका- ये भाई साहब अपने केले के बारे में
बात कर रहे थे. राधिका जग्गा की ओर देखते हुए बोलती हैं ज़रा इन्हे भी तो बताइए ना.
इतने में फिर आवाज़ आती है- अबे कौन से केले की बात कर रहा है खाने वाला या वो वाला.
जग्गा को तो जैसे कुछ समझ ही नही आता कि वो क्या
बोले. और वो चुप हो कर भीड़ के बीच में
चुप चाप खड़ा रहता है.फिर एक आवाज़ आती है- अबे क्या साइज़ है तेरे केले का ज़रा हमे भी तो बता. इन लड़कियों को तो बताने में शरम
नही आ रहा था और अब साला शरमाता है .
जग्गा- वो बात .... है ना.... मुझे ....कुछ ..........ग़लतफहमी .......... हो गयी.............थी. भीड़ में से फिर दूसरी तरफ़ से- आबे बता ना कितना इंच का है तेरा केला. जग्गा को अब मज़बूरन बोलना ही पड़ता हैं- और वो बस इतना ही बोल पता है 9' का.
जग्गा का दशा देखकर उसके दोनो दोस्त रामू और श्याम धीरे से खिसक लेते हैं.
राधिका- अरे जग्गा जी ज़रा खुल कर इन लोगों को भी बताइए ना अपने केले के बारे में.
इतने देर में कुछ लड़कियाँ भी भीड़ में से
निकल कर जग्गा की ओर बढ़ती हैं.

और जग्गा बिल्कुल घबरा जाता हैं.
राधिका- देखिए इनमे से कोई भी आदमी इनके उपर
हाथ नही उठयगा. आज इनका बारात यही मौजूद
सारी लड़कियाँ ही निकालेंगी.
उसके बाद तो भीड़ में से कई और लड़की अपना
जुत्ति , सॅंडल , और कुछ लड़के अपना बेल्ट निकाल कर
लड़कियों को थमा देते है और उसके बाद जग्गा की वो पिटाई होती है कि उसका मूह सूज जाता है .
तभी पोलीस के सायरन की आवाज़ आती है और कुछ
पोलीस वाले जीप से उतर कर आते हैं. पोलीस को
आता देख कर वहाँ मौजूद भीड़ एक साइड में हो जाती हैं.

एक पोलीस वाला- हां तो किसने मेरे पास अभी
फोन किया था. इनमें से राधिका और निशा कौन हैं. और वो हरामी जग्गा कौन है .

राधिका- मैने ही आपको फोन किया था सर. और
जग्गा की ओर इशारा करते हुए. ये ही है जो आपको
धमकी दे रहा था. कह रहा था मैं ही इस एरिया का दादा हूँ . और सर आपको बहुत गंदी गंदी गाली भी दे रहा था.
इतने देर में उस पोलीस वाले की नज़र इनस्पेक्टर
राहुल पर पड़ जाती है और वो राहुल को आने का
इशारा करता हैं.राहुल उनके नज़दीक आता हैं.
पोलीस वाला- सर इस वक़्त मैं एक बहुत ज़रूरी
मीटिंग में था. मगर आपका कॉल आया इसकी वजह से मुझे आना पड़ा.
राहुल- चलिए ख़ान जी आपने मेरी बात रख ली और
समय पर आप आ गये. ये ही है जग्गा इसे ले जाओ और इसकी इतने आच्छे से खातिरदारी करो कि इसकी दादागिरी सब जैल के सलाखों के पीछे गुम हो जाए.

ख़ान- सर आप चिंता मत कीजिए ऐसे दो टके के
टपोरी को मैं सीधा करना बहुत अच्छे से जानता हूँ.
राधिका- इसका मतलब आप मेरे कहने पर यहाँ
नही आए. राधिका ख़ान से पूछती है.
मेडम ऐसी कोई बात नही है आप का कॉल भी हमारे लिए इंपॉर्टेंट है मगर हमे सर के कहने की वजह से इस वक़्त आना पड़ा.
ख़ान- सर इस सिचुयेशन को तो आप ईज़िली हॅंडल कर सकते थे फिर आपने हमे क्यों बुलाया.
राहुल- यार ऐसे छोटे मोटे गुंडे से उलझकर मैं अपनी रेप्युटेशन खराब नही करना चाहता था इसलिए.
अब चौकने की बारी राधिका की थी-
राधिका- इसका मतलब मैं इस गुंडे से इतनी देर तक उलझती रही उसका कोई वॅल्यू नही है क्या..
राहुल- अरे मेडम आप तो वाकई में बहुत
स्ट्रॉंग लड़की हो. आपकी हिम्मत की तो दाद देनी चाहिए. थोड़ी देर बाद पोलीस की गाड़ी जग्गा को पकड़ कर ले जाती है और फिर माहौल पहले जैसे हो जाता है.
राधिका- अक्चा थॅंक यू इनस्पेक्टर साहब. आपने
जो हमारी मदद की . चलो निशा अब हम कॅंटीन
चलते हैं.
निशा- यार कैसी लड़की हो तुम ये साहब ने हमारी
इतनी मदद की और तुम बस थॅंक यू बोल कर जा रही
हो. यार चल कर कुछ चाइ नाश्ता इनके साथ कर लेते हैं.
राधिका- अरे निशा तू नही जानती इन पोलीस वालो को
सब एक जैसे ही होते हैं.
राहुल- सब नही मेडम कुछ लोग है हमारे
डिपार्टमेंट में. इस समाज में हर टाइप के इंसान होते हैं कुछ अच्छे कुछ बुरे. अगर एक बुरे इंसान से हमे परेशानी होती है तो पूरे समाज को तो बुरा नही कह सकते ना.
निशा- अरे छोड़ ना यार तू भी बस हर बात लेकर
बैठ जाती है चलिए सर आप हमारे साथ चलकर
चाइ कोफ़ी पी लीजिए.
राहुल- ठीक है . इतना कहकर राहुल उन दोनो के
साथ कॅंटीन में चला जाता हैं.
राहुल- कूल डाउन मेडम. आपकी सहेली सही कह
रही है आप भी छोटी छोटी बात को लेकर चलती हैं.तभी राहुल कुछ स्नॅक्स और चाइ का ऑर्डर देता है.
राहुल- अरे आप दोनो ने तो आपना नाम भी नही बताया.
निशा- मेरा नाम निशा अग्रवाल हैं. मैं इसी
कॉलेज के सेकेंड एअर की स्टूडेंट हूँ और बी.कॉम
कर रही हूँ. और ये है मेरी बेस्ट फ्रेंड राधिका शर्मा . ये भी मेरी क्लास मेट है.
राहुल- वैसे राधिका जी आपको गुस्सा बहुत आता है.आप तो सचमुच आटम बॉम्ब हैं. इतना कहकर
राहुल हँसने लगता हैं. बाइ दा वे आइ एम इनस्पेक्टर
राहुल मल्होत्रा. मुझे पोलीस में जाय्न हुए लगभग एक साल हो गया हैं.
राधिका- गुस्से से आपको किसने बताया कि मैं
आटम बॉम्ब हूँ. ज़रा बताइए मुझे अभी साले का
सिर फोड़ दूँगी.
राहुल- हँसते हुए अरे वो जग्गा के साथ दो आदमी थे ना वही कह रहे थे. मैने खुद सुना.
निशा- सर आप वहाँ पर खड़े थे तो आप ने हमे बचाया क्यों नही उस जग्गा से.
राहुल- दर-असल मैं ये देखना चाहता था कि वो
लोग तुम्हारी सहेली को आटम बॉम्ब क्यों बोल रहे
थे. मुझे लगा कि ये अगर सच में आटम बॉम्ब
है तो ज़रूर कुछ धमाका करेगी. लेकिन सच कहूँ आपकी सहेली आटम बॉम्ब से भी बढ़कर है.
राधिका- तो अब आप भी मुझे वही नाम से पुकारने लगे.
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Messages In This Thread
Isi Ka Naam Zindagi - by thepirate18 - 19-09-2019, 08:59 PM
RE: वक़्त के हाथों मजबूर - by thepirate18 - 19-09-2019, 09:11 PM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by thepirate18 - 17-02-2020, 09:45 AM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by Abr Roy - 26-07-2021, 04:42 PM
RE: Isi Ka Naam Zindagi - by koolme98 - 21-09-2022, 06:28 PM



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