09-09-2019, 10:37 AM
अपडेट- 29
तभी सुरेश एक बोर्ड उठाता है और उस पर तकरीबन 2.60 लाख रुपये लिखे थे.. एक आदमी जी उस कमरे के। भाहर था एक बजर बजा देता है उसके तुरंत बाद समीर और चंचल वाले कमरे में लाइट ऑफ हो जाती है... समीर अभी भी चंचल की चुदाई कर ही रह था कि चंचल तुरंत समीर को धक्का देकर अपने कोड़े पहनने लगती है।। करीब 7.30 मिनट में चंचल तैयार होकर अपने घर की तरफ़ निकल जाती है।
समीर जो कुछ देर पहले तक चंचल के सामने बहुत गंभीर था उसके पति को लेकर अब होले होले से मुस्कुरा रहा था।
अब आगे.......
चंचल घबराते हुए डरी हुई हालत में अपने घर पहुंच जाती है जहां हर बार की तरह सरिता चंचल का स्वागत करती है। सरिता को आज पहली बार चंचल इतनी सीरियस दिख रही थी। एक बार तो सरिता का मन हुआ कि चंचल से पूछ लें लेकिन अगले ही पल सरिता ने ये बात सुबह पूछने का निर्णय लिया। दरअसल सरिता चंचल को और परेशान नहीं करना चाहती थी। और अभी पूछती तो हो सकता है चंचल उस पर गुस्सा हो जाये। बस यही सोच कर सरिता चंचल से कुछ नहीं पूछती।
वहीं दूसरी और रिया और सोनिया थोड़ी देर बेड पर आराम करती है। तकरीबन आधे पौन घण्टे बाद रिया की मम्मी घर आ जाती है। मैरी के घर आते ही रिया थोड़ी डर जाती है। लेकिन सोनिया रिया को समझती है।
सोनिया: ओफ हो रिया , तुम्हारे सामने हद ही हो गयी यार आज नही तो कल जब तुम नामचीन मशहूर मॉडल बन जाओगी तब भी तुम्हारी मम्मा को सब पता चलेगा तब भी तो ये सब फेस करोगी ना। ज्यादा से ज्यादा डांटेगी। मेरे सामने तुम्हे शायद डांटे नहीं रुको मैं भी ऐसे ही कपड़े पहन कर चलती हूँ।
थोड़ी देर बाद सोनिया भी रिया की तरह कपड़े पहन लेती है।
सोनिया: तो अब तो चले....
रिया घबराते हुए हल्के से सर हाँ में हिलाती है।
तभी समीर का कॉल सोनिया के पास आ जाता है।
सोनिया: लो समीर सर का फ़ोन आ गया।
रिया चोंकते हुए) अभी??? लेकिन क्यों?
सोनिया : यही पूछने की मैंने ट्रैनिंग शुरू की या नहीं।
रिया: ओके मैं नीचे जाती हूँ।
सोनिया: नहीं अगर अभी गयी तो मैरी आंटी डांटेंगी, मेरे साथ चलना।
रिया चुप चाप बेड पर बैठ जाती है और सोनिया फ़ोन उठाती है।
सोनिया: हेलो सर्, जी सर
समीर: सुनो , वो मैरी को आज ही काम पर लगा दो।
सोनिया: लेकिन इतनी जल्दी कैसे...?
समीर: वो सब तुम जानो और रिया को चुदाई का चस्का लगाओ।
सोनिया : लेकिन किस से? कौन करेगा?
समीर: मैं करूँगा। तब तक उसका ब्रेन वाश करती रहो। और उसकी माँ मैरी का भी। उसे भी तैयार करो। तुम्हारे भाई को बुला लेना वहां ।तीन दिन बाद। इन्ही तीन दिन में रिया का काम करना है और अगले तीन दिन मैं उसकी माँ का। अब समय नही बचा।
सोनिया: लेकिन रिया सुनती नही है।
(रिया की तरफ देखते हुए, और रिया सोनिया की तरफ आंख दिखाते हुए)
लो आप ही बात करके समझा दो।
समीर: हेलो...
(सोनिया रिया को फ़ोन देती है)
रिया: हेलो सर्, नहीं सर् ऐसा कुछ नहीं है।
समीर: देखो रिया सोनिया कुछ ही दिनों के लिए है तुम्हारे पास, उसके सारे गुण सिख लो। कहीं ऐसा ना हो आगे जा कर तुम्हे काम ना मिले।
रिया: जी सर्...
समीर : ठीक है मैं रखता हूँ ।
फ़ोन कट...
सोनिया: तो अब तो मानोगी ना मेरा कहा...
रिया: तुम्हारा ही तो कहा मान रही थी.. वो तो मैं बस...
रिया ओ रिया ( रिया की मम्मी मैरी की आवाज)
सोनिया : चल आंटी बुला रही है।
सोनिया बिना कुछ सुने रिया का हाथ पकड़ कर नीचे ले जाने लगती है। रिया बहुत कोशिश करती है लेकिन सब नाकाम हो जाती है सोनिया के जोर के आगे। कुछ ही देर में दोनों मैरी के सामने....
(मैरी कुछ बोलना चाहती थी कि उससे पहले ही सोनिया बोल पड़ती है)
सोनिया: देखो ना आंटी ये रिया ना आपको ओल्ड फैशन्ड बोल रही थी। मैंने अपने कपड़े रिया को पहन कर दिखाने को बोला तो नही तैयार हुई। बड़ी मुश्किल से फ्रेंडशिप और आपकी क़सम दिलाई तब जा कर पहनी है ये कपड़े। देखो ना आंटी रिया मुझसी भी कहीं ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही है ना। और ये पागल न इन कपड़ों को पहन कर आपको दिखाना भी नहीं चाहती थी। कौन माँ अपनी बेटी को खूबसरत देखना नहीं चाहेगी।.....
अभी सोनिया बोल ही रही थी कि रिया बीच में बोल पड़ती है....
रिया: तुमसे भी ज्यादा...? हॉट एंड सेक्सी...? दुनिया में मैं ही अकेली हूँ ओके...
सोनिया तुरंत दौड़ कर मैरी के कंधों को पीछे जाकर प्यार से पकड़ लेती है।
सोनिया: आंटी देखो ना.... वैसे आंटी मैं हॉट हूँ ना???
मैरी को तो कुछ समझ ही नही आया कि वो क्या बोले.... एक बार तो वो रिया को डांटना चाहती थी लेकिन सोनिया के मुँह से ओल्ड फैशन्ड वाली बात सुन कर मैरी को बुरा लगा। किसी भी औरत को लगता जो कि, दूसरी बात ये कपड़े सोनिया ने अपने बताये। और तीसरी बात कौन माँ अपनी बेटी को सबसे ज्यादा खूबसूरत नहीं देखना चाहेगी।
रही सही मैं रिया और सोनिया की अपनी नोक झोंक...
मैरी बस मुस्कुराते हुए सोनिया के गालों पर हाथ फेरते हुए।।। अरे नही बेटा तुम भी बहुत खूबसूरत हो।
रिया: मम्मी क्या मैं इन कपड़ों में अजीब नहीं लग रही।
मैरी: (जो रिया को रोकना चाहती थी ऐसे कपड़े पहन ने से वो ब अजीब मुसीबत में थी।) नहीं तो बिल्कुल नहीं। बस थोड़े से ज्यादा ही छोटे है।
सोनिया: जाने दो न आंटी घर मे अपन सब लड़कियां है क्या फर्क पड़ता है। वैसे आंटी यु नो यु लुक्स सो ब्यूटीफुल....
मैरीशर्माते हुए) अरे मैं कहाँ... मेयो तो अब बूढ़ी हो गयी हूँ।
सोनिया: बस आंटी ये पुराने ज़माने वाली औरतों की तरह डायलॉग मत मारो... आप बूढ़ी हो गयी है। तो कल आप को जो मैं कहूंगी वही करना होगा ।
मैरी: क्या???
सोनिया: वो तो मैं आपको कल ही बताऊंगी...
मैरी: अच्छा बाबा ठीक है लेकिन फिलहाल तो खाना खा लो।
सोनिया: आंटी एक बात और है... अगर आपको परेशानी ना हो तो...
(रिया चोंकते हुए देखती रहती है)
मैरी: अरे नहीं बेटा परेशानी कैसी ... क्या बात है बोलो?
सोनिया: आंटी वो मेरा एक भाई है छोटा वो भी जिद्द कर रहा है मेरे पास आने की... और आप तो जानती ही है ना मैं तो खुद आपके यहाँ रुकी हुई हूँ। और पापा ने बोला है कि उन्हें 10 से 15 दिन लग जाएंगे... अगर आप रुकने की परमिशन देती है तो उसे बुला लूँ.... वरना तो मुझे अर्जेंट में होटल बुक करवाना पड़ेगा।
मैरी: अरे नहीं बेटा ऐसी कोई बात नहीं है। और तुम्हारा भाई ही है ना तो बुला लो उसे। अपना ही घर समझो...
सोनियाकुर्सी से उठ कर मेरी के गालों को चूम लेती है) थैंक यू आंटी...
कुछ देर बाद सभी खाना खा कर सोने के लिए अपने कमरों की तरफ रुख कर लेते है...
मैरी अपने कमरे में और रिया और सोनिया अपने कमरे में...
रिया जैसे ही सोने के लिए बेड पर लेटती है....
सोनिया: रुको रिया... तुम ये मेडिसिन लो...
रिया: ये क्या है?
सोनिया: इस दवा से हमारे बॉडी पार्ट इम्प्रूव होते है। हालांकि ये दावा बहुत देर से काम करती है इससे अलग एक और दवा है जिसके लिए मैं अपने छोटे भाई को बुला रही हूं।
रिया: दवा के बीच मे भाई कहाँ से आ गया।
सोनिया: अरे पागल वो दावा केवल एक लड़का ही बना सकता है तू नही समझेगी। फिलहाल ये गोली ले और सो जा।
रिया: पिंक गोली....??
सोनिया: तुझे नाम से नही काम से मतलब रखना चाहिए।
रिया सोनिया के कहे अनुसार वो गोली खा कर सोने लगती है। सोनिया भी रिया के दवा लेने के बाद मुस्कुराते हुए आंखें बंद कर सोने लगती है। करीब आधी रात को 1 या 2 बजे के करीब रिया को ऐसा महसूस होता है जैसे उसके निप्पल फट जाएंगे। और उसका क्लीट बुरी तरह से फड़फड़ा रहा होता है। रिया नींद में ही अपनी उंगली से अपनी चूत को सहलाती रहती है। इसी तरह दूसरे दिन की सुबह हो जाती है।
वहीं दूसरी और चंचल घर आकर बहूत डरी हुई और गुस्से में थी।
चंचल: (सोच रही थी कि ) आखिर समीर ने क्यों नही बताया की सुरेश आया हुआ है। और सुरेश ने भी कोई सूचना नही दी। एक कॉल तक नहीं किया। और ये सुरेश अभी तक घर क्यों नहीं आया। कहीं सुरेश ने मुझे पहचान तो नही लिया। और वो क्या था सुरेश के हाथ में 2लाख का बोर्ड ... क्या सुरेश मेरी बोली लगा रहा था। सुरेश कब से ऐसे काम करने लग गया। मुझे सुरेश से ही बात करनी पड़ेगी।।
चंचल तुरन्त सुरेश को कॉल करती है। करीब तीन बार फ़ोन काटने के बाद सुरेश फ़ोन उठाता है।
सुरेश: हेलो डार्लिंग...
चंचल: हेलो सुरेश... कहाँ हो तुम...
सुरेश: (हड़बड़ाते हुए) वो डार्लिंग कहीं नही बस मीटिंग में बिजी हूँ।
चंचल: सुरेश तुम कब वापस आ रहे हो।
सुरेश: डार्लिंग फिलहाल तो अपनी ही शहर में हूँ। लेकिन मेरे पार्टनर्स के लिए एक मीटिंग का काम कर रहा हूँ ये हो गया तो रॉयल्टी मिल जाएगी। सच कहूं तो मैं ना अब बिज़नेस मैन से दलाल बन रहा हूँ जान...
अब चंचल को कुछ कुछ समझ आने लगता है।
चंचल: ओके सुरेश काम हो जाये तो इन्फॉर्म करना।
सुरेश: ओके डार्लिंग। बाद में बात करता हूँ फ़ोन कट.…
तभी सुरेश एक बोर्ड उठाता है और उस पर तकरीबन 2.60 लाख रुपये लिखे थे.. एक आदमी जी उस कमरे के। भाहर था एक बजर बजा देता है उसके तुरंत बाद समीर और चंचल वाले कमरे में लाइट ऑफ हो जाती है... समीर अभी भी चंचल की चुदाई कर ही रह था कि चंचल तुरंत समीर को धक्का देकर अपने कोड़े पहनने लगती है।। करीब 7.30 मिनट में चंचल तैयार होकर अपने घर की तरफ़ निकल जाती है।
समीर जो कुछ देर पहले तक चंचल के सामने बहुत गंभीर था उसके पति को लेकर अब होले होले से मुस्कुरा रहा था।
अब आगे.......
चंचल घबराते हुए डरी हुई हालत में अपने घर पहुंच जाती है जहां हर बार की तरह सरिता चंचल का स्वागत करती है। सरिता को आज पहली बार चंचल इतनी सीरियस दिख रही थी। एक बार तो सरिता का मन हुआ कि चंचल से पूछ लें लेकिन अगले ही पल सरिता ने ये बात सुबह पूछने का निर्णय लिया। दरअसल सरिता चंचल को और परेशान नहीं करना चाहती थी। और अभी पूछती तो हो सकता है चंचल उस पर गुस्सा हो जाये। बस यही सोच कर सरिता चंचल से कुछ नहीं पूछती।
वहीं दूसरी और रिया और सोनिया थोड़ी देर बेड पर आराम करती है। तकरीबन आधे पौन घण्टे बाद रिया की मम्मी घर आ जाती है। मैरी के घर आते ही रिया थोड़ी डर जाती है। लेकिन सोनिया रिया को समझती है।
सोनिया: ओफ हो रिया , तुम्हारे सामने हद ही हो गयी यार आज नही तो कल जब तुम नामचीन मशहूर मॉडल बन जाओगी तब भी तुम्हारी मम्मा को सब पता चलेगा तब भी तो ये सब फेस करोगी ना। ज्यादा से ज्यादा डांटेगी। मेरे सामने तुम्हे शायद डांटे नहीं रुको मैं भी ऐसे ही कपड़े पहन कर चलती हूँ।
थोड़ी देर बाद सोनिया भी रिया की तरह कपड़े पहन लेती है।
सोनिया: तो अब तो चले....
रिया घबराते हुए हल्के से सर हाँ में हिलाती है।
तभी समीर का कॉल सोनिया के पास आ जाता है।
सोनिया: लो समीर सर का फ़ोन आ गया।
रिया चोंकते हुए) अभी??? लेकिन क्यों?
सोनिया : यही पूछने की मैंने ट्रैनिंग शुरू की या नहीं।
रिया: ओके मैं नीचे जाती हूँ।
सोनिया: नहीं अगर अभी गयी तो मैरी आंटी डांटेंगी, मेरे साथ चलना।
रिया चुप चाप बेड पर बैठ जाती है और सोनिया फ़ोन उठाती है।
सोनिया: हेलो सर्, जी सर
समीर: सुनो , वो मैरी को आज ही काम पर लगा दो।
सोनिया: लेकिन इतनी जल्दी कैसे...?
समीर: वो सब तुम जानो और रिया को चुदाई का चस्का लगाओ।
सोनिया : लेकिन किस से? कौन करेगा?
समीर: मैं करूँगा। तब तक उसका ब्रेन वाश करती रहो। और उसकी माँ मैरी का भी। उसे भी तैयार करो। तुम्हारे भाई को बुला लेना वहां ।तीन दिन बाद। इन्ही तीन दिन में रिया का काम करना है और अगले तीन दिन मैं उसकी माँ का। अब समय नही बचा।
सोनिया: लेकिन रिया सुनती नही है।
(रिया की तरफ देखते हुए, और रिया सोनिया की तरफ आंख दिखाते हुए)
लो आप ही बात करके समझा दो।
समीर: हेलो...
(सोनिया रिया को फ़ोन देती है)
रिया: हेलो सर्, नहीं सर् ऐसा कुछ नहीं है।
समीर: देखो रिया सोनिया कुछ ही दिनों के लिए है तुम्हारे पास, उसके सारे गुण सिख लो। कहीं ऐसा ना हो आगे जा कर तुम्हे काम ना मिले।
रिया: जी सर्...
समीर : ठीक है मैं रखता हूँ ।
फ़ोन कट...
सोनिया: तो अब तो मानोगी ना मेरा कहा...
रिया: तुम्हारा ही तो कहा मान रही थी.. वो तो मैं बस...
रिया ओ रिया ( रिया की मम्मी मैरी की आवाज)
सोनिया : चल आंटी बुला रही है।
सोनिया बिना कुछ सुने रिया का हाथ पकड़ कर नीचे ले जाने लगती है। रिया बहुत कोशिश करती है लेकिन सब नाकाम हो जाती है सोनिया के जोर के आगे। कुछ ही देर में दोनों मैरी के सामने....
(मैरी कुछ बोलना चाहती थी कि उससे पहले ही सोनिया बोल पड़ती है)
सोनिया: देखो ना आंटी ये रिया ना आपको ओल्ड फैशन्ड बोल रही थी। मैंने अपने कपड़े रिया को पहन कर दिखाने को बोला तो नही तैयार हुई। बड़ी मुश्किल से फ्रेंडशिप और आपकी क़सम दिलाई तब जा कर पहनी है ये कपड़े। देखो ना आंटी रिया मुझसी भी कहीं ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही है ना। और ये पागल न इन कपड़ों को पहन कर आपको दिखाना भी नहीं चाहती थी। कौन माँ अपनी बेटी को खूबसरत देखना नहीं चाहेगी।.....
अभी सोनिया बोल ही रही थी कि रिया बीच में बोल पड़ती है....
रिया: तुमसे भी ज्यादा...? हॉट एंड सेक्सी...? दुनिया में मैं ही अकेली हूँ ओके...
सोनिया तुरंत दौड़ कर मैरी के कंधों को पीछे जाकर प्यार से पकड़ लेती है।
सोनिया: आंटी देखो ना.... वैसे आंटी मैं हॉट हूँ ना???
मैरी को तो कुछ समझ ही नही आया कि वो क्या बोले.... एक बार तो वो रिया को डांटना चाहती थी लेकिन सोनिया के मुँह से ओल्ड फैशन्ड वाली बात सुन कर मैरी को बुरा लगा। किसी भी औरत को लगता जो कि, दूसरी बात ये कपड़े सोनिया ने अपने बताये। और तीसरी बात कौन माँ अपनी बेटी को सबसे ज्यादा खूबसूरत नहीं देखना चाहेगी।
रही सही मैं रिया और सोनिया की अपनी नोक झोंक...
मैरी बस मुस्कुराते हुए सोनिया के गालों पर हाथ फेरते हुए।।। अरे नही बेटा तुम भी बहुत खूबसूरत हो।
रिया: मम्मी क्या मैं इन कपड़ों में अजीब नहीं लग रही।
मैरी: (जो रिया को रोकना चाहती थी ऐसे कपड़े पहन ने से वो ब अजीब मुसीबत में थी।) नहीं तो बिल्कुल नहीं। बस थोड़े से ज्यादा ही छोटे है।
सोनिया: जाने दो न आंटी घर मे अपन सब लड़कियां है क्या फर्क पड़ता है। वैसे आंटी यु नो यु लुक्स सो ब्यूटीफुल....
मैरीशर्माते हुए) अरे मैं कहाँ... मेयो तो अब बूढ़ी हो गयी हूँ।
सोनिया: बस आंटी ये पुराने ज़माने वाली औरतों की तरह डायलॉग मत मारो... आप बूढ़ी हो गयी है। तो कल आप को जो मैं कहूंगी वही करना होगा ।
मैरी: क्या???
सोनिया: वो तो मैं आपको कल ही बताऊंगी...
मैरी: अच्छा बाबा ठीक है लेकिन फिलहाल तो खाना खा लो।
सोनिया: आंटी एक बात और है... अगर आपको परेशानी ना हो तो...
(रिया चोंकते हुए देखती रहती है)
मैरी: अरे नहीं बेटा परेशानी कैसी ... क्या बात है बोलो?
सोनिया: आंटी वो मेरा एक भाई है छोटा वो भी जिद्द कर रहा है मेरे पास आने की... और आप तो जानती ही है ना मैं तो खुद आपके यहाँ रुकी हुई हूँ। और पापा ने बोला है कि उन्हें 10 से 15 दिन लग जाएंगे... अगर आप रुकने की परमिशन देती है तो उसे बुला लूँ.... वरना तो मुझे अर्जेंट में होटल बुक करवाना पड़ेगा।
मैरी: अरे नहीं बेटा ऐसी कोई बात नहीं है। और तुम्हारा भाई ही है ना तो बुला लो उसे। अपना ही घर समझो...
सोनियाकुर्सी से उठ कर मेरी के गालों को चूम लेती है) थैंक यू आंटी...
कुछ देर बाद सभी खाना खा कर सोने के लिए अपने कमरों की तरफ रुख कर लेते है...
मैरी अपने कमरे में और रिया और सोनिया अपने कमरे में...
रिया जैसे ही सोने के लिए बेड पर लेटती है....
सोनिया: रुको रिया... तुम ये मेडिसिन लो...
रिया: ये क्या है?
सोनिया: इस दवा से हमारे बॉडी पार्ट इम्प्रूव होते है। हालांकि ये दावा बहुत देर से काम करती है इससे अलग एक और दवा है जिसके लिए मैं अपने छोटे भाई को बुला रही हूं।
रिया: दवा के बीच मे भाई कहाँ से आ गया।
सोनिया: अरे पागल वो दावा केवल एक लड़का ही बना सकता है तू नही समझेगी। फिलहाल ये गोली ले और सो जा।
रिया: पिंक गोली....??
सोनिया: तुझे नाम से नही काम से मतलब रखना चाहिए।
रिया सोनिया के कहे अनुसार वो गोली खा कर सोने लगती है। सोनिया भी रिया के दवा लेने के बाद मुस्कुराते हुए आंखें बंद कर सोने लगती है। करीब आधी रात को 1 या 2 बजे के करीब रिया को ऐसा महसूस होता है जैसे उसके निप्पल फट जाएंगे। और उसका क्लीट बुरी तरह से फड़फड़ा रहा होता है। रिया नींद में ही अपनी उंगली से अपनी चूत को सहलाती रहती है। इसी तरह दूसरे दिन की सुबह हो जाती है।
वहीं दूसरी और चंचल घर आकर बहूत डरी हुई और गुस्से में थी।
चंचल: (सोच रही थी कि ) आखिर समीर ने क्यों नही बताया की सुरेश आया हुआ है। और सुरेश ने भी कोई सूचना नही दी। एक कॉल तक नहीं किया। और ये सुरेश अभी तक घर क्यों नहीं आया। कहीं सुरेश ने मुझे पहचान तो नही लिया। और वो क्या था सुरेश के हाथ में 2लाख का बोर्ड ... क्या सुरेश मेरी बोली लगा रहा था। सुरेश कब से ऐसे काम करने लग गया। मुझे सुरेश से ही बात करनी पड़ेगी।।
चंचल तुरन्त सुरेश को कॉल करती है। करीब तीन बार फ़ोन काटने के बाद सुरेश फ़ोन उठाता है।
सुरेश: हेलो डार्लिंग...
चंचल: हेलो सुरेश... कहाँ हो तुम...
सुरेश: (हड़बड़ाते हुए) वो डार्लिंग कहीं नही बस मीटिंग में बिजी हूँ।
चंचल: सुरेश तुम कब वापस आ रहे हो।
सुरेश: डार्लिंग फिलहाल तो अपनी ही शहर में हूँ। लेकिन मेरे पार्टनर्स के लिए एक मीटिंग का काम कर रहा हूँ ये हो गया तो रॉयल्टी मिल जाएगी। सच कहूं तो मैं ना अब बिज़नेस मैन से दलाल बन रहा हूँ जान...
अब चंचल को कुछ कुछ समझ आने लगता है।
चंचल: ओके सुरेश काम हो जाये तो इन्फॉर्म करना।
सुरेश: ओके डार्लिंग। बाद में बात करता हूँ फ़ोन कट.…
बर्बादी को निमंत्रण
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[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
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Hawas ka ghulam
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[b]द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A Tale of Tilism}[/b]
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