16-08-2019, 07:18 PM
मेरी चूत दूसरी औरतों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही टाइट थी। मेरे पति और अजित ने उसका अनुभव किया था। दोनों ही मेरी चूत के दीवाने थे। दोनों का ही कहना था की दूसरी औरतों के मुकाबले उन्हें मुझे चोदने में एक अलग ही आनंद का अनुभव होता था। मेरी चूत चोदने वाले का लण्ड इतना टाइट पकड़ती थी की चोद ने वाले को मजा ही आ जाता था। मुझे लगा की अजित के मोटे लंड से कई रात चुदवाने के बाद मेरी चूत शायद थोड़ी ज्यादा चौड़ी हो गयी होगी। अजित से चुदवाये हुए काफी समय हो चुका था और उस बिच में मेरी चूत फिर सिकुड़ गयी होगी। योग ने मेरे इशारे पर अपना लण्ड मेरी चूत में थोड़ा घुसेड़ा। योग के लण्ड के घुसते ही मेरे पुरे बदन में एक अजीब सी सिहरन फ़ैल गयी। मेरी कई महीनों की इच्छा उस रात फलीभूत हो रही थी। मैंने योग को मेरी गाँड़ ऊपर उठाकर धक्का मारा जिससे उसका लण्ड मेरी चूत में और घुसे। मैंने तय किया की जो होना है सो हो; उस रात मैं योग से खूब चुदाई करवाउंगी। योग का लण्ड घुसते ही मुझे दर्द तो हुआ पर मैं उसको सहने के लिए तैयार थी। मैं जानती थी की दर्द के आगे मजा है। शायद योग थम कर मुझे समय देना चाहते थे। पर मैं इंतजार के मूड में नहीं थी। मैंने योग की पीठ में मेरी उंगलियां और नाख़ून गाड़ कर इशारा दिया की वह मुझे चोदना शुरू करे। योग ने धीरे से अपना लंड और घुसेड़ा और उसका लण्ड मेरी चूत की गहरायिओं में समाने लगा। मुझे दर्द तो काफी हुआ पर अब मैं रुकने वाली नहीं थी। योग ने धीरे धीरे मुझे चोदना शुरू किया। योग के लण्ड को मेरी चूत की गहरायिओं में महसूस करते ही मैं सातवें आस्मां को छूने लगी। मेरी चूत में मेरे रस का फव्वारा छूट पड़ा था। शायद योग ने भी उसे महसूस किया होगा। वह मेरी चूत में अपना लण्ड पेलते हुए मुस्करा दिए। मैं उनको देख कर शर्मायी और मुस्करायी। योगने झुक कर मेरी चूतमें अपना लण्ड रखते हुए मेरे होंठों को बड़े प्यार से चूमा और मेरे होंठों को चूसने लगे। मैंने योग की कमर के इर्दगिर्द मेरी बाहें फैलायीं और उनको मेरी बाहों में ले लिया और उनको अपने और खींचा और अपनी कमर उठाकर उन्हें मुझे चोदना जारी रखने को इंगित किया। योग भी शायद कई महीनों से मुझे चोदने को बेताब थे। पर पता नहीं क्या हुआ की योग ने अपना लण्ड मेरी चूत में से निकाला और आगे बढ़कर मेरे होँठों को बड़े प्यार से चूमने लगे। मैं हँस पड़ी और मैंने पूछा, "जानूं, क्या हुआ? चुदाई करने का मूड नहीं है क्या?"
योग ने कहा, "प्रिया, मुझे तुम पर इतना प्यार आता है की जब तुम्हें चोदता हूँ तो खूब प्यार करने का मन करता है और जब प्यार करता हूँ तो खूब चोदने का मन करता है। तू इतनी प्यारी है की मेरी समझ में नहीं आता की क्या करूँ? पता नहीं शायद इसी लिए तुम्हारा नाम प्रिया है।"
मैंने कहा, "इसका जवाब यह है की तुम मुझे बड़े प्यार से चोदो। प्यार भी करते जाओ और चोदते भी जाओ। मेरी यह चूँचियाँ तुम्हारे प्यार भरे चुम्बन को तरस रही हैं। मुझे चोदते हुए इनको चूमते जाओ। मेरा पूरा बदन तुम्हारा है। मेरे पुरे बदन को प्यार करो। पर मुझे चोदना जारी रखो। मैं तुमसे चुदने ने के लिये बेताब हूँ। पता नहीं कबसे मैं तुमसे चुदवाने के लिए बेताब थी l यदि तुमने मुझे उस दिन लिफ्ट में पकड़ कर चोद दिया होता तो कसम तुम्हारी, मैं सब के सामने ही तुमसे चुदवा लेती। मैं बहुत शर्मीली हूँ। मैं अपना नंगा बदन किसी को नहीं दिखा सकती। पर उस दिन मैं यह सब झेल लेती अगर तुम मुझे पकड़ कर सब के सामने ही चोद देते। मैं तुमसे चुदवाने के लिए उस दिन भी इतनी बेताब थी और आज भी हूँ।"
योग ने मेरी और देखा और बोले, "डार्लिंग, मैं तुम्हें मात्र चोदने के लिए ही नहीं, मैं तुम्हें सच्चे दिलसे प्यार करता हूँ और अगर तुम किसी की बीबी नहीं होती तो मैं तुमसे शादी कर तुमसे जिंदगी भर की साथीदारी निभाना चाहता हूँ l पर मेरा दुर्भाग्य तो देखो, जो मेरी थी उसे ऊपर वाले ने मुझसे जल्दी छीन लिया और जो मेरी बन सकती है उसकी अपनी मजबूरियां है।" ऐसा कह कर योग ने मेरी शादी शुदा होने का अफ़सोस जताया।
योग ने कहा, "प्रिया, मुझे तुम पर इतना प्यार आता है की जब तुम्हें चोदता हूँ तो खूब प्यार करने का मन करता है और जब प्यार करता हूँ तो खूब चोदने का मन करता है। तू इतनी प्यारी है की मेरी समझ में नहीं आता की क्या करूँ? पता नहीं शायद इसी लिए तुम्हारा नाम प्रिया है।"
मैंने कहा, "इसका जवाब यह है की तुम मुझे बड़े प्यार से चोदो। प्यार भी करते जाओ और चोदते भी जाओ। मेरी यह चूँचियाँ तुम्हारे प्यार भरे चुम्बन को तरस रही हैं। मुझे चोदते हुए इनको चूमते जाओ। मेरा पूरा बदन तुम्हारा है। मेरे पुरे बदन को प्यार करो। पर मुझे चोदना जारी रखो। मैं तुमसे चुदने ने के लिये बेताब हूँ। पता नहीं कबसे मैं तुमसे चुदवाने के लिए बेताब थी l यदि तुमने मुझे उस दिन लिफ्ट में पकड़ कर चोद दिया होता तो कसम तुम्हारी, मैं सब के सामने ही तुमसे चुदवा लेती। मैं बहुत शर्मीली हूँ। मैं अपना नंगा बदन किसी को नहीं दिखा सकती। पर उस दिन मैं यह सब झेल लेती अगर तुम मुझे पकड़ कर सब के सामने ही चोद देते। मैं तुमसे चुदवाने के लिए उस दिन भी इतनी बेताब थी और आज भी हूँ।"
योग ने मेरी और देखा और बोले, "डार्लिंग, मैं तुम्हें मात्र चोदने के लिए ही नहीं, मैं तुम्हें सच्चे दिलसे प्यार करता हूँ और अगर तुम किसी की बीबी नहीं होती तो मैं तुमसे शादी कर तुमसे जिंदगी भर की साथीदारी निभाना चाहता हूँ l पर मेरा दुर्भाग्य तो देखो, जो मेरी थी उसे ऊपर वाले ने मुझसे जल्दी छीन लिया और जो मेरी बन सकती है उसकी अपनी मजबूरियां है।" ऐसा कह कर योग ने मेरी शादी शुदा होने का अफ़सोस जताया।