15-08-2019, 03:22 AM
अब मेरी बारी आयी, दोस्तों मैं तो पागल हो चुका था, मैंने उसकी कमीज उतार दी और उसके चुच्चों को ब्रा के बाहर से चूमने लगा, इतने बड़े मम्मे मुंह के अंदर नहीं आ रहे थे, मैंने ब्रा निकाल कर दोनों हाथों से मम्मे पकड़े और मुंह में डाला.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.