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Misc. Erotica रेशमा - मेरी पड़ोसन
Update 45


रेशमा मुझे प्यार करती है बस बताती नही थी
पर अभी तो हाँ कर दिया
रेशमा के हाँ करते ही मैं हवा मे उड़ रहा था
क्या करूँ क्या ना करूँ
ये करूँ कि वो करूँ , इस वजह से कुछ नही कर पा रहा था
रेशमा ने अपना इरादा क्यूँ बदल दिया ये जानना था
मैं ने रेशमा को बाहों मे लिया तो रेशमा ने हम दोनो के उपर ब्लंकेट ले लिया
रेशमा- क्या हुआ ,
अवी-तुम्हारे हाँ करने की बात हजम नही हो रही है
रेशमा- ये सच है , मुझे भी तुमसे प्यार हुआ है
अवी-वो ठीक है पर तुम्हारे हाँ करते ही ये करूँगा वो करूँगा सोचा था पर एग्ज़ाइट मे कुछ नही कर
पा रहा हूँ
रेशमा- अब तो मैं तुम्हारी हूँ , इतनी जल्दबाज़ी क्यूँ
अवी-कुछ देर बात करते है फिर तुम्हें प्यार करना सीखूंगा
रेशमा- क्या पूछना चाहते हो
अवी-तुम.बाल्कनी से आई हो
रेशमा- हाँ
अवी-सिर्फ़ साड़ी मे , ऐसा क्यूँ
रेशमा- ये तुम्हारी दी हुई है तो इसी मे तुम्हारी होना चाहती थी , तुम और भी कुछ देते तो वो पहन
कर आती पर सिर्फ़ साड़ी थी तो वही पहन कर आ गयी
अवी-तुम इस साड़ी मे हॉट सेक्सी खूबसूरत , क्या कहूँ अप्सरा लग रही हो
रेशमा- थॅंक्स , पर तुम.बिना कपड़ो के क्यूँ हो
अवी-तुम्हें याद कर रहा था , और मैं अकेला रहता हूँ तो ऐसे रहता हूँ
रेशमा- अच्छी आदत है
अवी-तुम भी अब यही आदत डाल दो
रेशमा- तुम्हारी कोई बात को अब मना नही करूँगी
अवी-ये हुई ना बात,, पर क्या मैं जान सकता हूँ तुमने इतनी जल्दी इरादा कैसे बदल दिया
रेशमा- तुम कितने सच्चे हो ये समझ गयी
अवी-ठीक से बताओ
रेशमा- तुम्हारी जगह कोई और होता तो मेरा फ़ायदा उठा लेता पर तुमने सच बताया , और मैं ऐसे
तुम्हें दूसरो के साथ कंपेर करूँगी ये भी बताया , तुम बहुत अजीब हो , तुम्हारी यही बात मुझे
अच्छी लगी थी
अवी-और
रेशमा- तुम्हारी हर बात अच्छी लगती है , तुम मुझे प्यार भी करते हो और मेरा ख़याल भी रखते हो ,
इतना तो मेरा हज़्बेंड भी नही करता
अवी-और
रेशमा- तुम.मेरे हज़्बेंड ना होकर सारे काम हज़्बेंड वाले कर रहे थे , मुझे शादी के बाद जो
ख़ुसीया मेरे हज़्बेंड ने नही दी वो तुमने दी
तुम्हारी जितनी तारीफ करू उतनी कम है
तुम्हारे प्यार करने का तरीका भी अलग था
तुम जब मुझसे दूर गये तो मैं बस तुम्हारे बारे में सोचती रह गयी
अवी-मैं भी , देखा नही उस दिन लिफ्ट मे क्या किया था
रेशमा- मैं भी वही करने वाली थी तुम्हें देख कर पर शादी और समझ मुझे रोक रही थी
अवी-और अब
रेशमा- आज तो मेरे हज़्बेंड को भी ये याद नही रहा कि मेरा बर्तडे है पर तुमने मेरे
बर्तडे मनाया गिफ्ट दिया , मेरे लिए आज कितने तड़फ़े ये देखा , तुम्हारे प्यार को फील किया , तुम वहाँ
आए मुझे ढूँढते हुए जहाँ के बारे में मेरी परछाई को भी पता नही था
तुमने प्यार करके जो ख़ुसी दी वो ख़ुसी सोने नही दे रही थी
तुम्हारी जगह कोई और होता तो एक बार किया तो बार बार करने की धमकी देता
पर तुम तो दोस्त बना कर लिमिट मे रहे
तुमने मुझे हर सिचुशन के पीछे की रिलिटी दिखाई
कॉकरोच की वजह से क्या कर सकते थे तुम फिर भी कुछ नही किया
मैं तुम्हें रोक भी नही पाती
पर तुम दोस्त बन कर ही रहे
मैं बस अब ये चाहती हूँ कि मेरे अपार्टमेंट मे रखी हुई शेम्पियन की बॉटल ख़तम हो जाए
मेरा प्रेमी उस बॉटल को मेरे साथ सेलेब्रेट करे
क्या तुम मेरी प्रेमी बनोगे
हर जनम मे
अवी-अगले जनम मे तुम्हारा हज़्बेंड बनूंगा
रेशमा- तो इस जनम मे मुझे प्यार ही प्यार करो
अवी-अब हम मिया बीवी जैसे ही रहेंगे
रेशमा- मैं सारी शर्म छोड़ कर आई हूँ
अवी-तुम बेफिकर रहो , आज के बाद शरम क्या होती है वो भूल जाओगी सिर्फ़ याद रखोगी मेरा प्यार
रेशमा- तुम बस कह रहे हो
अवी-मेरी प्यारी रेशमा डार्लिंग तुम्हें मेरा प्यार भी दिखाता हूँ , सुहागरात तो हो गयी हमारी अब उसी
सुहागरात को कंटिन्यू करता हूँ
रेशमा- क्या मतलब
अवी-तुम्हारी सेक्सी गंद का उद्घाटन भी करूँगा आज

रेशमा- कितने गंदे बोलते हो
अवी-तुम बताओ क्या कहूँ उसको
रेशमा- जो कहना वो कहो , जो करना है वो करो मैं तुम्हारी ही हूँ
फिर क्या था
मैं फिर से रेशमा के साथ सुहागरात मानने लगा !
रेशमा के साथ सुहागरात मनाने को मैं तैयार था
मैं रेशमा को फिर से प्यार करने को बेताब था
और अब तो इतने जल्दी मौका भी मिल गया
आज तो रेशमा की गुलाबी पिंकी को मैं अपने लंड से लाल कर दूँगा.
रेशमा के साथ कबड्डी खेलने का समय आ गया था.
थोड़ी देर हम ऐसे एक दूसरे के बदन की गर्मी को फील करने लगे.
और रेशमा का मुँह मैं ने बंद कर दिया.
रेशमा के रेड होंठो से मेरे होंठ मिल गये. और इसकी के साथ हमारे प्यार करना शुरू हो गया.
मैं ने रेशमा को अपने साथ प्यार करने को तैयार कर लिया.
रेशमा जैसी खूबसूरत औरत का साथ मिले बेड पे तो जो मज़ा आएगा प्यार करने मे उसको
इमॅजिन भी नही कर सकते
पार्टनर अगर दिल से प्यार करने वाला मिल जाए तो बेड टूट जाते है.
पार्टनर जानवर बन कर प्यार करे तो कपड़े फट जाते है.
और मैं जानवर बन गया तो चूत और गंद फट जाती है.
अब देखना है रेशमा मेरा कितना साथ देती है.
अभी तो रेशमा के होंठो से स्टार्ट किया है. बहुत लंबा सफ़र तय करना है.
रेशमा के मुँह के बाद चूत फिर गंद का नंबर आएगा. पर पहले मुँह तो मीठा कर दूं
रेशमा के होंठो मे काफ़ी रस जमा हो गया था. अगर यहाँ ये हाल है तो नीचे क्या होगा.
आज तो मेरी किस्मत खुल गयी है.
रेशमा मेरी हो गयी
मैं रेशमा के दोनो होंठो को बारी बारी चूसने लगा.
रेशमा भी मुझे किस करते हुए मेरा साथ दे रही थी.
इस किस को और मज़ेदार बनाने के लिए मैं ने किस करना बंद किया.और ब्लंकेट की निकाल कर फेक
दिया
रेशमा मेरे शरीर को देख कर अपने हाथ अपने बदन पर घुमाने लगी.रेशमा साड़ी मे थी तो
मैं नंगा था
रेशमा मेरे लंड की सुंदरता की कल्पना करने लगी.
मैं ने अपने लंड पर हाथ लगा कर रेशमा को दिखाया.
रेशमा ने मेरी तरफ उंगली दिखा कर अपनी तरफ आने को कहा.
मेरे उसके पास आते ही उसने लंड को पकड़ लिया.और लंड की ताक़त हार्डनेस को फील कर खुश हो गयी.
उसकी खुशी को जानने के लिए मैं उसके उपर आकर किस करने लगा.और उसकी साड़ी निकाल दी
अब तो किस करने मे डबल मज़ा आ रहा था .एक तो हम नंगे थे जिस से एक दूसरे के बदन को
रगड़ने से मज़ा आ रहा था. और रेशमा मेरे लंड की ताक़त और बढ़ाने के लिए मुझे जोश के साथ
किस कर रही थी.
मैं भी रेशमा के प्यारे होंठो को जिसने मेरी इतनी तारीफ की है उसको चूसने लगा.
रेशमा को मेरे साथ प्यार करने से अच्छा लग रहा था.
रेशमा को प्यार वाला सेक्स चाहिए जिसमे पार्टनर की खुशी का ध्यान रखा जाए.
रेशमा इसी लिए अपने दिल से मुझे किस कर रही थी.
रेशमा को मेरे बारे में सब अच्छा लग रहा था. उसे उम्मीद थी कि आज उसे बहुत प्यार मिलेगा.
रेशमा की ऐसी चुदाई करूँगा कि उसे मुझसे जो चाहिए वो मिल जाए. अब तक उसने अपने हज़्बेंड से
उम्मीद लगाई हुई थी पर वो उम्मीद पूरी नही हुई. पर मैं रेशमा को उसकी खुशी लौटाने की पूरी
कोशिस करूँगा.
रेशमा के नशीले होंठो का नशा मैं पीने लगा.ताकि मैं अपने लंड को एक्सट्रा एनर्जी दे सकूँ.
इस नशे को मैं वापस रेशमा को पिलाने लगा. अपनी जीभ रेशमा के मुँह मे डाल कर.
रेशमा खुद के होंठो का नशा पीने से और नशीली हो गयी. नागिन से ज़्यादा नशा रेशमा मे था.
मैं रेशमा को ऐसा प्यार करना चाहता था कि वो इस पल को हमेशा याद रखे
हम किस करने मे पूरी तरह से खो गये थे.
ऐसे खो गये कि हम किस करते हुए एक दूसरे के होंठो को काटने लगे.
काटने के दर्द से हमारा जोश बढ़ कर किस को वाइल्ड बना रहा था.
क्या किस था हमारा, उसके नाख़ून मेरी पीठ मे चुभ रहे थे. तो मैं उसके रेशमी बालो को
बिखरा रहा था.

किस करने मे जिस तरह रेशमा साथ दे रही थी उस से चुदाई करने मे मज़ा आने वाला था.
रेशमा ने मेरे नीचे होंठ को ज़्यादा चूसा था .और मैं ने तो एक बार रेशमा के दोनो होंठो के
अपने होंठो के बीच मे लिया था.
किस करने की एक लिमिट थी हम ने वो लिमिट भी पार कर ली.
लेकिन हमे किस को रोकना था.हमे सास लेने की ज़रूरत थी.मैं बिनारेशमा को प्यार किए मरना
नही चाहता था
रेशमा और मैं एक दूसरे के तरफ देख कर हाँफने लगे.
रेशमा ने मुझे ऐसे देखते हुए अपनी आँखे बंद की.
और अपने रेशमी बालो से अपने चेहरे को छुपाने लगी .
रेशमा को उसका नाम सूट करता है.उसके रेशमी बालो पर उसका नाम बदल कर रेशमा रखा
होगा ऐसा लग रहा था.
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RE: रेशमा - मेरी पड़ोसन - by Vikram@ - 29-08-2019, 08:37 PM



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