मैं मोहन बंसल एक व्यापारी हूँ मेरी उम्र 32 साल है। अभी तक मेरी शादी नहीं हुई है, किसी को चोदने का मन होता है लेकिन खुद को कन्ट्रोल में रख कर अपने काम पर ज्यादा ध्यान देता हूँ। मैं काम के सिलसिले से रात की ट्रेन में सफर कर रहा था, ट्रेन खाली थी ज्यादा लोग नहीं थे सभी के रिजर्वेशन दूर दूर थे।
हिजड़ा मेरा लंड रगड़ने लगा मेरे अंदर जोश की लहर दौड़ गयी मेरा 7 इंच का लंड जीन्स में खड़ा हो कर तम्बू बना लिया। मैं धीरे से आँखे खोल कर देखा 2 हिंजड़े थे। दूसरा बोला देख साला सोने का ड्रामा कर रहा है। देख कैसे लौड़ा खड़ा हुआ है इसका, खोल चैन निकाल बाहर देखे कितना बड़ा है।
ट्रेन की लाइट बंद कर के सभी सोये थे। 1 बजे के करीब कुछ आवाज से मेरी नींद खुल गयी मैंने देखा हिजड़े ट्रेन में पैसे मांग रहे थे। मैं बहोत कंजूस आदमी हूँ, सोने का ड्रामा किया और हिजड़ों की आवाज से नहीं जागा। मेरी आँख बंद थी उनमे से एक हिजड़े ने मेरा लंड मेरी जीन्स के ऊपर से पकड़ लिया और जोर से दबा दिया मुझे दर्द हुआ।
// सुनील पंडित // yr):
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!


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