16-08-2019, 02:51 AM
ये बोल कर वो हवेली की दूसरी साइड देखने चली गईं. मैंने स्मायरा को हाथ का इशारा किया और रूम से निकल कर जाने को बोला. वो चुपचाप दबे पांव निकल कर अपने रूम में जाकर अपने बेटे के पास सो गयी.
इस तरह जब तक हम दोनों जोधपुर रुके, तब तक रोज रात को यही होता रहा. तीन दिन बाद हम दोनों जयपुर आ गए. उसके बाद हम दोनों को जब भी मौका मिलता था, हम सेक्स कर लेते थे.
स्मायरा के साथ ये सिलसिला दो साल चला. उसके बाद वो बेंगलौर चली गयी. कुछ टाइम तो हमारी फ़ोन से बातें होती रहीं, फिर अचानक उसका फोन आना ही बन्द हो गया. अब तो उसका नम्बर भी ऑफ आता है.
इस तरह जब तक हम दोनों जोधपुर रुके, तब तक रोज रात को यही होता रहा. तीन दिन बाद हम दोनों जयपुर आ गए. उसके बाद हम दोनों को जब भी मौका मिलता था, हम सेक्स कर लेते थे.
स्मायरा के साथ ये सिलसिला दो साल चला. उसके बाद वो बेंगलौर चली गयी. कुछ टाइम तो हमारी फ़ोन से बातें होती रहीं, फिर अचानक उसका फोन आना ही बन्द हो गया. अब तो उसका नम्बर भी ऑफ आता है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
