16-08-2019, 02:48 AM
उसके निप्पल को चूसते हुए मैंने उसके बरमूडे में हाथ डाल दिया. फिर उसकी पैन्टी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाने लगा, जिससे वो और भी गर्म होने लगी थी. अब तक उसकी चुत गीली हो चुकी थी और उसने मेरा बरमूडा भी उतार कर साइड में कर दिया था.
वो मेरे लंड को हाथ में ले कर सहलाते हुए मेरे कानों में कह रही थी- अब और मत तड़पाओ.
वो वासना से भरी मादक सिसकारियां ले रही थी. मैंने भी उसका बरमूडा उतार कर अलग कर दिया और अपने होंठ उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चुत पर रख दिए.
मेरे ऐसा करते ही वो पागल हो गयी. उसने मेरे मुँह को अपने हाथों से पीछे किया और खुद ही अपनी पिंक पेंटी उतार कर अलग कर दी. उसने मेरा सर पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया. मैं उसकी चुत की खुशबू से एकदम मस्त हो गया और चुत को चाटने लगा. कभी उसकी चुत के होंठों को अपने होंठों से पकड़ कर खींचता, कभी उसकी चूत के छेद में जीभ डाल देता, कभी अपनी उंगली डाल देता.
वो मेरे लंड को हाथ में ले कर सहलाते हुए मेरे कानों में कह रही थी- अब और मत तड़पाओ.
वो वासना से भरी मादक सिसकारियां ले रही थी. मैंने भी उसका बरमूडा उतार कर अलग कर दिया और अपने होंठ उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चुत पर रख दिए.
मेरे ऐसा करते ही वो पागल हो गयी. उसने मेरे मुँह को अपने हाथों से पीछे किया और खुद ही अपनी पिंक पेंटी उतार कर अलग कर दी. उसने मेरा सर पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया. मैं उसकी चुत की खुशबू से एकदम मस्त हो गया और चुत को चाटने लगा. कभी उसकी चुत के होंठों को अपने होंठों से पकड़ कर खींचता, कभी उसकी चूत के छेद में जीभ डाल देता, कभी अपनी उंगली डाल देता.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.