Thread Rating:
  • 8 Vote(s) - 2.63 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Misc. Erotica काजल, दीवाली और जुए का खेल (completed)
#12
सारिका ने अपना हाथ अपनी चूत पर रगड़ा और ढेर सारा शहद निकाल कर केशव के लंड पर मल दिया...और फिर अपना मुँह नीचे करके उसने उस शहद से डूबे भुट्टे को अपने मुँह मे लिया 
[Image: hot-girls-sucking-dick-blowjob.gif&ehk=C...Qo4bT4qkew]


और ज़ोर-2 से चूसने लगी...

[Image: tumblr_inline_onhcwkjFqG1ubgll5_500.gif]
केशव का शरीर कुछ देर के लिए कसमसाया...पर शायद गहरी नींद में था वो..इसलिए कुछ और नही किया...पर उसका सिर इधर-उधर होने लगा था...क्योंकि नींद मे ही सही, उसे ये एहसास हो रहा था की उसका लंड चूसा जा रहा है...



फिर सारिका ने एक मिनट तक चूसने के बाद उसे बाहर निकाला और केशव के पलंग पर चढ़ गयी ..उसके दोनों तरफ टांगे करते हुए उसने उसके लंड को ठीक अपनी चूत के उपर रखा और धप्प से उपर बैठ गयी..

[Image: edf08bdc1d9a404904c3b1f13586990f.jpg]

''
अहह....... उम्म्म्मममममममममम ............ ओह .... केशव .............. ''

और अपने लंड पर दबाव का एहसास और सारिका की चीख सुनकर केशव की नींद एकदम से खुल गयी..और सोते हुए वो ये सपना देखा रहा था की उसका लंड काजल चूस रही है..और चुदाई भी वो करवा रही है...इसलिए आँखे खुलने से पहले उसके मुँह से एक उत्तेजना से भारी आवाज़ निकली : "ओह ..... काजल ..........''

और फिर जब उसने आँखे खोलकर देखा की असल मे उसके उपर सारिका है तो उसके तो जैसे होश ही उड़ गये...

केशव : " ये...ये क्या ..... सारिका ...... तू ....यहाँ ....और ये क्या है ..... तेरी ......''

और सारिका उसे शक भारी नज़रों से देखते हुए ,गुस्से मे भरकर बोली : "क्या बोला तू अभी....काजल बोला था ...''

तब तक केशव की नज़र बाहर छुपकर उनकी चुदाई देख रही काजल पर जा चुकी थी..और उसे समझते देर नही लगी की असल मे हो क्या रहा है वहाँ...

वो एकदम से बोला : "अरी बेवकूफ़...अपने पीछे देख...काजल दीदी खड़ी है..उन्हें देखकर बोला था मैं ''

और इतना कहते हुए उसने नीचे गिरी हुई चादर अपने और सारिका के नंगे जिस्म पर खींच ली..

[img][Image: 93544150_alluring-attractive-beautiful-774508.jpg][/img]

काजल भी समझ गयी की अब छुपने का कोई फायदा नही है...वो बाहर निकल कर अंदर गयी..

और सारिका की हालत तो ऐसी हो रही थी जैसे कोई चोर चोरी करते हुए पकड़ा गया हो...एक तो उसकी पुरानी सहेली , उपर से उससे बोलचाल बंद...और साथ ही वो उसके घर पर ही उसके भाई से चुदवाती हुई पकड़ी गयी..इससे ज़्यादा शरम की और क्या बात हो सकती है...

काजल के लिए ऐसे केशव के कमरे मे खड़े रहना थोड़ा अजीब सा था...कल रात को उनके बीच वो बात चीत हुई होती तो शायद केशव के देख लेने के बाद वो भागकर नीचे चली जाती और बाद मे इस घटना के बारे मे कोई बात भी नही करती...पर अब दोनो के बीच हालात बदल चुके थे..

दूसरी तरफ केशव को भी ज़्यादा डर नही लगा...क्योंकि इतनी अंडरस्टैंडिंग तो हो ही चुकी थी उनमें कल रात , जब वो अपनी बहन को देखकर और उसकी बहन उसको देखकर और वैसी बाते करके कितने उत्तेजित हो रहे थे...

काजल : "तो ये सब होता है रोज मेरे जाने के बाद...''

सारिका ने अपना चेहरा चादर के अंदर छुपा लिया...बेचारी अपना मुँह तक नही दिखा पा रही थी अपनी पुरानी सहेली को..
Like Reply


Messages In This Thread
RE: काजल, दीवाली और जुए का खेल - by Jyoti Singh - 11-01-2019, 07:59 AM



Users browsing this thread: 1 Guest(s)