14-08-2019, 03:40 PM
(मैने अपना वो हाथ जो नैना के पेट पर था को खिसकाते खिसकाते अब उसके बूब्स के एकदम पास ले आया था और थोड़ा सा उसके ब्रा के नीचले भाग को छु गया। ईसी दौरान सीने पर रखा हाथ भी नीचे खिसकाता हुआ अब नैना के बूब्स के उपरी गुदगुदेदार हिस्से को छु कर महसूस कर पा रहा था।)
पराग: "लगता हैं मुझमे ही कमी हैं, तुम एक काम करो अपने पडोसी पराग के साथ चूदवा लो, वो तुम्हे माँ बना ही देगा"
फिर नैना ने मेरा उसके टॉप में घूसा हाथ पकड़ा और उसको बाहर निकाल दिया और सीने पर रखा हाथ भी हटा दिया और मेरी तरफ मुड़ी।
नैना: "डॉक्टर ने बोला हैं की कमी मुझ में है। पराग भी मुझे माँ नहीं बना पायेगा। मैं तुम्हे बच्चे का सुख नहीं दे सकती"
पराग: "कोई बात नाहि, हम चुदाई का सुख तो ले ही सकते हैं"
नैना: "नाहि, तुम किसी और से शादी कर लो, तुम तो बाप बन ही सकते हो"
पराग: "मैं तुम्हारे अलावा किसी और से शादी नहीं कर सकता"
नैना: "शादी मत करो, बच्चा तो पैदा कर लो किसी के साथ"
पराग: "तुम कहति हो तो कर लुंगा, जिसके साथ करने को बोलोगी कर लूंगा"
नैना: "मैं पराग से चूदवाओ इस से बेहतर हैं की तुम प्रेरणा को चोद कर माँ बना दो , वो तो माँ बन सकती हैं और बच्चा हमारा होगा"
पराग: "ठीक हैं प्रेरणा को माँ बना दुँगा, पर पहले अभी मैं तुम्हारी चुत चोदुँगा, तुम रेडी हो न?"
नैना: "हां मैं रेडी हूं, बस तुम मुझे एक बच्चा ला दो"
मैने नैना को अपनी बाहों में उठाया और सीधा बेडरूम में ले आया और उसको बेड पर लेटा दिया। मैं उसकी जाँघो पर सवार हो गया। मैने नैना के दोनों हाथ पकडे और उसके सर के दोनों तरफ तकिये पर चिपका कर पकड़ लिए और फिर उस पर झुक कर अपने होंठ उसके गुलाबी होठो के पास लाने लाग। एक दूसरेकी साँसोंकी गर्मी अब हमारे चेहरे से टकरा रही थी। उसके परफ्यूम की खुसबू तो मुझे हमेशा की तरह मदहोश कर ही रही थी। मेरे होंठ उसके होंठ से सिर्फ एक इंच की दुरी पर थे और मैं उसके होंठो का रस पीने को तैयार थे। मैंने हलके से अपने होंठों को उसके होंठो से छु भर दिया।
मेरे पूरे शारीर में बिजली सी कौंध गयी और उस करेंट से मेरे होंठ थोड़ा पीछे हटे। तभी नैना की मुस्कान चौड़ी हुई और वो खिल-खिला कर हंसने लागी। इतने सीरियस प्यार भरे मौके पर वो हंस रही थी तो मैंने उसको पुछ ही लिया की क्या बात है। उसने भी मुस्कुराते हुए ही जवाब दिया।
नैना: "तुमने सच में मेरे होंठनो को छु लिया था पता हैं?"
पराग: "लगता हैं मुझमे ही कमी हैं, तुम एक काम करो अपने पडोसी पराग के साथ चूदवा लो, वो तुम्हे माँ बना ही देगा"
फिर नैना ने मेरा उसके टॉप में घूसा हाथ पकड़ा और उसको बाहर निकाल दिया और सीने पर रखा हाथ भी हटा दिया और मेरी तरफ मुड़ी।
नैना: "डॉक्टर ने बोला हैं की कमी मुझ में है। पराग भी मुझे माँ नहीं बना पायेगा। मैं तुम्हे बच्चे का सुख नहीं दे सकती"
पराग: "कोई बात नाहि, हम चुदाई का सुख तो ले ही सकते हैं"
नैना: "नाहि, तुम किसी और से शादी कर लो, तुम तो बाप बन ही सकते हो"
पराग: "मैं तुम्हारे अलावा किसी और से शादी नहीं कर सकता"
नैना: "शादी मत करो, बच्चा तो पैदा कर लो किसी के साथ"
पराग: "तुम कहति हो तो कर लुंगा, जिसके साथ करने को बोलोगी कर लूंगा"
नैना: "मैं पराग से चूदवाओ इस से बेहतर हैं की तुम प्रेरणा को चोद कर माँ बना दो , वो तो माँ बन सकती हैं और बच्चा हमारा होगा"
पराग: "ठीक हैं प्रेरणा को माँ बना दुँगा, पर पहले अभी मैं तुम्हारी चुत चोदुँगा, तुम रेडी हो न?"
नैना: "हां मैं रेडी हूं, बस तुम मुझे एक बच्चा ला दो"
मैने नैना को अपनी बाहों में उठाया और सीधा बेडरूम में ले आया और उसको बेड पर लेटा दिया। मैं उसकी जाँघो पर सवार हो गया। मैने नैना के दोनों हाथ पकडे और उसके सर के दोनों तरफ तकिये पर चिपका कर पकड़ लिए और फिर उस पर झुक कर अपने होंठ उसके गुलाबी होठो के पास लाने लाग। एक दूसरेकी साँसोंकी गर्मी अब हमारे चेहरे से टकरा रही थी। उसके परफ्यूम की खुसबू तो मुझे हमेशा की तरह मदहोश कर ही रही थी। मेरे होंठ उसके होंठ से सिर्फ एक इंच की दुरी पर थे और मैं उसके होंठो का रस पीने को तैयार थे। मैंने हलके से अपने होंठों को उसके होंठो से छु भर दिया।
मेरे पूरे शारीर में बिजली सी कौंध गयी और उस करेंट से मेरे होंठ थोड़ा पीछे हटे। तभी नैना की मुस्कान चौड़ी हुई और वो खिल-खिला कर हंसने लागी। इतने सीरियस प्यार भरे मौके पर वो हंस रही थी तो मैंने उसको पुछ ही लिया की क्या बात है। उसने भी मुस्कुराते हुए ही जवाब दिया।
नैना: "तुमने सच में मेरे होंठनो को छु लिया था पता हैं?"