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Adultery तस्वीर का रहस्य... (COMPLETE)
#26
मैन भी अब खड़ा हो गया। नैना ने अपने हाथ फैला दिए और कहा की मेरे मिनट शुरू होते हैं अब। मैंने सीधा आगे बढ़कर उसको अपने गले से लगा लिया। मेरा एक हाथ नैना की कमर के नंगे हिस्से पर था जो उसके टॉप और शार्ट के बीच से खुला था। मेरा दूसरा हाथ नैना की पीठ के उस हिस्से पर था जो उसके ऑफ शोल्डर टॉप के ऊपर से नंगा था। मैने उसको कस के गले लगया था और उसके बूब्स मेरे सीने से चिपक कर दबे हुए थे और मुझे अच्छा लग रहा था। 


मेरा लण्ड तो उसकी बातों से वैसे ही कड़क हो उसके शार्ट पर चिपका था। मै अपने हाथ उसके बदन पर रगड कर उसकी नाजुक त्वचा को महसूस कर रहा था। मैं लगातार "नैना, आई लव यू" बोलते हुए उस से चिपका हुआ था। उसके बदन की खुसबू से मैं पागल हुआ तो फिर मैंने उसके नंगे कंधे पर चूमा और पिछली बार जो नहीं कर पाया वो अब करना चाह रहा था। मैने उसकी पीठ पर पड़े हाथ से उसके कानो से बाल हटाये और अपने होंठो से उसकी गरदन और कांख़ के पीछे चुमने लगा। नैना की हलकी सी सिसकी निकली पर फिर हँसती भी रहि। मेरा जोश और बढ़ गया और मैंने फायदा उठाते हुए उसकी कमर पर रखा हाथ पीछे से उसके टॉप के अंदर थोड़ा घूसा दिया। मेरा हाथ अब उसके ब्रा के हुक के ऊपर था और मैंने उसके ब्रा के हुक और पट्टी को मुठी में टाइट बंद कर लिया। जिसकी वजह से वो हुक खुल गया। नैना के मुह से एक हलकी चीख़ निकलि पर मैंने अब उसकी पूरी नंगी पीठ पर हाथ फेरने के मजे लिये। उसने अभी तक कोई विरोध नहीं किया था तो मेरे होंसले बढ़ गए। मैने उसकी पीठ पर रखा हाथ उसके टॉप के अंदर से ही उसकी बगल के नीचे से आगे ले जाकर साइड से उसके मुम्मे दबाने की कोशिश की। 

मगर नैना की बाजू उसके शारीर से चिपकी हुई थी और उसने मेरा हाथ उसकी बगल के नीचे से आगे नहीं जाने दिया। मैंने एक बार फिर कोशिश की पर कामयाब नहीं हुआ। ताभी नैना ने मुझे पीछे किया और कहा की मिनट हो गए हैं और खिलखिलाने लगी। मैं उत्तेजित हो चूका था और समझ नहीं पाया की नैना के मन में क्या चल रहा है। नैना ने अपने हाथ पीछे ले जाकर अपने ब्रा को हुक बंद करने की कोशिश की। मैंने उसकी मदद की पेशकश की और वो मेरी तरफ पीठ घुमाये ख़ड़ी हुयी। 

मैने अब आराम से उसके टॉप को थोड़ा ऊपर किया और मेरे सामने उसकी नंगी गोरी पीठ थी। अभी उसकी बाजू उसकी बगल से चिपकी हुई नहीं थी। मैं चाहता तो अपने दोनों हाथ वह दाल कर उसके मुम्मे दबा सकता था। मैने उसका विशवास नहीं तोडा और उसके ब्रा का हुक बंद कर दिए। हम दोनों फिर से सोफ़े पर बैठ गए और नैना ने अपनी बात जारी रखि।

नैना: "मैं तो सस्ते में निपट गयी। एक बार मैंने मिहिर को भी ऐसा ही एक चांस दिया था, उसकी एक ना मिल पायी गर्ल फ्रेंड का दर्द मिटाने के लिये। उसने ३० सेकण्ड्स के अंदर ही मेरे सारे कपड़े निकाल दिए थे और अंग अंग दबा दिया था। वो २मिनट का टाइम फिर आधे घन्टे तक चलता रहा। तुम ज्यादा जेंटलमैन हो"

(
मै अपने आप को कोसा की मैं उसका खेल अच्छे से नहीं समझ पाया। मैं चाहे जो करता और वो मिनट तक मुझे कुछ नहीं बोलती। मैंने अब दूसरा टराइ मारने की सोचि।)


पराग: "वैसे मैं एक और लड़की को चाहता था कॉलेज , उसके लिए भी यह मिनट वाला खेल कर ले?"

नैना: "नॉटी" कहते हुए नैना फिर हंसने लगी और मैं भी उसके साथ हंस रहा था। मगर मेरी बात मजाक समझ उसने मुझे दूसरा मौका नहीं दिया।
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RE: तस्वीर का रहस्य - by usaiha2 - 14-08-2019, 03:27 PM



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