06-09-2019, 11:23 AM
गुड्डो
![[Image: Guddi-meri-chhoti-nanad-kacche-Tikore.jpg]](https://i.ibb.co/X56xG0t/Guddi-meri-chhoti-nanad-kacche-Tikore.jpg)
मंझली ननद और दुलारी
अब अंदर सिर्फ खेली खायी भौजाइयां थी , शादी शुदा और कच्ची कलियों की कबड्डी आज बिना किसी भूमिका के शुरू हो गयी थी ,
लेकिन दुलारी और मंझली ननद ने कुछ और प्लान बनाया था गुड्डो के लिए ,...
मंझली ननद पीछे लेटी थीं बस उन्होंने जैसा तय था पहले से , पहले तो गुदगुदी लगाई , फिर पीछे से गुड्डो के दोनों हाथ कस के दबोच लिए।
अब दुलारो ने अपना काम किया ,
आराम से उसकी कुर्ती के बटन खोले और दोनों कबूतरों को आजाद कर दिया।
![[Image: tits-teen.jpg]](https://i.ibb.co/rm6LQbV/tits-teen.jpg)
स्ट्रैपलेस फ्रंट ओपन ब्रा ने दुलारी का काम आसान कर दिया था ,
और अब वही ब्रा जो लौंडो की निगाहों से गुड्डो रानी के हाईकॉलेज वाले छोटे छोटे जुबना को बचाती थी , ...
मंझली ननद ने उसका इस्तेमाल आराम से धीमे धीमे गुड्डो के दोनों हाथ पीछे बाँधने में कर दिए।
गुड्डो के दोनों हाथ बंध गए थे और मंझली ननद के दोनों हाथ आजाद हो गए थे ,
![[Image: Guddi-nips-9ff1893c40a78e33f877fbc378f08865.jpg]](https://i.ibb.co/NTnFZ1P/Guddi-nips-9ff1893c40a78e33f877fbc378f08865.jpg)
बस , उन्होंने और दुलारी ने उस हाईकॉलेज वाली की कच्ची अमिया बाँट ली ,
एक मेरी मंझली ननद के हिस्से में दूसरी दुलारी के ,
![[Image: boobs-massage-12192169.gif]](https://i.ibb.co/WKDktQR/boobs-massage-12192169.gif)
लेकिन दुलारी का एक हाथ खाली था ,
और वो हाथ काफी था गुड्डो के शलवार के नाड़े को खोलने के लिए ,
आज उन दोनों को जरा भी जल्दी नहीं थी , आज तो धीमी आंच पर ,
पहले शलवार उतरी फिर शलवार के अंदर की चड्ढी ,
और तबतक मंझली ननद के होंठो ने गुड्डो के होंठों को कैद कर रखा था बल्कि कचकचा कर काट रही थीं वो खा रही थीं
![[Image: lesbian-kiss-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho10-r1-500.gif]](https://i.ibb.co/qgzKFRn/lesbian-kiss-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho10-r1-500.gif)
और उनके दोनों हाथ गुड्डो के उभारों को कभी बस हलके हलके सहलाते तो कभी कस के रगड़ मसल देते ,
कभी अंगूठे और तर्जनी के बीच उसके निपल को रगड़ देतीं।
![[Image: sixteen-nips-3.jpg]](https://i.ibb.co/QnZyfpy/sixteen-nips-3.jpg)
और गुड्डो अकेली नहीं थी जिसकी ऐसी रगड़ाई हो रही थी ,
गीता , मीता ,मिली , सब को भौजाइयों ने रजाई के अंदर ,...
![[Image: Lez-Gu-9239736.gif]](https://i.ibb.co/WzD0XYB/Lez-Gu-9239736.gif)
और नाइट कॉलेज चल रहा था
और एक बार गुड्डो की गुलाबो रानी खुल गयीं फिर तो ,
दुलारी ने सीधे वहीँ सेंध लगा दी ,
बड़ी देर तक ऊपर ऊपर से गुड्डो की कसी चूत वो रगड़ती मसलती रही , दोनों पुत्तियाँ फ्लिक करती रही ,
फिर कचकचा के एक ऊँगली पेल दी उसने , ...
![[Image: lez-xxx1.gif]](https://i.ibb.co/6X3jZmg/lez-xxx1.gif)
गुड्डो ने हलके से चीखने की कोशिश की तो एक जोरदार थप्पड़ उसके चूतड़ पर ,
" छिनार , लौंडन क मोट मोट लौंड़ा घोंटबू एही बुरिया में , और हमार एक ऊँगली में जान निकरत हो , तोहार सारे ख़ानदान के गदहन से चुदवाऊ"
दुलारी चालू हो गयी थी।
मंझली ननद ने ऊपर का मोर्चा कस के सम्हाल रखा था , अब उनके होंठ गुड्डो के निपल पर ,
![[Image: lez-nip-19192148.gif]](https://i.ibb.co/wdNQnFr/lez-nip-19192148.gif)
और दूसरा उनकी उँगलियों के बीच ,..
और कुछ देर में उनका हाथ गुड्डो की सहेली पर
और दुलारी चूँची की रगड़ाई मलाई करने में लगी थी।
लेकिन मेरी दोनों छिनार ननदों ने एक काम और तय किया था , गुड्डो को वो दोनों मिल कर झाड़ने तक तो ले जाएंगी लेकिन झाड़ेंगी नहीं , तड़पने देंगी , गुड्डो खुद रिरयायेगी , और उससे अपनी सब शर्ते वो मनवाएंगी , उसके बाद ,...
तीन बार वो दोनों गुड्डो को झाड़ने के करीब ले गयीं , और हर बार ,
मंझली ननद की तो पांच दिन वाली छुट्टी चल रही थी लेकिन दुलारी अभी कुछ दिन पहले ही गौने गयी थी , इस शादी के लिए ससुराल से लौट कर आयी थी , मरद के लिए छुनछीया रही थी ,
बस उसने गुड्डो की उँगलियों को खींच कर अपनी झांटो भरी बुर पर ,...
और साथ में उससे गारियाँ दिलवाई गयीं ,
और किसको उसके मायकेवालों को , उसके भाइयों बहनों को , लेकिन सबसे ज्यादा मुझे ,
" बहुत नयकी भौजी का साथ दे दे के हम लोगन क गरियात रहु न , चला ,.. नहीं नहीं नाम ले ले के कोमल ,... "
दुलारी और मंझली ननद दोनों
और जब गुड्डो थोड़ा हिचकिचाई तो मंझली ननद ने दुलारी को ग्रीन सिंग्नल दे दिया ,
" सुन दुलरिया , यह छिनार क आज सच में फाड़ के , एक उँगरी में एकर परपरात बा ,.. तो आज तीन उँगरी पेल दे एक साथ , .... "
मंझली ननद बोली और अपनी बात को जैसे सिद्ध करते हुए अपनी भी एक ऊँगली उन्होंने दुलारी की ऊँगली के साथ पेल दी ,
अब दोनों की एक एक उँगलियाँ चूत के अंदर
गुड्डो जोर से चीखी पर दुलारी उसे चूमती हुयी बोली ,
" अबहीं बहुत चीखबू , ... "
और मंझली ननद से बोली
![[Image: fingering-a-16977090.gif]](https://i.ibb.co/Km8TK9X/fingering-a-16977090.gif)
" यह छिनार क चूतड़ भी , सब लौंडन के आगे गांड मटकाय मटकाय के चलत है , आज इसकी गांड भी फाड़ दूंगी , खाली तीन उँगरी से कुछ नहीं होगा इसकी बुरिया में , तीन बुर में तीन गांड में "
" एकदम सही बोल रही हो तू , नाही तो कोमल क नाम ले ले के दस गारी सुनाव ,...
मंझली ननद बोलीं और जैसे अपनी बात पर जोर देने के लिए उन्होंने अपना अंगूठा गुड्डो की गांड की दरार में रगड़ना शुरू कर दिया।
कोई खायी खेली होती तो वो भी हथियार डाल देती ,
ये बेचारी तो सोलह साल वाली , हाईकॉलेज वाली , ... नयी नवेली ,... कच्ची कली।
मैं समझ गयी की गुड्डो ने , पर उसकी हिम्मत बढ़ाते मैं बोली ,
" अरे तो ठीक तो है , गारी में कउनो रिश्तेदारी नहीं देखी जाती , अब देखो कल मैंने सास जी का नाम ले ले के , गधा , घोडा कुछ नहीं छोड़ा ,... "
मेरे दिमाग में अपने मायके की बातें याद आ रही थी ,
गाँव में कउनो नयी भौजी आवें , अगले दिन हम सब ननद मिल कर ,...
एक तो इस्तेमाल के बाद नीचे वाले मुंह की मुंह दिखाई , ...
कोई शादी शुदा ननदे एक दो मिल के नयी दुल्हन का हाथ पीछे से कस के पकड़ लेती थीं फिर धीरे धीरे हौले हौले , लहंगा , पेटीकोट ऊपर सरकाने की जिम्मेदारी हम कुँवारी ननदों की होती थी ,
और साथ नयी भौजी से , उनके मायके वालों का नाम ले ले कर गारी गवाने , कोई मायके वाला बचता नहीं था।
सबसे मजा तो तब आता था , जब चौथी आती थी , भौजी के कुंवारे छोटे भाई लेकर आते थे ,...
हम सब तो उन की खिंचाई करते ही थे , ... खाने के समय , ...
गारियाँ परदे में ही होती थी , बगल के कमरे में बैठ कर ,
लेकिन पहली गारी नयकी भौजी को गानी पड़ती थी , अपने सब भाइयों का नाम ले ले कर , ...
और तब होता था की दुलहन अब मायके से ससुराल की हो गयी।
" तुझे झाड़ा की नहीं , ... "मैंने बात बदलते पूछा।
" कहाँ , .... हाँ गारी दिलवाने के बाद शलवार पहनने दिया ,
पर ब्रा चड्ढी उठा के कमरे के दूसरे ओर फेंक दी , शलवार भी सिर्फ घुटने तक ,... सात आठ बार
बाद में तो हालत ये हो गयी थी की बस वो लोग छूती तो मैं एकदम किनारे पर ,
तभी उ दुलरिया छिनार , कबौं , मेरे निपल पे काट लेती दांत से कस के तो कभी जोर से थप्पड़ गाल पे मारे दर्द के ,
दो बजे का घंटा सुनने का तो मुझे याद है , उसके बाद भी आधा घंटा और ,
मैं एकदम गीली हो गयी थी , तब पहले आपकी मंझली ननद की नाक बजी , उसके बाद दुलरिया की।
मैंने मोबाइल निकाल के देखा तो पौने तीन बजे थे , और आपके देवर के बीसों मेसेज , ... मैंने उसको जवाब दिया ,... आती हूँ , थोड़ी देर में , बस उसके बाद तो मेसेज पर मेसेज , ...
मैंने देखा की आपकी गाँव वाली जेठानी निकली बाथरूम के लिए पर लौट कर उन्होंने दरवाजा बंद नहीं किया ,
बस मुझे मौका मिला और मैं दबे पाँव ,... तीन बज रहा था , सब लोग सो चुके थे। "
और बाहर मेरे देवर ने तुझे दबोच लिया , है न।
हँसते हुए मैं बोली।
" एकदम , बहुत बेसबरा है वो " गुड्डो भी हँसते हुए बोली।
![[Image: Guddi-meri-chhoti-nanad-kacche-Tikore.jpg]](https://i.ibb.co/X56xG0t/Guddi-meri-chhoti-nanad-kacche-Tikore.jpg)
मंझली ननद और दुलारी
अब अंदर सिर्फ खेली खायी भौजाइयां थी , शादी शुदा और कच्ची कलियों की कबड्डी आज बिना किसी भूमिका के शुरू हो गयी थी ,
लेकिन दुलारी और मंझली ननद ने कुछ और प्लान बनाया था गुड्डो के लिए ,...
मंझली ननद पीछे लेटी थीं बस उन्होंने जैसा तय था पहले से , पहले तो गुदगुदी लगाई , फिर पीछे से गुड्डो के दोनों हाथ कस के दबोच लिए।
अब दुलारो ने अपना काम किया ,
आराम से उसकी कुर्ती के बटन खोले और दोनों कबूतरों को आजाद कर दिया।
![[Image: tits-teen.jpg]](https://i.ibb.co/rm6LQbV/tits-teen.jpg)
स्ट्रैपलेस फ्रंट ओपन ब्रा ने दुलारी का काम आसान कर दिया था ,
और अब वही ब्रा जो लौंडो की निगाहों से गुड्डो रानी के हाईकॉलेज वाले छोटे छोटे जुबना को बचाती थी , ...
मंझली ननद ने उसका इस्तेमाल आराम से धीमे धीमे गुड्डो के दोनों हाथ पीछे बाँधने में कर दिए।
गुड्डो के दोनों हाथ बंध गए थे और मंझली ननद के दोनों हाथ आजाद हो गए थे ,
![[Image: Guddi-nips-9ff1893c40a78e33f877fbc378f08865.jpg]](https://i.ibb.co/NTnFZ1P/Guddi-nips-9ff1893c40a78e33f877fbc378f08865.jpg)
बस , उन्होंने और दुलारी ने उस हाईकॉलेज वाली की कच्ची अमिया बाँट ली ,
एक मेरी मंझली ननद के हिस्से में दूसरी दुलारी के ,
![[Image: boobs-massage-12192169.gif]](https://i.ibb.co/WKDktQR/boobs-massage-12192169.gif)
लेकिन दुलारी का एक हाथ खाली था ,
और वो हाथ काफी था गुड्डो के शलवार के नाड़े को खोलने के लिए ,
आज उन दोनों को जरा भी जल्दी नहीं थी , आज तो धीमी आंच पर ,
पहले शलवार उतरी फिर शलवार के अंदर की चड्ढी ,
और तबतक मंझली ननद के होंठो ने गुड्डो के होंठों को कैद कर रखा था बल्कि कचकचा कर काट रही थीं वो खा रही थीं
![[Image: lesbian-kiss-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho10-r1-500.gif]](https://i.ibb.co/qgzKFRn/lesbian-kiss-tumblr-nwsajn3u-Xc1tbywgho10-r1-500.gif)
और उनके दोनों हाथ गुड्डो के उभारों को कभी बस हलके हलके सहलाते तो कभी कस के रगड़ मसल देते ,
कभी अंगूठे और तर्जनी के बीच उसके निपल को रगड़ देतीं।
![[Image: sixteen-nips-3.jpg]](https://i.ibb.co/QnZyfpy/sixteen-nips-3.jpg)
और गुड्डो अकेली नहीं थी जिसकी ऐसी रगड़ाई हो रही थी ,
गीता , मीता ,मिली , सब को भौजाइयों ने रजाई के अंदर ,...
![[Image: Lez-Gu-9239736.gif]](https://i.ibb.co/WzD0XYB/Lez-Gu-9239736.gif)
और नाइट कॉलेज चल रहा था
और एक बार गुड्डो की गुलाबो रानी खुल गयीं फिर तो ,
दुलारी ने सीधे वहीँ सेंध लगा दी ,
बड़ी देर तक ऊपर ऊपर से गुड्डो की कसी चूत वो रगड़ती मसलती रही , दोनों पुत्तियाँ फ्लिक करती रही ,
फिर कचकचा के एक ऊँगली पेल दी उसने , ...
![[Image: lez-xxx1.gif]](https://i.ibb.co/6X3jZmg/lez-xxx1.gif)
गुड्डो ने हलके से चीखने की कोशिश की तो एक जोरदार थप्पड़ उसके चूतड़ पर ,
" छिनार , लौंडन क मोट मोट लौंड़ा घोंटबू एही बुरिया में , और हमार एक ऊँगली में जान निकरत हो , तोहार सारे ख़ानदान के गदहन से चुदवाऊ"
दुलारी चालू हो गयी थी।
मंझली ननद ने ऊपर का मोर्चा कस के सम्हाल रखा था , अब उनके होंठ गुड्डो के निपल पर ,
![[Image: lez-nip-19192148.gif]](https://i.ibb.co/wdNQnFr/lez-nip-19192148.gif)
और दूसरा उनकी उँगलियों के बीच ,..
और कुछ देर में उनका हाथ गुड्डो की सहेली पर
और दुलारी चूँची की रगड़ाई मलाई करने में लगी थी।
लेकिन मेरी दोनों छिनार ननदों ने एक काम और तय किया था , गुड्डो को वो दोनों मिल कर झाड़ने तक तो ले जाएंगी लेकिन झाड़ेंगी नहीं , तड़पने देंगी , गुड्डो खुद रिरयायेगी , और उससे अपनी सब शर्ते वो मनवाएंगी , उसके बाद ,...
तीन बार वो दोनों गुड्डो को झाड़ने के करीब ले गयीं , और हर बार ,
मंझली ननद की तो पांच दिन वाली छुट्टी चल रही थी लेकिन दुलारी अभी कुछ दिन पहले ही गौने गयी थी , इस शादी के लिए ससुराल से लौट कर आयी थी , मरद के लिए छुनछीया रही थी ,
बस उसने गुड्डो की उँगलियों को खींच कर अपनी झांटो भरी बुर पर ,...
और साथ में उससे गारियाँ दिलवाई गयीं ,
और किसको उसके मायकेवालों को , उसके भाइयों बहनों को , लेकिन सबसे ज्यादा मुझे ,
" बहुत नयकी भौजी का साथ दे दे के हम लोगन क गरियात रहु न , चला ,.. नहीं नहीं नाम ले ले के कोमल ,... "
दुलारी और मंझली ननद दोनों
और जब गुड्डो थोड़ा हिचकिचाई तो मंझली ननद ने दुलारी को ग्रीन सिंग्नल दे दिया ,
" सुन दुलरिया , यह छिनार क आज सच में फाड़ के , एक उँगरी में एकर परपरात बा ,.. तो आज तीन उँगरी पेल दे एक साथ , .... "
मंझली ननद बोली और अपनी बात को जैसे सिद्ध करते हुए अपनी भी एक ऊँगली उन्होंने दुलारी की ऊँगली के साथ पेल दी ,
अब दोनों की एक एक उँगलियाँ चूत के अंदर
गुड्डो जोर से चीखी पर दुलारी उसे चूमती हुयी बोली ,
" अबहीं बहुत चीखबू , ... "
और मंझली ननद से बोली
![[Image: fingering-a-16977090.gif]](https://i.ibb.co/Km8TK9X/fingering-a-16977090.gif)
" यह छिनार क चूतड़ भी , सब लौंडन के आगे गांड मटकाय मटकाय के चलत है , आज इसकी गांड भी फाड़ दूंगी , खाली तीन उँगरी से कुछ नहीं होगा इसकी बुरिया में , तीन बुर में तीन गांड में "
" एकदम सही बोल रही हो तू , नाही तो कोमल क नाम ले ले के दस गारी सुनाव ,...
मंझली ननद बोलीं और जैसे अपनी बात पर जोर देने के लिए उन्होंने अपना अंगूठा गुड्डो की गांड की दरार में रगड़ना शुरू कर दिया।
कोई खायी खेली होती तो वो भी हथियार डाल देती ,
ये बेचारी तो सोलह साल वाली , हाईकॉलेज वाली , ... नयी नवेली ,... कच्ची कली।
मैं समझ गयी की गुड्डो ने , पर उसकी हिम्मत बढ़ाते मैं बोली ,
" अरे तो ठीक तो है , गारी में कउनो रिश्तेदारी नहीं देखी जाती , अब देखो कल मैंने सास जी का नाम ले ले के , गधा , घोडा कुछ नहीं छोड़ा ,... "
मेरे दिमाग में अपने मायके की बातें याद आ रही थी ,
गाँव में कउनो नयी भौजी आवें , अगले दिन हम सब ननद मिल कर ,...
एक तो इस्तेमाल के बाद नीचे वाले मुंह की मुंह दिखाई , ...
कोई शादी शुदा ननदे एक दो मिल के नयी दुल्हन का हाथ पीछे से कस के पकड़ लेती थीं फिर धीरे धीरे हौले हौले , लहंगा , पेटीकोट ऊपर सरकाने की जिम्मेदारी हम कुँवारी ननदों की होती थी ,
और साथ नयी भौजी से , उनके मायके वालों का नाम ले ले कर गारी गवाने , कोई मायके वाला बचता नहीं था।
सबसे मजा तो तब आता था , जब चौथी आती थी , भौजी के कुंवारे छोटे भाई लेकर आते थे ,...
हम सब तो उन की खिंचाई करते ही थे , ... खाने के समय , ...
गारियाँ परदे में ही होती थी , बगल के कमरे में बैठ कर ,
लेकिन पहली गारी नयकी भौजी को गानी पड़ती थी , अपने सब भाइयों का नाम ले ले कर , ...
और तब होता था की दुलहन अब मायके से ससुराल की हो गयी।
" तुझे झाड़ा की नहीं , ... "मैंने बात बदलते पूछा।
" कहाँ , .... हाँ गारी दिलवाने के बाद शलवार पहनने दिया ,
पर ब्रा चड्ढी उठा के कमरे के दूसरे ओर फेंक दी , शलवार भी सिर्फ घुटने तक ,... सात आठ बार
बाद में तो हालत ये हो गयी थी की बस वो लोग छूती तो मैं एकदम किनारे पर ,
तभी उ दुलरिया छिनार , कबौं , मेरे निपल पे काट लेती दांत से कस के तो कभी जोर से थप्पड़ गाल पे मारे दर्द के ,
दो बजे का घंटा सुनने का तो मुझे याद है , उसके बाद भी आधा घंटा और ,
मैं एकदम गीली हो गयी थी , तब पहले आपकी मंझली ननद की नाक बजी , उसके बाद दुलरिया की।
मैंने मोबाइल निकाल के देखा तो पौने तीन बजे थे , और आपके देवर के बीसों मेसेज , ... मैंने उसको जवाब दिया ,... आती हूँ , थोड़ी देर में , बस उसके बाद तो मेसेज पर मेसेज , ...
मैंने देखा की आपकी गाँव वाली जेठानी निकली बाथरूम के लिए पर लौट कर उन्होंने दरवाजा बंद नहीं किया ,
बस मुझे मौका मिला और मैं दबे पाँव ,... तीन बज रहा था , सब लोग सो चुके थे। "
और बाहर मेरे देवर ने तुझे दबोच लिया , है न।
हँसते हुए मैं बोली।
" एकदम , बहुत बेसबरा है वो " गुड्डो भी हँसते हुए बोली।