18-08-2019, 02:29 PM
(This post was last modified: 20-08-2019, 07:43 PM by babasandy. Edited 4 times in total. Edited 4 times in total.)
मन ही मन में डर इसलिए रहा था कि मुझे लग रहा था कि अगर मेरी दीदी नंगी होकर इन दोनों के सामने खड़ी होगी तो इनका इरादा बदल जाएगा और यह दोनों कुत्ते मेरी दीदी को पटक पटक कर चोद देंगे यही बीच सड़क पर.... दीदी की चूत और गांड का तो पहले ही भोसड़ा बन चुका था यह दोनों चोद चोद के चटनी निकाल देंगे... दौड़ा-दौड़ा कर लेंगे मेरी दीदी की...
क्या गारंटी है कि अगर आप लोगों के सामने आई मेरी दीदी तो आप लोग बस वह करोगे जो कह रहे हो.... कुछ और नहीं करोगे... पहली बार मेरी जुबान से बोल निकले... बड़ी हिम्मत करके मैंने कहा.. मुझे नहीं पता कि मैंने सही कहा या गलत कहा...
बहन के लोड़े... साले.. अपनी दीदी के दलाल.. रंडी के भाई... गारंटी तो किसी बात की नहीं होती बहन चोद.... पर हम लोग जुबान के पक्के है... एक बार जो कमिटमेंट कर दी तो फिर किसी की नहीं सुनता.... बोल अपने छिनाल रंडी बहन को हमारे सामने आकर नंगी खड़ी हो जाए वरना अगर हमारा मूड बदल गया ना साले ...तेरी दीदी कोई यही पटक पटक कर चोद देंगे.. रात भर... सड़क पर दौड़ा दौड़ा के चोदेंगे तेरी दीदी को... अपना लौड़ा तेरी दीदी के मुंह में हलक तक डाल देंगे... चुस्ती रह जाएगी रंडी... ड्राइवर बोला...
मुझे डर लगने लगा कि मैंने बेकार ही अपनी जुबान खोली...
मां कसम मैं तो गांड भी मार लूंगा तेरी दीदी की... पूरा लौड़ा पेल दूंगा तेरी छमिया दीदी कि गांड में... साली की गांड समुंदर बना दूंगा... ड्राइवर के साथी ने कहा....
मेरा लण्ड बेकाबू हो रहा है बहन चोद.. जल्दी से बोलो अपने दीदी को बाहर आ जाए नहीं तो हम ट्रक से उतर जाएंगे... ड्राइवर ने कहा.. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या बोलूं और सुरेश भी चुप था.
मैं आ रही हूं... पर वादा करो आप लोग कि जो कुछ भी आपने कहा था उससे ज्यादा नहीं... दीदी की आवाज आई ऑटो के पीछे से..
हाय रे मेरी छम्मक छल्लो... रंडी तेरी आवाज सुनकर मेरा लण्ड झटके खा रहा है... साली तू आजा बस दिखा दे हमें अपना जलवा.. वादे का पक्का हूं मैं.. जल्दी से अपनी गांड और चूची हिलाते हुए हमारे सामने आ जा.. बस तेरे ऊपर मुठ मारेंगे... जल्दी कर ज्यादा टाइम नहीं है.... ड्राइवर के साथी ने कहा...
एक हाथ से अपनी गुलाबी योनि और दूसरे हाथ से अपनी बड़ी बड़ी रसीली दूध चुचियों को ढकने का प्रयास करती हुई मेरी रूपाली दीदी धीरे-धीरे कदमों से चलती हुई ट्रक के नीचे जाकर खड़ी हो गई..
तेरी मां का भोसड़ा ... यह तो बिल्कुल परी जैसी है... ड्राइवर ने कहा.. दीदी का चेहरा पहली बार देख कर...
उसने ट्रक का दरवाजा खोल दिया... और खड़ा हो गया उसका साथी भी बगल में खड़ा हो गया... दोनों ने ही अपनी पैंट उतार दी और अंडरवियर के अंदर से अपना लण्ड बाहर निकाल कर अपने हाथों में पकड़ लिया मेरी दीदी को देखते हुए...
ड्राइवर का लण्ड तकरीबन 8 इंच लंबा था... बिल्कुल काला.. बहुत ही मोटा... तना हुआ था.... मेरी दीदी की तरफ ... ड्राइवर के साथी का औजार भी कुछ वैसा ही था...
वाह रे मेरी दीदी की किस्मत... आज उनका सामना तो बस मोटे मोटे काले काले लंबे लंबे हथियारों से ही हो रहा था..... मेरी दीदी अब ठीक उनके सामने खड़ी थी और दोनों ही अपना लण्ड पकड़ के हिला रहे थे... उनके तने हुए मोटे काले लण्ड पर मोटी मोटी नस साफ दिखाई दे रही थी... तकरीबन 40 साल उम्र रही होगी उन दोनों की.. मुझे तो उन दोनों का नाम भी नहीं पता था और वह दोनों मेरी दीदी को देख कर मुठिया रहे थे...
अपने दोनों हाथ ऊपर कर रंडी.... मुझे सब कुछ देखना है तेरा.. ड्राइवर ने मेरी दीदी को हिदायत दी...
दीदी ने हालात से समझौता कर लिया था उन्होंने बिना आनाकनी किए अपने दोनों हाथ हवा में ऊपर उठा दिए....
दोनों के हाथ तेजी से चलने लगे उनके लण्ड के ऊपर मेरी दीदी की बड़ी-बड़ी दुधारू चूचियां गुलाबी योनि देख.
. जल्दी करो यारों.... कोई भी आ सकता है... सुरेश की भी आवाज में घबराहट थी...
बहन चोद मजा लेने दे... बस कुछ देर की बात है... ड्राइवर ने हिलाते हुए कहा..
साली रंडी ... नाम क्या है तेरा.. उसके साथी ने दीदी से पूछा...
रूपाली.. मेरी दीदी ने जवाब दिया..
रूपाली मेरी रंडी... चल एक काम कर... अपनी दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों से दबा... ड्राईवर ने कहा...
दीदी उसके कहे अनुसार करने लगी... मेरी रूपाली दीदी की चुचियों से दूध की धार निकलने लगी...
अपने दोनों निपल्स को गोल गोल पकड़ के मसाल.. उसके साथी ने कहा.. मेरी दीदी करने लगी.....एम्म… ह…. आह… म्म्म्मम.. तेरा दूध निकल रहा है...रंडी.. हाथ से अपने चूत को खोल.. ड्राइवर के साथी ने कहा...
जल्दी कर मेरी रानी... अपना गुलाबी भोसड़ा पूरा खोल के दिखा.. ड्राइवर ने कहा...
मेरी दीदी ने अपने एक हाथ की उंगलियों की मदद से अपनी मदमस्त चिकनी योनि की फांक को अलग अलग कर दिया... गुलाबी योनि का गुलाबी चीरा फैल गया... दीदी की योनि तो अंदर से और भी गुलाबी थी और उसमें भरा सफेद लोड़े की मलाई... जो असलम और जुनैद और शायद सुरेश का भी मिलाजुला योगदान था... मेरी दीदी की योनि की गहराई देखते ही उन दोनों के सब्र का बांध टूट गया... और उनके लंड का भी.... गरम गरम सफेद लावा फूटने लगा उनके हैवानी लंड से... दोनों का ही एक साथ.. जो सीधा मेरी दीदी के चेहरे पर गिरा... ना जाने कितनी मलाई भरी हुई थी उन दोनों के लंड में... ऐसा लग रहा था जैसे महीनों का विर्य उनके लंड मे जमा था.. तकरीबन 30 सेकंड तक वह दोनों मेरी दीदी के ऊपर अपने लंड की मलाई का बौछार करते रहे... दीदी के होठ और गाल बिल्कुल गीले हो गए थे.. उनका पूरा चेहरा ही उन दोनों ने अपने औजार की मलाई से गिला कर दिया था... यहां तक कि दीदी की मांग भी वीर्य से भर गई थी... बाकी बचा कुचा माल मेरी दीदी की चूची पर गिरा था जो टपकता हुआ उनकी योनि तक पहुंच रहा था... झड़ने के तुरंत बाद ही वह दोनों ट्रक लेके वहां से रफूचक्कर हो गए..
उन दोनों के वहां से जाने के बाद हम सब ने राहत की सांस ली... खासकर मेरी दीदी ने ली होगी... खैर जो होना था वह तो हो चुका था... सुरेश अंदर आकर बैठ चुका था ऑटो के हालांकि उसकी निगाहें अभी भी मेरी दीदी पर ही टिकी हुई थी.... दीदी ने तौलिए से अपने बदन को अच्छी तरह साफ किया... और फिर सड़क पर पड़े अपने कपड़े उठाकर पहनने लगी... दीदी ने अपने कपड़े खूब अच्छी तरह से पहन लिय.. ऑटो के अंदर आकर बैठ गई थी.. सुरेश ने अंदर की लाइट जला रखी थी ऑटो में.... दीदी ने अपना मेकअप बॉक्स निकाल के सजना सवरना शुरू कर दिया.. 5 मिनट के अंदर दीदी सजी-धजी तैयार हो गई थी जैसे नई नवेली दुल्हन... उन्हें देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि अभी कुछ पिछले कुछ घंटों में उनके साथ क्या-क्या हुआ.... दीदी जब पूरी तरह तैयार हो गई तो हम लोग वहां से निकल पड़े...
तकरीबन 1 घंटे के सफर के बाद हम लोग अपने घर पहुंच गए... रास्ते में सुरेश ने और कोई भी बदतमीजी नहीं की... वह मेरी दीदी को घूर तो रहा था पर कुछ बोल नहीं रहा था.. यह बात मुझे कुछ अजीब लगी पर अच्छी लगी... मेरी दीदी का स्वागत कुछ वैसे हुआ जैसे नई दुल्हन पहली बार अपने ससुराल से मायके आती है... दरवाजे पर मेरी मम्मी, मेरी प्रियंका दीदी और उन सब से आगे मेरी चंदा भाभी खड़ी थी.. घर में घुसते ही चंदा भाभी ने मेरी रूपाली दीदी को गले लगा लिया और उनकी चूचियों पर अपनी चूची रगड़ दी... मैंने भी नोटिस किया... मुन्नी को मेरी मम्मी ने अपनी गोद में ले लिया वह अभी भी सो रही थी... घर में खूब चहल-पहल थी... गांव की कुछ लड़कियां भी मेरी दीदी से मिलने के लिए आई हुई थी.. प्रियंका दीदी की सहेलियां भी घर में ही थी... और ढेर सारे बच्चे....
दोस्तों मैं अपने परिवार के बारे में संक्षेप में आप लोग धूम देता हूं.. मेरे घर में मेरी मम्मी अंजना देवी तकरीबन 60 साल उम्र है उनकी..
मेरे पिताजी का देहांत मेरे जन्म के कुछ दिनों बाद ही हो गया था..
हम लोग चार भाई बहन है... मुकेश भाई जिनकी उम्र तकरीबन 40 साल है.. जो सबसे बड़े हैं.. वह कुवैत में जॉब करते हैं और साल में एक या दो बार घर आते हैं... उनकी पत्नी यानी कि मेरी चंदा भाभी... उम्र 36 वर्ष.... जिन के दो बच्चे है... गुड्डू 8 साल का और राजू 4 साल का.... मेरी रूपाली दीदी के बारे में तो आप लोगों को पहले ही बता चुका हूं... मेरी प्रियंका दीदी उम्र तकरीबन 24 साल... एम ए फाइनल ईयर... और मैं अंशुल उम्र 19 साल....
चंदा भाभी मेरी रूपाली दीदी का हाथ पकड़ के उनसे बातें करने लगी... दोनों ननद भाभी में हंसी मजाक होने लगी.... चंदा भाभी मेरी रूपाली दीदी को छेड़ रही थी और उनके ससुराल के बारे में पूछ रही थी खासकर जीजू के बारे में... दोनों ननद भाभी नहीं बल्कि सहेलियां है... चंदा भाभी के बारे में आप लोगों को बता देना चाहता हूं.. 2 बच्चों की मां होने के बावजूद भी मेरी चंदा भाभी पे गजब का का जोबन था।गोरी चिट्टी , भरे भरे देह की , लम्बी तडंगी , छरहरी लेकिन 'उन ' जगहों पे कुछ ज्यादा ही कटाव , भराव था और ऊपर से जोबन उनका चोली से छलकता ही रहता था , 36 डी डी साइज , और उनकी २८ की पतली कमर पे जोबन और गद्दर लगता था।
चोली भी हमेशा लो कट , खूब टाइट और आलमोस्ट बैकलेस लेकिन उससे भी खतरनाक थे उनके हिप्स ,कसर मसर कसर मसर करते , और बाजार में चलती तो और चूतड़ मटकाती , लौंडो का दिल लूटती।
साइज भी 38 से ऊपर ही रही होगी। और साडी भी इतनी कस के, नाभी से कम से कम एक बालिश्त नीचे बाँध के पहनती की हिप्स का कटाव तो दिखता ही , पिछवाड़े की दरार भी दिख जाती।
एकदम मुंहफट औरत... जो मुंह में आया बोल देती किसी के सामने भी बिना किसी लाज शर्म के... और पूरी छिनाल.... गांव के सभी लौंडो को पूरा खुल कर लाइन देती थी.. मुकेश भाई जब घर आते है तो बस हमारे घर में उह्ह्ह्ह्ह आह्ह नहीं रुक रुक जाओ , प्लीज आह्ह्हह्ह नहीईईईईईईई , रुको मत.... ऐसे ही आवाजें सुनाई देती है.. बहुत ही च** अक्कड़ औरत है मेरी चंदा भाभी..
और उतनी ही निर्लज्ज..
क्या गारंटी है कि अगर आप लोगों के सामने आई मेरी दीदी तो आप लोग बस वह करोगे जो कह रहे हो.... कुछ और नहीं करोगे... पहली बार मेरी जुबान से बोल निकले... बड़ी हिम्मत करके मैंने कहा.. मुझे नहीं पता कि मैंने सही कहा या गलत कहा...
बहन के लोड़े... साले.. अपनी दीदी के दलाल.. रंडी के भाई... गारंटी तो किसी बात की नहीं होती बहन चोद.... पर हम लोग जुबान के पक्के है... एक बार जो कमिटमेंट कर दी तो फिर किसी की नहीं सुनता.... बोल अपने छिनाल रंडी बहन को हमारे सामने आकर नंगी खड़ी हो जाए वरना अगर हमारा मूड बदल गया ना साले ...तेरी दीदी कोई यही पटक पटक कर चोद देंगे.. रात भर... सड़क पर दौड़ा दौड़ा के चोदेंगे तेरी दीदी को... अपना लौड़ा तेरी दीदी के मुंह में हलक तक डाल देंगे... चुस्ती रह जाएगी रंडी... ड्राइवर बोला...
मुझे डर लगने लगा कि मैंने बेकार ही अपनी जुबान खोली...
मां कसम मैं तो गांड भी मार लूंगा तेरी दीदी की... पूरा लौड़ा पेल दूंगा तेरी छमिया दीदी कि गांड में... साली की गांड समुंदर बना दूंगा... ड्राइवर के साथी ने कहा....
मेरा लण्ड बेकाबू हो रहा है बहन चोद.. जल्दी से बोलो अपने दीदी को बाहर आ जाए नहीं तो हम ट्रक से उतर जाएंगे... ड्राइवर ने कहा.. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या बोलूं और सुरेश भी चुप था.
मैं आ रही हूं... पर वादा करो आप लोग कि जो कुछ भी आपने कहा था उससे ज्यादा नहीं... दीदी की आवाज आई ऑटो के पीछे से..
हाय रे मेरी छम्मक छल्लो... रंडी तेरी आवाज सुनकर मेरा लण्ड झटके खा रहा है... साली तू आजा बस दिखा दे हमें अपना जलवा.. वादे का पक्का हूं मैं.. जल्दी से अपनी गांड और चूची हिलाते हुए हमारे सामने आ जा.. बस तेरे ऊपर मुठ मारेंगे... जल्दी कर ज्यादा टाइम नहीं है.... ड्राइवर के साथी ने कहा...
एक हाथ से अपनी गुलाबी योनि और दूसरे हाथ से अपनी बड़ी बड़ी रसीली दूध चुचियों को ढकने का प्रयास करती हुई मेरी रूपाली दीदी धीरे-धीरे कदमों से चलती हुई ट्रक के नीचे जाकर खड़ी हो गई..
तेरी मां का भोसड़ा ... यह तो बिल्कुल परी जैसी है... ड्राइवर ने कहा.. दीदी का चेहरा पहली बार देख कर...
उसने ट्रक का दरवाजा खोल दिया... और खड़ा हो गया उसका साथी भी बगल में खड़ा हो गया... दोनों ने ही अपनी पैंट उतार दी और अंडरवियर के अंदर से अपना लण्ड बाहर निकाल कर अपने हाथों में पकड़ लिया मेरी दीदी को देखते हुए...
ड्राइवर का लण्ड तकरीबन 8 इंच लंबा था... बिल्कुल काला.. बहुत ही मोटा... तना हुआ था.... मेरी दीदी की तरफ ... ड्राइवर के साथी का औजार भी कुछ वैसा ही था...
वाह रे मेरी दीदी की किस्मत... आज उनका सामना तो बस मोटे मोटे काले काले लंबे लंबे हथियारों से ही हो रहा था..... मेरी दीदी अब ठीक उनके सामने खड़ी थी और दोनों ही अपना लण्ड पकड़ के हिला रहे थे... उनके तने हुए मोटे काले लण्ड पर मोटी मोटी नस साफ दिखाई दे रही थी... तकरीबन 40 साल उम्र रही होगी उन दोनों की.. मुझे तो उन दोनों का नाम भी नहीं पता था और वह दोनों मेरी दीदी को देख कर मुठिया रहे थे...
अपने दोनों हाथ ऊपर कर रंडी.... मुझे सब कुछ देखना है तेरा.. ड्राइवर ने मेरी दीदी को हिदायत दी...
दीदी ने हालात से समझौता कर लिया था उन्होंने बिना आनाकनी किए अपने दोनों हाथ हवा में ऊपर उठा दिए....
दोनों के हाथ तेजी से चलने लगे उनके लण्ड के ऊपर मेरी दीदी की बड़ी-बड़ी दुधारू चूचियां गुलाबी योनि देख.
. जल्दी करो यारों.... कोई भी आ सकता है... सुरेश की भी आवाज में घबराहट थी...
बहन चोद मजा लेने दे... बस कुछ देर की बात है... ड्राइवर ने हिलाते हुए कहा..
साली रंडी ... नाम क्या है तेरा.. उसके साथी ने दीदी से पूछा...
रूपाली.. मेरी दीदी ने जवाब दिया..
रूपाली मेरी रंडी... चल एक काम कर... अपनी दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों से दबा... ड्राईवर ने कहा...
दीदी उसके कहे अनुसार करने लगी... मेरी रूपाली दीदी की चुचियों से दूध की धार निकलने लगी...
अपने दोनों निपल्स को गोल गोल पकड़ के मसाल.. उसके साथी ने कहा.. मेरी दीदी करने लगी.....एम्म… ह…. आह… म्म्म्मम.. तेरा दूध निकल रहा है...रंडी.. हाथ से अपने चूत को खोल.. ड्राइवर के साथी ने कहा...
जल्दी कर मेरी रानी... अपना गुलाबी भोसड़ा पूरा खोल के दिखा.. ड्राइवर ने कहा...
मेरी दीदी ने अपने एक हाथ की उंगलियों की मदद से अपनी मदमस्त चिकनी योनि की फांक को अलग अलग कर दिया... गुलाबी योनि का गुलाबी चीरा फैल गया... दीदी की योनि तो अंदर से और भी गुलाबी थी और उसमें भरा सफेद लोड़े की मलाई... जो असलम और जुनैद और शायद सुरेश का भी मिलाजुला योगदान था... मेरी दीदी की योनि की गहराई देखते ही उन दोनों के सब्र का बांध टूट गया... और उनके लंड का भी.... गरम गरम सफेद लावा फूटने लगा उनके हैवानी लंड से... दोनों का ही एक साथ.. जो सीधा मेरी दीदी के चेहरे पर गिरा... ना जाने कितनी मलाई भरी हुई थी उन दोनों के लंड में... ऐसा लग रहा था जैसे महीनों का विर्य उनके लंड मे जमा था.. तकरीबन 30 सेकंड तक वह दोनों मेरी दीदी के ऊपर अपने लंड की मलाई का बौछार करते रहे... दीदी के होठ और गाल बिल्कुल गीले हो गए थे.. उनका पूरा चेहरा ही उन दोनों ने अपने औजार की मलाई से गिला कर दिया था... यहां तक कि दीदी की मांग भी वीर्य से भर गई थी... बाकी बचा कुचा माल मेरी दीदी की चूची पर गिरा था जो टपकता हुआ उनकी योनि तक पहुंच रहा था... झड़ने के तुरंत बाद ही वह दोनों ट्रक लेके वहां से रफूचक्कर हो गए..
उन दोनों के वहां से जाने के बाद हम सब ने राहत की सांस ली... खासकर मेरी दीदी ने ली होगी... खैर जो होना था वह तो हो चुका था... सुरेश अंदर आकर बैठ चुका था ऑटो के हालांकि उसकी निगाहें अभी भी मेरी दीदी पर ही टिकी हुई थी.... दीदी ने तौलिए से अपने बदन को अच्छी तरह साफ किया... और फिर सड़क पर पड़े अपने कपड़े उठाकर पहनने लगी... दीदी ने अपने कपड़े खूब अच्छी तरह से पहन लिय.. ऑटो के अंदर आकर बैठ गई थी.. सुरेश ने अंदर की लाइट जला रखी थी ऑटो में.... दीदी ने अपना मेकअप बॉक्स निकाल के सजना सवरना शुरू कर दिया.. 5 मिनट के अंदर दीदी सजी-धजी तैयार हो गई थी जैसे नई नवेली दुल्हन... उन्हें देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि अभी कुछ पिछले कुछ घंटों में उनके साथ क्या-क्या हुआ.... दीदी जब पूरी तरह तैयार हो गई तो हम लोग वहां से निकल पड़े...
तकरीबन 1 घंटे के सफर के बाद हम लोग अपने घर पहुंच गए... रास्ते में सुरेश ने और कोई भी बदतमीजी नहीं की... वह मेरी दीदी को घूर तो रहा था पर कुछ बोल नहीं रहा था.. यह बात मुझे कुछ अजीब लगी पर अच्छी लगी... मेरी दीदी का स्वागत कुछ वैसे हुआ जैसे नई दुल्हन पहली बार अपने ससुराल से मायके आती है... दरवाजे पर मेरी मम्मी, मेरी प्रियंका दीदी और उन सब से आगे मेरी चंदा भाभी खड़ी थी.. घर में घुसते ही चंदा भाभी ने मेरी रूपाली दीदी को गले लगा लिया और उनकी चूचियों पर अपनी चूची रगड़ दी... मैंने भी नोटिस किया... मुन्नी को मेरी मम्मी ने अपनी गोद में ले लिया वह अभी भी सो रही थी... घर में खूब चहल-पहल थी... गांव की कुछ लड़कियां भी मेरी दीदी से मिलने के लिए आई हुई थी.. प्रियंका दीदी की सहेलियां भी घर में ही थी... और ढेर सारे बच्चे....
दोस्तों मैं अपने परिवार के बारे में संक्षेप में आप लोग धूम देता हूं.. मेरे घर में मेरी मम्मी अंजना देवी तकरीबन 60 साल उम्र है उनकी..
मेरे पिताजी का देहांत मेरे जन्म के कुछ दिनों बाद ही हो गया था..
हम लोग चार भाई बहन है... मुकेश भाई जिनकी उम्र तकरीबन 40 साल है.. जो सबसे बड़े हैं.. वह कुवैत में जॉब करते हैं और साल में एक या दो बार घर आते हैं... उनकी पत्नी यानी कि मेरी चंदा भाभी... उम्र 36 वर्ष.... जिन के दो बच्चे है... गुड्डू 8 साल का और राजू 4 साल का.... मेरी रूपाली दीदी के बारे में तो आप लोगों को पहले ही बता चुका हूं... मेरी प्रियंका दीदी उम्र तकरीबन 24 साल... एम ए फाइनल ईयर... और मैं अंशुल उम्र 19 साल....
चंदा भाभी मेरी रूपाली दीदी का हाथ पकड़ के उनसे बातें करने लगी... दोनों ननद भाभी में हंसी मजाक होने लगी.... चंदा भाभी मेरी रूपाली दीदी को छेड़ रही थी और उनके ससुराल के बारे में पूछ रही थी खासकर जीजू के बारे में... दोनों ननद भाभी नहीं बल्कि सहेलियां है... चंदा भाभी के बारे में आप लोगों को बता देना चाहता हूं.. 2 बच्चों की मां होने के बावजूद भी मेरी चंदा भाभी पे गजब का का जोबन था।गोरी चिट्टी , भरे भरे देह की , लम्बी तडंगी , छरहरी लेकिन 'उन ' जगहों पे कुछ ज्यादा ही कटाव , भराव था और ऊपर से जोबन उनका चोली से छलकता ही रहता था , 36 डी डी साइज , और उनकी २८ की पतली कमर पे जोबन और गद्दर लगता था।
चोली भी हमेशा लो कट , खूब टाइट और आलमोस्ट बैकलेस लेकिन उससे भी खतरनाक थे उनके हिप्स ,कसर मसर कसर मसर करते , और बाजार में चलती तो और चूतड़ मटकाती , लौंडो का दिल लूटती।
साइज भी 38 से ऊपर ही रही होगी। और साडी भी इतनी कस के, नाभी से कम से कम एक बालिश्त नीचे बाँध के पहनती की हिप्स का कटाव तो दिखता ही , पिछवाड़े की दरार भी दिख जाती।
एकदम मुंहफट औरत... जो मुंह में आया बोल देती किसी के सामने भी बिना किसी लाज शर्म के... और पूरी छिनाल.... गांव के सभी लौंडो को पूरा खुल कर लाइन देती थी.. मुकेश भाई जब घर आते है तो बस हमारे घर में उह्ह्ह्ह्ह आह्ह नहीं रुक रुक जाओ , प्लीज आह्ह्हह्ह नहीईईईईईईई , रुको मत.... ऐसे ही आवाजें सुनाई देती है.. बहुत ही च** अक्कड़ औरत है मेरी चंदा भाभी..
और उतनी ही निर्लज्ज..