03-09-2019, 09:12 PM
(This post was last modified: 11-12-2020, 11:23 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मंजू बाई
![[Image: Manju-bai-22.jpg]](https://i.ibb.co/gMqLXWb/Manju-bai-22.jpg)
अरे मुन्ना , कुछ मिनती करो ,हाथ पैर जोड़ो ,मान मनौवल करो ," और ये बोलते हुए उनकी लुंगी बनी साडी को कमर तक उठा के ,उनकी कमर में लपेट दिया।
मंजू बाई नीचे उतर आयी थी ,उनके बगल में खड़ी।
खूंटा अब एकदम बाहर खुल्लम खुला।
खूब कड़क।
मंजू बाई की निगाहें एकदम उसपर गड़ी रहीं ,फिर अचानक उसने अपनी मुट्ठी में उसे दबोच लिया।
![[Image: cock-kamal-thick-download.jpg]](https://i.ibb.co/Wf4GgSs/cock-kamal-thick-download.jpg)
" हथियार तो जबरदस्त है। मस्त ,खूब कड़ा। "
हलके से दबाते हुए वो बोली, फिर धीरे धीरे मुठियाने लगी और मुठियाते हुए एक झटके में सुपाड़ा खोल दिया।
उसकी ओर आँख मार के मंजू बाई , हलके से मुस्कराते बोली ,
" बहुत भूखा लग रहा है। चाहिए क्या कुछ इसको ?"
इनकी हालत खराब ,लेकिन धीरे धीरे अब ये भी खेल सीख रहे थे , मंजू बाई से बोले।
" मेरा देख लिया , मुझे भी दिखाओ न "
मंजू बाई कौन इत्ती आसानी से मानने वाली ,उसने सर न में हिला दिया , हँसते हुए।
अब ये भी समझ गए थे की उसकी ना में कितनी हाँ है , बस अपने दोनों पैर उन्होंने मंजू बाई की टांगों के बीच फंसा के फैला दिया।
अपने दोनों हाथों से उसकी साडी के एकसाथ उपर की ओर, गठी हुयी पिंडलियाँ , घुटने ,मांसल चिकनी जाँघे और धीरे धीरे और ऊपर , और ऊपर
मंजू बाई ना ना करती रही , ना में दाएं बाएं सर हिलाती रही ,लेकिन रोकने की उसने कोई कोशिश नहीं की।
कुछ देर में साडी और साया उसकी कमर तक ,और केले के तने ऐसे चिकनी मांसल जाँघे और उनके बीच
खजाना
![[Image: Mummy-pussy-2-142895-12.jpg]](https://i.ibb.co/3BtTj6n/Mummy-pussy-2-142895-12.jpg)
काली काली झांटों के झुरमुट में छिपी ,खोयी , खूब गद्देदार मखमली दोनों पुत्तियाँ और उसके बीच बहुत छोटा सा छेद।
उनकी हथेली सीधे वहीँ पहुँच गयी और हलके हलके उसे वो दबाने लगे।
" क्यों इसके पहले कभी भोंसडा नहीं देखा था क्या , भोंसड़ी के। तेरी माँ ,.. "
लेकिन उनकी आँखे और दिल ऊपर की मंजिल पर ही लगा था।
मंजू बाई के मम्मे थे भी ऐसे गजब ,बिना ब्रा के ब्लाउज को फाड़ते ,निपल पूरा का पूरा झांकता
और वो उनकी आँखों और इरादों को अच्छी तरह ताड़ रही थी ,मुस्करा के बोली ,
" अरे , ऊपर की मंजिल के लिए नीचे अर्जी लगाओ। मिलेगी ,मिलेगी। "
वो तुरंत मतलब समझ गए और अगले पल घुटनों पे ,उनके होंठों ने मंजू बाई की खुली चिकनी जाँघों से चढ़ाई शुरू की और बस कुछ पलों में मंजिल पे।
![[Image: pussy-licking-7.gif]](https://i.ibb.co/qn4tm0s/pussy-licking-7.gif)
काली काली झांटे उनके चेहरे पर लग रही थीं , लेकिन एक अजब सी नशीली महक , एक सरसराहट ,
पहले एक छोटी सी चुम्मी और फिर अपने होंठ नीचे के होंठों पे उन्होंने रगड़ने शुरू कर दिए।
असर भी तुरंत हुआ।
मंजू बाई ने झुक के कस के उन के सर को पकड़ लिया ,अपनी जाँघों पर प्रेस करने लगी। उन्होंने चाटने की रफ़्तार तेज कर दी।
पहले हलके हलके ,फिर उनकी जीभ एकदम नीचे
एकदम चिपक गयी जैसे कोई चुम्बक लगा हो ,रगड़ते ,घिसते ,
एक अजब स्वाद ,एक अजब ललक ,एक अजब महक
जीभ की नोक से बुर की दोनों माँसल रसीली फांकों को उन्होंने अलग किया , थोड़ी देर सपड़ सपड़ चाटा , और फिर एक धक्के में
आधी जीभ अंदर ,गोल गोल घुमाते हुए
![[Image: Pussy-licking-CU-tumblr-nndkm84-XZP1ut80j1o1-400.gif]](https://i.ibb.co/tpxvvnN/Pussy-licking-CU-tumblr-nndkm84-XZP1ut80j1o1-400.gif)
साथ में उनके होंठ मंजू बाई की बुर के पपोटों को जोर से दबोचे हुए ,कस कस के चूस रहे थे , जैसे उसके रस का एक एक बूँद चूस लेंगे।
" ओह्ह ... हाँ ... उह्ह्ह ओह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ .... "
मंजू बाई जोर जोर से सिसकारियां भर रही थी ,कस के उनके सर को दबोच के अपनी बुर पे प्रेस कर रही थी। उसकी देह पूरी ढीली हो गयी थी।
" ओह्ह आह क्या मस्त चाटते हो , ओह्ह और जोर जोर से पक्के ,.... पक्के चूत चटोरे हो , मादरचोद ,.... हाँ हाँ "
और ये कह के जैसे कोई लड़का लन्ड चूस रही लड़की के मुंह में लन्ड ठेल दे , मंजू बाई ने उनका सर दोनों हाथों से जोर से पकड़ के अपनी मांसल गुलगुली रसीली बुर उनके मुंह में ठेल दी।
" रंडी के ,... और ,हाँ ...ऐसे ही ऐसे ही ,.... बस ओह्ह लगता है बचपन से ,.. किसका भोंसड़ा चूस चूस के प्रैक्टिस की है ,....
![[Image: Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif]](https://i.ibb.co/kB3cD66/Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif)
जितनी जोर से वो चूस रहे थे उतनी ही जोर से मंजू बाई अपनी प्यासी बुर के धक्के उनके मुंह पे मार रही थी।
उनके बालों में प्यार से ऊँगली फिराती वो बोली ,
" मुन्ने ने दुद्दू नहीं पिया है बहुत दिन से , तेरा मन दुद्धू पिने का कर रहा है। "
बिना चूसना बंद किये उन्होंने एक बार सर उठा के मंजू की ओर सर उठा के देखा और हामी में सर हिलाया।
" पिलाऊंगी ,पिलाऊंगी तुझे दुद्धू , बस तू चूस चाट के मेरा मन भर दे और फिर मैं तेरा मन भर दूंगी। "
![[Image: MIL-9adfa476e72e0e2debd4353677d76f20.jpg]](https://i.ibb.co/yYvdDSh/MIL-9adfa476e72e0e2debd4353677d76f20.jpg)
मंजू बाई ने जोर जोर से धक्के लगाते बोला।
जीभ जो अब तक मंजू बाई की बुर में अंदर बाहर हो रही थी अब बाहर निकली और सीधे उसकी क्लीट पर , थोड़ी देर तक उन्होंने हलके हलके क्लीट पर फ्लिक किया , फिर जोर जोर से चाटने लगे।
असर तुरंत हुआ , मंजू बाई कांपने लगी ,सिसकने लगी।
उन्होंने मस्ती में मंजू बाई के बड़े चूतड़ कस के पकड़ लिए , उनके नाख़ून मंजू बाई के मांसल गदराये नितंबों में धंस गए। और फिर ,
मंजू बाई ने पहले तो अपनी भरी भरी जाँघे खोली और अपने दोनों तगड़े हाथों से उनके सर को और अंदर , और ,... और पुश किया ,गाइड किया , फिर एकबारगी सँड़सी की तरह मंजू बाई की जाँघों ने उनके सर को दबोच लिया।
![[Image: ass-licking-GG-428-jpg-extra.jpg]](https://i.ibb.co/B3hLvjh/ass-licking-GG-428-jpg-extra.jpg)
अब वो लाख कोशिश करें ,मुंह ,चेहरा हिला नहीं सकते थे।
उनके मुंह को एक नया स्वाद , नयी महक ,
सिर्फ उनके होंठों को आजादी थी ,उनकी जीभ को आजादी थी ,चूसने की ,चाटने की। और एक बार फिर जीभ ऊपर से नीचे तक लपर लपर चाट रही थी ,होंठ चूस रहे थे।
छेद आगे का हो , या पीछे का , जीभ का काम चाटना , होंठ का काम चूसना देह का रस लेना ,स्वाद लेना , वो रस कहीं से भी निकले स्वाद किसी का भी हो।
अबतक उनके होंठ जीभ ये सीख गए थे।
![[Image: ass-licking-16729867.gif]](https://i.ibb.co/HCCW1mf/ass-licking-16729867.gif)
पिछवाड़े जीभ आगे से पीछे उपर से नीचे और थोड़ा अंदर भी, साथ में होंठ कस कस के चूस रहे थे।
और एक बार जब होंठ पीछे के छेद से आगे आये तो बस बुर ,एक तार की चाशनी छोड़ रही थी। एकदम रस में चिपकी ,भीगी।
अगले ही पल वो मंजू बाई की बांहों में थे ,उनके होंठ जो अगवाड़े पिछवाड़े का मीठा मीठा रस ले रहे थे ,सीधे मंजू बाई के होंठों पे ,चिपके।
![[Image: Manju-bai-22.jpg]](https://i.ibb.co/gMqLXWb/Manju-bai-22.jpg)
अरे मुन्ना , कुछ मिनती करो ,हाथ पैर जोड़ो ,मान मनौवल करो ," और ये बोलते हुए उनकी लुंगी बनी साडी को कमर तक उठा के ,उनकी कमर में लपेट दिया।
मंजू बाई नीचे उतर आयी थी ,उनके बगल में खड़ी।
खूंटा अब एकदम बाहर खुल्लम खुला।
खूब कड़क।
मंजू बाई की निगाहें एकदम उसपर गड़ी रहीं ,फिर अचानक उसने अपनी मुट्ठी में उसे दबोच लिया।
![[Image: cock-kamal-thick-download.jpg]](https://i.ibb.co/Wf4GgSs/cock-kamal-thick-download.jpg)
" हथियार तो जबरदस्त है। मस्त ,खूब कड़ा। "
हलके से दबाते हुए वो बोली, फिर धीरे धीरे मुठियाने लगी और मुठियाते हुए एक झटके में सुपाड़ा खोल दिया।
उसकी ओर आँख मार के मंजू बाई , हलके से मुस्कराते बोली ,
" बहुत भूखा लग रहा है। चाहिए क्या कुछ इसको ?"
इनकी हालत खराब ,लेकिन धीरे धीरे अब ये भी खेल सीख रहे थे , मंजू बाई से बोले।
" मेरा देख लिया , मुझे भी दिखाओ न "
मंजू बाई कौन इत्ती आसानी से मानने वाली ,उसने सर न में हिला दिया , हँसते हुए।
अब ये भी समझ गए थे की उसकी ना में कितनी हाँ है , बस अपने दोनों पैर उन्होंने मंजू बाई की टांगों के बीच फंसा के फैला दिया।
अपने दोनों हाथों से उसकी साडी के एकसाथ उपर की ओर, गठी हुयी पिंडलियाँ , घुटने ,मांसल चिकनी जाँघे और धीरे धीरे और ऊपर , और ऊपर
मंजू बाई ना ना करती रही , ना में दाएं बाएं सर हिलाती रही ,लेकिन रोकने की उसने कोई कोशिश नहीं की।
कुछ देर में साडी और साया उसकी कमर तक ,और केले के तने ऐसे चिकनी मांसल जाँघे और उनके बीच
खजाना
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काली काली झांटों के झुरमुट में छिपी ,खोयी , खूब गद्देदार मखमली दोनों पुत्तियाँ और उसके बीच बहुत छोटा सा छेद।
उनकी हथेली सीधे वहीँ पहुँच गयी और हलके हलके उसे वो दबाने लगे।
" क्यों इसके पहले कभी भोंसडा नहीं देखा था क्या , भोंसड़ी के। तेरी माँ ,.. "
लेकिन उनकी आँखे और दिल ऊपर की मंजिल पर ही लगा था।
मंजू बाई के मम्मे थे भी ऐसे गजब ,बिना ब्रा के ब्लाउज को फाड़ते ,निपल पूरा का पूरा झांकता
और वो उनकी आँखों और इरादों को अच्छी तरह ताड़ रही थी ,मुस्करा के बोली ,
" अरे , ऊपर की मंजिल के लिए नीचे अर्जी लगाओ। मिलेगी ,मिलेगी। "
वो तुरंत मतलब समझ गए और अगले पल घुटनों पे ,उनके होंठों ने मंजू बाई की खुली चिकनी जाँघों से चढ़ाई शुरू की और बस कुछ पलों में मंजिल पे।
![[Image: pussy-licking-7.gif]](https://i.ibb.co/qn4tm0s/pussy-licking-7.gif)
काली काली झांटे उनके चेहरे पर लग रही थीं , लेकिन एक अजब सी नशीली महक , एक सरसराहट ,
पहले एक छोटी सी चुम्मी और फिर अपने होंठ नीचे के होंठों पे उन्होंने रगड़ने शुरू कर दिए।
असर भी तुरंत हुआ।
मंजू बाई ने झुक के कस के उन के सर को पकड़ लिया ,अपनी जाँघों पर प्रेस करने लगी। उन्होंने चाटने की रफ़्तार तेज कर दी।
पहले हलके हलके ,फिर उनकी जीभ एकदम नीचे
एकदम चिपक गयी जैसे कोई चुम्बक लगा हो ,रगड़ते ,घिसते ,
एक अजब स्वाद ,एक अजब ललक ,एक अजब महक
जीभ की नोक से बुर की दोनों माँसल रसीली फांकों को उन्होंने अलग किया , थोड़ी देर सपड़ सपड़ चाटा , और फिर एक धक्के में
आधी जीभ अंदर ,गोल गोल घुमाते हुए
![[Image: Pussy-licking-CU-tumblr-nndkm84-XZP1ut80j1o1-400.gif]](https://i.ibb.co/tpxvvnN/Pussy-licking-CU-tumblr-nndkm84-XZP1ut80j1o1-400.gif)
साथ में उनके होंठ मंजू बाई की बुर के पपोटों को जोर से दबोचे हुए ,कस कस के चूस रहे थे , जैसे उसके रस का एक एक बूँद चूस लेंगे।
" ओह्ह ... हाँ ... उह्ह्ह ओह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ .... "
मंजू बाई जोर जोर से सिसकारियां भर रही थी ,कस के उनके सर को दबोच के अपनी बुर पे प्रेस कर रही थी। उसकी देह पूरी ढीली हो गयी थी।
" ओह्ह आह क्या मस्त चाटते हो , ओह्ह और जोर जोर से पक्के ,.... पक्के चूत चटोरे हो , मादरचोद ,.... हाँ हाँ "
और ये कह के जैसे कोई लड़का लन्ड चूस रही लड़की के मुंह में लन्ड ठेल दे , मंजू बाई ने उनका सर दोनों हाथों से जोर से पकड़ के अपनी मांसल गुलगुली रसीली बुर उनके मुंह में ठेल दी।
" रंडी के ,... और ,हाँ ...ऐसे ही ऐसे ही ,.... बस ओह्ह लगता है बचपन से ,.. किसका भोंसड़ा चूस चूस के प्रैक्टिस की है ,....
![[Image: Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif]](https://i.ibb.co/kB3cD66/Pussy-licking-D-tumblr-npvx9nu5vo1ruz27bo2-250.gif)
जितनी जोर से वो चूस रहे थे उतनी ही जोर से मंजू बाई अपनी प्यासी बुर के धक्के उनके मुंह पे मार रही थी।
उनके बालों में प्यार से ऊँगली फिराती वो बोली ,
" मुन्ने ने दुद्दू नहीं पिया है बहुत दिन से , तेरा मन दुद्धू पिने का कर रहा है। "
बिना चूसना बंद किये उन्होंने एक बार सर उठा के मंजू की ओर सर उठा के देखा और हामी में सर हिलाया।
" पिलाऊंगी ,पिलाऊंगी तुझे दुद्धू , बस तू चूस चाट के मेरा मन भर दे और फिर मैं तेरा मन भर दूंगी। "
![[Image: MIL-9adfa476e72e0e2debd4353677d76f20.jpg]](https://i.ibb.co/yYvdDSh/MIL-9adfa476e72e0e2debd4353677d76f20.jpg)
मंजू बाई ने जोर जोर से धक्के लगाते बोला।
जीभ जो अब तक मंजू बाई की बुर में अंदर बाहर हो रही थी अब बाहर निकली और सीधे उसकी क्लीट पर , थोड़ी देर तक उन्होंने हलके हलके क्लीट पर फ्लिक किया , फिर जोर जोर से चाटने लगे।
असर तुरंत हुआ , मंजू बाई कांपने लगी ,सिसकने लगी।
उन्होंने मस्ती में मंजू बाई के बड़े चूतड़ कस के पकड़ लिए , उनके नाख़ून मंजू बाई के मांसल गदराये नितंबों में धंस गए। और फिर ,
मंजू बाई ने पहले तो अपनी भरी भरी जाँघे खोली और अपने दोनों तगड़े हाथों से उनके सर को और अंदर , और ,... और पुश किया ,गाइड किया , फिर एकबारगी सँड़सी की तरह मंजू बाई की जाँघों ने उनके सर को दबोच लिया।
![[Image: ass-licking-GG-428-jpg-extra.jpg]](https://i.ibb.co/B3hLvjh/ass-licking-GG-428-jpg-extra.jpg)
अब वो लाख कोशिश करें ,मुंह ,चेहरा हिला नहीं सकते थे।
उनके मुंह को एक नया स्वाद , नयी महक ,
सिर्फ उनके होंठों को आजादी थी ,उनकी जीभ को आजादी थी ,चूसने की ,चाटने की। और एक बार फिर जीभ ऊपर से नीचे तक लपर लपर चाट रही थी ,होंठ चूस रहे थे।
छेद आगे का हो , या पीछे का , जीभ का काम चाटना , होंठ का काम चूसना देह का रस लेना ,स्वाद लेना , वो रस कहीं से भी निकले स्वाद किसी का भी हो।
अबतक उनके होंठ जीभ ये सीख गए थे।
![[Image: ass-licking-16729867.gif]](https://i.ibb.co/HCCW1mf/ass-licking-16729867.gif)
पिछवाड़े जीभ आगे से पीछे उपर से नीचे और थोड़ा अंदर भी, साथ में होंठ कस कस के चूस रहे थे।
और एक बार जब होंठ पीछे के छेद से आगे आये तो बस बुर ,एक तार की चाशनी छोड़ रही थी। एकदम रस में चिपकी ,भीगी।
अगले ही पल वो मंजू बाई की बांहों में थे ,उनके होंठ जो अगवाड़े पिछवाड़े का मीठा मीठा रस ले रहे थे ,सीधे मंजू बाई के होंठों पे ,चिपके।