11-01-2019, 10:23 PM
(This post was last modified: 21-11-2023, 04:10 PM by badmaster122. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
बहु के आवज़ में कुछ नशा सा था। मैं पैंटी को साइड से खीच के बहु के चूत को नंगा कर दिया।। अबतक बहु की चूत गिली हो गई थी।। मैंने अपनी एक ऊँगली बहु के चूत के बीच रखा।। ये क्या बहु के चूत एकदम गरम और मक्ख़न की तरह मुलायम थी।।
बहु के बुर(चूत) से पानी निकल रहा था। जिससे मेरी ऊँगली गिली हो गई। उसके चूत की महक ने मुझे पागल बना दिया, मैं ऊँगली से छुइ को खोल अपने जीभ से बहु के बुर(चूत) २-३ बार चाट लिया।
सरोज - (अपनी चूत को पीछे करते हुए।।) बाबूजी।।।। ये आपने थ्रेड काट दी सारी?
मै - (अपना चेहरा ऊपर करते हुए।) हाँ बहु।। वो नीचे थोड़ा गिला होने के वजह से थ्रेड चिपक गया था। इसलिए मैंने जीभ से निकाल के काट दिया।
मेरे होठ और मुह पे बहु के चूत का पानी लगा था।। मैं उसे पोंछते हुए मुस्कराते हुये बोला।
तभी बेड के किनारे रखे बहु का मोबाइल बजा।। बहु ने हाथ बढा के सेल फ़ोन उठाया।। और अपनी पेंटी ठीक कर बिस्तर पे बैठ गई।
सरोज - (सेल फ़ोन देखते हुए।।) बाबूजी मनीष का फ़ोन है।।
अपने मन में मैं अपने बेटे को गाली दे रहा था। कैसे गलत टाइम पे फ़ोन किया मेरी बहु के पास। शायद मैं कुछ देर और बहु की बुर(चूत) चाट पाता।
बहु के बुर(चूत) से पानी निकल रहा था। जिससे मेरी ऊँगली गिली हो गई। उसके चूत की महक ने मुझे पागल बना दिया, मैं ऊँगली से छुइ को खोल अपने जीभ से बहु के बुर(चूत) २-३ बार चाट लिया।
सरोज - (अपनी चूत को पीछे करते हुए।।) बाबूजी।।।। ये आपने थ्रेड काट दी सारी?
मै - (अपना चेहरा ऊपर करते हुए।) हाँ बहु।। वो नीचे थोड़ा गिला होने के वजह से थ्रेड चिपक गया था। इसलिए मैंने जीभ से निकाल के काट दिया।
मेरे होठ और मुह पे बहु के चूत का पानी लगा था।। मैं उसे पोंछते हुए मुस्कराते हुये बोला।
तभी बेड के किनारे रखे बहु का मोबाइल बजा।। बहु ने हाथ बढा के सेल फ़ोन उठाया।। और अपनी पेंटी ठीक कर बिस्तर पे बैठ गई।
सरोज - (सेल फ़ोन देखते हुए।।) बाबूजी मनीष का फ़ोन है।।
अपने मन में मैं अपने बेटे को गाली दे रहा था। कैसे गलत टाइम पे फ़ोन किया मेरी बहु के पास। शायद मैं कुछ देर और बहु की बुर(चूत) चाट पाता।