14-08-2019, 03:19 PM
गीले सफ़ेद कपड़े में प्रेरणा को तकलीफ हुई और अब उनको कोई और तस्वीर चुननि थी। आगे की कहानी पराग की जुबानी जारी हैं ...
अब नैना ने फिर बोला की इनमे से कोई भी तस्वीर चुन लो सब में प्रेरणा बहुत क्लासिक दीखेगी और मुझे भी वो तस्वीर पसन्द आएगी। फिर मैंने सोचा की प्रेरणा का नंगापन तो लगभग दीख ही गया हैं तो अब क्या छुपान। पहले मेरे हां बोलने पर उसने मुझे इतना अच्छा गले लगया था। अभी अगर मना किया तो नैना मेरे बारे में क्या सोचेगी। मैने प्रेरणा को बोल दिया की वो अपनी पसन्द की कोई भी तस्वीर चुन सकती है। प्रेरणा खुश हो गयी और नैना के साथ फिर बेडरूम में चली गायी। मैंने हां तो बोल दिया पर अब मुझे डर लग रहा था, की कंही प्रेरणा वो वाली तस्वीर न चुनले जीसमे बूब्स और चुत दोनों ही दीख रहे थे और वैसी तस्वीर नैना ने भी अपने लिए बनवायी थी। अगर नैना भी प्रेरणा की तरह पॉज देती तो शायद मेरा दुःख थोड़ा कम हो भी जाए पर नैना को तो अपना वदा याद ही नहीं आ रहा था की वो उसको भी प्रेरणा की तरह कपड़े खोल कर रहना हैं।
जल्दी ही प्रेरणा और नैना बाहर आए। प्रेरणा ने एक शाल ओढ़ रखा था। मैं दुआ कर रहा था की प्रेरणा ने वो रोती हुई लड़की वाली तस्वीर चुनि हो जिसमे मुम्मे और चुत दोनों ढकी हुई थी। नैना ने आगे बढ़कर बोल दिया की प्रेरणा ने वो साइड पॉज चुना था जिसमे उसकी चुत जाँघ के पीछे छुपि होगी और निप्पल उसके लम्बे बालो के पीछे रहेंगे, मगर शारीर पर एक भी कपडा नहीं होगा। नैना ने मिहिर को बोला की वो आकर प्रेरणा को सही पॉज में बैठा दे। नैना अब मेरे पास आकर बैठ गयी और मिहिर उठ कर प्रेरणा के पास पहुंचा।
नैना ने अपने ठण्डे नाजुक हाथ मेरे हाथ पर राख कर अपनी पलके झपका कर मुझे दिलासा दिलाया की कुछ नहीं होगा और मैं रिलैक्स करू। मैं भी नकली में ही सही पर मुस्कुरा दिया। मिहिर ने जाकर अपनी फ्रेम के हिसाब से एक बेँच लगा दी जिसपर बैठने के लिए चमड़े का कुसन था। प्रेरणा अब उस बेँच पर जाकर बैठ गायी। मिहिर ने उसकी शाल निकाल दि। प्रेरणा थोड़ा सा हिल गयी और थोड़ा शर्मायी। उसके बदन पर अब एक भी कपडा नहीं था। जल्दी ही उसका पूरा गोरा रंग शर्म से लाल पड़ चूका था। प्रेरणा अपनी दोनों टाँगे मोड़ कर तकते पर बैठी थी और उसकी नंगी गोरी जाँघो के पीछे उसकी चुत छिपी थी। प्रेरणा ने अपने लम्बे बाल पहले ही आगे कर रखे थे जिस से उसके बूब्स और निप्पल बालो से ढके हुए थे। मेरे लिए यह बड़ी अजीब स्तिथी थी। एक ही अच्छी बात थी की नैना मेरे एकदम पास बिठी थी और उसके बदन की महकती खुश्बू मुझे आ रही थी। उसका एक हाथ मेरे कंधे पर था और मुझे दिलासा दे रही थी। मिहिर बोला की प्रेरणा के बाल कुछ ज्याद ही लम्बे है, और तस्वीर के हिसाब से उसके बाल थोड़े छोटे होने चाहिए। मुझे पता था की तस्वीर के हिसाब से सिर्फ निप्पल तक का हिस्सा ही बालो से ढाका होना था और निप्पल के नीचे से बूब्स का उभार आधा दीखना चाहिए था।
मिहिर ने प्रेरणा से पूछा की वो बाल जैसे ही रहने दे या बाल १ इंच काट कर तस्वीर की तरह थोड़े छोटे कर दे। प्रेरणा ने उसको बाल काटने को बोल दिया। मिहिर ने पास में पड़ी कैंची ले ली और काफी सरे बाल पीठ पीछे कर दिए और आगे की तरफ उतने ही बाल रखे जितने से निप्पल छूप पाये। फिर उसने प्रेरणा के बाल उठा कर अपनी दो उंगलियो के बीच फसाये। ग़लती से उसकी ऊँगली प्रेरणा के बूब्स से थोड़ा टकरा गयी और प्रेरणा पूरा हिल गयी। मैं भी यह देख एक झटका खा गया और अपनी जाँघो पर रखा हाथ पीछे हटा कर रखा तो वो जाकर पास में बैठी नैनाकी जाँघोपर जा लगा। मैं तिरछी नजरो से महसूस कर पाया की नैना ने मेरे हाथ को देखा है पर फिर भी उसने कुछ नहीं बोली। उसको भी मेरी नर्वस हालत पता थी। मैंने भी फिर अपना हाथ उसकी जाँघो से नहीं हटाया।
अब नैना ने फिर बोला की इनमे से कोई भी तस्वीर चुन लो सब में प्रेरणा बहुत क्लासिक दीखेगी और मुझे भी वो तस्वीर पसन्द आएगी। फिर मैंने सोचा की प्रेरणा का नंगापन तो लगभग दीख ही गया हैं तो अब क्या छुपान। पहले मेरे हां बोलने पर उसने मुझे इतना अच्छा गले लगया था। अभी अगर मना किया तो नैना मेरे बारे में क्या सोचेगी। मैने प्रेरणा को बोल दिया की वो अपनी पसन्द की कोई भी तस्वीर चुन सकती है। प्रेरणा खुश हो गयी और नैना के साथ फिर बेडरूम में चली गायी। मैंने हां तो बोल दिया पर अब मुझे डर लग रहा था, की कंही प्रेरणा वो वाली तस्वीर न चुनले जीसमे बूब्स और चुत दोनों ही दीख रहे थे और वैसी तस्वीर नैना ने भी अपने लिए बनवायी थी। अगर नैना भी प्रेरणा की तरह पॉज देती तो शायद मेरा दुःख थोड़ा कम हो भी जाए पर नैना को तो अपना वदा याद ही नहीं आ रहा था की वो उसको भी प्रेरणा की तरह कपड़े खोल कर रहना हैं।
जल्दी ही प्रेरणा और नैना बाहर आए। प्रेरणा ने एक शाल ओढ़ रखा था। मैं दुआ कर रहा था की प्रेरणा ने वो रोती हुई लड़की वाली तस्वीर चुनि हो जिसमे मुम्मे और चुत दोनों ढकी हुई थी। नैना ने आगे बढ़कर बोल दिया की प्रेरणा ने वो साइड पॉज चुना था जिसमे उसकी चुत जाँघ के पीछे छुपि होगी और निप्पल उसके लम्बे बालो के पीछे रहेंगे, मगर शारीर पर एक भी कपडा नहीं होगा। नैना ने मिहिर को बोला की वो आकर प्रेरणा को सही पॉज में बैठा दे। नैना अब मेरे पास आकर बैठ गयी और मिहिर उठ कर प्रेरणा के पास पहुंचा।
नैना ने अपने ठण्डे नाजुक हाथ मेरे हाथ पर राख कर अपनी पलके झपका कर मुझे दिलासा दिलाया की कुछ नहीं होगा और मैं रिलैक्स करू। मैं भी नकली में ही सही पर मुस्कुरा दिया। मिहिर ने जाकर अपनी फ्रेम के हिसाब से एक बेँच लगा दी जिसपर बैठने के लिए चमड़े का कुसन था। प्रेरणा अब उस बेँच पर जाकर बैठ गायी। मिहिर ने उसकी शाल निकाल दि। प्रेरणा थोड़ा सा हिल गयी और थोड़ा शर्मायी। उसके बदन पर अब एक भी कपडा नहीं था। जल्दी ही उसका पूरा गोरा रंग शर्म से लाल पड़ चूका था। प्रेरणा अपनी दोनों टाँगे मोड़ कर तकते पर बैठी थी और उसकी नंगी गोरी जाँघो के पीछे उसकी चुत छिपी थी। प्रेरणा ने अपने लम्बे बाल पहले ही आगे कर रखे थे जिस से उसके बूब्स और निप्पल बालो से ढके हुए थे। मेरे लिए यह बड़ी अजीब स्तिथी थी। एक ही अच्छी बात थी की नैना मेरे एकदम पास बिठी थी और उसके बदन की महकती खुश्बू मुझे आ रही थी। उसका एक हाथ मेरे कंधे पर था और मुझे दिलासा दे रही थी। मिहिर बोला की प्रेरणा के बाल कुछ ज्याद ही लम्बे है, और तस्वीर के हिसाब से उसके बाल थोड़े छोटे होने चाहिए। मुझे पता था की तस्वीर के हिसाब से सिर्फ निप्पल तक का हिस्सा ही बालो से ढाका होना था और निप्पल के नीचे से बूब्स का उभार आधा दीखना चाहिए था।
मिहिर ने प्रेरणा से पूछा की वो बाल जैसे ही रहने दे या बाल १ इंच काट कर तस्वीर की तरह थोड़े छोटे कर दे। प्रेरणा ने उसको बाल काटने को बोल दिया। मिहिर ने पास में पड़ी कैंची ले ली और काफी सरे बाल पीठ पीछे कर दिए और आगे की तरफ उतने ही बाल रखे जितने से निप्पल छूप पाये। फिर उसने प्रेरणा के बाल उठा कर अपनी दो उंगलियो के बीच फसाये। ग़लती से उसकी ऊँगली प्रेरणा के बूब्स से थोड़ा टकरा गयी और प्रेरणा पूरा हिल गयी। मैं भी यह देख एक झटका खा गया और अपनी जाँघो पर रखा हाथ पीछे हटा कर रखा तो वो जाकर पास में बैठी नैनाकी जाँघोपर जा लगा। मैं तिरछी नजरो से महसूस कर पाया की नैना ने मेरे हाथ को देखा है पर फिर भी उसने कुछ नहीं बोली। उसको भी मेरी नर्वस हालत पता थी। मैंने भी फिर अपना हाथ उसकी जाँघो से नहीं हटाया।