12-01-2019, 02:26 PM
मैने अपने लंड को अंदर अपने लोअर में छिपा लिया।
थोडी देर के लिए कमरे में सन्नाटा था हमदोनो में से किसी ने कुछ नहीं कहा। बहु ने अपने आँचल से अपना चेहरा साफ़ किया और उठ के खड़ी हो गई। मैं भी बहु से बिना नज़रें मिलाये बिस्तर के तरफ बढ़ गया। बहु ने अँधेरे में फर्श पे गिरी मेरे मुठ को देखने की कोशिश की और फिर बगल के कमरे से एक कपडा लाकर फर्श पोंछने लगी। मैं वहीँ खड़ा बहु को देखता रहा। बहु ने चुप्पी तोड़ने के लिए मुझसे रिक्वेस्ट की।।
सरोज - बाबूजी।। ये चेयर हॉल में रख दिजिये न प्लीज
मै - अच्छा बहु।।
मैने चेयर वापस हॉल में रख दिया।। (मैंने थोड़ी राहत की साँस लिया, जो कुछ भी हुआ उसके रिएक्शन से साफ़ नज़र आ रहा था की बहु को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा और अब वो नार्मल हो चुकी थी।
थोडी देर के लिए कमरे में सन्नाटा था हमदोनो में से किसी ने कुछ नहीं कहा। बहु ने अपने आँचल से अपना चेहरा साफ़ किया और उठ के खड़ी हो गई। मैं भी बहु से बिना नज़रें मिलाये बिस्तर के तरफ बढ़ गया। बहु ने अँधेरे में फर्श पे गिरी मेरे मुठ को देखने की कोशिश की और फिर बगल के कमरे से एक कपडा लाकर फर्श पोंछने लगी। मैं वहीँ खड़ा बहु को देखता रहा। बहु ने चुप्पी तोड़ने के लिए मुझसे रिक्वेस्ट की।।
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मै - अच्छा बहु।।
मैने चेयर वापस हॉल में रख दिया।। (मैंने थोड़ी राहत की साँस लिया, जो कुछ भी हुआ उसके रिएक्शन से साफ़ नज़र आ रहा था की बहु को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा और अब वो नार्मल हो चुकी थी।