14-09-2019, 11:03 AM
हालांकि सीमा और संगीता को इतना होश तो था कि उन दोनों के कपड़े उतरते जा रहे हैं लेकिन वह प्रतिस्पर्धा की इस दौड़ में इस बात से अन्जान थीं कि उनके सामने दो जवान मर्द भी हैं। इसलिए उनका ध्यान इस बात पर नहीं जा रहा था कि वो दो भूखे शेरों के सामने अपने आप को शिकार के रूप में प्रस्तुत करने के मार्ग पर चल पड़ी हैं। पहले तो आनाकानी हुई लेकिन अगले कुछ समय में हमारे समझाने के बाद दोनों रूप की परियां हमारे सामने मात्र चड्डी और ब्रा में थी। दोनों के अर्धनग्न गोरे गुलाबी शरीर को देखकर क्या दृश्य बन रहा था, यह मैं बखान नहीं कर सकता किंतु आप कल्पना जरूर कर सकते हैं यह कितना उत्तेजक दृश्य रहा होगा।
मैंने संगीता के कोमल कूल्हों को चड्डी के ऊपर से मापा और उसका आकार बताया 35″ और नीला ने सीमा के कूल्हों का आकार बताया 34″
यानी कि इस बार भी सीमा हार गई थी और संगीता 2-0 से आगे हो गई थी। इससे पहले कि सीमा के हालात बिगड़ते,
मैंने तीसरा प्वाइंट दोनों पर दाग दिया और कहा- निश्चित रूप से तीसरे खेल में सीमा ही जीतेगी क्योंकि साफ देखा जा सकता है कि सीमा की कमर संगीता से ज्यादा पतली है और सेक्सी महिला वही होती है जिसकी कमर पतली हो।
मैंने संगीता की शानदार कमर में फीता लगाया और उसकी कमर का आकार बताया 27।
इधर अजय ने सीमा की मुलायम कमर को स्पर्श करते हुए फीते से मापन लेकर उसका आकार बताया 26। अतः अब सीमा को भी एक अंक मिल गया था किंतु सीमा अभी भी हार रही थी। इसलिए सीमा का खेल को जारी रखना जरूरी था।
अजय- तीन में से दो अंक संगीता को मिले हैं, इसका मतलब संगीता विजयी हुई है जिसका सीधा सा मतलब है कि मेरी बीवी ज्यादा सेक्सी है।
श्लोक- ऐसा कैसे, अभी खेल पूरा खत्म नहीं हुआ है और जब तक खेल पूरा खत्म नहीं होता तब तक हारने वाला हारा नहीं माना जाता और जीतने वाला विजेता नहीं माना जाता।
अजय- अब क्या बाकी है?
श्लोक- हम भी हमारी बीवियों के एक अंग हैं। हमारी बीवी हमसे मिलकर ही तो हमारी बीवी बनती हैं, तो यह प्रतिस्पर्धा हमारे बीच जारी रहेगी। हमें भी देखना होगा कि तुझमे और मुझमे कौन ज्यादा बेहतर है।
जब मैंने ये बात कही तो सीमा के चेहरे पर एक आस सी बंध गई क्योंकि वो किसी भी हाल में संगीता से हारना नहीं चाह रही थी। मगर हमारा मकसद तो कुछ और ही था। बीवियों के कपड़े तो उतारे ही जा चुके थे। अब पतियों के कपड़े उतरवा कर हमें चारों के बीच में उत्तेजना की चिंगारी को भड़काना था। जब सामने औरत ब्रा और पैंटी में हो तो मर्द के लिंग में तनाव आ जाना बहुत ही स्वाभाविक है। इसी मौके का फायदा मैं और अजय उठाना चाह रहे थे कि जैसे हमें उन दोनों के स्तन और गांड को देख कर जो उत्तेजना हो रही थी वैसे ही वो दोनों भी हमारे नंगे जिस्मों को देख कर उत्तेजित होकर खुद ही इस अदला बदली के खेल को अंजाम तक पहुंचा दें।
(हालांकि हमें पता था कि अजय का लिंग मेरे लिंग से बड़ा था किंतु हमें तो हमारे खेल को आगे बढ़ाना था और बीवियों की अदला-बदली करनी थी)
श्लोक- जब हमने हमारी बीवियों को अर्धनग्न करके खड़ा ही कर दिया है तो क्यों न खेल पूरा खेला जाए और देखा जाए कि किसका लन्ड बड़ा है! तेरा या मेरा?
अजय- वाह, क्या बात है, मैं इसके लिए तैयार हूं।
मैंने संगीता के कोमल कूल्हों को चड्डी के ऊपर से मापा और उसका आकार बताया 35″ और नीला ने सीमा के कूल्हों का आकार बताया 34″
यानी कि इस बार भी सीमा हार गई थी और संगीता 2-0 से आगे हो गई थी। इससे पहले कि सीमा के हालात बिगड़ते,
मैंने तीसरा प्वाइंट दोनों पर दाग दिया और कहा- निश्चित रूप से तीसरे खेल में सीमा ही जीतेगी क्योंकि साफ देखा जा सकता है कि सीमा की कमर संगीता से ज्यादा पतली है और सेक्सी महिला वही होती है जिसकी कमर पतली हो।
मैंने संगीता की शानदार कमर में फीता लगाया और उसकी कमर का आकार बताया 27।
इधर अजय ने सीमा की मुलायम कमर को स्पर्श करते हुए फीते से मापन लेकर उसका आकार बताया 26। अतः अब सीमा को भी एक अंक मिल गया था किंतु सीमा अभी भी हार रही थी। इसलिए सीमा का खेल को जारी रखना जरूरी था।
अजय- तीन में से दो अंक संगीता को मिले हैं, इसका मतलब संगीता विजयी हुई है जिसका सीधा सा मतलब है कि मेरी बीवी ज्यादा सेक्सी है।
श्लोक- ऐसा कैसे, अभी खेल पूरा खत्म नहीं हुआ है और जब तक खेल पूरा खत्म नहीं होता तब तक हारने वाला हारा नहीं माना जाता और जीतने वाला विजेता नहीं माना जाता।
अजय- अब क्या बाकी है?
श्लोक- हम भी हमारी बीवियों के एक अंग हैं। हमारी बीवी हमसे मिलकर ही तो हमारी बीवी बनती हैं, तो यह प्रतिस्पर्धा हमारे बीच जारी रहेगी। हमें भी देखना होगा कि तुझमे और मुझमे कौन ज्यादा बेहतर है।
जब मैंने ये बात कही तो सीमा के चेहरे पर एक आस सी बंध गई क्योंकि वो किसी भी हाल में संगीता से हारना नहीं चाह रही थी। मगर हमारा मकसद तो कुछ और ही था। बीवियों के कपड़े तो उतारे ही जा चुके थे। अब पतियों के कपड़े उतरवा कर हमें चारों के बीच में उत्तेजना की चिंगारी को भड़काना था। जब सामने औरत ब्रा और पैंटी में हो तो मर्द के लिंग में तनाव आ जाना बहुत ही स्वाभाविक है। इसी मौके का फायदा मैं और अजय उठाना चाह रहे थे कि जैसे हमें उन दोनों के स्तन और गांड को देख कर जो उत्तेजना हो रही थी वैसे ही वो दोनों भी हमारे नंगे जिस्मों को देख कर उत्तेजित होकर खुद ही इस अदला बदली के खेल को अंजाम तक पहुंचा दें।
(हालांकि हमें पता था कि अजय का लिंग मेरे लिंग से बड़ा था किंतु हमें तो हमारे खेल को आगे बढ़ाना था और बीवियों की अदला-बदली करनी थी)
श्लोक- जब हमने हमारी बीवियों को अर्धनग्न करके खड़ा ही कर दिया है तो क्यों न खेल पूरा खेला जाए और देखा जाए कि किसका लन्ड बड़ा है! तेरा या मेरा?
अजय- वाह, क्या बात है, मैं इसके लिए तैयार हूं।