16-08-2019, 02:50 AM
उसके बाद हम दोनों नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर लेटे रहे. हमें कब नींद आयी, पता ही नहीं चला.
सुबह जब उसकी भाभी आवाजें लगा रही थी ‘स्मायरा स्मायरा …’
तब उनकी आवाज सुनकर मेरी एकदम से आंख खुली.
मैंने स्मायरा को उठाया और बोला- यार मर गए.
अपनी भाभी की आवाज सुन कर स्मायरा के चेहरे का भी रंग उड़ गया.
फिर मैं उठ कर बाहर गया, तो भाभी नीचे से मेरी तरफ शक की निगाहों से देख रही थीं.
मैंने भाभी को गुड मॉर्निंग किया. उन्होंने भी जवाब दिया.
मैंने पूछा- भैया और अंकल हॉस्पिटल से आ गए क्या?
भाभी बोली- नहीं अभी तक नहीं आए.
मैंने पूछा- स्मायरा जी उठ गईं क्या?
भाभी बोली- उसको ही तो देख रही हूँ … पता नहीं कहां गई है.
सुबह जब उसकी भाभी आवाजें लगा रही थी ‘स्मायरा स्मायरा …’
तब उनकी आवाज सुनकर मेरी एकदम से आंख खुली.
मैंने स्मायरा को उठाया और बोला- यार मर गए.
अपनी भाभी की आवाज सुन कर स्मायरा के चेहरे का भी रंग उड़ गया.
फिर मैं उठ कर बाहर गया, तो भाभी नीचे से मेरी तरफ शक की निगाहों से देख रही थीं.
मैंने भाभी को गुड मॉर्निंग किया. उन्होंने भी जवाब दिया.
मैंने पूछा- भैया और अंकल हॉस्पिटल से आ गए क्या?
भाभी बोली- नहीं अभी तक नहीं आए.
मैंने पूछा- स्मायरा जी उठ गईं क्या?
भाभी बोली- उसको ही तो देख रही हूँ … पता नहीं कहां गई है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.