10-01-2019, 09:31 PM
(This post was last modified: 21-11-2023, 03:43 PM by badmaster122. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मैं धीरे से बहु के पीठ पे हाथ फेरा तो मुझे उसकी पीठ नंगी महसूस हुई, बहु ने ब्रा नहीं पहनी थी मुझे ये सोच के बहुत एक्साईटमेंट हुआ की मैं बहु के बैडरूम में हूँ और बहु बिना ब्रा के मेरे बगल में लेटी है, मैं अपना लंड बहार निकाल के मुठ मारने लगा और मैंने अपने लंड का पानी उसके बेड पे निकाल दिया।
करीब १ घंटे बाद बहु कमरे में चाय ले के आयी, वो मेरे सामने थिन टी-शर्ट में झुकि हुई थे और बिना ब्रा की उसके बूब्स के निप्पल के इम्प्रैशन साफ़ नज़र आ रहे थे।
सरोज- पापा उठिये आप मॉर्निंग वाक पे नहीं जाएंगे।। ? (बहु अपने दोनों हाथ उठा के अपने बाल बाँधते हुवे बोली।। हाथ उठाने से उसके बूब्स बड़े लग रहे थे और निप्पल भी साफ़ नज़र आ रहा थे।।)
मै- हाँ बहु चलो मैं चेंज कर लेता हूँ।
सरोज -बाबू जी आप अकेले चले जाईये मैंने कल का ट्रैक सूट वाश के लिए डाल दिया है।।
मै - तो क्या हुवा बहु, तुम यही टी-शर्ट और स्कर्ट पहन के चलो, पार्क में तो और भी लड़कियां ऐसे आती है।। (मैंने उसके बूब्स के तरफ घूरते हुए कहा)
सरोज - ठीक है बाबू जी आप चलिये मैं ब्रा पहन के आती हू।।
बहु के मुह से ब्रा पहनने की बात सुन के मेरा लंड खड़ा हो गया, बहु ने कितनी बेशरमी से मुझसे ब्रा पहनने की बात कह डालि।।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा के सरोज बेड पे कुछ देख रही है।।
मैन - क्या हुआ बहु?
सरोज - बाबू जी देखिये न।।। यहाँ बेड पे कुछ गिरा है।।(बहु ऊँगली से बेड पे गिरि मेरे लंड के पानी को छु रही थी।)
मै - (मेरी बहु मेरे मुट्ठ को हाथ से छु रही थी।) मुझे लगता है बहु वो कल रात जो हमने पराठे खाये थे उसी का घी गिर गया होगा।।
मै मन में सोच रहा था की काश बहु मेरे मूठ को घी समझ के चाट लेती।।
सरोज - (बिस्तर ठीक करने के बाद।।) चलिये बाबू जी
मै - हाँ बहु जरा एक गिलास पानी ला देना।। ( मेरा लंड खड़ा था और मैं इस खड़े लंड के साथ नहीं जा सकता था इसलिए मैंने उससे बहाने से पानी लाने भेज दिया)
सरोज - ये लिजीये बाबू जी
मैन - थैंक यू बहु।।। (मेरे इरेक्शन अब कम हो गया था।)
मै और बहु मॉर्निंग वाक के लिए चले गये।।
उस दिन शाम को फिर से हमदोनो बहु के कमरे में बैठ के बातें कर रहे थे।। डिनर करने के बाद जैसे ही मैं अपने कमरे में जाने के लिए उठा।।
सरोज - पापा कहाँ जा रहे हैं?
मैन - बहु नींद आ रही है, देर हो गई बात करते-करते सुबह उठना भी है।।
सरोज - बाबूजी, यहीं सो जाइये न।।। मैं भी तो चलूँगी आपके साथ वाक पे कल।।
बहु ने मुझे अपने साथ सोने के लिए बोल के मेरी मुराद पूरी कर दि।। अपनी सेक्सी बहु के साथ बेड पे सोने का मौका मैं कैसे छोड़ सकता था। मैं झट्ट से हाँ कह दिया और वापस बेड पे बैठ गया।।
मुझे आज नींद नहीं आ रही थी, मैं अपनी सेक्सी बहु का वेट कर रहा था। कुछ देर बाद बहु कमरे में आयी और लाइट ऑफ कर दिया, अब कमरे में बहुत कम लाइट थी। बहु ने सोचा की मैं सो गया हूं, उसने पास आकर मुझे देखा फिर बेड के पास अपनी साड़ी उतारने लगी। मैं अँधेरे में हल्का सा आँख खोले उसकी गोरी बदन को देख रहा था।। फिर उसने अपना ब्लाउज खोला और पीछे हाथ करके अपनी ब्रा भी उतार दी। उसकी पीठ पीछे से पूरी नंगी हो गई।
उसने अब एक टी-शर्ट डाल लिया। और फिर से मेरी तरफ मुड के देखी। अगले पल झट्ट से अपनी पेटीकोट की डोरी खोल दिया और एक झटके में उसकी पेटीकोट जमीन पे गिर गई। अब उसकी मांसल गोरी जांघें मेरे सामने थी, पेटीकोट उतार कर वो एक स्कर्ट पहन मेरे बगल में लेट गई।। मैं अपना हाथ अपने अंडरवियर के अंदर डाल अपने लंड को धीरे धीरे मसल रहा था।। मुझे आज साड़ी रात नींद नहीं आनी थी।। अपनी बहु के नंगी पीठ और नंगी जाँघ देखने के बाद नींद आती भी कैसे?।।
करीब १ घंटे बाद बहु कमरे में चाय ले के आयी, वो मेरे सामने थिन टी-शर्ट में झुकि हुई थे और बिना ब्रा की उसके बूब्स के निप्पल के इम्प्रैशन साफ़ नज़र आ रहे थे।
सरोज- पापा उठिये आप मॉर्निंग वाक पे नहीं जाएंगे।। ? (बहु अपने दोनों हाथ उठा के अपने बाल बाँधते हुवे बोली।। हाथ उठाने से उसके बूब्स बड़े लग रहे थे और निप्पल भी साफ़ नज़र आ रहा थे।।)
मै- हाँ बहु चलो मैं चेंज कर लेता हूँ।
सरोज -बाबू जी आप अकेले चले जाईये मैंने कल का ट्रैक सूट वाश के लिए डाल दिया है।।
मै - तो क्या हुवा बहु, तुम यही टी-शर्ट और स्कर्ट पहन के चलो, पार्क में तो और भी लड़कियां ऐसे आती है।। (मैंने उसके बूब्स के तरफ घूरते हुए कहा)
सरोज - ठीक है बाबू जी आप चलिये मैं ब्रा पहन के आती हू।।
बहु के मुह से ब्रा पहनने की बात सुन के मेरा लंड खड़ा हो गया, बहु ने कितनी बेशरमी से मुझसे ब्रा पहनने की बात कह डालि।।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा के सरोज बेड पे कुछ देख रही है।।
मैन - क्या हुआ बहु?
सरोज - बाबू जी देखिये न।।। यहाँ बेड पे कुछ गिरा है।।(बहु ऊँगली से बेड पे गिरि मेरे लंड के पानी को छु रही थी।)
मै - (मेरी बहु मेरे मुट्ठ को हाथ से छु रही थी।) मुझे लगता है बहु वो कल रात जो हमने पराठे खाये थे उसी का घी गिर गया होगा।।
मै मन में सोच रहा था की काश बहु मेरे मूठ को घी समझ के चाट लेती।।
सरोज - (बिस्तर ठीक करने के बाद।।) चलिये बाबू जी
मै - हाँ बहु जरा एक गिलास पानी ला देना।। ( मेरा लंड खड़ा था और मैं इस खड़े लंड के साथ नहीं जा सकता था इसलिए मैंने उससे बहाने से पानी लाने भेज दिया)
सरोज - ये लिजीये बाबू जी
मैन - थैंक यू बहु।।। (मेरे इरेक्शन अब कम हो गया था।)
मै और बहु मॉर्निंग वाक के लिए चले गये।।
उस दिन शाम को फिर से हमदोनो बहु के कमरे में बैठ के बातें कर रहे थे।। डिनर करने के बाद जैसे ही मैं अपने कमरे में जाने के लिए उठा।।
सरोज - पापा कहाँ जा रहे हैं?
मैन - बहु नींद आ रही है, देर हो गई बात करते-करते सुबह उठना भी है।।
सरोज - बाबूजी, यहीं सो जाइये न।।। मैं भी तो चलूँगी आपके साथ वाक पे कल।।
बहु ने मुझे अपने साथ सोने के लिए बोल के मेरी मुराद पूरी कर दि।। अपनी सेक्सी बहु के साथ बेड पे सोने का मौका मैं कैसे छोड़ सकता था। मैं झट्ट से हाँ कह दिया और वापस बेड पे बैठ गया।।
मुझे आज नींद नहीं आ रही थी, मैं अपनी सेक्सी बहु का वेट कर रहा था। कुछ देर बाद बहु कमरे में आयी और लाइट ऑफ कर दिया, अब कमरे में बहुत कम लाइट थी। बहु ने सोचा की मैं सो गया हूं, उसने पास आकर मुझे देखा फिर बेड के पास अपनी साड़ी उतारने लगी। मैं अँधेरे में हल्का सा आँख खोले उसकी गोरी बदन को देख रहा था।। फिर उसने अपना ब्लाउज खोला और पीछे हाथ करके अपनी ब्रा भी उतार दी। उसकी पीठ पीछे से पूरी नंगी हो गई।
उसने अब एक टी-शर्ट डाल लिया। और फिर से मेरी तरफ मुड के देखी। अगले पल झट्ट से अपनी पेटीकोट की डोरी खोल दिया और एक झटके में उसकी पेटीकोट जमीन पे गिर गई। अब उसकी मांसल गोरी जांघें मेरे सामने थी, पेटीकोट उतार कर वो एक स्कर्ट पहन मेरे बगल में लेट गई।। मैं अपना हाथ अपने अंडरवियर के अंदर डाल अपने लंड को धीरे धीरे मसल रहा था।। मुझे आज साड़ी रात नींद नहीं आनी थी।। अपनी बहु के नंगी पीठ और नंगी जाँघ देखने के बाद नींद आती भी कैसे?।।