14-09-2019, 11:01 AM
[संगीता और सीमा को अगर बियर का नशा न होता तो वह शायद इसके लिए अपने दिमाग को इस्तेमाल कर लेती कि हम दोनों (श्लोक और अजय) का ही कोई प्लान हो सकता है लेकिन बियर के सुरूर में उनको अपना दिमाग चलाने का मौका नहीं मिला और बाकी की कसर उनकी सुंदर दिखने की आपसी प्रतिस्पर्धा ने पूरी कर दी थी।]
एक तो हम चारों के ऊपर शराब का सुरूर था, उसके ऊपर दोस्ती का जो सुरूर हमने नक्की लड़ा कर बनाया था यह असर उसका भी था कि वो दोनों ही अपने टीशर्ट को उतार कर अपने स्तनों का माप देने के लिए हमारे सामने ही तैयार हो गईं।
सीमा ने अपनी टीशर्ट उतार दी और संगीता ने अपनी टीशर्ट उतार दी। दोनों के ही क्लिवेज अब लाइट की रोशनी में उजाला करने लगे। संगीता ने अपनी टी शर्ट उतारी और जो दृश्य हमारी नजर के सामने आया वह वास्तव में बड़ा ही उत्तेजक दृश्य था। गुलाब की पत्ते की आकृति में बनी हुई सुर्ख लाल रंग की ब्रा में जब संगीता हमारे सामने खड़ी हुई तो ऐसा लगा कि इससे सुंदर दृश्य और कहीं नहीं हो सकता था।
अजय और हम दोनों गुपचुप तरीके से एक दूसरे की तरफ मुस्कुराए। अगला कदम सीमा ने उठाया और अपनी टीशर्ट उतार कर काले रंग की ब्रा में हमारे सामने खड़ी हो गई। अवश्य इस दृश्य ने अजय को बेचैन कर दिया था, सीमा को ब्रा में देख कर उसके होंठ जैसे मारे हवस के एकदम से खुल से गये। उसका हाथ अनायास ही उसके लन्ड पर चला गया था।
गुलाब की पंखुड़ियों जैसी ब्रा में संगीता के गोरे रंग के स्तन जो कि ब्रा से बाहर झांकते हुए लग रहे थे और काले रंग की ब्रा में सीमा के स्तन अपने वास्तविक रंग से और ज्यादा गोरे नजर आ रहे थे। यह दृश्य हमारी जीत का पहला प्रतीक था। मैंने फीते को लेकर फिर से संगीता के स्तनों का मापन किया। उसके मुलायम और भरे हुए स्तन जब मेरे हाथों में आए तो ऐसा लगा कि मेरा लिंग सुन्न हो गया है। मगर अपनी भावनाओं को काबू रखते हुए मैंने उसके स्तनों को नाप कर उनका आकार एक बार फिर बताया जो था 34 ही। अजय ने टेप लेकर सीमा के स्तनों को मापा जोकि 32 के थे। जैसे ही संगीता ने 32 सुना,
संगीता खुशी से चिल्लाकर बोली- यस!! मैं जानती थी कि मैं ही जीतने वाली हूं। मेरा अंदाजा कभी गलत नहीं हो सकता था।
उसकी इस खुशी पर सीमा ने नकली रोनी सूरत बनाकर कहा- नो! ये नहीं हो सकता था। ऐसा कैसे हो गया? इसके स्तन मेरे स्तनों से बड़े कैसे हो सकते हैं?
संगीता जोर से चिल्लाने लगी- मैं जीत गई, मैं जीत गई।
इस पर मैंने कहा- अभी तुम्हें केवल एक पॉइंट मिलना है। सीमा के पास जीतने का एक और मौका है।
संगीता- वो कैसे?
श्लोक- वी हैव टू मेजर योर एस (हमें तुम्हारी गांड का मापन करना पड़ेगा)
संगीता- नहीं, ये नहीं होगा।
सीमा यह सुनकर चहक उठी और खुशी से बोली- यस... यस... यस... माय डियर हस्बैंड!! आई नो माय एस इज़ बिग देन संगीता। (हां मेरे प्रिय पति मुझे पता है कि मेरी गांड संगीता से ज्यादा बड़ी है)
संगीता- नहीं यार, मुझे नहीं नपवाना है।
अजय- मान भी जाओ यार संगीता वरना सीमा कहेगी कि उसे जीत का मौका नहीं मिला। और तुम्हारी जीत दुश्मन की हार के बिना अधूरी रह जाएगी।
एक तो हम चारों के ऊपर शराब का सुरूर था, उसके ऊपर दोस्ती का जो सुरूर हमने नक्की लड़ा कर बनाया था यह असर उसका भी था कि वो दोनों ही अपने टीशर्ट को उतार कर अपने स्तनों का माप देने के लिए हमारे सामने ही तैयार हो गईं।
सीमा ने अपनी टीशर्ट उतार दी और संगीता ने अपनी टीशर्ट उतार दी। दोनों के ही क्लिवेज अब लाइट की रोशनी में उजाला करने लगे। संगीता ने अपनी टी शर्ट उतारी और जो दृश्य हमारी नजर के सामने आया वह वास्तव में बड़ा ही उत्तेजक दृश्य था। गुलाब की पत्ते की आकृति में बनी हुई सुर्ख लाल रंग की ब्रा में जब संगीता हमारे सामने खड़ी हुई तो ऐसा लगा कि इससे सुंदर दृश्य और कहीं नहीं हो सकता था।
अजय और हम दोनों गुपचुप तरीके से एक दूसरे की तरफ मुस्कुराए। अगला कदम सीमा ने उठाया और अपनी टीशर्ट उतार कर काले रंग की ब्रा में हमारे सामने खड़ी हो गई। अवश्य इस दृश्य ने अजय को बेचैन कर दिया था, सीमा को ब्रा में देख कर उसके होंठ जैसे मारे हवस के एकदम से खुल से गये। उसका हाथ अनायास ही उसके लन्ड पर चला गया था।
गुलाब की पंखुड़ियों जैसी ब्रा में संगीता के गोरे रंग के स्तन जो कि ब्रा से बाहर झांकते हुए लग रहे थे और काले रंग की ब्रा में सीमा के स्तन अपने वास्तविक रंग से और ज्यादा गोरे नजर आ रहे थे। यह दृश्य हमारी जीत का पहला प्रतीक था। मैंने फीते को लेकर फिर से संगीता के स्तनों का मापन किया। उसके मुलायम और भरे हुए स्तन जब मेरे हाथों में आए तो ऐसा लगा कि मेरा लिंग सुन्न हो गया है। मगर अपनी भावनाओं को काबू रखते हुए मैंने उसके स्तनों को नाप कर उनका आकार एक बार फिर बताया जो था 34 ही। अजय ने टेप लेकर सीमा के स्तनों को मापा जोकि 32 के थे। जैसे ही संगीता ने 32 सुना,
संगीता खुशी से चिल्लाकर बोली- यस!! मैं जानती थी कि मैं ही जीतने वाली हूं। मेरा अंदाजा कभी गलत नहीं हो सकता था।
उसकी इस खुशी पर सीमा ने नकली रोनी सूरत बनाकर कहा- नो! ये नहीं हो सकता था। ऐसा कैसे हो गया? इसके स्तन मेरे स्तनों से बड़े कैसे हो सकते हैं?
संगीता जोर से चिल्लाने लगी- मैं जीत गई, मैं जीत गई।
इस पर मैंने कहा- अभी तुम्हें केवल एक पॉइंट मिलना है। सीमा के पास जीतने का एक और मौका है।
संगीता- वो कैसे?
श्लोक- वी हैव टू मेजर योर एस (हमें तुम्हारी गांड का मापन करना पड़ेगा)
संगीता- नहीं, ये नहीं होगा।
सीमा यह सुनकर चहक उठी और खुशी से बोली- यस... यस... यस... माय डियर हस्बैंड!! आई नो माय एस इज़ बिग देन संगीता। (हां मेरे प्रिय पति मुझे पता है कि मेरी गांड संगीता से ज्यादा बड़ी है)
संगीता- नहीं यार, मुझे नहीं नपवाना है।
अजय- मान भी जाओ यार संगीता वरना सीमा कहेगी कि उसे जीत का मौका नहीं मिला। और तुम्हारी जीत दुश्मन की हार के बिना अधूरी रह जाएगी।