14-08-2019, 07:30 PM
सब राज की बात को ध्यान से सुन रहे थे। राज ने कहा, "पर हाँ, हमारी वचनबद्धता हमारे पति या पत्नी में ही होनी चाहिए। अगर हमने 'थोड़ी सी बेवफाई' कर ली तो क्या होगया? हमारे पति या पत्नी हमारे जीवन का एक अटूट हिस्सा होना चाहिए, क्यूंकि हमारे भाई बहन, माँ बाप, बच्चे सब इसी सम्बन्ध पर टिके हुए हैं। इस लिए यह इमारत को कोई क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए।"
कुमुद बोल पड़ी, "राज हमें सब कुछ खुल्लम खुल्ला बोलने की जरुरत नहीं है। पर अगर हम प्यार से खुल्लम खुल्ला बोलते हैं तो कोई हर्ज भी नहीं है। हमें जो कुछ करना है, वह खुल्लम खुल्ला करें या फिर थोड़ा छुपा कर, हमें एक दूसरे की नाजुकता और संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए। हम सब अलग अलग व्यक्तित्व रखते हैं तो स्वाभाविक है की हम सब अलग अलग तरीके से बात करेंगे, सेक्स भी अलग अलग तरीके से करेंगे। वाकई मझा तो उसी में है। थोड़ी सी बेवफाई में भी तो मज़ा आता है। याद करो, हम सब ने कॉलेज या कॉलेज में किसी लड़के या लड़की से चोरी छुपके मिलना, सब की नज़रों से बच कर किस करना, नजर चुरा के चूँचियों को दबाना, मौक़ा मिलने पर कोई कोने में दो पैरों के बिच में उंगली डाल देना और कभी कभी तो और भी आगे बढ़कर सेक्स भी कर लेना, कुछ न कुछ तो किया था न? कितना मजा आता था न? पर क्या हुआ? अब हम पति पत्नी बन कर अपना अपना धर्म तो निभा रहे है न? तो चोरी छुपी हो या खुल्लम खुल्ला; जो करना है, जैसे करना है, करें; पर सोच समझ कर करें।"
कमल ने कहा, "भाई मैं भी तो यही कह रहा हूँ। विशेषता में ही एकता है। हम सब विशेषता चाहते हैं, विविधता चाहते हैं, नयी नयी चीझें आजमाना चाहते हैं। तो चलो चाहे छुप कर या फिर खुल्लम खुल्ला, चलो हम आज प्यार की नयी रीत अपनाते हैं।"
कमल की बात सुन कर रानी ने चौँक कर पूछा, "क्या मतलब है तुम्हारा कमल?"
कमल ने कहा, "बूझो तो जानूं। बस इतना कहना ही काफी है।"
तब कुमुद ने कहा, "बस बहुत हो गया। अब और कोई सीरियस बात नहीं करनीं। चलो हम कोई खेल खेलते हैं।" खेल का नाम सुनकर रानी की आँखें चमक उठीं। वह एकदम बैठ गयी और उत्सुकता से सुनने लगी की कुमुद कौनसा खेल खेलने के लिए कह रही थीं। वह समझ गयी की जो भी खेल होगा, कुछ न कुछ नया रंग लाएगा जरूर।
कमल ने कहा, "खेल क्यों? क्या खेल खेलेंगे?"
राज ने कहा, "हम एक दूसरे को हिंदी पिक्चर के बारेमें एक सवाल पूछेंगे। सवाल सरल होना चाहिए। जो जवाब दे देगा वह पास। फिर सवाल पूछने की बारी उसीकी होगी। अगर जवाब नहीं दे पाया तो फिर पूछने वाला जो सजा देगा उसे मानी पड़ेगी। बोलो मंजूर है?"
कुमुद ने आँखें नचाते हुए कहा, "मंजूर है। मगर सजा ऐसी ना हो की हम कर ना पाएं। ठीक है?
राज ने कहा, "ठीक है।" राज ने कमल, रानी और कुमुद की और देखा। सब ने मुंडी हिला कर हामी भरी।
राज ने कहा, "सबसे पहले मैं कमल भैया से पूछूंगा की शोले पिक्चर की हेरोइन का नाम क्या था?"
कमल ने कहा, "रे यह तो सब को मालूम है। हीरोइन थी हेमामालिनी।"
राज ने कहा, "अब सवाल पूछने की बारी कमल की हुई। "
कमल ने रानी से पूछा, "बताओ, शोले पिक्चर में संगीत किसने दिया था?"
रानी सोचने लगी। उसे नहीं पता था। उसने कहा, "मुझे नहीं मालूम। "
सब ने तालियां बजायीं और कमल ने कहा, "संगीत एस डी बर्मन का था। रानी अब तुम्हें सजा मिलेगी। जाओ राज की गोद मैं बैठकर उसे करारा चुम्बन दो।"
रानी उलझन में देखती रही की राज ने रानी को अपनी बाहों में जकड लिया और बोला, "चलो भाई अब मैं ही तुम्हारा काम पूरा कर देता हूँ।" और राज और रानी एक दूसरे के बाहुपाश में बंध गए और होँठों से होँठ मिलाकर एक दूसरे को प्रगाढ़ चुम्बन करने में जुट गए।
कुमुद बोल पड़ी, "राज हमें सब कुछ खुल्लम खुल्ला बोलने की जरुरत नहीं है। पर अगर हम प्यार से खुल्लम खुल्ला बोलते हैं तो कोई हर्ज भी नहीं है। हमें जो कुछ करना है, वह खुल्लम खुल्ला करें या फिर थोड़ा छुपा कर, हमें एक दूसरे की नाजुकता और संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए। हम सब अलग अलग व्यक्तित्व रखते हैं तो स्वाभाविक है की हम सब अलग अलग तरीके से बात करेंगे, सेक्स भी अलग अलग तरीके से करेंगे। वाकई मझा तो उसी में है। थोड़ी सी बेवफाई में भी तो मज़ा आता है। याद करो, हम सब ने कॉलेज या कॉलेज में किसी लड़के या लड़की से चोरी छुपके मिलना, सब की नज़रों से बच कर किस करना, नजर चुरा के चूँचियों को दबाना, मौक़ा मिलने पर कोई कोने में दो पैरों के बिच में उंगली डाल देना और कभी कभी तो और भी आगे बढ़कर सेक्स भी कर लेना, कुछ न कुछ तो किया था न? कितना मजा आता था न? पर क्या हुआ? अब हम पति पत्नी बन कर अपना अपना धर्म तो निभा रहे है न? तो चोरी छुपी हो या खुल्लम खुल्ला; जो करना है, जैसे करना है, करें; पर सोच समझ कर करें।"
कमल ने कहा, "भाई मैं भी तो यही कह रहा हूँ। विशेषता में ही एकता है। हम सब विशेषता चाहते हैं, विविधता चाहते हैं, नयी नयी चीझें आजमाना चाहते हैं। तो चलो चाहे छुप कर या फिर खुल्लम खुल्ला, चलो हम आज प्यार की नयी रीत अपनाते हैं।"
कमल की बात सुन कर रानी ने चौँक कर पूछा, "क्या मतलब है तुम्हारा कमल?"
कमल ने कहा, "बूझो तो जानूं। बस इतना कहना ही काफी है।"
तब कुमुद ने कहा, "बस बहुत हो गया। अब और कोई सीरियस बात नहीं करनीं। चलो हम कोई खेल खेलते हैं।" खेल का नाम सुनकर रानी की आँखें चमक उठीं। वह एकदम बैठ गयी और उत्सुकता से सुनने लगी की कुमुद कौनसा खेल खेलने के लिए कह रही थीं। वह समझ गयी की जो भी खेल होगा, कुछ न कुछ नया रंग लाएगा जरूर।
कमल ने कहा, "खेल क्यों? क्या खेल खेलेंगे?"
राज ने कहा, "हम एक दूसरे को हिंदी पिक्चर के बारेमें एक सवाल पूछेंगे। सवाल सरल होना चाहिए। जो जवाब दे देगा वह पास। फिर सवाल पूछने की बारी उसीकी होगी। अगर जवाब नहीं दे पाया तो फिर पूछने वाला जो सजा देगा उसे मानी पड़ेगी। बोलो मंजूर है?"
कुमुद ने आँखें नचाते हुए कहा, "मंजूर है। मगर सजा ऐसी ना हो की हम कर ना पाएं। ठीक है?
राज ने कहा, "ठीक है।" राज ने कमल, रानी और कुमुद की और देखा। सब ने मुंडी हिला कर हामी भरी।
राज ने कहा, "सबसे पहले मैं कमल भैया से पूछूंगा की शोले पिक्चर की हेरोइन का नाम क्या था?"
कमल ने कहा, "रे यह तो सब को मालूम है। हीरोइन थी हेमामालिनी।"
राज ने कहा, "अब सवाल पूछने की बारी कमल की हुई। "
कमल ने रानी से पूछा, "बताओ, शोले पिक्चर में संगीत किसने दिया था?"
रानी सोचने लगी। उसे नहीं पता था। उसने कहा, "मुझे नहीं मालूम। "
सब ने तालियां बजायीं और कमल ने कहा, "संगीत एस डी बर्मन का था। रानी अब तुम्हें सजा मिलेगी। जाओ राज की गोद मैं बैठकर उसे करारा चुम्बन दो।"
रानी उलझन में देखती रही की राज ने रानी को अपनी बाहों में जकड लिया और बोला, "चलो भाई अब मैं ही तुम्हारा काम पूरा कर देता हूँ।" और राज और रानी एक दूसरे के बाहुपाश में बंध गए और होँठों से होँठ मिलाकर एक दूसरे को प्रगाढ़ चुम्बन करने में जुट गए।