14-08-2019, 04:54 PM
"कमल का नाम तो तुम्हारी जुबान पर आ ही गया है, तो फिर कमल का ही नाम ले लेते हैं। कमल तो तुम्हें पसंद है ना? तुम्हें कमल भैया से चुदवाने में तो कोई एतराज नहीं है ना?" राज ने पट से पूछा।
जब रानी ने गुस्से से राज की और देखा तो राज ने सहम कर बोला, "अरे भाई सिर्फ कल्पना में।"
रानी थोड़ी देर के लिए चौक गयी। उसके चेहरे पर दुविधा साफ़ नजर आ रही थी। पर क्या बोले? उसके खुदके मुंह से कमल का नाम निकल गया था। और फिर उसने तो कह दिया था की कोई भी नाम चलेगा। तो अब तो मानना ही पडेगा। और फिर अपने आपको सम्हालते हुए बोली, "कल्पना ही तो करनी है ना? ठीक है। क्या फर्क पड़ता है? कोई भी नाम ले लो। कमल भैया का नाम भी ठीक है।"
राज ने कहा, "देखो यह गड़बड़ है। कल्पना में ही सही, पर जब तुम कमल से मानसिक रूप से चुदवाने के लिए तैयार हो ही गयी हो तो कमल को कमल भैया मत कहो। समझो की अब मैं कमल हूँ। मुझे भैया कह कर मेरा मूड मत खराब करो। मुझे सिर्फ "कमल" कह कर ही बुलाओ और बोलो, कमल मैं अब तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। मेरे पति राज से तो मैं रोज चुदती हूँ पर आज कमल मुझे चोदेगा।"
रानी बड़े ही असमंजस में पड़ गयी। उसने सोचा नहीं था की बात ऐसा रुख ले लेगी और कमल भैया का नाम बिच में आ जाएगा। और फिर कल्पना में ही सही पर अपने पति को कमल भैया समझ कर उन से चुदवाना पडेगा और चुदवाते हुए अपने पति को कमल कह कर बुलाना लड़ेगा। रानी को लगा की उसके पति ने उसको अपनी जाल में ऐसा फाँस लिया था की अब वह उस चंगुल में से निकल नहीं सकती थी। दूसरी तरफ रानी ने महसूस किया की उसके मनमें कोई अँधेरे कोने में पनप रही कमल की और वासना की चिंगारी को जैसे उसके खुद के पति ने हवा देना शुरू किया हो। रानी की चूत में से बरबस ही रस चूने लगा।
उसने सोचा, चलो सिर्फ कल्पना ही तो करनी है? जब बात इतनी आगे बढ़ ही गयी थी तो फिर पति की बात माननी तो पड़ेगी ही। थोड़ा सा हिचकिचा कर रानी ने राज का लण्ड अपने हाथ में लिया और बोली, "ठीक है। चलो मैं तुम्हें कमल कह कर ही बुलाऊंगी।" फिर बोली, "कमल, आज मैं तुमसे सेक्स करना चाहती हूँ। मेरे पति राज तो रोज मुझ से सेक्स करते हैं। मुझे अब राज से सेक्स करने में मजा नहीं आता। आज तुम मुझसे सेक्स करो।"
तब राज ने झल्ला कर चिल्लाते हुए कहा, "मेरी रानी, यह क्या सेक्स सेक्स लगा रखा है? जैसे तुम मुझे कहती हो ना की चोदो मुझे। तो समझो की मैं कमल हूँ और तुम कमल से चुदवा रही हो। खुल जाओ। अब खुल्लमखुल्ला बोलो की कमल, मैं आज तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। तुम मुझे चोदो।"
राज की ऊँची आवाज से उसकी बीबी रानी थोड़ी सहम गयी और बोली, "राज तुम मुझे परेशान कर रहे हो।"
राज ने तब रानी को प्यार से धीरे से कहा, "डार्लिंग, हम सेक्स में कुछ उत्तेजना पैदा करना चाहते हैं न? तो क्या तुम मेरा साथ नहीं दोगी?"
तब फिर रानी ने कहा, "गुस्साओ मत। मैं कह रही हूँ न?"
राज ने अपनी बीबी के गाल पर चुम्मी की तो वह बोली, "मैं कुछ इधर उधर बोल गयी तो तुम बुरा तो नहीं मानोगे ना?" राज ने अपनी बीबी रानी से हंस कर कहा की वह बिलकुल बुरा नहीं मानेगा।
रानी: "कमल तुम्हारा लण्ड भी तो राज के जैसा ही है। आज मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। मेरे पति राज तो रोज मुझे चोदते हैं। मुझे अब राज से चुदवाने में मजा नहीं आता। आज तुम मुझे चोदो।"
राज की और देखते हुए रानी आँखें मटकाकर बोली, "मेरे सेक्सी राजा, बस? अब तो खुश?"
राज ने कहा "ऐसे नहीं, भाव से बोलो।"
राज की बीबी रानी ने राज के ढीले लण्ड को जोर से हिलाते हुए कहा, "भाव तो तभी आएगा न जब तुम तैयार होगे? चलो पहले तुम अपना लण्ड कड़क करो और मैं बोलती हूँ।"
फिर रानी ने बड़े प्यार से राज के लण्ड को कड़क करने के लिए हिलाते हुए कहा, "कमल तुम्हारा लण्ड तो गजब है। आज मैं तुमसे चुदवाने के लिए बाँवरी हो गयी हूँ। मेरे पति राज से चुदवा कर मैं अब ऊब चुकी हूँ। मुझे अब राज से चुदवाने में मजा नहीं आता। कमल आज तुम मुझे खूब चोदो। आज तुम मुझे ऐसे चोदो जैसे तुमने कभी किसीको नहीं चोदा। चलो अपना लण्ड खड़ा करो और मुझे चोदो। तुम्हारा यह मोटा लण्ड मेरी चूत में जल्दी डालो और उसकी भूख शांत करो।"
जब रानी ने गुस्से से राज की और देखा तो राज ने सहम कर बोला, "अरे भाई सिर्फ कल्पना में।"
रानी थोड़ी देर के लिए चौक गयी। उसके चेहरे पर दुविधा साफ़ नजर आ रही थी। पर क्या बोले? उसके खुदके मुंह से कमल का नाम निकल गया था। और फिर उसने तो कह दिया था की कोई भी नाम चलेगा। तो अब तो मानना ही पडेगा। और फिर अपने आपको सम्हालते हुए बोली, "कल्पना ही तो करनी है ना? ठीक है। क्या फर्क पड़ता है? कोई भी नाम ले लो। कमल भैया का नाम भी ठीक है।"
राज ने कहा, "देखो यह गड़बड़ है। कल्पना में ही सही, पर जब तुम कमल से मानसिक रूप से चुदवाने के लिए तैयार हो ही गयी हो तो कमल को कमल भैया मत कहो। समझो की अब मैं कमल हूँ। मुझे भैया कह कर मेरा मूड मत खराब करो। मुझे सिर्फ "कमल" कह कर ही बुलाओ और बोलो, कमल मैं अब तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। मेरे पति राज से तो मैं रोज चुदती हूँ पर आज कमल मुझे चोदेगा।"
रानी बड़े ही असमंजस में पड़ गयी। उसने सोचा नहीं था की बात ऐसा रुख ले लेगी और कमल भैया का नाम बिच में आ जाएगा। और फिर कल्पना में ही सही पर अपने पति को कमल भैया समझ कर उन से चुदवाना पडेगा और चुदवाते हुए अपने पति को कमल कह कर बुलाना लड़ेगा। रानी को लगा की उसके पति ने उसको अपनी जाल में ऐसा फाँस लिया था की अब वह उस चंगुल में से निकल नहीं सकती थी। दूसरी तरफ रानी ने महसूस किया की उसके मनमें कोई अँधेरे कोने में पनप रही कमल की और वासना की चिंगारी को जैसे उसके खुद के पति ने हवा देना शुरू किया हो। रानी की चूत में से बरबस ही रस चूने लगा।
उसने सोचा, चलो सिर्फ कल्पना ही तो करनी है? जब बात इतनी आगे बढ़ ही गयी थी तो फिर पति की बात माननी तो पड़ेगी ही। थोड़ा सा हिचकिचा कर रानी ने राज का लण्ड अपने हाथ में लिया और बोली, "ठीक है। चलो मैं तुम्हें कमल कह कर ही बुलाऊंगी।" फिर बोली, "कमल, आज मैं तुमसे सेक्स करना चाहती हूँ। मेरे पति राज तो रोज मुझ से सेक्स करते हैं। मुझे अब राज से सेक्स करने में मजा नहीं आता। आज तुम मुझसे सेक्स करो।"
तब राज ने झल्ला कर चिल्लाते हुए कहा, "मेरी रानी, यह क्या सेक्स सेक्स लगा रखा है? जैसे तुम मुझे कहती हो ना की चोदो मुझे। तो समझो की मैं कमल हूँ और तुम कमल से चुदवा रही हो। खुल जाओ। अब खुल्लमखुल्ला बोलो की कमल, मैं आज तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। तुम मुझे चोदो।"
राज की ऊँची आवाज से उसकी बीबी रानी थोड़ी सहम गयी और बोली, "राज तुम मुझे परेशान कर रहे हो।"
राज ने तब रानी को प्यार से धीरे से कहा, "डार्लिंग, हम सेक्स में कुछ उत्तेजना पैदा करना चाहते हैं न? तो क्या तुम मेरा साथ नहीं दोगी?"
तब फिर रानी ने कहा, "गुस्साओ मत। मैं कह रही हूँ न?"
राज ने अपनी बीबी के गाल पर चुम्मी की तो वह बोली, "मैं कुछ इधर उधर बोल गयी तो तुम बुरा तो नहीं मानोगे ना?" राज ने अपनी बीबी रानी से हंस कर कहा की वह बिलकुल बुरा नहीं मानेगा।
रानी: "कमल तुम्हारा लण्ड भी तो राज के जैसा ही है। आज मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। मेरे पति राज तो रोज मुझे चोदते हैं। मुझे अब राज से चुदवाने में मजा नहीं आता। आज तुम मुझे चोदो।"
राज की और देखते हुए रानी आँखें मटकाकर बोली, "मेरे सेक्सी राजा, बस? अब तो खुश?"
राज ने कहा "ऐसे नहीं, भाव से बोलो।"
राज की बीबी रानी ने राज के ढीले लण्ड को जोर से हिलाते हुए कहा, "भाव तो तभी आएगा न जब तुम तैयार होगे? चलो पहले तुम अपना लण्ड कड़क करो और मैं बोलती हूँ।"
फिर रानी ने बड़े प्यार से राज के लण्ड को कड़क करने के लिए हिलाते हुए कहा, "कमल तुम्हारा लण्ड तो गजब है। आज मैं तुमसे चुदवाने के लिए बाँवरी हो गयी हूँ। मेरे पति राज से चुदवा कर मैं अब ऊब चुकी हूँ। मुझे अब राज से चुदवाने में मजा नहीं आता। कमल आज तुम मुझे खूब चोदो। आज तुम मुझे ऐसे चोदो जैसे तुमने कभी किसीको नहीं चोदा। चलो अपना लण्ड खड़ा करो और मुझे चोदो। तुम्हारा यह मोटा लण्ड मेरी चूत में जल्दी डालो और उसकी भूख शांत करो।"