07-09-2019, 11:23 PM
सही जा रहे हो आप सर लेकिन सच कहु तो शबाना के लिए बुरा लग रहा है। पता नहीं Q शायद एक औरत होने के नाते हो रहा है और ये भी सच है कि औरत को सिर्फ प्यार से जीता जाता है बिना उसकी मर्जी से मर्द कुछ भी नहीं हासिल कर सकते और अगर अपनी मर्जी से देने को आये तो मर्द को जन्नत की खुशियां नसीब हो जाती है। thanks जी इस update को देने के लिए और आगे चलकर इसे मजेदार बनाएंगे इस उम्मीद से आपको धन्यवाद देती हूं आगे आपकी अपनी सोच है उसमें मैं कुछ नहीं बोल सकती आखिर लेखक की अपनी मर्जी होती है जी हर पात्र को एक नए आयाम पर पहुचाने की