10-01-2019, 07:39 PM
सारिका का नाम सुनते ही काजल का दिमाग़ सुन्न सा हो गया...ये तो उसकी बचपन की सहेली थी...जिसके साथ वो पिछले 2 सालो से बात नही कर रही...दोनो मे किसी बात को लेकर इश्यू हो गया था इसलिए..
पर उसका खुद का भाई, उसकी सबसे करीबी सहेली के साथ लगा हुआ है, ये उसने सोचा भी नही था.
काजल : "सारिका के साथ.....ओह्ह्ह्ह माय गॉड ...पर ये कब से चल रहा है...मुझे तो पता भी नही..''
केशव : "आप एक ही बार मे दो सवाल नही पूछ सकती...अब मेरी ब्लाइंड है..यानी सवाल पूछने की बारी अब मेरी है..''
केशव अपने आप को बड़ा समझदार समझ रहा था उस वक़्त...उसने मुस्कुराते हुए वही प्रश्न अपनी बहन से भी पूछ लिया : "आपका कोई बाय्फ्रेंड है क्या...या कभी रहा हो...क्या नाम है उसका..''
काजल ने सपाट चेहरे से उत्तर दिया : "नही...कोई था ही नही तो नाम किसका बताऊ ..''
बेचारा केशव अपना सा मुँह लेकर रह गया.
वैसे इन बातो का कोई मतलब नही था...दोनो भाई बहन ने आज से पहले कभी इस विषय पर बात नही की थी...उन्हे थोड़ा अटपटा भी लग रहा था...पर मज़ा भी बहुत आ रहा था...ख़ासकर काजल को..वो तो समझ चुकी थी की इस गेम के ज़रिए वो आज सब कुछ उगलवा लेगी केशव से..जो वो हमेशा से उससे पूछना चाहती थी..पर शरम के मारे कभी पूछने की हिम्मत ही नही हुई.
काजल : "अब मेरी बारी...अब ये बताओ...सारिका के साथ तुमने क्या -2 किया है..''
ये उसकी ब्लाइंड थी..
केशव (झल्लाकर) : "आप भी ना दीदी...ये कैसे सवाल पूछ रही है...मुझे शर्म आ रही है..''
काजल : "एक लड़का होकर भी तू ऐसे शरमा रहा है...रहने दे..मुझे नही खेलनी ये गेम शेम ..तू जा अपने कमरे में ..मुझे वैसे भी नींद आ रही है..''
ये तो जैसे उसके स्वाभिमान पर चोट कर दी थी काजल ने...वो एकदम से तैश मे आकर बोला : "मुझे कोई शरम-वरम नही आती ...ये तो तुम्हारा लिहाज कर रहा हू..वरना मुझे ये बाते बताने मे कोई फ़र्क नही पड़ता..''
काजल (चटखारे लेते हुए) : "तो बता ना...चुप क्यों है अभी तक...बोल, क्या-2 किया है तुम दोनो ने अभी तक..''
काजल फुल टू मूड में आ चुकी थी अब तक...और शायद ये भी भूल चुकी थी की वो क्या पूछ रही है और किससे...
केशव : "हमने....वो किस्सस वगैरह ...हग्स....उम्म.....एंड फकिंग भी ....''
लास्ट का वर्ड यानी फकिंग सुनते ही काजल एकदम से सुलग कर रह गयी...दो साल पहले तक, जब तक दोनो की दोस्ती थी, उन्होने यही डिसाईड किया था की अपनी शादी से पहले किसी को भी वो सब नही करने देंगी...पर ये सारिका कितनी चालू निकली...इन दो सालो मे वो कितनी बदल गयी है...कहाँ से कहाँ पहुँच गयी...अपना वादा तोड़ दिया...और चुदवा भी ली...और वो भी उसके खुद के भाई से...
काजल को गुस्सा तो बहुत आया..पर वो कर भी क्या सकती थी...उसकी अपनी लाइफ थी..वो जैसे चाहे , वैसे चलाए...वो बेकार मे ही गुस्सा करके अपना खून जला रही है.
वो थोड़ा नॉर्मल हुई...पर 'फकिंग' शब्द सुनने के बाद वो अपने भाई से नज़रें नही मिला पा रही थी...
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और ये जानकार भी की छोटा होते हुए भी उसका भाई उससे आगे निकल गया है...यानी किसी के साथ संबंध बना लिया है उसने...और एक वो है...अभी तक अपनी कुँवारी चूत की घर बैठकर मालिश कर रही है बस...
उसके मन मे आया की 'काश....ऐसी कोई जगह होती..जहाँ कभी भी , कोई भी जाकर चुद सके..बिना कोई सवाल पूछे..बस वहाँ जाए, और चुदाई करनी या करवानी शुरू कर दे...तो वो भी वहाँ जाती और अपने प्यासे जिस्म की प्यास बुझा लेती...'
ऐसे बे-सिर-पैर के ख़याल अक्सर उसके दिमाग़ मे आते रहते थे.
अब केशव की बारी थी...पर उसकी समझ में नही आ रहा था की वो पूछे भी तो क्या पूछे ...उसकी बहन ने वो काम अभी तक नही किए थे...तो कैसे वो आगे की बाते पूछे..वो पूछना चाहता था की 'दीदी,आपने किसी के साथ कोई संबंध नही रखा,पर क्या आपने आज तक मूठ भी नही मारी..आपको कुछ होता नही है क्या अंदर से...'
पर वो ऐसा पूछ नही पाया...
फिर अचानक वो बोला : "आप ये बताओ...ये कैसे पता चला की मेरी एक गर्लफ्रेंड है...मैने तो आज तक आपको बताया नही..और सारिका से तो आपकी 2 सालो से बोलचाल बंद है..फिर पता कैसे चला..''
काजल ने सिर झुकाते हुए धीरे से कहा : "वो....मैने....कई बार...तुम्हारे मोबाइल पर मैसेजस पड़े हैं...इसलिए...''
केशव : ओह तेरी.....तो ऐसे पता चला काजल को...'
और काजल को उसका नाम शायद इसलिए नही पता था क्योंकि उसने अपने मोबाइल मे सारिका को ''शोना'' के नाम से सेव किया हुआ था..और ये नया नंबर था, इसलिए काजल समझ नही पाई की ये ''शोना'' असल मे उसकी पक्की सहेली सारिका ही है.
पर उसका खुद का भाई, उसकी सबसे करीबी सहेली के साथ लगा हुआ है, ये उसने सोचा भी नही था.
काजल : "सारिका के साथ.....ओह्ह्ह्ह माय गॉड ...पर ये कब से चल रहा है...मुझे तो पता भी नही..''
केशव : "आप एक ही बार मे दो सवाल नही पूछ सकती...अब मेरी ब्लाइंड है..यानी सवाल पूछने की बारी अब मेरी है..''
केशव अपने आप को बड़ा समझदार समझ रहा था उस वक़्त...उसने मुस्कुराते हुए वही प्रश्न अपनी बहन से भी पूछ लिया : "आपका कोई बाय्फ्रेंड है क्या...या कभी रहा हो...क्या नाम है उसका..''
काजल ने सपाट चेहरे से उत्तर दिया : "नही...कोई था ही नही तो नाम किसका बताऊ ..''
बेचारा केशव अपना सा मुँह लेकर रह गया.
वैसे इन बातो का कोई मतलब नही था...दोनो भाई बहन ने आज से पहले कभी इस विषय पर बात नही की थी...उन्हे थोड़ा अटपटा भी लग रहा था...पर मज़ा भी बहुत आ रहा था...ख़ासकर काजल को..वो तो समझ चुकी थी की इस गेम के ज़रिए वो आज सब कुछ उगलवा लेगी केशव से..जो वो हमेशा से उससे पूछना चाहती थी..पर शरम के मारे कभी पूछने की हिम्मत ही नही हुई.
काजल : "अब मेरी बारी...अब ये बताओ...सारिका के साथ तुमने क्या -2 किया है..''
ये उसकी ब्लाइंड थी..
केशव (झल्लाकर) : "आप भी ना दीदी...ये कैसे सवाल पूछ रही है...मुझे शर्म आ रही है..''
काजल : "एक लड़का होकर भी तू ऐसे शरमा रहा है...रहने दे..मुझे नही खेलनी ये गेम शेम ..तू जा अपने कमरे में ..मुझे वैसे भी नींद आ रही है..''
ये तो जैसे उसके स्वाभिमान पर चोट कर दी थी काजल ने...वो एकदम से तैश मे आकर बोला : "मुझे कोई शरम-वरम नही आती ...ये तो तुम्हारा लिहाज कर रहा हू..वरना मुझे ये बाते बताने मे कोई फ़र्क नही पड़ता..''
काजल (चटखारे लेते हुए) : "तो बता ना...चुप क्यों है अभी तक...बोल, क्या-2 किया है तुम दोनो ने अभी तक..''
काजल फुल टू मूड में आ चुकी थी अब तक...और शायद ये भी भूल चुकी थी की वो क्या पूछ रही है और किससे...
केशव : "हमने....वो किस्सस वगैरह ...हग्स....उम्म.....एंड फकिंग भी ....''
लास्ट का वर्ड यानी फकिंग सुनते ही काजल एकदम से सुलग कर रह गयी...दो साल पहले तक, जब तक दोनो की दोस्ती थी, उन्होने यही डिसाईड किया था की अपनी शादी से पहले किसी को भी वो सब नही करने देंगी...पर ये सारिका कितनी चालू निकली...इन दो सालो मे वो कितनी बदल गयी है...कहाँ से कहाँ पहुँच गयी...अपना वादा तोड़ दिया...और चुदवा भी ली...और वो भी उसके खुद के भाई से...
काजल को गुस्सा तो बहुत आया..पर वो कर भी क्या सकती थी...उसकी अपनी लाइफ थी..वो जैसे चाहे , वैसे चलाए...वो बेकार मे ही गुस्सा करके अपना खून जला रही है.
वो थोड़ा नॉर्मल हुई...पर 'फकिंग' शब्द सुनने के बाद वो अपने भाई से नज़रें नही मिला पा रही थी...
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और ये जानकार भी की छोटा होते हुए भी उसका भाई उससे आगे निकल गया है...यानी किसी के साथ संबंध बना लिया है उसने...और एक वो है...अभी तक अपनी कुँवारी चूत की घर बैठकर मालिश कर रही है बस...
उसके मन मे आया की 'काश....ऐसी कोई जगह होती..जहाँ कभी भी , कोई भी जाकर चुद सके..बिना कोई सवाल पूछे..बस वहाँ जाए, और चुदाई करनी या करवानी शुरू कर दे...तो वो भी वहाँ जाती और अपने प्यासे जिस्म की प्यास बुझा लेती...'
ऐसे बे-सिर-पैर के ख़याल अक्सर उसके दिमाग़ मे आते रहते थे.
अब केशव की बारी थी...पर उसकी समझ में नही आ रहा था की वो पूछे भी तो क्या पूछे ...उसकी बहन ने वो काम अभी तक नही किए थे...तो कैसे वो आगे की बाते पूछे..वो पूछना चाहता था की 'दीदी,आपने किसी के साथ कोई संबंध नही रखा,पर क्या आपने आज तक मूठ भी नही मारी..आपको कुछ होता नही है क्या अंदर से...'
पर वो ऐसा पूछ नही पाया...
फिर अचानक वो बोला : "आप ये बताओ...ये कैसे पता चला की मेरी एक गर्लफ्रेंड है...मैने तो आज तक आपको बताया नही..और सारिका से तो आपकी 2 सालो से बोलचाल बंद है..फिर पता कैसे चला..''
काजल ने सिर झुकाते हुए धीरे से कहा : "वो....मैने....कई बार...तुम्हारे मोबाइल पर मैसेजस पड़े हैं...इसलिए...''
केशव : ओह तेरी.....तो ऐसे पता चला काजल को...'
और काजल को उसका नाम शायद इसलिए नही पता था क्योंकि उसने अपने मोबाइल मे सारिका को ''शोना'' के नाम से सेव किया हुआ था..और ये नया नंबर था, इसलिए काजल समझ नही पाई की ये ''शोना'' असल मे उसकी पक्की सहेली सारिका ही है.